छत्तीसगढ़ के प्रमुख औद्योगिक प्रदेशों का वर्णन कीजिए - chhatteesagadh ke pramukh audyogik pradeshon ka varnan keejie

  • छत्तीसगढ़ के उद्योग Chhattisgarh ke Udhyog Industries of Chhattisgarh
    • औधोगिक विकास 
    • छत्तीसगढ़ औधोगिक निति 
    • जिला  में उद्योग
    • औद्योगिक पार्क
    • औद्योगिक कॉम्पलेक्स
    • केन्द्रीय सरकार के औद्योगिक प्रतिष्ठान
    • प्रदेश के प्रमुख उद्योग
      • लौह इस्पात उद्योग
      • सीमेंट उद्योग
      • एल्यूमीनियम उद्योग
      • चीनी उद्योग
      • जूट उद्योग
      • वस्त्र उद्योग
      • कागज उद्योग
      • खाद उद्योग
    • परीक्षाओं में पूछे गए महत्वपूर्ण तथ्य : उद्योग

छत्तीसगढ़ के उद्योग Chhattisgarh ke Udhyog Industries of Chhattisgarh

औधोगिक विकास 

1892 BNC मिल राजनांदगाँव ।
1900 बिलासपुर रेल मण्डल मोहन जूट मिल रायगढ़
1935 मोहन जुट मिल रायगढ़
1955/56(Vyapam दोनों को ले चुका है ) भिलाई स्टील प्लांट (BSP) दुर्ग |
1964 जामुल सीमेंट कंपनी ACC (दुर्ग)
1965 भारत एल्युमीनियम कंपनी (BALCO) कोरबा ।
1966 रेल्वे वैगन रिपेयर वर्कशाप, रायपुर।
1968 किरंदुल बैलाडीला NMDC दंतेवाड़ा।
1978 NTPC कोरबा।
1987 SECL  बिलासपुर
1988 जिंदल रायगढ़
2002 NTPC सीपत बिलासपुर
2003 जोन बनकर तैयार बिलासपुर।
2008 NTPC रायगढ़ पुसौर |
2010 अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट, प्रेमनगर।


क्या
आप जानते है ।

छत्तीसगढ़ औधोगिक निति 

1. ऑटोमोटिव उद्योग नीति 2012 से 2017 तक
2. छ.ग. औद्योगिक नीति 2019 से 2024 तक
3. कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण नीति 2016 से 2019 तक
4. छत्तीसगढ़ ग्रामोद्योग नीति 2016 से 2021 तक

जिला  में उद्योग

1.बीजापुर:-

एक भी उद्योग नहीं है।

2.नारायणपुर:-

एक भी उद्योग नहीं है।

3.कांकेर:-

एक भी उद्योग नहीं है।

4.राजनांदगाँव:-

BNC मिल:-

  • 1892 में प्रारंभ।
  • BNC मिल के मालिक – मैक बेथ ब्रदर्श (मुम्बई)
  • छ.ग. का प्रथम उद्योग

लैंको पावर प्रोजेक्ट :-

  • लैंको का द्वितीय इकाई स्थापित किया गया है।
  • लैंको का प्रथम इकाई कोरबा में स्थापित है।

पतंजलि :-

  • बीजेतला में स्थापित है।
  • यह छ.ग. का प्रथम पतंजलि उद्योग होगा।

नोट :-

  1. बीड़ी बनाने का कारखाना डोगरगढ़ में स्थापित है। 
  2. छ.ग. का प्रथम फूडपार्क राजनांदगाँव में स्थापित है।
  3. कंम्बल संयंत्र आमगाँव में स्थापित है।

