अंडे खाने का सही तरीका क्या है? - ande khaane ka sahee tareeka kya hai?

दोस्तों अक्सर लोग अंडे का इस्तेमाल अपने खाने में करते ही हैं। लेकिन जब भी अंडे का नाम आता है। तो लोगों को लगता है कि अंडे खाने में शरीर में गर्मी बढ़ जाती है और चेहरे पर पिंपल की समस्या शुरू होने लगती है। क्योंकि लोगों को इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं होती कि अंडे को कब कैसे और कितनी मात्रा में खाने से क्या-क्या फायदे और क्या-क्या नुकसान होते हैं। सच तो यह है कि अंडे का इस्तेमाल वजन बढ़ाने और वजन घटाने दोनों तरह से किया जा सकता है। लेकिन उसके लिए इसे खाने का सही तरीका पता होना बहुत जरूरी होता है।

इसलिए आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे कि एक दिन में ज्यादा से ज्यादा कितना अंडा खाया जा सकता है। अंडे को कब खाने से ज्यादा फायदा होता है और अंडे खाने का सही समय क्या है। पिंपल वाले लोगों को अंडा खाना चाहिए या नहीं खाना चाहिए। जिम करने वाले या फिर बॉडीबिल्डिंग करने वाले लोगों को अंडे का इस्तेमाल कब और कैसे करना चाहिए। आखिर में जो लोग वजन घटाना चाहते हैं। उन्हें अंडे को अपनी डाइट में कैसे शामिल करना चाहिए।

अंडे में कौन-कौन से पोषक तत्व पाये जाते है 

अंडा पोषक तत्वों से भरपूर होता है। दरअसल अंडे में प्रोटीन,हेल्दी फैट और अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। लेकिन फैट और सभी तरह के विटामिन अंडे के पीले वाले हिस्से में होते हैं। अंडा प्रोटीन का सबसे सस्ता स्त्रोत है। अंडे में सबसे ज्यादा प्रोटीन और फैट की मात्रा होती है और अगर इसके पीले वाले हिस्से को निकाल दिया जाए। तो इसके सफेद वाले हिस्से में फैट फ्री कोलस्ट्रोल और शुद्ध प्रोटीन मिलता है। जो कि दुनिया का सबसे सस्ता और हाई क्वालिटी प्रोटीन होता है। क्योंकि दुनिया में ऐसा कोई दूसरा भोजन है ही नहीं जिसमें अंडे के सफेद हिस्से जैसा शुद्ध और हाई क्वालिटी का प्रोटीन पाया जाता है।

एक दिन में कितने अंडो का सेवन किया जा सकता है। 

अंडा पोषक तत्वों से भरपूर होता है।इसलिए इसे वजन घटाने और वजन बढ़ाने दोनों तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। कुछ लोग अंडे के सफेद वाले हिस्से का इस्तेमाल करते हैं। जबकि कुछ लोग पूरे अंडे का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए यहां सवाल यह उठता है कि अंडे के पीले वाले हिस्से के साथ खाया जाए। तो दिन भर में कितना अंडा खाया जा सकता है और अगर सिर्फ egg white ही खाया जाए तो पूरे दिन में कितना सेवन किया जा सकता है

दरअसल अंडे में प्रोटीन हेल्दी फैट और अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। लेकिन फैट और सभी तरह के विटामिन अंडे के पीले वाले हिस्से में होते हैं। इसलिए हमें इसे इतना ही खाना चाहिए। जितनी हमारे शरीर को जरूरत होती है। हमारे शरीर को दिन भर में 300 मिलीग्राम एच डी एल कोलेस्ट्रॉल की जरूरत पड़ती है और एक अंडे में 187 मिलीग्राम कैस्ट्रोल होता है। इस हिसाब से अगर आप अंडे अंडे के पीले वाले भाग के साथ खाते हैं। तो आपको दो या तीन से ज्यादा अंडे पूरे दिन में नहीं खाने चाहिए।

डायबिटीज और दिल के बीमारी वाले लोगों को पूरे दिन में एक अंडे का ही सेवन करना चाहिए या फिर डॉक्टर की सलाह के हिसाब सही इस्तेमाल करना चाहिए। अंडे के ज्यादा इस्तेमाल से डाइजेशन में समस्या और दिल की बीमारी होने खतरा बहुत ज्यादा होते हैं। क्योंकि एक रिसर्च में पाया गया है कि अंडे का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करना। 30% लोगों में बुरे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाता है। जिससे कि आर्टरी ब्लॉकेज ब्लॉकेज का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता हैं। वैसे तो अंडे का इस्तेमाल कभी भी किया जा सकता है। लेकिन जरूरत के हिसाब से अंडे की क्वांटिटी और खाने का समय में बदलाव करना बहुत जरूरी होता है।

