अवतल दर्पण के सामने रखी वस्तु का प्रतिबिंब क्या होता है? - avatal darpan ke saamane rakhee vastu ka pratibimb kya hota hai?

नमस्कार दोस्तों दिया क्या प्रश्न है अवतल दर्पण के सामने विभिन्न स्थितियों में रखी वस्तु के दर्पण द्वारा बना प्रतिबिंब की स्थिति आकार एवं प्रकृति का आर्य खींचकर बताइए तो पहले इस्तेमाल की वस्तु कहां रखी गई है आनंद पर रखी गई प्रतिमा कैसी आएगी उसको आने वाली प्रकाश करने हैं वह मुख्य अक्ष के समांतर आएगी तो आने वाली प्रकाश के लिए यदि मान ले कि मुख्य अतिथि कैसी आ रही है समांतर आ रही है तो हम लोग जानते हैं कि अक्षय कुमार आने वाली जो प्रकाश कितनी होती है वह कैसी होती है कुकर से होकर होते हुए जाती है तुम लोग कैसे थे दोस्तों की जो आनंद से आने वाली प्रकाश कितने वह कहां पर प्रतिदिन बनाई गई अपना फोकस के ऊपर बनाएगी तो प्रकृति प्रकृति और आकार होगा वह किस प्रकार सेवा दोस्तों जो हम लोग कह सकते हैं कि बना प्रतिबिंब है उसकी स्थिति और तू कहां पर होगी 1 को कस पत्थर बन रहा है दूसरा

हमसे कहा गया है आकाश तो आकर कैसा है बिंदु आकार का बिंदु आकार का है और तीसरे का आ गया तो प्रकृति है तो प्रकृति का समय तो यह वास्तविक तथा उल्टा प्राप्त हो रहा है वास्तविक तथा उल्टा कोल्हापुर जानते वास्तविक और उल्टा स्टे प्राप्त होगा क्योंकि दोस्तों यहां पर जो आने वाली प्रकाश के है वह सीधे कहां पर जाकर टकराई है वह कूकस पर जाकर मिली हुई है ठीक है तो हमारे पास में अवतल दर्पण के सामने पहली स्थिति थी जब हमारा प्रत्येक आनंद तथा दूसरी स्थिति देखते हैं दूसरी स्थिति दोस्तों हमारे पास में जो वस्तु रखी गई है कहां रखी गई है तो उनकी स्थिति जो हम लोग हैं आनंद रस्सी के मध्य रखते अट्ठासी और उनके बीच में मतलब वस्तु यहां कहीं रखी गई है ठीक है बस तू जहां कई रखी गई है तो पहला नियम आने वाली प्रकाश किरण दो समांतर आ रही है ठीक है मतलब प्रकाशन कैसे की मुख्य अक्ष के समांतर आएगी मुख्य से होते हुए जाएगी दोस्तो बहुत वह कैसे होते हो जाएगी ठीक है तुम

लोग कैसे होते हैं और दूसरी प्रकाश तो कैसी हो कि दोस्तों वह हम लोग कह सकते हैं कि हमारे वक्रता केंद्र खींचे हो तो जाएगी तो प्रतिक्रिया दी गई है यह क्या वापस नेमाराम को प्रतिबिंब प्राप्त होगा वह कहां प्राप्त हो रहे डैश डैश स्थिति पर प्राप्त हुआ जो वक्रता केंद्र सीतापुर के मध्य में है स्थिति कहां दोस्त उसके मध्य में प्रकृति कैसे उसकी वास्तविक उल्टी ठीक है सो रहा है वास्तविक उल्टा प्राप्त हो रहा है तथा अगर बात करो तो यह आकार की तो आप देखे एबीसी का शहर छोटा प्राप्त हो रहा है ठीक है अब चलते 2 सूत्री कंडीशन अप्लाई कंडीशन है तो उसको कि अगर वस्तु का रखी गई हो दोस्तों जो वस्तु है वह हमारी सी पर हो ठीक है हमारे पास में एक वस्तु है जो कहां पर रखी गई है वह वक्रता केंद्र की पर रखी गई है तो आने वाली एक

