Updated on: 7 June 2022, 22:11 pm IST Show
बुजुर्ग होते माता-पिता की स्वास्थ्य संबंधी बहुत सारी समस्याएं होती हैं। उन्हें कमजोर हड्डियों और गठिया की वजह से होने वाले जोड़ों के दर्द से लेकर रक्तचाप और शुगर से संबंधित चिंताओं तक सब से निपटना पड़ता है। हाल ही में, मैंने अपनी मां को अपने घुटने के दर्द से राहत पाने के लिए एक विशेष तेल का उपयोग करते हुए देखा, और इसने मेरी उत्सुकता को बढ़ा दिया। उन्होंने मुझे बताया कि यह आक (Aak) या सदोम सेब के पेड़ से बना एक प्लांट बेस्ड ऑयल है, जिसमें बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं। आक के पेड़ (Aak plant) को मदार के पेड़ के रूप में भी जाना जाता है। इसके अधिकांश भाग- पत्ते, फूल, जड़ें और बीज, का उपयोग हर्बल या आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि आक के पौधे को छूने मात्र से कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज हो सकता है, इसे खाने की भी ज़रुरत नहीं पड़ती। यह सब जानने के बाद क्या यह आपको जादुई नहीं लगता? इसके फायदों से जो अनजान हैं उनके लिए बता दें कि आक का पौधा एक सामान्य घरेलू उपचार है और हम में से कई लोगों ने, मेरी ही तरह, अपनी मां या दादी-नानी को बीमारियों के इलाज के लिए इसके तेल या पत्तियों का उपयोग करते देखा होगा। इसकी पत्तियों के तेल का उपयोग मांसपेशियों या जोड़ों के दर्द के इलाज के लिए किया जाता है। यहां हैं आक के तेल के फायदे 1. जोड़ों के दर्द का उपचार नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन पर पोस्ट किए गए कैलोट्रोपिस गिगेंटिया (आक के पत्तों का वैज्ञानिक नाम) पर एक अध्ययन से पता चलता है कि आक के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो जोड़ों में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। अपने इस गुण के कारण यह गठिया या घुटने के दर्द की समस्या वाले लोगों के लिए यह बहुत अच्छा होता है। दर्द में राहत दे आक ऑयल। चित्र : शटरस्टॉकअध्ययन के अनुसार इसका उपयोग रुमेटेड पेन ( rheumatic pain) के लिए किया जा सकता है। यह उन लोगों के लिए एक बेहतरीन घरेलू उपचार हो सकता है, जो कोविड के कारण होने वाले मांसपेशियों या जोड़ों के दर्द से पीड़ित हैं। दर्द वाली जगह पर थोड़ा सा तेल लगाएं, इसे सूखे आक के पत्ते से ढक दें और ऊपर पट्टी से लपेट दें। ऐसा 5-6 दिनों तक करने से इन्टरनल और बाहरी सूजन दोनों कम हो सकती है। 2. कीड़े के काटने का उपचारयदि आप ट्रेक पर हैं या सांप या बिच्छू ने काट लिया है, तो आपको बस एक आक का पत्ता ढूंढना है। अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण, इसमें जहर विरोधी प्रभाव होते हैं। इसके पत्तों के लेप को काटे हुए स्थान पर लगाने से घाव का उपचार हो जाता है। वैज्ञानिक क्रिश्चियन अग्यारे ने जर्नल ऑफ एथनोफार्माकोलॉजी, 2016 में लिखा है कि आक ऐसे घावों को भर सकता है। 3. मधुमेह रोगियों में इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करता हैनेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन पर 2011 के एक अध्ययन से पता चलता है कि आक के पत्तों में हाइपोग्लाइसेमिक होता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है और मधुमेह रोगियों में इंसुलिन के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। इन पत्तों का उपयोग मधुमेह के इलाज के लिए हर्बल दवाओं के रूप में किया जा सकता है। एक अन्य घरेलू उपाय यह है कि अपने पैरों की नोंक पर दो आक के पत्ते लगाकर उनके ऊपर मोज़े पहनें। ऐसा पूरे दिन के लिए करें और अगली सुबह ब्लड शुगर टेस्ट करें; दावों के अनुसार, शर्करा स्तर में कमी आएगी। 