June 17, 2020 Show (A) कपित्थम् Answer : कपित्थम्Explanation : बेल को संस्कृत में कपित्थम्, बिल्वम् कहते है। संस्कृत में फलों के नाम अधिकतर TGT, PGT, UGC, TET आदि परीक्षाओं में अधिकतर पूछे जाते है। Fruits Name in Sanskrit के अंतर्गत संस्कृत में फलों के नाम भी अकसर गूगल पर सर्च किये जाते रहे है। संस्कृत में फलों के मुख्य नाम जैसे– अनार – दाडिमम्, आम – आम्रम्, केला – कदलीफलम्, गूलर – डदुम्बरम्, चीकू – विकूतम्, नारंगी – नारंगम्, नारियल – नारिकेलम्, लीची – लीचिका, संतरा – नारंगम्, सेब – सेवम् आदि हैं। सनद रहे कि संस्कृत (Sanskrit) भाषा विश्व की प्राचीनतम भाषा मानी जाती है। आस्तिक भारतीय इसे सीधे परमात्मा के मुख से नि:सृत भाषा या वाक्प्रवाह मानते हैं, इसी से इसे 'देवभाषा' भी कहते हैं। 'संस्कृत' शब्द 'सम्+सुट्+कृ+क्त' रूप से बना है। इसका अर्थ है 'प्रकृति-प्रत्ययादि से संस्कार की गई भाषा'। संस्कृत (Sanskrit) भारतीय राज्य उत्तराखंड की द्वितीय राजभाषा भी है।....अगला सवाल पढ़े Tags : संस्कृत अनुवाद संस्कृत शब्दकोश Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams Latest QuestionsI’m a freelance professional with over 10 years' experience writing and editing, as well as graphic design for print and web. बैल को संस्कृत में वृषभ कहते हैं लेकिन इसके अलावा भी बैल के कई और नाम भी है जिसका इस्तेमाल हम लोगों द्वारा किया जाता है इसलिए आइए जानते हैं बैल को संस्कृत में वृषभ के अलावा क्या कहते हैं? यह भी पढ़ें: ऊंट की ध्वनि को क्या कहते हैं? बैल एक शाकाहारी पशु है लेकिन शाकाहारी होने के बावजूद भी यह बहुत ही शक्तिशाली होते हैं इनके शक्तिशाली होने के कारण ही पुराने समय में किसान खेती के दौरान बैलों का इस्तेमाल किया करते थे।
बैल को संस्कृत और अन्य भाषा में क्या कहते हैं?बैल को संस्कृत में वृष, वृषभ, ऋषभ और वलीवर्द भी कहते हैं इसके अलावा बैल को शिवपुराण में नंदी भी कहते हैं ये भगवान शिव के वाहन के रूप में जाने जाते हैं तथा हिंदू धर्मों में बैलों को पूजा भी जाता है। अन्य भाषाओं में बैल के नाम को कहते हैं:
आपने अभी तक जाना बैल को संस्कृत में क्या कहते हैं और अन्य भाषाओं में बैल के नाम क्या है और बैल को क्या कहा जाता है। यह भी पढ़ें: संतुलित आहार किसे कहते हैं? अब हम बैल के कुछ विशेषताओं के बारे में जानेंगे जिसका जानना आपके लिए जरूरी है इसमें बैल से जुड़े हुए सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को समाहित किया गया है। बैल की विशेषता को क्या कहेंगे?
बैल को ऑस्ट्रेलिया और भारत में को बुलॉक भी कहते हैं। स्पेन में वार्षिक रूप से बुलफाइट नाम का त्योहार मनाया जाता है। इस उत्सव में बैल को खुला छोड़ दिया जाता है और एक आदमी लाल रंग का कपड़ा लेकर उसके सामने खड़ा रहता है यह उत्सव काफी मजेदार होता है विश्व में या काफी प्रसिद्ध है। यह भी पढ़ें: प्रश्नावली किसे कहते हैं? स्पेन ऑस्ट्रेलिया अमेरिका इंग्लैंड आदि कई देशों में बुल फाइट का आयोजन किया जाता है इसी तरह का त्योहार भारत के केरल में मनाया जाता है भारत में इस त्यौहार को जल्लीकट्टू कहते हैं। बैल के बचपन को संस्कृत में क्या कहते हैं?बैल के बचपन को संस्कृत में बछरू या बृषाब भी कहते हैं जो दिखने में वास्तविक रूप से बहुत सुन्दर होते हैं। समाज में इनका पालन पोषण पालतू पशु के रूप में होता है लेकिन बड़े होने पर इनका इस्तेमाल कृषि में किया जाता है। यदि आप अपने गाओं में जाएंगे तो अभी भी आपको बैल देखने को मिल जाएगा और आप उनके सुंदरता को देख सकते हैं। यह भी पढ़ें: मॉब लिंचिंग किसे कहते हैं? पश्न और उतारबैल को आदि संस्कृत में क्या कहते हैं? बैल को आदि संस्कृत में वृषभ कहते हैं जो हिंदी से भी पहले इस्तेमाल किया जाता था। बैल की लड़ाई भारत में कहा होती है? बैल की लड़ाई भारत में केरल में होती है जहाँ दो बैलो को आपस में लराया जाता है। बांग्ला में बैल को क्या कहते हैं? बैल को बांग्ला में बलाद कहते है इनका यही नाम पंजाब में भी उपयोग होता है। यह भी पढ़ें: सघन बस्ती किसे कहते हैं? निष्कर्षबैल को संस्कृत में क्या कहते है यह जाने के साथ हमें इसके उपयोगता को समझना चाहिए और हिन्दू धर्म में बैल के महत्त्व अत्याधिक है। हम आसा करते हैं आपको बैल को संस्कृत में क्या कहते हैं और बैल की विशेषता हिंदी और हिंदुस्तान में क्या है के ऊपर हमारी यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया जानकारी को अभी अपने दोस्तों के साथ फेसबुक और व्हाट्सप्प के माध्यम से शेयर करें। बैल को संस्कृत आदि में क्या कहते हैं और बैल के बचपन के नाम को क्या कहेंगे से जुड़ी हुई कोई भी प्रश्न या सुझाव आपके मन में हो तो आप हमने निचे कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं हम उसका उतर आपको अवश्य देंगे। इसी पारकर की जानकरियों को रोज़ाना पढ़ने के लिए आप हमारे वेबसाइट को सब्सक्राइब भी कर सकते हैं जिससे हर महत्वपूर्ण जानकारी आपतक पहुँचती रहेगी। बेल को संस्कृत में क्या बोलते है?इसे संस्कृत में 'मालती' तथा 'मल्लिका' कहते हैं।
बेलपत्र को संस्कृत में क्या कहते हैं?बेलपत्र को संस्कृत में 'बिल्वपत्र' कहा जाता है. यह भगवान शिव को बहुत ही प्रिय है. ऐसी मान्यता है कि बेलपत्र और जल से भगवान शंकर का मस्तिष्क शीतल रहता है. पूजा में इनका प्रयोग करने से वे बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं.
संस्कृत में घोड़े का नाम क्या है?घोड़ा । तुरंग । २. सात की संख्या [को॰] ।
भैंस को संस्कृत में क्या कहते हैं?संस्कृत में पशुओं के नाम –. |