होशंगाबाद। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिला देश के सुप्रसिद्ध साहित्यकारों की जन्मभूमि रही है। यहां माखनदादा, भवानी प्रसाद मिश्र और ( Harishankar Parsai:) की जन्मभूमि व कर्मभूमि के नाम जानी जाती है। कल यानि 10 अगस्त को व्यंगकार Harishankar Parsai जी की पुण्यतिथि भी है। इनका जन्म होशंगाबाद के जमानी गांव में हुआ था। Show इन्होनें उठाई ब्रिटिश शासन के खिलाफ आवाज इन्होनें दिलाया विद्या का दर्जा पहली रचना रही ये सम्मान और पुरस्कार हिंदी के मूर्धन्य व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई जी को पढ़ते हुए पाठक महसूस करता है कि इंसान का विवेक और वैज्ञानिक चेतना बहुत महत्वपूर्ण चीज़ें हैं जिसका इस्तेमाल कर चाहिए। वे रूढ़िवादी नज़रिये को सिरे से ख़ारिज करते थे। और ये सब वे इतने अपनेपन के साथ बयां करते थे कि पाठक के साथ बहुत नज़दीकी रिश्ता क़ायम हो जाता है। परसाई जी ने 10 अगस्त, 1995 को इस दुनिया को अलविदा कहा। प्रसिद्ध व्यंग्यकार कौन है?हिन्दी व्यंग्य को प्रतिष्ठा दिलाने प्रमुख व्यंग्यकारों में शरद जोशी भी एक हैं. शरद जोशी की मौत 60 साल की उम्र में 5 सितंबर 1991 को हुई. खुशवन्त सिंह का जन्म 2 फरवरी 1915 को हुआ. खुशवंत सिंह ने व्यंग्य को नए तरीके से पेश किया.
व्यंग्य कितने प्रकार के होते हैं?व्यंग्य में सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक, आर्थिक विसंगतियों की आलोचना की जाती है।
व्यंग्य रचना क्या होता है?आज साहित्य में व्यंग्य विधा को स्वतंत्र विधा मान लिया गया है। समाज की विसंगतियों, भ्रष्टाचार, सामाजिक शोषण अथवा राजनीति के गिरते स्तर की घटनाओं पर अप्रत्यक्ष रूप से तंज या व्यंग्य किया जाता है। साधारण तथा लघु कथा की तरह संक्षेप में घटनाओं पर व्यंग्य होता है, जो हास्य नहीं कभी-कभी आक्रोश भी पैदा करता है।
व्यंग्य किसे कहते हैं और इसकी विशेषता क्या होती है?Answer: व्यंग्य मूल रूप से एक लेखन तकनीक है जिसका उपयोग लेखकों द्वारा किसी व्यक्ति या किसी समाज में प्रचलित कुछ भ्रष्टाचार या बुरे व्यवहार के बारे में उल्लेख करने या इंगित करने के लिए किया जाता है। और व्यंग्य की विशेषता यह है कि यह सब कठोर शब्दों के प्रयोग के बिना विनम्र और हल्के तरीके से किया जाता है।
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