चेक बुक गुम होने पर क्या करें? - chek buk gum hone par kya karen?

चैक खोने की सूचना बैंक को दे देने पर भी अनादरण की सूचना मिलने पर क्या करें?

समस्या-

कय्यूम खान, राजनन्दगाँव, छत्तीसगढ़ ने पूछा है-

मेरा एक चैक गुम हो गया था। जिस की सूचना मैं ने बैंक को दे दी थी। किन्तु वह चैक किसकी के हाथ लग गया। अब उस व्यक्ति ने चैक को भुगतान हेतु बैंक में प्रस्तुत कर दिया और वह अनादरित हो गया। अब वह व्यक्ति मुझे फोन कर के परेशान कर रहा है और केस करने की धमकी दे रहा है।  मुझे क्या करना चाहिए?

समाधान-

प का चैक खो गया था तब आप के लिए बैंक को सूचना देना मात्र पर्याप्त नहीं था। आप को बैंक में उस चैक को कैंसल करवा देना चाहिए था। तब उस का भुगतान इसी कारण से रोक दिया जाता। अब यदि आप ने बैंक को लिखित सूचना दी थी तो उस की एक प्रमाणित प्रति बैंक से प्राप्त करें। बैंक देने से आनाकानी करे तो सूचना के अधिकार के अन्तर्गत उस प्रति को बैंक से प्राप्त करें।

चैक जिस व्यक्ति ने प्रस्तुत किया है जब तक वह आप को चैक की राशि का भुगतान करने का लिखित सूचना न दे तब तक कुछ करने की आवश्यकता नहीं है। यदि वह चैक की राशि का भुगतान करने का लिखित नोटिस आप को देता है तो आप तुरन्त उस का उत्तर रजिस्टर्ड एडी डाक द्वारा दें कि आप का वह चैक खो गया था जिस की सूचना आप ने बैंक को पहले ही दे दी थी। तथा उस व्यक्ति ने वह चैक गलत लगाया है।

दि फिर भी वह व्यक्ति आप के विरुद्ध मुकदमा चलाता है तो बैंक से प्राप्त आप के पत्र की प्रति तथा नोटिस का जवाब दोनों के आधार पर आप अपना बचाव कर सकते हैं।

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DineshRai Dwivedi

गुम हुए चेक पर हो गया चार लाख सत्तर हजार का भुगतान

तीन दिन पहले चेके खोने की शिकायत की गयी थी बैंक में

भुगतान की भनक मिलते ही बैंक कर्मियों के हाथ पांव फूले

मुसाफिरखाना(अमेठी) अंप्र: बैंक ऑफ बड़ौदा की स्थानीय शाखा से शुक्रवार दोपहर गुम हुए एक चेक के माध्यम से चार लाख सत्तर हजार रुपये भुगतान हो गया। चेक गुम होने की सूचना ग्राहक की ओर से तीन दिन पूर्व ही दी जा चुकी थी। भुगतान लेने वाला व्यक्ति रकम हाथ में आते ही रफूचक्कर हो गया। लाखों के फर्जी भुगतान की भनक मिलते ही बैंक कर्मियों के हाथ पांव फूल गये। बैंक को बंद कर शाखा प्रबंधक ने अंदर के लोगों की तलाशी भी ली पर कोई कामयाबी नहीं मिली।

जिम्मेदार बैंक कर्मी यह कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं कि फर्जी चेक पर कैसे भुगतान हो गया। उन्हें जानकारी नहीं है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि घटना की जानकारी तो मिली है किंतु घटना के बाबत अभी तक कोई तहरीर बैंक द्वारा नहीं दी गयी है। बताते चलें कि बैंक के नियमों के मुताबिक चेक से लेकर बिड्राल तक बैंक में नियमित जिम्मेदार अधिकारी द्वारा पास होकर ही भुगतान काउंटर पर जाता है। इस मामले में पासिंग काउंटर पर नियुक्त बैंक अधिकारी जेपी गुप्ता का कहना है कि वांछित चेक न तो मेरे पास आया और न ही मैने पास किया है। शाखा प्रबंधक सूरज श्रीवास्तव ने कहाकि चेक किस तरह भुगतान काउंटर पर पहुंचा मुझे पता नहीं है। उन्होंने काउंटर पर भीड़-भाड़ की बात बताते हुए भुगतान हो जाने की बात स्वीकार की। चेकदाता कौन था इस प्रश्न का उत्तर देने में शाखा प्रबंधक ने असमर्थता जतायी। भुगतान हुये चेक में एक चेक दो लाख तथा दूसरा एक लाख पचास हजार तथा तीसरा एक लाख बीस हजार का है। प्रथम दृष्टया बैंक कर्मियों की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। भुगतान करने वाले काउंटर पर तैनात अंजू शर्मा से भी बैंक के अधिकारी जानकारी ले रहे हैं किंतु देरशाम तक रहस्योद्धाटन नहीं हुआ। यक्ष प्रश्न है कि बैंक जहां हजार तक की धनराशि अदा करने में आश्वस्त होने पर ही भुगतान करता है। वहीं बिना आश्वस्त हुए चार लाख सत्तर हजार रुपये का चेक से भुगतान कर दिया। सूत्रों की मानें तो जिसका चेक खो गया था उसने तीन दिन पहले बैंक को सूचना दी थी किंतु बैंक ने उस पर रोक नहीं लगायी थी।