प्रकाश किरण दोस्तों को कैसी रहेगी वह हमारे तू तो मुख्य अक्षय कैसी आएगी समांतर आप ठीक हो गई ठीक है तो यह हमारे पास दोस्तों के अक्षय सामान धरा पृथ्वी है तो मुख्य मांडर आपके प्रकाश किरण कहां से हो तो जाएगी वह पोका से होते हुए जाएगी तो यह कैसे हो दोस्तों यह प्रकाश से होते हो जा रही है और दूसरी तो प्रकाश कहां से हो जाती है वह प्रकाश किरण दोस्तों मुख्य अक्ष के समांतर हो जाती है तो हम लोग क्या करेंगे तो उसे यहां पर देखेंगे तो जो प्रकाश किरण प्राप्त हुई है उसको कैसे प्राप्त हुई है वह मुख्य अक्ष के समांतर प्राप्त ठीक है यहां पर हमारे पास दोस्तों प्राप्त हुआ प्राप्त हुआ अगर हमारा प्रतिबिंब टीवी था तो ए देश विदेश कहां प्राप्त हुआ जो एड्रेस बेटे ठीक हमको वक्रता केंद्र

के नीचे प्राप्त हुआ है तो यहां पर तो हम लोग कह सकते हैं कि प्रतिबंध की स्थिति अगर बात करो तो तू कहां पर हो गई थी पर दूसरा हमारा टाइम दोस्तों की बात तक का प्रतिबिंब की प्रकृति कैसी है वास्तविक है और दो कहां प्राप्त हो रहा है हमें प्राप्त हो रहा है क्या बोलते कैसा उल्टा आकार जो है वो कैसा है बस तू के बराबर ठीक है अगला जो स्थिति हो जाएगी हमारी पगली जो पोजीशन है वह पोजीशन हो जाएगी कौन सी वाली देखिए जब वस्तु कार्यकर्ता केंद्र की अगली जो पोजीशन अगस्त के बीच में तो इस स्थिति में दोस्तों अगर बात करें हम लोग प्रताप वस्तु की तू कहां है वह सही और सार्थक वक्रता केंद्र तथा को कस के मध्य में तो यहां हो गई वस्तु हमारी ठीक है यह वस्तु है जो एक प्रकाश

अपने दोस्तों को कैसे जा रही है वह वह कक्ष के समांतर आ रही है तो अगर मुख्य के समांतर जाने वाली प्रकाश किरण कुकर से होते हुए जाएगी दूसरी प्रकार को भी कहां से हो जाएगी तो वह भी कुकर से होते हो जाएगी ठीक है इस स्थिति में कैसे हो जाएगी तू कैसे जाएगी मुख्य के समांतर समांतर होगी तो आपको कटाक्ष बिंदु जो प्राप्त हो रहा है वह कहां प्राप्त हो रहे हो वह यहां कई प्राप्त हो रहा है ठीक है जब आप इसका टॉप्स बिंदु से क्या करेंगे उसको मिला आपको क्या प्राप्त होगा वहां प्रतिबिंब प्राप्त होगा हमारे बस तू क्या थी एबी थी प्रतिबिंब क्या दोस्तों प्राप्त होगा एडीडास प्रकाश टेस्ट से पहले स्थिति कहां पर हो प्राप्त हो रही है सी और आनंद के बीच में यह हमारा वक्रता केंद्र से और आनंद के बीच में प्रकृति कैसी है इसकी वास्तविक और वास्तु से कैसी है बड़ी

वास्तविक और वस्तु से बड़ी किसको आवर बात करते हैं कि हमारे पास में जो प्रतिबिंब प्राप्त हुआ वह कैसा प्राप्त हुआ है उल्टा प्राप्त हुआ है ठीक है अब अगली सदी पर हम लोग क्या करेंगे फोकस के ऊपर रखेंगे हमारे पास में जो वस्तु है वह कहां रखी गई है फिर से एक समांतर समांतर किरण जो मुस्कान त्यागी कैसे जाएगी हो जाएगी और अगर आप देख लो तो तुझे कैसे आएगी उस तो यह कुछ इस प्रकार चल जाएगी या परिवर्तित हो जाएगी आप एक और प्रकाश रन बनाए गए तो यहां से जा रही है यहां से लेकर आ रही है यहां से टकराने वाली प्रकाश

कहां से हो जाएगी वक्रता केंद्र इस प्रकार गुजरेगी तब देखा है दोस्तों की जो तीनों ही प्रकाश कितने हैं वह कैसी हो जा रही है दोस्तों मुख्य उसके अंदर जा रही है मतलब कोई रखी वस्तु है उसका पति क्यों जाएगी इसकी स्थिति बताइए एंड पर दूसरा पॉइंट प्रतिबिंब का आकार हम लोग तो प्रकृति प्रकृति कैसी है वास्तविक और उल्टी ठीक है वास्तविक तथा उल्टी और अगर बात करते दोस्तों इस की साइज की साइज क्या होता है बस का आकार तो बहुत बड़ा हो जाएगा तो हम लोग कह सकते हैं दोस्तों की वस्तु से कैसा बहुत बड़ा मतलब बहुत आवाज है

