दही और चने खाने से क्या होता है? - dahee aur chane khaane se kya hota hai?


 दही और चने के खाने के कुछ महत्वपूर्ण फायदे आओ जानते हैं-

रोज सुबह 50 ग्राम भीगे हुए चने खाने से मिलेंगे कुछ अनेक फायदे , रोज सुबह खाने चाहिये भीगे हुए चने 

आओ जाने फायदे

1- बचपन से हमारे बड़े हमे भीगे हुए चने खाने की सलाह देते हैं। 

2- भीगे हुए चने खाने से पेट भी साफ रहता है। और शरीर भी स्वास्थ्य रहता हैं। 

3 - क्या सच में रात को भिगोकर चने खाने से सच में इतने फायदे मिलते हैं। 

4- सुबह नित्कर्म से फ्री होने के बाद खाली पेट सुबह भीगे हुए चने खाने से कमाल के स्वास्थ्य फायदे मिलते हैं। 


कुछ महत्वपूर्ण बातें 

भीगे हुए चने खाने से कुछ ऐसे फायदे मिलते हैं की आप जान कर हरान हो जायेगे की ये फायदे हमें पहले क्यू नहीं पता था। बचपन में हमारी दादी- नानी सुबह- सुबह भीगे हुए चने खाने की सलाह देती आ रही हैं। मगर क्यों ? क्या सच में रात को भिगाकर, सुबह नित्कर्म खाली पेट चने इतना फायदेमंद है 

आप खुद को फिट रखना चाहते हो, बॉडी बनाना चाहते हो, या कमजोरी दूर करने चाहते हो भीगे हुए चने खाने से हर प्रकार के फायदा प्राप्त होता हैं। 

सुबह खाली पेट भीगे हुए चने खाने से आपको किसी ड्राई फ्रूट खाने से बरबार स्वास्थ्यवर्धक गुण प्राप्त हो सकते है। आइए जानते हैं की भीगे हुए चने खाने से कौन कौन से स्वास्थ्य फायदे प्राप्त होते हैं। 

चने में मौजूद पोषण कितना होता हैं

1- कप यानी करीब 50 ग्राम चने में निमलिखित पोषण मौजूद होता हैं। 

कैलोरी - 46

काब्स - 15 ग्राम 

फाइबर -5 ग्राम 

प्रोटीन- 10 ग्राम 


 

इसके अलावा इसमें आयरन, फोलेट, फॉस्फोरस, कॉपरकॉपर और मेग्नीज भी मौजूद होता हैं। 

स्पमं काउंट बढ़ाता है : एक्सपर्ट की राये 

देश के जाने- माने आयुवेदिक एक्सपर्ट व इक़ेडिबल आयुर्वेदा के सस्थापक डॉ अबरार मुल्तानी के अनुसार, भीगे हुए चने हर मामले में बादाम से बेहतर है . लेकिन उनकी कीमत बादाम की तुलना से कम होने से लोग इसकी इतनी कद्र नहीं करते। अगर लोग इस के पूरे- पूरे फायदे जान ले , तो बादाम पर पैसे खर्च करना बंद कर दे। एक्सपर्ट कहते हैं कि जो शादीशुदा पुरुष स्पमं काउंट की कमी या नपुंसकता की कमी से जूंझ रहे हैं वो भी सुबह भीगे हुए चने का सेवन करके अपनी मेरिड लाइफ में फिर से रोमांच ला सकते हैं। स्पमं काउंट की कमी को दूर करने के लिए 1 चम्मच मिश्री के साथ मुठी भर भीगे हुए चने खाने की एक्सपर्ट सलाह देते हैं। 

 तेज मेटाबालिज्य 

चने के सेवन से आपका पाचन तंत्र मजबूत बनता है। और मेटाबालिज्य तेज होता हैं , मेटाबालिज्य में बढ़ोतरी होने के कारण आपका शरीर पहले की तुलना में ज्यादा तेजी से फैट को ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल कर पाता है । और आप जल्दी फैट बर्न कर अतिरिक्त वसा से मुक्ति पा सकते हैं। इसके अलावा इसमें आयरन की मात्रा होती हैं , जो इसकी कमी से होने वाली खून की कमी को दूर करने में मदद करती हैं।

