एमबीबीएस और एमडी में क्या अंतर है - emabeebeees aur emadee mein kya antar hai

इसे सुनेंरोकेंMBBS की तुलना में MD डिग्री अधिक व्यावहारिक उन्मुख और शोध – आधारित है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया वह प्राधिकरण है जो डॉक्टर ऑफ मेडिसिन डिग्री प्रदान करने के लिए विभिन्न संस्थानों को मंजूरी देता है और मान्यता देता है। पूरे भारत में मेडिकल स्कूलों और कॉलेजों द्वारा एमडी की डिग्री प्रदान की जाती है.

MBBS की तैयारी कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंशैक्षणिक योग्यता: भारत में एमबीबीएस एडमिशन पाने के लिए, उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। बोर्ड में अध्ययन किए गए विषय: एमबीबीएस कोर्स करने के लिए, छात्रों को अपनी कक्षा 11 और 12 में भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीवविज्ञान का अध्ययन करना चाहिए।

BAMS के बाद कौन सा कोर्स करें?

इसे सुनेंरोकेंबीएएमएस को पूरा करने के बाद आप MD भी कर सकते हैं। जोकि हेल्थ सेक्टर का मास्टर डिग्री कोर्स है। MD का मतलब मास्टर इन मेडिसिन होता है।

एमडी डिग्री कौन सी होती है?

इसे सुनेंरोकेंMD का पूरा नाम Doctor of Medicine है. Medicine के क्षेत्र मे MD उच्चतम शैक्षणिक डिग्री है. MBBS डिग्री धारक दवा और सर्जरी के क्षेत्र में भेद पाने के लिए इस डिग्री को प्राप्त करते है. MD अमेरिका और कनाडा समेत विभिन्न देशों में अधिकांश मेडिकल कॉलेजों द्वारा प्रदान किए गए चिकित्सकों के लिए दो Doctoral Degree मे से एक है.

MD का मतलब क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंहिंदी में एमडी का फुल फॉर्म आयुर्विज्ञान चिकित्सक होता है। एमडी मूल रूप से लैटिन शब्द “Medicinae Doctor” से लिया गया है, जिसका अर्थ “चिकित्सा के शिक्षक” है। एमडी चिकित्सा के क्षेत्र में सर्वोच्च शैक्षणिक डिग्री है। यह MBBS पूरा करने के बाद चिकित्सा के क्षेत्र में 3 साल की पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री है।

बीएएमएस का कोर्स कितने साल का होता है?

इसे सुनेंरोकेंभारत में आयुर्वेदिक शिक्षा सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन (सीसीआईएम) द्वारा संचालित की जाती है। आयुर्वेद में साढ़े पांच साल का पूर्व स्नातक कोर्स करने के बाद बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) की डिग्री दी जाती है। भारत के आयुर्वेदिक कॉलेज स्नातक स्तर पर आयुर्वेदाचार्य या बीएएमएस की डिग्री प्रदान करते हैं।

यदि आप एक डॉक्टर बनना चाहते हैं तो इसकी तैयारी आप सम्बंधित विषय चुनकर 11वीं कक्षा से ही आरम्भ कर देते हैं। परन्तु फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषयों सहित 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत NEET परीक्षा उत्तीर्ण करके MBBS कोर्स में प्रवेश पाने की जितनी खुशी होती है उतनी ही चिंता MBBS कोर्स के दौरान इस बात की होती है कि MBBS कोर्स के बाद क्या किया जाए- MD और MS में से चिकित्सा शिक्षा का कौनसा स्नातकोत्तर कोर्स किया जाए, कौनसी specialization (विशिष्टता) प्राप्त की जाए और दोनों में क्या समानताएं, अंतर और बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको अपनी सभी जिज्ञासाओं के उत्तर मिलने वाले हैं। अतः आइये जानते हैं कि चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में MD और MS कोर्स क्या हैं ?

  • डॉक्टर ऑफ़ मेडिसिन (MD) कोर्स क्या है
  • मास्टर ऑफ़ सर्जरी (MS) कोर्स क्या है
  • MD और MS कोर्स में क्या अंतर हैं
  • MD और MS कोर्सों में एडमिशन की योग्यता क्या है
  • MD और MS कोर्स में एडमिशन कैसे होता है
  • MD / MS कोर्सों के लिए भारत के टॉप कॉलेज कौनसे हैं
  • MD / MS कोर्सों की फीस कितनी होती है
  • MD / MS के बाद क्या करें
  • निष्कर्ष

MD कोर्स चिकत्सा शिक्षा (Medical Education) के क्षेत्र में किया जाने वाला 3-वर्षीय स्नातकोत्तर कोर्स होता है, जो MBBS डिग्री उत्तीर्ण करने के उपरांत किया जा सकता है। यह कोर्स MBBS डिग्री धारक डॉक्टरों को चिकित्सा के किसी एक क्षेत्र में विशिष्टता (specialization) प्रदान करता है, जिनमें से प्रमुख विशिष्टताएं medicine (मेडिसिन), gynaecology and obstetrics (स्त्री रोग और प्रसूति), orthopedics (हड्डी रोग), pediatrics (बाल रोग विशेषज्ञ), पैथोलॉजी आदि हैं। यह कोर्स भारत के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में किया जा सकता है।