4. गैस्ट्रिक समस्याओं के लिए अच्छाआक के फूल या बीज का सेवन करने से कब्ज, गैस, सूजन और पाचन संबंधी समस्याओं जैसे पेट की समस्याओं का इलाज किया जा सकता है। इसके फूल एक अच्छे रेचक के रूप में कार्य करते हैं और आसान पाचन (easy digestion) को बढ़ावा देते हैं। 5. सांस से जुड़ी बीमारियों में मदद करता हैअनुजा भारद्वाज द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, हाई एल्टीट्यूड पैथोफिजियोलॉजी, 2018 के प्रबंधन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, आक के फूलों या जड़ों (धूप में सुखाकर पाउडर में बनाया जाता है) का सेवन सांस संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए एक बेहतरीन घरेलू उपचार है। जैसे अस्थमा, सर्दी, खांसी, राइनाइटिस आदि। कभी धूप तो कभी बदलते मौसम में आपको कई बीमारियां घेर लेती हैं। ऐसे में इस तरह की तमाम समस्याओं से बचने के लिए अपने बड़ों की बात सुनें और इस घरेलू उपाय को ज़रूर आजमाएं। यह भी पढ़ें: बीच वेकेशन आपके मूड ही नहीं, ब्यूटी के लिए भी है फायदेमंद, एक्सपर्ट बता रहे हैं कैसे मदार या आक औषधीय पौधा है जो पूरे भारत में बंजर जमीन, खुले तथा शुष्क क्षेत्र में अपने-आप उगता है। आक दुनिया भर में गर्म जलवायु, शुष्क, क्षारीय और रेतीले मिट्टी वाले हिस्सों में भी पाया जाता है। मुख्य रूप से इसकी दो किस्में हैं - कैलोट्रोपिस प्रोसेरा (बैंगनी-फुल) और कैलोट्रोपिस जिगांटे (सफेद-फूल)।
औषधि के रूप में सफेद फूलों का उपयोग अधिक किया जाता है। इस पौधे के दूध में गर्भपात कारक, स्पाज्मोजेनिक और कारमेटिव, एंटी-डिसेन्ट्रिक, एंटी-सिफिलिटिक, एंटी-रूमेटिक, एंटीफंगल और डायफोरेटिक गुण होते हैं। इसके अलावा यह कुष्ठ रोग, ब्रोन्कियल अस्थमा और त्वचा रोगों के उपचार में भी उपयोगी है। इसकी जड़ की छाल के चूर्ण का उपयोग दस्त और पेचिश के इलाज में किया जाता है। इस पौधे की जड़ अपच में भी उपयोगी है। आइये जानें इसके लाभ के बारे में - आक के पत्ते के फायदे जोड़ों के दर्द में - Aak ke patte jodon ke dard mein faydemandयदि आप जोड़ों की समस्याओं से परेशान रहते हैं तो प्रभावित जगह पर आक की पत्तियों को बांधें। इसमें प्रदाह (जलन-सूजन) कम करने वाले गुण होते हैं जो गठिया और संधिशोथ (Rheumatism) जैसी प्रदाह सम्बन्धी बीमारियों के इलाज में उपयोगी हैं। तुरंत राहत पाने के लिए इसकी पत्तियों को गर्म कर जोड़ों पर लगाएं। (और पढ़ें - जोड़ों में दर्द का इलाज) आक का पेड़ के फायदे त्वचा के लिए - Skin ke liye aak ke labhआक के दूध के फायदे पाइल्स में - Aak ke patte ke labh piles maiआक के औषधीय गुण घाव भरने में - Madak ka dudh ghav bharne mein upyogiइस पौधे के दूध को निकालें। अब इस दूध में हल्दी को मिक्स करें और त्वचा के प्रभावित क्षेत्र पर इस पेस्ट को लगाएं। इसके अलावा आप घावों पर मदार की पत्तियों को गरम करके लगाएं। (और पढ़ें - घाव भरने का तरीका)