क्योंकि कुछ लोग वजन बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। तो कुछ लोग वजन घटाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन चाहे आप वजन बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल करें या फिर वजन घटाने के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे है। अगर आप अंडे को पीले वाले भाग के साथ खाना चाहते हैं। तो इसको सुबह के नाश्ते में इस्तेमाल करना सबसे ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि अंडे में हाई क्वालिटी प्रोटीन हेल्दी फैट और सभी तरह के एसेंशियल अमीनो एसिड पाए जाते हैं। इसलिए इसका नाश्ते में अंडे का सेवन करने से लंबे समय तक आपको एनर्जी मिलती रहती है।  लेकिन एक बात का हमेशा ख्याल रखें कि अगर आप वजन घटाने की डाइट फॉलो कर रहे हैं। तो आपको एक से ज्यादा अंडे के पीले वाले हिस्से का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसमें सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है।

वैसे तो वजन का बढ़ना और वजन का घटना पूरे दिन में खाई जाने वाली कैलोरी पर डिपेंड करता है। लेकिन अंडे के सफेद भाग वजन बढ़ाने और वजन घटाने दोनों में ही बहुत बड़ा अहम रोल अदा करता है। क्योंकि अंडे के सफेद भाग में हाई क्वालिटी प्रोटीन होता है। जो कि एक्सरसाइज में टूटी हुई मसल्स को रिपेयर करने में बहुत मदद करता है। अगर आप बॉडीबिल्डिंग करते हैं तो आप 10 से 12 egg whites  का इस्तेमाल दिन भर में कर सकते हैं। अगर आप अंडे का इस्तेमाल  एक्सरसाइज से 30 मिनट पहले और बाद में करते हैं।  तो यह आपको अनर्जी के साथ-साथ मसल का साइज बढ़ाने में भी बहुत ज्यादा मदद करेगा।

लेकिन अगर आप वजन घटाने की डाइट फॉलो कर रहे हैं। तो आपको पांच से छह egg whites पर  अंडे के पीले भाग का   सेवन नहीं करना चाहिए। जिन लोगों जिन लोगों को पिंपल की समस्या रहती है। वे अंडा खाने के बारे में हमेशा ही कंफ्यूज रहते हैं। अंडा खाने से पिंपल होते हैं या नहीं होते यह पूरी तरह से साइंटिफिकलि प्रूव नहीं हो पाया है। लेकिन कुछ स्टडी और पर्सनल एक्सपीरियंस से यह देखा गया है कि अंडे के सेवन से त्वचा में तेल का रिडक्शन ज्यादा होने लगता है। जिसकी वजह से पिंपल बढ़ने लगते हैं और खुद से भी यह समझने वाली बात है कि अंडे में प्रोटीन और फैट होने के साथ-साथ इसमें बॉडी में गर्मी पैदा करने की टेंडेंसी भी होती है। जिससे पिंपल बढ़ने के चांसेस और भी ज्यादा हो जाते हैं। इसलिए कोशिश करे पिंपल बढ़ने के दौरान अंडे का कम से कम इस्तेमाल करें और करते भी हैं। तो पीले वाले हिस्से को अवॉइड करते हुए अंडे की सफेदी का इस्तेमाल करें।

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अंडा कच्चा,उबला हुआ या फ्राई करके कैसा खाना चाहिए 

दोस्तों हम में से ज्यादातर लोग अंडे का सेवन सिर्फ टेस्ट के लिए करते हैं। इसलिए कुछ लोग इसे फ्राई करके खाते हैं। कुछ लोग उबालकर खाते हैं और कुछ लोग कच्चे अंडे को ज्यादा शक्तिशाली समझ कर इसे कच्चा ही खाना पसंद करते हैं। इनमें से कुछ लोग ऐसे भी होते जो एक्सरसाइज करते और अंडे का सेवन वजन बढ़ाने का वजन घटाने के रूप में करना चाहते हैं। क्योंकि इसका ठीक से इस्तेमाल करने से इसमें पाए जाने वाला हाई क्वालिटी प्रोटीन शरीर में गोश्त की मात्रा को बढ़ाता है। साथ ही साथ शरीर में बढ़ी हुई चर्बी को भी कम करने में बहुत मदद करता है। लेकिन यहां सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि अंडे को किस तरह कैसे खाया जाए। ताकि इसका शरीर को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके। क्योंकि अंडे को गलत तरीके से इस्तेमाल करने से यह आपको बीमार भी कर सकता है।