नंबर कि तू कहां रखा है उसका एप्स था कि के मध्य में अभी हमारे पास में एक जो प्रकाश किरणों कैसे जाएगी मुख्य आरक्षी समानता जाएगी वह कब से समानता जाने वाली प्रकाश किरण कहां से निकल जाएगी कुकर से होते हुए निकल जाएगी दूसरी प्रकाश की जाएगी वह हमारे जो दूर है उसके ऊपर आएगी और कैसे लगे उसको परावर्तित हो जाएगी वह कुछ इस पर से परावर्तित होगी यहां पर इसमें आगे तो दोस्तों कहीं पर भी प्रकाश किरण नहीं मिलती है मतलब आगे तब उसको प्रकाश किरण को और आगे बढ़ा लूंगा तो आप आगे वास्तविक किरणों को तो नहीं मिला सकते अतः हम लोग कैसे हो तो आकर करेंगे इन प्रकाश जो कि ताकि हमारी उन को पीछे की ओर बढ़ाते हैं और बढ़ाने पर आप आए की आने पर क्या प्राप्त हुआ प्राप्त होगा और बहुत

ही प्राप्त होगा और बढ़ा दी और कितना बड़ा प्राप्त हुआ प्राप्त वस्तु क्या थी हमारी हुई थी प्रियंका प्राप्त हुआ दर्पण के पीछे और कितना गुस्सा बहुत बड़ा प्राप्त हुआ है तो इस स्थिति का दोस्तों दर्पण के पीछे दर्पण के पीछे स्थिति बदल गई है प्रकृति कैसे प्राप्त नहीं हो रहा है अपराधियों के प्रति छे के कारण प्राप्त हो रहा है जो पीछे बढ़ाने पर में प्राप्त हुई वस्तु को कौन सी है हमारी आवाज से प्रकाशित करने जहां पर क्या हो रहा है दोस्तों यहां पर हम लोग कह सकते हैं कि

बना प्रतिबिंब कैसा है वह आभासी है प्रतिबिंब कैसा है आभासी वस्तु से बड़ा यह वस्तु से बड़ा हो सकते हैं कि कैसा बन रहा है वह हमारे का उत्तर तो दोस्तों यह जो स्थितियां है यह किसी भी दर्पण के लिए हम लोग कह सकते हैं किसी के लिए होती है

अवतल लेंस के सामने रखी वस्तु का प्रतिबिंब सदैव क्या होता है?

Solution : अवतल लेंस से बना प्रतिबिंब आभासी (काल्पनिक), सीधा और छोटे आकार का होता है। प्रतिबिंब लेंस के फोकस और प्रकाशिक-केंद्र के बीच बनता है, चाहे वस्तु लेंस के सामने कहीं भी रखी गई हो।

अवतल दर्पण में प्रतिबिंब का क्या होता है जब वस्तु को दर्पण से दूर ले जाया जाता है?

UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW! Solution : (i) जब वस्तु अनंत पर होती है, तो अवतल दर्पण में उसका वास्तविक प्रतिबिंब अत्यधिक छोटे आकार का होगा और यह दर्पण के फोकस-तल पर बनेगा।

अवतल दर्पण में वस्तु का प्रतिबिंब क्या होता है?

यह प्रतिबिम्ब वस्तु के आकार से बढ़ा , उल्टा तथा वास्तविक होता है। यह प्रतिबिम्ब अनंत व वक्रता केंद्र के मध्य बनता है। यदि वस्तु को दर्पण के फोकस पर रखा जाता है तब वस्तु AB को B बिंदु से चलने वाली प्रथम प्रकाश किरण मुख्य अक्ष के समांतर होती है जिससे यह परावर्तन के पश्चात् मुख्य फोकस से गुजरती है।

अवतल दर्पण में आवर्धित काल्पनिक प्रतिबिंब बनाने के लिए वस्तु को कहाँ रखा जाता है?

अवतल दर्पण (Concave Mirror) में आवर्धित काल्पनिक प्रतिबिंब बनाने के लिए वस्तु को फोकस के अंदर रखा जाता है।