लक्ष्मण ने वीर और कायर में क्या अंतर बताया है? - lakshman ne veer aur kaayar mein kya antar bataaya hai?

विषयसूची

  • 1 वीर और कायर में लक्ष्मण ने क्या अंतर बताया है?( 2?
  • 2 वीर और कयर के स्वभाव में क्या अंतर है?
  • 3 धिुषटूटिेकेबाद परशुराम िे फरसे की तरफ देखकर भी लक्ष्मर् को ि मारिे के पीछे क्या तकण ददए?
  • 4 लक्ष्मण ने शूरवीरों की क्या पहचान बताई?
  • 5 साहसी मनुष्य की पहचान क्या है?
  • 6 परशुराम के क्रोि करने पर लक्ष्मर् ने धनुष के टूट जाने के ललए कौन कौन से तकि हदए?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: लक्ष्मण ने कहा जो व्यक्ति वीर होते हैं वो अपनी वीरता का प्रदर्शन युद्ध भूमि में लड़कर दिखाता है का केवल मात्र दिखाने के लिए वीरता भरी बातें नहीं करता। जो व्यक्ति कायर होता है, वही युद्ध में शत्रु के सामने अपनी वीरता का बखान करता है ।

वीर और कायर में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: 1)अर्थात जो व्यक्ति वीर होता है, वह अपनी वीरता का प्रदर्शन युद्धभूमि में लड़कर करता है, केवल मात्र दिखाने के लिये वीरता भरी बातें नही करता। जो व्यक्ति कायर होता है, वही युद्ध में शत्रु को सामने पाकर अपने वीरता का बखान करता है।

वीर और कयर के स्वभाव में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंलक्ष्मण के अनुसार वीर और कायर के स्वभाव में क्या अन्तर है? वीर योद्धा कभी भी धैर्य को नहीं छोड़ता, वह युद्धभूमि में वीरता का प्रदर्शन शत्रु से युद्ध करके करता है, वीर योद्धा रणभूमि में शत्रु का वध करता है, कायरों की भाँति अपने प्रताप का केवल बखान नहीं करता।

साहस और हिम्मत में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंसाहस खतरे, भय या कठिनाई का सामना करने की मानसिक शक्ति है जबकि बहादुरी वह गुण है जो किसी को ऐसे काम करने की अनुमति देता है जो खतरनाक या भयावह हैं। साहस और बहादुरी के बीच मुख्य अंतर यह है कि बहादुरी का अर्थ है कि वास्तविक या शारीरिक खतरा है जबकि साहस एक मानसिक गुण को दर्शाता है।

धिुषटूटिेकेबाद परशुराम िे फरसे की तरफ देखकर भी लक्ष्मर् को ि मारिे के पीछे क्या तकण ददए?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. उत्तर: परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने धनुष के टूट जाने के लिए कई तर्क दिए। उन्होंने कहा कि वह तो बड़ा ही पुराना धनुष था जो श्रीराम के छूने से ही टूट गया। उन्होंने कहा कि बचपन में खेल खेल में उन्होंने कई धनुष तोड़े थे इसलिए एक टूटे धनुष के लिए इतना क्रोध करना उचित नहीं है।

1 ऱक्ष्मण ने वीर और कायर के कौन कौन से गणु बताए ह ैं?

इसे सुनेंरोकेंलक्ष्मण ने वीर योद्धा की निम्नलिखित विशेषताएँ बताई है – वीर पुरुष स्वयं पर कभी अभिमान नहीं करते। वीरता का व्रत धारण करने वाले वीर पुरुष धैर्यवान और क्षोभरहित होते हैं। वीर पुरुष किसी के विरुद्ध गलत शब्दों का प्रयोग नहीं करते। अर्थात् दूसरों को सदैव समान रुप से आदर व सम्मान देते हैं।

लक्ष्मण ने शूरवीरों की क्या पहचान बताई?

इसे सुनेंरोकेंलक्ष्मण ने किसी भी वीर योद्धा की विशेषताओं के बारे में कहा था कि वे व्यर्थ ही अपनी वीरता की डींगें नहीं हाँकते बल्कि युद्ध भूमि में युद्ध करते हैं। अपने अस्त्र–शस्त्रों से वीरता के जोहर दिखाते हैं। शत्रु को सामने पाकर जो अपने प्रताप की बातें करते हैं, वे तो कायर होते हैं। बिहसि लखनु बोले मृदु बानी।

कुम्हड़बतिया की क्या विशेषता है?