 वेट कम करने में मददगार 

चने में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा मौजूद होती हैं। इसके अलावा इसमें कैलोरी भी काफी कम होती हैं। प्रोटीन और फाइबर आपकी भूख को सन्तुलित करने में मदद करता है। और लो-कैलोरी फूड होने के कारण आप बेफिक्र होकर इसका सेवन कर सकते हैं। आयुवेदिक एक्सपर्ट डॉ अबरार मुल्तानी के अनुसार, भिगोए हुए चने में फाइबर्स होते हैं। जो पेट को साफ करते हैं। और डाइजेशन बेहतर करते हैं। वहीं, टेलर और रॉबर्ट मुरें द्वारा एनसीबीआई पर 2016 के प्रकाशित शोध के मुताबिक भी जो लोग रोजना चने खाते हैं। उनमें मोटापा विकसित होने का खतरा 53 प्रतिशत तक कम हो जाता हैं।

ऊर्जा के लिए बेहतरीन स्रोत माना गया है

काले चने में मैग्नीज , थियामिन , मैग्नीशियम, व फस्फ़ोरस आदि पोषण तत्व होते हैं। इन पोषण तत्वों के सेवन से हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती हैं. इसके अलावा मेटाबालिज्य तेज होने पर भी आपका शरीर पहले से ज्यादा फैट बर्न करके एनर्जी का उत्पादन करता है। 

ब्लड सुगर में कंट्रोल कैसे होता हैं

चने का ग्लाकेमिक इंडेक्स ( जीआई) काफी कम होता हैं, जिसका मतलब है कि इसके सेवन से आपके शरीर में बल्ड सुगर का लेवल काफी कम बढ़ता है, इसके अलावा यह फाइबर और प्रोटीन का अच्छा स्रोत है, जो बल्ड सुगर को रेगुलेट करने के लिए जाने जाते हैं। द अमेरिकन जर्नल ऑफ किलिनिकल् न्युटि्शन पर प्रकाशित एक स्टडी में देखा गया कि जिन लोगों ने एक बार के आहार में करीब 200 ग्राम चने का सेवन किया उन लोगों में चने का सेवन ना करने वालों के मुकाबले ब्लड सुगर का स्तर कम था। 

यहां दी गई जानकारी किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है. बेहतर जानकारी के लिए किसी डॉक्टर से सलाह जरूर ले। 

एक्सपर्ट ने दही के साथ इन चीजों को किया सख्त मान, जानें दही खाने का परफेक्ट टाइम ( समय) 

अगर आप भी दही के साथ इन चीजों का सेवन करते हैं तो 

                     अभी संभल जाइए 

गर्मियों में खाने के साथ दही मिल जाये, तो बात ही बन जाये। भारतीय खाने में दही का एक अलग ही स्थान है। चाहे खाने का आनंद बढ़ने के लिए साथ में दही लेना हो या गर्मी से राहत पाने के लिए दही की लस्सी या फिर कुछ अच्छा काम करने से पहले दही- चीनी खाना। मूड कैसा भी हो मगर दही हर जगह फिट बैठता है । दही खाना स्वास्थ्य के लिहाज से भी लाभदायक होता हैं। इसमें विटामिन और मिनरल्स की अच्छी मात्रा होती हैं लेकिन यह बात बहुत कम लोग जानते हैं की दही के साथ कुछ फूड्स का सेवन आप की हेल्थ के लिए काफी महंगा पड़ा सकता हैं। आइए जानते हैं कि दही के साथ किन फूड्स का सेवन नहीं करना चाहिए। या किस समय दही खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता हैं। इन जानकारीयो को हमारे साथ न्युटि्शनिस्ट व कांसल्टेट डाइटिशियम डॉ रंजना सिंह ने साझा की है। 


 

दही के क्यों है फायदेमंद आओ जाने? 

न्युटि्शनिस्ट व कांसल्टेट डाइटिशियम डॉ रंजना सिंह के मुताबिक, दही हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। दही में बहुत सारे लाभकारी बैक्टेरिया पाए जाते हैं। जो शरीर की पाचन शक्ति को बेहतर बनाए रखते हैं। दही में बहुत सारे पोषक तत्व, लैक्टिक एसिड, विटामिन बी-12 व बी-6 आयरन, राइबोफ्लेविन, कैलिशयम आदि होते हैं। जो हमारे शरीर को तन्दरुस्त बनाए रखने में मदद करते हैं। 

दही के साथ क्या नहीं खाना चाहिए? 

