न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: हिमांशु मिश्रा Updated Sat, 06 Aug 2022 12:39 AM IST Show अमेरिकी संसद के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी के ताइवान यात्रा से चीन भड़का हुआ है। पेलोसी के दौरे के शुरू होते ही चीन ने ताइवान की खाड़ी में युद्धाभ्यास भी शुरू कर दिया। इस छोटे से द्वीप को चीन ने छह जगह से घेर लिया है। ताइवान की सीमा के अंदर चीनी फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ रहे हैं। कई मिसाइलें पानी के अंदर दागी गईं। चीनी विदेश मंत्रालय ने पेलोसी की यात्रा पर यहां तक कह दिया कि, 'जो लोग आग से खेल रहे हैं, वे जल जाएंगे।' अब सवाल ये है कि क्या दुनिया को रूस-यूक्रेन की तरह एक और युद्ध झेलना पड़ेगा? आखिर दुनिया के लिए ताइवान क्यों इतना जरूरी है? चीन ने अगर ताइवान पर हमला कर दिया तो इसका दुनियाभर में क्या असर पड़ेगा? आइए इसे समझते हैं... क्या भारत ने चीन पर हमला किया है?1975: अरुणाचल प्रदेश में चीनी सेना ने भारतीय सेना के गश्ती दल पर हमला किया था। चीन की ओर से इस तरह का घातक हमला उसके बाद 2020 में गलवान में किया गया।
ताइवान चीन मुद्दा क्या है?ताइवान या ताइवान मुद्दे की राजनीतिक स्थिति के आसपास का विवाद द्वितीय विश्व युद्ध, चीनी नागरिक युद्ध (1945-1949) के दूसरे चरण और शीत युद्ध का परिणाम है। मूल मुद्दा इस बात पर टिका है कि ताइवान, पेंघू, किनमेन और मात्सु के द्वीपों को किसके द्वारा प्रशासित किया जाना चाहिए।
क्या चीन ने ताइवान पर हमला कर दिया है?अगस्त में जब अमेरिकी कांग्रेस की स्पीकर नैंसी पेलोसी ताइवान गई थीं तो उसके बाद से ही चीन का पारा हाई है। चीन ने ताइवान की घेराबंदी के मद्देनजर सबसे बड़ी मिलिट्री ड्रिल को अंजाम दिया।
ताइवान की सेना कितनी मजबूत है?जबकि बीजिंग के पास बीस लाख सैनिक हैं, ताइवान के पास 170,000 हैं; चीन के 5,250 टैंक ताइवान के 1,110 से कहीं अधिक हैं। ताइवान की वायु सेना के पास 741 जेट हैं, जो चीन की तुलना में काफी कम है, जिसके पास 3,285 विमान हैं। समुद्र पर, चीन के पास 777 की बेड़े की ताकत के साथ दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है, जिसमें ताइवान के पास सिर्फ 117 जहाज हैं।
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