इसे सुनेंरोकेंआपको कुल्हाड़ा दिखाकर आप हमें ऐसा जताना चाहते हैं, जैसे फूँक मारकर पहाड़ उड़ाना चाहते हों, लेकिन हम (राम-लक्ष्मण) भी कोई कुम्हड़बतिया नहीं हैं, अर्थात हम यानी राम और लक्ष्मण कोई कमजोर नहीं जो आपकी तर्जनी देखकर डर जाएंगे। लक्ष्मण ने के इस कथन से उनके साहसी और वीर व्यक्तित्व का पता चलता है।

साहसी मनुष्य की पहचान क्या है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: साहसी मनुष्य की पहली पहचान है कि वह इस बात की चिन्ता नहीं करता कि तमाशा देखने वाले लोग उसके बारे में क्या सोच रहे हैं। जनमत की उपेक्षा करके जीने वाला आदमी दुनिया की असली ताकत होता है और मनुष्यता को प्रकाश भी उसी आदमी से मिलता है।

परशुराम के क्रोि करने पर लक्ष्मर् ने यक्ष के िूि जाने के ललए कौन कौन से तका टदए?

परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने धनुष के टूट जाने पर निम्नलिखित तर्क दिए –

  • हमें तो यह असाधारण शिव धुनष साधारण धनुष की भाँति लगा।
  • श्री राम को तो ये धनुष, नए धनुष के समान लगा।
  • श्री राम ने इसे तोड़ा नहीं बस उनके छूते ही धनुष स्वत: टूट गया।
  • इस धनुष को तोड़ते हुए उन्होंने किसी लाभ व हानि के विषय में नहीं सोचा था।

परशुराम के क्रोि करने पर लक्ष्मर् ने धनुष के टूट जाने के ललए कौन कौन से तकि हदए?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने धनुष के टूट जाने के लिए कई तर्क दिए। उन्होंने कहा कि वह तो बड़ा ही पुराना धनुष था जो श्रीराम के छूने से ही टूट गया। उन्होंने कहा कि बचपन में खेल खेल में उन्होंने कई धनुष तोड़े थे इसलिए एक टूटे धनुष के लिए इतना क्रोध करना उचित नहीं है।

लक्ष्मण जी के अनुसार वीर और कायर में क्या अंतर होता है?

लक्ष्मण के अनुसार वीर और कायर के स्वभाव में क्या अन्तर है ? वीर योद्धा कभी भी धैर्य को नहीं छोड़ता, वह युद्धभूमि में वीरता का प्रदर्शन शत्रु से युद्ध करके करता है, वीर योद्धा रणभूमि में शत्रु का वध करता है, कायरों की भाँति अपने प्रताप का केवल बखान नहीं करता।

लक्ष्मण के अनुसार कायर कौन होते हैं?

जो वीर होते हैं वे व्यर्थ में अपनी बड़ाई नहीं करते बल्कि अपनी करनी से अपनी वीरता को सिद्ध करते हैं। वे तो कायर होते हैं जो युद्ध में शत्रु के सामने आ जाने पर अपना झूठा गुणगान करते हैं

लक्ष्मण ने वीर पुरुष की क्या पहचान बताई है?

लक्ष्मण ने वीर योद्धा की निम्नलिखित विशेषताएँ बताई है - वीर पुरुष स्वयं पर कभी अभिमान नहीं करते। वीरता का व्रत धारण करने वाले वीर पुरुष धैर्यवान और क्षोभरहित होते हैं। वीर पुरुष किसी के विरुद्ध गलत शब्दों का प्रयोग नहीं करते। अर्थात् दूसरों को सदैव समान रुप से आदर व सम्मान देते हैं।

लक्ष्मण के अनुसार वीर कौन होता है?

क)लक्ष्मण ने परशुराम को वीरता का व्रत धारण करने वाले धैर्यवान और क्षोभ रहित बताते हुए कहा की आप जैसे महान मुनि को अपशब्द बोलना शोभा नहीं देता। आप वीर हैं। वीर अपनी वीरता युद्ध में दिखाते हैं बातों से अपना वर्णन नहीं करते। शत्रु को युद्ध में उपस्थित पाकर अपने प्रताप की डींग मारने वाले कायर होते हैं ।

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