कच्चे अंडे उबले अंडे और फ्राई अंडे में क्या फर्क होता है

इसलिए इस पोस्ट में हम जानेंगे कि कच्चे अंडे उबले अंडे और फ्राई अंडे में क्या फर्क होता है और हम इनमें से अलग-अलग अंडे का सेवन किस वक्त करना चाहिए। जिसे समझने के लिए हमारे लिए दो बातों का जाना जरूरी है।

एक कच्चे अंडे में कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं और अंडे को पकाने के बाद पोषक तत्व की मात्रा बढ़ती है या फिर घटती है।

कच्चे,उबले और फ्राई अंडे को खाने के बाद इनमें से कौन सा अंडा हमारे शरीर में ठीक तरह से पच पाता है और कौन सा हमें नुकसान पहुंचा सकता है। क्योंकि कोई भी चीज चाहे जितनी भी अच्छी हो लेकिन अगर वह शरीर में पच नहीं पाते तो उसका सही फायदा हमारे शरीर को कभी मिल ही नहीं पाता है।

पोषक तत्व के नजरिए से कच्चे अंडे में क्या-क्या होता है और इसे पकाने के बाद उन पोषक तत्व की मात्रा बढ़ती है या फिर घट जाती है। दोस्तों अंडे  में सबसे ज्यादा प्रोटीन और फैट की मात्रा होती है और अगर इसके पीले वाले हिस्से को निकाल दिया जाए। तो इसके सफेद वाले हिस्से में फैट फ्री कोलस्ट्रोल फ्री और प्योर प्रोटीन मिलता है। जो कि दुनिया का सबसे सस्ता और हाई क्वालिटी प्रोटीन होता है। क्योंकि दुनिया में ऐसा कोई दूसरा भोजन है ही नहीं जिसमें अंडे के सफेद हिस्से जैसा शुद्ध और हाई क्वालिटी का प्रोटीन पाया जाता है। यही वजह है कि ज्यादातर बॉडीबिल्डर भी प्रोटीन के टारगेट को हिट करने के लिए अंडे का इस्तेमाल करते ही हैं।

लेकिन यहां लोगों में यह भी गलतफहमी है कि कच्चा अंडा पके हुए अंडे के मुकाबले ज्यादा प्रोटीन प्रोवाइड करता है। लेकिन ऐसा सोचना बिल्कुल भी गलत है। क्योंकि एक कच्चे अंडे में 6 ग्राम प्रोटीन होता है जो कि 4 ग्राम इस के सफेद वाले हिस्से में और 2 ग्राम इसके पीले वाले हिस्से में मौजूद होता है। अंडे को फ्राई करने या फिर उबालने के बाद भी प्रोटीन की मात्रा में कोई बदलाव नहीं आता। इसलिए उबले अंडे और फ्राई अंडे में भी 6 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। हालांकि फ्राई अंडे में फैट की मात्रा थोड़ी बढ़ जाती है। जो कि डिपेंड करता है कि आप अंडे को फ्राई करने के लिए कौन सा तेल का इस्तेमाल और कितनी मात्रा में उस तेल का इस्तेमाल कर रहे हैं।

अब बात करते हैं कच्चे अंडे उबले अंडे और फ्राई अंडे में से कौन सा अंडा शरीर में ठीक से अब्सॉर्ब हो पाता है और कौन सा यूं ही बर्बाद हो जाता है। क्योंकि यहां एक सवाल यह भी उठता है कि जब कच्चे अंडे और पके हुए अंडे दोनों में ही एक ही मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। तो क्यों ना अंडे को कच्चा ही खाया जाए जिससे कि इसे उबाल ले और फ्राई करने में लगने वाला समय भी की भी बचत हो। लेकिन दोस्तों हमारे लिए यहां यह जानना बहुत जरूरी है कि कच्चे अंडे में जो सबसे सबसे पहली और सबसे बड़ी समस्या है। वह है अंडे में पाए जाने वाला बैक्टीरिया जिसका नाम है  salmonlla . जब भी हम अंडे को कच्चा खाते हैं।