MD की full form “Doctor of Medicine” होती है।

मास्टर ऑफ़ सर्जरी (MS) कोर्स क्या है

MS कोर्स भी चिकत्सा शिक्षा (Medical Education) के क्षेत्र में किया जाने वाला 3-वर्षीय स्नातकोत्तर कोर्स होता है, जो MBBS डिग्री उत्तीर्ण करने के उपरांत किया जा सकता है। परन्तु MD कोर्स से भिन्न MS कोर्स मुख्यतः सर्जरी (शल्य चिकित्सा) के क्षेत्र में ही डॉक्टरों को विशिष्टता प्रदान करता है। अर्थात MS कोर्स के बाद सम्बंधित चिकित्सक एक सर्जन के रूप में कार्य करता है। यह कोर्स भी भारत के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों से किया जा सकता है।

MS की full form “Master of Surgery” होती है।

MD और MS कोर्स में क्या अंतर हैं

MD कोर्स मुख्यतः उन MBBS डिग्री धारक चिकित्सकों के लिए बना है जो मरीजों का इलाज केवल दवा के माध्यम से गैर-सर्जिकल प्रक्रिया अपना कर करना चाहते हैं और MS कोर्स मुख्यतः उन MBBS डिग्री धारक चिकित्सकों के लिए बना है जो विशिष्टया सर्जन बनना चाहते हैं और ऐसे रोगियों का इलाज करते हैं जिनको किसी बीमारी के इलाज के लिए सर्जरी आवश्यक होती है।

यहाँ पर यह बताना भी आवश्यक है MD कोर्स मुख्यतः गैर-सर्जिकल प्रक्रिया से इलाज करना सिखाता है परन्तु MD कोर्स की कुछ विशिष्टताएं भी ऐसी होती हैं जिनमें चिकित्सकों को कभी-कभी या नियमित तौर पर सर्जरी करने की आवश्यकता होती रहती है।

MD और MS कोर्सों में एडमिशन की योग्यता क्या है

MD और MS दोनों ही कोर्सों में एडमिशन के लिए MBBS डिग्री उत्तीर्ण छात्र ही आवेदन कर सकते हैं।

MD और MS कोर्स में एडमिशन कैसे होता है

भारत में लगभग सभी चिकित्सा संस्थानों में MD और MS कोर्सों में एडमिशन ‘NEET PG प्रवेश परीक्षा‘ के माध्यम से होता है।

MD / MS कोर्सों के लिए भारत के टॉप कॉलेज कौनसे हैं

MD / MS कोर्सों के लिए भारत के टॉप कॉलेज निम्नलिखित हैं:-

  • AIIMS, नई दिल्ली
  • CMC, वेल्लोर
  • AFMC, पुणे
  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस, BHU, वाराणसी
  • मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज, दिल्ली
  • JIPMER, पुडुचेरी
  • किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
  • PGI, चंडीगढ़; आदि।

MD / MS कोर्सों की फीस कितनी होती है

भारत के विभिन्न चिकित्सा शिक्षण संस्थानों में MD / MS कोर्सों की फीस भिन्न- भिन्न होती है जो 10 हजार रूपये प्रति वर्ष से लेकर 10 लाख रूपये प्रति वर्ष तक हो सकती है और अधिकांश रूप से सरकारी कॉलेजों की फीस प्राइवेट कॉलेजों से कम होती है। अतः किसी भी संस्थान में एडमिशन लेने से पूर्व सम्बंधित फीस अवश्य जांच लें।

MD / MS के बाद क्या करें

MD / MS कोर्सों के बाद आप निम्नलिखित विकल्पों में से कोई एक विकल्प चुन सकते हैं:-

  • डॉक्टर / सर्जन के रूप में किसी सरकारी / प्राइवेट नौकरी करना।
  • अपना अस्पताल / क्लिनिक खोलना।
  • किसी मेडिकल कॉलेज में शिक्षण कार्य करना।
  • चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में Ph.D और शोध कार्य करना।

निष्कर्ष

यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको MD और MS कोर्सों से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। अतः आप इस जानकारी का लाभ उठा कर अपनी योग्यता और इच्छानुसार MD या MS कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। आप हमारी वेबसाइट शिक्षाव्यवसाय.कॉम पर भारत में मौजूद करियर, शिक्षा और रोजगार से सम्बंधित विभिन्न विकल्पों की जानकारी प्राप्त कर्त सकते हैं।

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डॉक्टर की सबसे बड़ी डिग्री कौन सी है?

डॉक्टर (Doctor) की सबसे बड़ी डिग्री कौन सी होती है डॉक्टर की सबसे बड़ी डिग्री MD Degree को कहा जाता है MD Course जिसका फुल फॉर्म (Doctor of Medicine) होता है।

MD का क्या मतलब होता है?

डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन अर्थात एमडी, मेडिसिन के क्षेत्र में एक डॉक्टरेट कोर्स है। इसे जनरल मेडिसिन में एमडी भी कहा जाता है। एमडी का मतलब डॉक्टर ऑफ मेडिसिन होता है।

एमडी डॉक्टर क्या काम करता है?

एमडी जिसका फुल फॉर्म डॉक्टर ऑफ़ मेडिसिन (Doctor of Medicine) है डॉक्टर ऑफ मेडिसिन एक पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री है जो मेडिसिन के क्षेत्र में एक पाठ्यक्रम या कार्यक्रम के लिए सम्मानित किया जाता है. डॉक्टर ऑफ मेडिसिन को एमडी MD के रूप में भी जाना जाता है जो एक लेटिना शब्द है 'मेडिसिन डॉक्टर' जिसका अर्थ है 'चिकित्सा का शिक्षक.

एमबीबीएस डॉक्टर को हिंदी में क्या कहते हैं?

संक्षेप में – म्बबस = MBBS = बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ़ सर्जरी. MBBS = औषधि स्नातक स्नातक शल्यचिकित्सा.

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