आक के पौधे के गुण दे दांत दर्द से छुटकारा - Madar ka doodh kis kaam aata hai Danat dard maiयदि आप दांतों की किसी भी प्रकार की समस्या से परेशान हैं तो आपको आक उपयोग करना चाहिए। दांत दर्द से राहत पाने के लिए, आक के दूध को मसूड़ों पर लगाएं। (और पढ़ें - दांत दर्द का घरेलू उपाय) मदार के पत्ते के फायदे करे पांव के छाले दूर - Madar ke fayde paanv ke chhalon ke liyeयदि पैर में छाले हों तो आक के पौधे के रस का उपयोग करें। पैर के छालों को ठीक करने के करने लिए छालों के ऊपर आक का दूध लगाएं। इससे तुरंत राहत मिलेगी। (और पढ़ें - डायबिटिक फुट अल्सर का इलाज) मदार के पत्ते के गुण हैजा में लाभदायक - Madar ke poudhe ke gun karen haija ko durहैजा के इलाज के लिए इस पौधे की जड़ की छाल को अच्छे से साफ करें। इन्हें सुखाकर इसका चूर्ण तैयार करें। अब इसमें अदरक का रस और काली मिर्च का चूर्ण मिला करें। इस मिश्रण से मटर के आकार की गोलियों बनाएं। और हर दो घंटे बाद एक गोली, एक चम्मच पुदीने के रस के साथ लें। इससे बुखार भी ठीक होगा। (और पढ़ें - हैजा का टीका) मदार के पत्ते के लाभ करे बांझपन दूर - Madar ke doodh ke fayde Banjhpan meमहिलाओं की प्रजनन क्षमता बढ़ाने में आक उपयोगी हो सकता है। इसके लिए सफेद फूल वाले आक की जड़ को छाया में सुखाकर बारीक चूर्ण तैयार कर लें। एक गिलास गाय के दूध के साथ 1-2 ग्राम आक के पाउडर का सेवन करना लाभदायक हो सकता है। (और पढ़ें - बांझपन का इलाज) आक के गुण कान की बीमारियों के लिए - aak ke patte ka upay kare kaan ki bimaariyon maiपीले रंग की आक की पत्तियों को अच्छी तरह धोकर सुखा लें और इसका चौथाई कप रस निकाल लें। अब इसमें एक चौथाई कप तिल का तेल मिलाएं। इसमें चौथाई चम्मच लहसुन, कैलामस, दालचीनी और हिंग भी मिलाएं। कम आंच पर अच्छे से पका लें। अब ठंडा होने के बाद एक बोतल में रख लें। अब इस मिश्रण की कुछ बूंदें कान में डालें। इससे कान की तकलीफ कम होने लगेगी। इसके अलावा आक की पत्तियों पर घी लगाकर गरम करें। अब इसका रस निकालकर कान में डाल सकते हैं। (और पढ़ें - कान दर्द का इलाज) मदार आक के नुकसान - Aak ke nuksan in Hindiआक का अधिक मात्रा में सेवन हानिकारक है।
(और पढ़ें - स्तनपान के फायदे) उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें मदार है
सम्बंधित लेखआंकड़े के पत्ते से क्या लाभ है?आक के पत्ते बरगद के पेड़ के समान होते हैं और इसके फूल का रंग सफेद व बैंगनी होता है।. आक दिलाए सिरदर्द से राहत आक के पत्तों में कुछ खास प्रकार के तत्व शामिल होते हैं, जिनकी मदद से सिरदर्द को दूर किया जा सकता है। ... . त्वचा रोगों का इलाज करने में भी है प्रभावी ... . बवासीर में लाभदायक है आक. आक का पौधा घर में लगाने से क्या होता है?धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आक का पौधा घर के सामने लगाना चाहिए और इनकी जड़ों को गणेश भगवान की नियमित पूजा में अर्पित करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से गणेश भगवान भक्तों का घर धन –दौलत, सुख-समृद्धि से भर देते हैं तथा भक्तों को त्रिसुख यानी जीवन के सभी सुख प्राप्त होते हैं.
आक का दूध पीने से क्या होता है?आक की जड़ का चूर्ण का धूँआ पीकर ऊपर से बाद में दूध गुड़ पीने से श्वास बहुत जल्दी अच्छा हो जाता है। आक का दातून करने से दाँतों के रोग दूर होते हैं। आक की जड़ का चूर्ण 1 माशा तक खाने से शरीर का शोथ (सूजन) अच्छा हो जाता है।
आक के पौधे से क्या लाभ है?यह कई शारीरिक परेशानियों से छुटकारा दिला सकता है.. दूर होती है चेहरे की झुर्रियां व दाग. सिर व कान दर्द में उपयोगी. आंखों के लिए ऐसे करें इस्तेमाल. दाढ़ में दर्द को तुरंत करे दूर. सांस की समस्या ठीक करने में कारगर. |