तो इसमें पाए जाने वाला बैक्टीरिया की वजह से शरीर में फूड पॉइजनिंग होने के चांसेस बहुत ज्यादा रहते हैं। जिससे कि पेट दर्द,लूज मोशन,सर दर्द उल्टी और बुखार आने जैसी समस्या शुरू हो सकती है। बच्चे बूढ़े और प्रेग्नेंट महिलाओं में यह लक्षण और भी गंभीर रूप ले सकते हैं।  हालांकि ऐसा सबके साथ नहीं होता क्योंकि कुछ लोगों का इम्यून सिस्टम बहुत ही स्ट्रांग होता है। इसलिए उनका शरीर बैक्टीरिया को डिस्ट्रॉय कर देता है। जिससे व्यक्ति कच्चे अंडे के होने वाले साइड इफेक्ट से बच जाता है। लेकिन फिर भी हमारे लिए यह समझना जरूरी है कि कच्चे अंडे का सेवन हर किसी के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। इतना ही नहीं इसका दूसरा नुकसान यह है अभी की कच्चे अंडे में पाए जाने वाला प्रोटीन का सिर्फ 50% ही हमारे शरीर में इस्तमाल हो पाता है और बाकी का यूं ही वेस्ट हो जाता है।

जबकि अंडे को उबालकर या फिर फ्राई करके सेवन करने से इसमें पाया जाने वाला 90 से 95% प्रोटीन हमारे शरीर में पूरी तरह से अब्जॉर्ब होता है और हाई टेंपरेचर पर पकाने की वजह से इसमें पाए जाने वाला  बैक्टीरिया भी डिस्ट्रॉय हो जाता है। कच्चे अंडे खाने का एक नुकसान यह भी है कि यह शरीर में बायोटीन यानी कि विटामिन बी कांपलेक्स को अब्सॉर्ब होने से रोकता है।  जिससे इसके लगातार इस्तेमाल सेवन करते रहने से शरीर में धीरे-धीरे बायोटिन की कमी होने लगती है।

जिससे कि बालों का झड़ना और रातों को नींद ना आना जैसी समस्या शुरू हो सकती है। इसलिए अगर देखा जाए तो यह बात समझ आती है कि अंडा कच्चा हो या पका हुआ उस में पोषक तत्व तो भरपूर मात्रा में होते हैं। लेकिन कच्चा अंडा शरीर में जाने के बाद नुकसान भी पहुंचा सकता है। इसलिए जरूरी है कि अंडे को उबालकर या फिर फ्राई करके ही खाया जाए और साथ ही साथ यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि अंडे का हमें किस वक्त में इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि उबले अंडे का सफेद वाला हिस्सा हमें शुद्ध प्रोटीन प्रोवाइड करता है। इसलिए इसका एक्सरसाइज से पहले और बाद में सेवन करने से इसमें पाया जाने वाला प्रोटीन एक्सरसाइज के दौरान ब्रेकडाउन हुई मसल्स को रिपेयर करने में बहुत मदद करता है। अगर आपको फ्राई अंडे और उबले हुए अंडे को पीले वाले हिस्से के साथ खाना चाहते हैं। तो इसके लिए सही समय है कि आप उसका ब्रेकफास्ट जाने के नाश्ते में सेवन करें। क्योंकि नाश्ते में अंडे के सेवन से हमारे शरीर को जरूरी अमीनो एसिड और सही मात्रा में हेल्दी फैट मिल जाते हैं।

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अंडा कब और कैसे खाना चाहिए?

वजन बढ़ाने के लिए अंडा कब खाना चाहिए?- When to Eat Eggs for Weight Gain in Hindi.
सुबह के समय अंडा खाने से आपको इसके सभी पोषक तत्व आसानी से मिल जाएंगे। इससे आपको वजन बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।.
वजन बढ़ाने के लिए आप वर्कआउट के बाद भी उबले हुए अंडे खा सकते हैं। ... .
वजन बढ़ाने के लिए आप प्रतिदिन 1-2 अंडा खा सकते हैं।.

अंडा खाने का सही तरीका क्या है?

अंडे को पकाकर खाना फायदेमंद होता है, लेकिन इसे अधिक तापमान पर पकाने से इसमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। फिर भी अगर आप तेज तापमान पर अंडे को पकाते हैं, तो उसे अधिक देर तक ना पकाएं।

उबला हुआ अंडा कब खाना चाहिए?

उबला अंडा खाने का सही समय सुबह ब्रेकफास्ट में अंडा खाना अधिक फायदेमंद है। अंडे की डिश तैयार करने में 5 से 10 मिनट का समय लगता है।

रोज तीन अंडे खाने से क्या होता है?

शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए भी एग खाने के फायदे हो सकते हैं। एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, अंडे में विटामिन ए, विटामिन बी 12 और सेलेनियम पाए जाते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं (1)। इससे कई बिमारियों को दूर रखने में मदद मिल सकता है।

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