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हम सभी को बैंक खाते की जरुरत होती है | और अगर हमें किसी को पैसा अधिकारिक रूप में देना होता है तो उसमें बैंक की चेक बुक बहुत काम आती है | इसलिए अधिकतर लोग बैंक खाता खुलवाते समय चेक बुक जरुर लेते हैं | लेकिन कई बार हमसे चेक बुक खो जाती है तो हमें उसकी जानकारी बैंक को देने होती है | जिससे उस व्हेक बुक का कोई दुरूपयोग ना कर सके | आज की पोस्ट में हम आपको चेक बुक खो जाने पर बैंक को दिए जाने वाले आवेदन पत्र (Checkbook kho jane par application in Hindi) का फ्री फोर्मेट उपलब्ध करवा रहे हैं | जिसकी सहायता से आप आसानी से अपना पत्र तैयार कर सकते हैं और बैंक में जमा कर सकते हैं | इससे आपका समय भी बहुत बचेगा |

सेवा में ,

         श्रीमान शाखा प्रबंधक 

         स्टैट बैंक ऑफ़ इण्डिया,

         देहरादून, उत्तराखंड

                                                                                                                   दिनांक : 10-07-2022

विषय –  चेक बुक खो जाने के सम्बन्ध में ।

महाशय,

          सविनय निवेदन है कि मैं जितेन्द्र कुमार, पुत्र श्री देव कुमार, निवासी कुमार निवास, राजपुर रोड, जिला- देहरादून, उत्तराखंड, आपके स्टैट बैंक की शाखा में खाताधारी हूँ | जिसमें मेरे बैंक की खाता संख्या 7157715xxx है। मेरे बैंक खाते की एक चेक बुक कहीं गिर गई  है |   

अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि आप मेरे खाते की चेक बुक जल्द से जल्द निष्क्रिय करने कि कृपा करें । जिससे इस चेक बुक का कोई दुरपयोग ना कर सके |  जिसके लिए मैं सदा आपका आभारी रहूँगा। 

भवदीय

नाम : जितेन्द्र कुमार, पुत्र श्री देव कुमार

खाता संख्या : 7157715xxx

मोबाईल : 7157715xx

हस्ताक्षर : ____________

Cheque book lost Application PDF File | Cheque book lost Application Word File

अगर आपकी भी चेक बुक खो गई है और आप अपने लिए चेक बुक खोने का लैटर लिखना चाहते हैं तो आप ऊपर दिए नमूने को कॉपी करके और उसे किसी भी टेक्स्ट एडिटिंग सॉफ्टवेर में पेस्ट कर सकते हैं | और अपना नाम, बैंक का नाम, खाता संख्या बदलकर पूरा लैटर तैयार कर सकते हैं |

इस काम को और आसान करने के लिए हम आपके लिए चेक बुक खो जाने के लैटर की पीडीऍफ़ और वर्ड फाइल भी उपलब्ध करवा रहे हैं | इनमें से किसी भी फाइल को डाउनलोड करके भी आप इसमे बदलाव कर सकते हैं | और बिना समय खराब किये अपनी चेक बुक खो जाने का लैटर तैयार कर सकते हैं |

चेक बुक गुम हो जाए तो क्या करना चाहिए?

अगर आपके पास इस बात के सुबूत हैं कि आपने जो चेक जमा कराया वह बैंक की गलती से गुम हो गया तो उस स्थिति में आप बैंक से चेक की राशि की मांग कर सकते हैं। आरबीआई के आदेश के मुताबिक, खाताधारक को डुप्लीकेट चेक पाने में लगे खर्च बैंक को देेने होंगे। कुछ मामूली उपायों पर गौर करके आप चेक को डिजॉनर होने से बचा सकते हैं।

बैंक की चेकबुक खो जाने के सूचनार्थ बैंक प्रबंधक को पत्र लिखिए?

चेक बुक खो जाने के सम्बन्ध में लैटर फोर्मेट हिंदी में | Application For Lost Cheque Book Hindi | Application for Bank Manager in Hindi. विषय – चेक बुक खो जाने के सम्बन्ध में । अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि आप मेरे खाते की चेक बुक जल्द से जल्द निष्क्रिय करने कि कृपा करें ।

बैंक चेक बुक की वैधता कितनी होती है?

चेक, बैंक ड्राफ्ट केवल 3 महीने तक वैध

चेक का भुगतान कौन रोक सकता है?

खाताधारक चेक के भुगतान को रोकने के लिए अपने बैंक शाखा कार्यालय में जा सकते हैं। संबंधित व्यक्ति को लिखित अनुरोध देने के बाद, चेक के भुगतान को रोक दिया जाता है।

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