गणतंत्र दिवस का रूप में 26 जनवरी के दिन भारत के लिए बेहद खास है. देश के सभी धर्म और जाति के लोग इस राष्ट्रीय पर्व को राष्ट्र प्रेम की भावना से ओतप्रोत होकर मनाते हैं. 1950 में इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था. Show भारत को 15 अगस्त, 1947 को अंग्रेजों से आजादी तो मिल गई थी, लेकिन 26 जनवरी, 1950 को भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित हुआ था. दशकों से इस दिन राजधानी में राजपथ पर होने वाले मुख्य आयोजन में भारत की सांस्कृतिक झलक के साथ सैन्य शक्ति और विरासत की झांकी पेश की जाती है. देश-दुनिया के इतिहास में 26 जनवरी की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है: 1930 : ब्रिटिश शासन के अंतर्गत भारत में पहली बार स्वराज दिवस मनाया गया. 1931 : ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ के दौरान ब्रिटिश सरकार से बातचीत के लिए महात्मा गांधी को रिहा किया गया. 1949 : भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ और इसे संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को सौंपा गया. 1950 : अशोक स्तंभ को राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न के रूप में अपनाया गया. 1957 : जम्मू और कश्मीर के भारत की तरफ के हिस्से को औपचारिक रूप से भारत का हिस्सा बनाया गया. 1963 : मोर को राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया. 1972 : दिल्ली के इंडिया गेट पर राष्ट्रीय स्मारक अमर जवान ज्योति का अनावरण. 1982 : पर्यटकों को रेल के सफर के दौरान शाही अनुभव का आनंद दिलाने के लिए भारतीय रेलवे ने पैलेस ऑन व्हील्स सेवा शुरू की. 2001 : गुजरात के भुज में 7.7 तीव्रता का भीषण भूकंप जिसमें हजारों लोग मारे गए. 2008 : गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने परेड की सलामी ली. क्या भारत एक संप्रभु देश है?संप्रभुता- भारत एक संप्रभु देश है। यह अपने बाह्य और आतंरिक दोनों मामलों पर निर्णय लेने के लिये स्वतंत्र है। यह किसी विदेशी सीमा का अधिग्रहण कर सकता है और अपनी सीमा के किसी भाग पर अपना दावा त्याग सकता है।
भारत एक संप्रभु राष्ट्र कब बना था?भारत के संविधान के अनुसार हां।
भारत एक गणतंत्र है गणतंत्र का मतलब क्या है?प्रस्तावना में 'गणराज्य' शब्द का उपयोग इस विषय पर प्रकाश डालता है कि दो प्रकार की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं 'वंशागत लोकतंत्र' तथा 'लोकतंत्रीय गणतंत्र' में से भारतीय संविधान के अंतर्गत लोकतंत्रीय गणतंत्र को अपनाया गया है।
भारत एक लोकतांत्रिक देश है कैसे?हैं, बहुत अलग-अलग तरह की सरकारें भी खुद को लोकतांत्रिक ही कहती हैं । 26 करते रहे हैं । इसे सभी लोग मानते भी हैं ।
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