कंसल्टेंट डाइटिशियम डॉ रंजना सिंह ने निम्नलिखित फूड्स या चीजों को दही के साथ खाने से सख्त मना किया है। क्योंकि इससे स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। एक्सपर्ट कहती है की-

1- दही और दूध दोनों का सेवन एक साथ नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे एसिडिटी की समस्या का सामना करना पड़ सकता हैं। 

2- दही के साथ फल का सेवन भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि दोनों में अलग- अलग एंजाइम्स होते हैं, जो पाचन क्रिया को धीमा कर सकते हैं और पेट फूलना या पेट दर्द जैसी समस्या पैदा कर सकते हैं। 

3- एक्सपर्ट कहती हैं कि अगर आपको ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो दही के साथ नमक खाने से शरीर में सूजन की समस्या आ सकती हैं। 

4- इसके अलावा दही की तासीर ठंडी होती हैं, तो इसे गर्म खाने के साथ नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से दांतों में दर्द हो सकता हैं। 

5- एक्सपर्ट का कहना है कि दही के साथ तली- भुनी चीजों का सेवन भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि दही में उपस्थित एंजाइम फैट्स को पचाने में बाध उत्पन्न कर सकते हैं। वहीं, दही में मौजूद पोषक तत्व सही तरीके से हमारे शरीर में अवशोषित नहीं हो पाते हैं। 

एक्सपर्ट ने बताया दही खाने का सही समय ( टाइम) 

डाइटिशियम डॉ रंजना सिंह बताती हैं कि दही हमेशा दिन के खाने के साथ खाना चाहिए। दिन के समय दही खाने से शरीर की पाचन क्रिया ठीक बनी रहती है। दही की तासीर ठण्डी होती हैं। इसलिए रात में दही खाने से बलगम, मोटापा, त्वचा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं। इसके साथ एक्सपर्ट कहती हैं कि दही में पित्त व

कफ को बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं। इसलिए दही को ताजा खाना चाहिए। फ़िरज में रखी हुई दही का सेवन नहीं करना चाहिए। 

चना और दही खाने से क्या होता है?

प्रोटीन और फाइबर आपकी भूख को सन्तुलित करने में मदद करता है। और लो-कैलोरी फूड होने के कारण आप बेफिक्र होकर इसका सेवन कर सकते हैं। आयुवेदिक एक्सपर्ट डॉ अबरार मुल्तानी के अनुसार, भिगोए हुए चने में फाइबर्स होते हैं। जो पेट को साफ करते हैं।

चना खाने के बाद क्या क्या नहीं खाना चाहिए?

सुबह खाली पेट भीगे चने के सेवन के बाद बिल्कुल भी आचार का सेवन न करें। क्योंकि आचार बनाने में सिरका का इस्तेमाल किया जाता है। अगर आपने चना खाने के बाद आचार का सेवन किया तो आपको पेट में तुंरत जहर बन जाए। जिसके कारण आपको सीने में जलन, दर्द या फिर हार्ट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

सुबह चने के साथ क्या खाएं?

प्रोटीन और आयरन का अच्छा स्रोत ऐसे में आप भीगे हुए काले चने का सेवन कर सकते हैं. ये प्रोटीन से भरपूर होते हैं. साथ ही अगर आप एनीमिया से पीड़ित हैं तो आपको अपने आहार में काले चने को जरूर शामिल करना चाहिए. ये आयरन से भरपूर होता है और शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को सुधारने में मदद करता है.

चने कब नहीं खाने चाहिए?

अगर आपको चना खाते ही खुजली, उल्टी या फिर एलर्जी राइनाइटिस की समस्या होती है तो आपको भी इसे खाने से बचना चाहिए। दरअसल, ये सब प्रोटीन एलर्जी या फिर फूड एलर्जी की वजह से होता है। इसी कारण से आपको मतली, उल्टी, पेट में दर्द और त्वचा में खुजली हो सकती है।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग