बुजुर्गों को विशेष देखभाल की जरूरत क्यों होती है? - bujurgon ko vishesh dekhabhaal kee jaroorat kyon hotee hai?

यूटिलिटी डेस्क. बुजुर्गों की देखभाल के लिए सबसे जरूरी है कि आप उनसे प्यार करें, उनका सम्मान करें। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि उन्हें हमेशा सक्रिय और फिट रखें। कंसल्टेंट सायकोलॉजिस्ट रीता सिंघल बता रही हैं कि बुजुर्गों की देखभाल कैसे करें जिससे वे हेल्दी और   हैप्पी रहें। 

01. उनकी     सुरक्षा का ख्याल
घर और बाहर दोनों ही जगह आजकल बुजुर्गों के साथ हिंसा हो रही है। तकनीकी उपकरणों का इस्तेमाल कर आप बुजुर्गों की सुरक्षा कर सकते हैं। घर में सीसीटीवी और अगर वो बाहर जा रहे हैं तो जीपीएस ट्रैकर से उनकी गतिविधि पर नजर रखें। 

02. एक्टिव और फिट रखें
बुजुर्ग सेहत से जितना तंदुरुस्त और फिट रहेंगे यह उनके लिए और परिवार के लिए भी अच्छा रहेगा। व्यायाम और योग उनकी दिनचर्या में शामिल हो इसके लिए उन्हें प्रेरित करते रहें। इससे बीमारियां दूर होंगी और उनका अकेलापन भी कम होगा।

03. मानसिक सेहत पर नजर
अगर उनको दर्द हो रहा है या किसी तरह की मेडिकल मदद की जरुरत है तो पहले प्राथमिक चिकित्सा करें। भूलने की शिकायत ज्यादा होना, रास्ता भूल जाना और चलने-बैठने में संतुलन खो देना जैसे कुछ मानसिक बदलाव पर नजर बनाए रखें।

04. ड्राइविंग में मदद करें
बुढ़ापे में उनको कार ड्राइविंग से मना करना ठीक नहीं है। हो सकता है वो विरोध करें, आपसे रुठ जाएं या फिर ज्यादा गुस्से से लाल हो जाएं। अगर वो फिट हैं तो याद रहे ड्राइविंग करने से वो खुद को काफी रिलैक्स और फ्री महसूस करेंगे। 

05. वित्तीय मामलों पर परामर्श लें

आप जिनसे प्यार करते हैं उनसे उनकी वित्तीय जरुरत और बीमा संबधी मामलों में खुलकर बातचीत करें। अगर आप भी कोई निवेश करना चाहते हैं तो बुजुर्गों का दिया अनुभव काफी काम आएगा। उनको लगेगा कि आप उनकी अहमियत समझते हैं।

यहां छह तरीके हैं जो युवा लोग कोरोनोवायरस लॉक-डाउन और सामाजिक गड़बड़ी के दौरान बुजुर्गों का समर्थन कर सकते हैं।

Gowri Sundararajan

बुजुर्गों को विशेष देखभाल की जरूरत क्यों होती है? - bujurgon ko vishesh dekhabhaal kee jaroorat kyon hotee hai?

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26 जून 2020

खासकर बुजुर्गों में कोरोनोवायरस रोग (COVID-19) महामारी ने अभूतपूर्व भय और अनिश्चितता ला दी है।बुजुर्ग सामाजिक रिश्तों पर अधिक से अधिक भरोसा करते हैं और उन्हें अब पहले से कहीं ज्यादा जरूरत है।बुजुर्गों और सेवानिवृत्त लोगों को कभी-कभी मदद की ज़रूरत होती है और उन्हें अक्सर अपने आस-पास के लोगों की आवश्यकता होती है।भारत एक राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के दौर से गुजर रहा है, जहां कमजोर वरिष्ठ नागरिक सामान्य से अधिक अकेले महसूस कर सकते हैं।

कई कारण हैं कि बुजुर्ग कुछ अधिक असुरक्षित क्यों होते हैं -उनके पास युवा वर्ग की तुलना में अधिक क्रानिक बिमारीयां हैं, उन की उम्रदराज प्रतिरक्षा प्रणाली बीमारियों, संक्रमण और वायरस से लड़ने के लिए कमजोर हो जाती हैं।

स्वास्थ्यलाभ आमतौर पर धीमा और अधिक जटिल होता है।

हम में से अधिकांश अपने प्रियजनों के लिए चिंतित हैं जो वृद्ध हैं और हमसे बहुत दूर रह रहे हैं।

वे चिंता का सामना कर सकते हैं क्योंकि वे अकेले रहते हैं, एक निश्चित आय या पेंशन पर बसर करते हैं, अब ड्राइव नहीं करते हैं और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग नहीं कर सकते हैं और उनके नियमित स्वास्थ्य जांच में भी देरी होती है।वे अनिर्धारित या खराब प्रबंधित डिप्रेशन के मरीज भी हो सकते हैं। लाखों बुजुर्गों के लिए COVID-19 ने उनकी पहले से मौजूद चिंताओं को बढ़ा दिया है।

हममें से बहुत से लोग उपरोक्त के गवाह हैं, हमारे पास या तो माता-पिता हैं जो हमारे शहर में नहीं रहते हैं या हमारे पास बुजुर्ग दंपति हैं जो पड़ोसी हैं। यहाँ कुछ चीजें हैं जो युवा पीढ़ी सुरक्षित और जुड़े महसूस करने के लिए पुरानी पीढ़ी का समर्थन करने के लिए कर सकती है:

सामाजिक समर्थन

  • नियमित रूप से फोन कॉल के माध्यम से उन का हाल चाल पूछें।
  • उन्हें एक संदेश या व्हाट्सएप भेजें।
  • उनके सामने वाले दरवाजे पर एक नोट छोड़ दें। बस उन्हें यह बताने के लिए कि कोई उनके बारे में सोच रहा है।😊
  • उनके लिए कुछ पकाएं और उनके दरवाजे के बाहर छोड़ दें - घंटी बजाएं या उन्हें पहले से बता दें कि आप उनके लिए घर का बना खाना पहुंचा रहे हैं। याद रखें: हमेशा इसे डिस्पोजेबल कंटेनर में दें, कीटाणुनाशक से पोंछकर कंटेनर की बाहरी सतह को साफ करें।

रोजमर्रा के काम

  • उनके लिए रोजाना आवश्यक चीजें जैसे दूध, ब्रेड, अंडे, सब्जियां, फल आदि खरीदे दें।
  • किराने की दुकान जाएं।
  • सुनिश्चित करें कि उनकी चिकित्सा आपूर्ति का स्टॉक है।
  • उन्हें थोड़ा याद दिलाते हुए पूछें कि क्या उन्होंने अपनी दवा ली है?

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सोशल डिस्टेंसिंग का अभ्यास करें  लेकिन सोशल आइसोलेशन का नहीं

  • मिलने वाले व्‍यक्तियों की संख्या सीमित करें।
  • उन्हें सुरक्षित रखने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का अभ्यास करने की आवश्यकता को समझने में मदद करें।
  • यह उन बड़े वयस्कों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना कठिन है जो दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ बिताए गए समय को संजोते हैं, इसलिए उन्हें आश्वस्त करें कि आप कहीं भी नहीं जा रहे हैं।

उन्हें  उद्देश्यपूर्ण तरीके से जुड़े रहने में, शामिल होने में और कम अकेलापन महसूस करने में मदद करें

  • उन्हें दिखाएं कि स्मार्टफोन, लैपटॉप या टैबलेट का उपयोग करके दूसरों के साथ वीडियो चैट कैसे करें।
  • उन्हें अपने दोस्तों और परिवार को टेलीफोन करने और सभी की हौसला-अफजाई के लिए नम्र नोट्स लिखने के लिए प्रोत्साहित करें।

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अनावश्यक चिकित्सीय यात्राओं को स्थगित करें

  • अगर वे टेलीमेडिसिन की पेशकश करते हैं तो अपने डॉक्टरों के संपर्क में रहने में उनकी मदद करें।
  • जितना संभव हो डॉक्टरों और रोगियों को आमने-सामने के बजाय वीडियो, ईमेल या अन्य माध्यमों पर संवाद करना चाहिए।

आपातकालीन कान्टैक्ट और स्पीड़ डायल सेट करें

  • यदि आप उपलब्ध नहीं हैं या बहुत दूर हैं, तो पास के एक व्यक्ति को निर्धारित करें, जिसपर वो देखभाल करने के लिए भरोसा कर सकें।
  • स्पीड डायल में सभी महत्वपूर्ण फोन नंबर डालने में उनकी मदद करें।
  • उनके कान्टैक्ट और स्पीड डायल में COVID-19 आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जोड़ें।

सब से महत्वपूर्ण:सब से महत्वपूर्ण: उन्हें सूचित करें कि यदि उनमें खांसी, बुखार और / या सांस की तकलीफ के साथ बुखार जैसे लक्षण विकसित हो रहे हैं, तो अपने परिवार के डॉक्टर, हेल्पलाइन या निकटतम अस्पताल को फोन करें।

अधिकांश दुनिया संगरोध, बेरोजगारी, यात्रा पर प्रतिबंध और स्कूल बंदी के तहत है और आपको डर लग रहा है तो चिंता न करें, आप अकेले नहीं हैं।COVID-19 महामारी के दौरान नकारात्मक विचारों और भावनाओं का जन्म लेना आसान है। सकारात्मक मानसिकता रखना एक बड़ा समर्थन होगा जो आप बड़े बुजुर्गों को दे सकते हैं।

बुजुर्गों की देखभाल की आवश्यकता क्यों है?

वरिष्ठ देखभाल की आवश्यकता कब होती है? वृद्धों की देखभाल तब आवश्यक हो जाती है जब वृद्ध लोग दैनिक जीवन की गतिविधियों जैसे खाना बनाना, सफाई करना, नहाना, दवाएँ लेना आदि को करने में असमर्थ होने लगते हैं और परिवार का कोई सदस्य उन्हें देखने के लिए उपलब्ध नहीं होता है।

बुजुर्गों की देखभाल के लिए क्या करना चाहिए?

Old Age Care : घर के बुजुर्गों के साथ ये 7 चीजें अपनाएं, वे हमेशा रहेंगे हेल्दी और हैप्पी.
यूटिलिटी डेस्क. ... .
उनकी सुरक्षा का ख्याल ... .
एक्टिव और फिट रखें ... .
मानसिक सेहत पर नजर ... .
ड्राइविंग में मदद करें ... .
वित्तीय मामलों पर परामर्श लें.
कानूनी मामलों में बात करें ... .
उनके साथ खाना बनाएं.

बुजुर्गों की मुख्य समस्या क्या है?

अतः वृद्धावस्था में शरीर अशक्त हो जाना, क्षीण हो जाना बुजुर्ग की प्रमुख समस्या होती है। जो बुजुर्ग अपने युवा काल में अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहते आए हैं, आवश्यकता अनुरूप व्यायाम, खानपान, एवं बीमारियों से बचाव करते रहे हैं, उनका बुढ़ापा अपेक्षाकृत सुखमय व्यतीत होता है।

हमारे समाज में बुजुर्गों का क्या महत्व है?

जिस परिवार में बड़े बुजुर्गों का सम्मान नहीं होता उस परिवार में सुख, संतुष्टि और स्वाभिमान नहीं आ सकता। हमारे बड़े बुज़ुर्ग हमारा स्वाभिमान हैं, हमारी धरोहर हैं। उन्हें सहेजने की जरूरत है। यदि हम परिवार में स्थायी सुख, शांति और समृध्दि चाहते हैं तो परिवार में बुजुर्गों का सम्मान करें।