5.कवर्धा :-

शक्कर कारखाना :-

  • इसे भोरमदेव शक्कर कारखाना कहते हैं।
  • 2003 में राम्हेपुर में स्थापित हुआ है।
  • यह छ.ग. का प्रथम शक्कर कारखाना है।
  • यहाँ से 6 MW बिजली गन्ने के छिलके से उत्पादन किया जा रहा हैं।
  • 5 बार राष्ट्रीय अवार्ड पा चुका हैं।
  1. भारत गौरव अवार्ड (2006)
  2. राष्ट्रीय गौरव अवार्ड (2007)
  3. बेस्ट क्वालिटी परफॉर्मेस अवार्ड (2008)
  4. इंदिरा गाँधी सद्भावना अवार्ड (2009)
  5. भारतीय गौरव रत्न अवार्ड (2009)

शक्कर कारखाना :-

  •  इसे सरदार वल्लभ भाई पटेल शक्कर कारखाना कहते हैं।
  •  2016 में बिसेशरा (पंडरिया) में स्थापित किया गया है।
  •  यहाँ 14 MW बिजली उत्पादन किया जा रहा है।

6.मुंगेली:-

एक भी उद्योग नहीं है।

7.बिलासपुर:-

NTPC सीपत :-

  • भारत का प्रथम मेघा पावर प्लांट है।
  • यहाँ 2980 MW बिजली उत्पादन हो रहा है।

कनोई  पेपर मिल:-

  • यह ढेका बिलासपुर में स्थापित है।

SECL:- (साऊथ ईस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड)

  • यह बिलासपुर में स्थापित है।
  • यह कोयला उत्खनन का कार्य करती है। (CIL के अधीन)

भारत अर्थ मूवर्स:-

  • यह सिरगिट्टी बिलासपुर में स्थापित है।

नोवा स्टील :-

  • यह दगोरी बिलासपुर में स्थापित है।

स्पिनिंग मिल :-

  • यह लाल खदान बिलासपुर में स्थापित है।

दियासलाई उद्योग :-

  • यह बिलासपुर में स्थापित है। (छ.ग. का शिवाकाशी)

रेमण्ड सीमेंट :-

  • यह गोपालपुर बिलासपुर में स्थापित है।

उर्वरक उद्योग :-

  • सिलगिट्टी बिलासपुर में स्थित है।

8.कोरिया:-

  • एक भी उद्योग नहीं है।

9.सूरजपुर:-

SECL :- 

  • यह विश्रामपुर में स्थापित है (SECL का दूसरा मुख्यालय)

भैय्याथान ताप विद्युत संयंत्र :-

  • यह सूरजपुर में स्थापित है।

प्रेमनगर ताप विद्युत संयंत्र :-

  • यह सूरजपुर में स्थापित है।
  • यहाँ 4000 MW बिजली उत्पाद किया जायेगा।

शक्कर कारखाना :-

  • इसे महामाया शक्कर कारखाना कहते है।
  • यह केरता में स्थापित है।
  • यह तीसरा शक्कर कारखाना है।

10.बलरामपुर:-

यहाँ एक भी उद्योग नहीं है।

11.जशपुर:-

लाख उद्योग :-

  • यह जशपुर व कुनकुरी में स्थापित है।

कोसा उद्योग :-

  • यह कुनकुरी में स्थापित है।

12.रायगढ़:-

मोहन जूट मिल :-

  • यह छ.ग. का प्रथम जूट मिल है।
  • इसे 1935 में स्थापित किया गया था।
  • BNC मिल बंद होने पर मजदूरों को मोहन जूट मिल ले जाया गया था।

जिंदल उद्योग :-

  • जिंदल पावर तमनार में स्थापित है।
  • जिंदल इस्पात किरोड़ी मल नगर में स्थापित है।
  • ओम प्रकाश स्टेट एशिया गेरवानी, लाखा में स्थापित है।
  • एशिया का सबसे बड़ा स्पंज आयरन (शुद्ध लोहा )
  • विश्व का सबसे लम्बा पटरी का निर्माण (120m.)

गमटेप उद्योग :-

  • एकमात्र बालाजी कम्पनी द्वारा रायगढ़ में चलाया जा रहा है।

नलवा स्टील :-

  • यह नलवा में स्थापित है।

मोनेट :-

  • यह भुपदेवपुर में स्थापित है।

स्ट्रोबोर्ड कारखाना :-

  • यह रायगढ़ में स्थापित है।

NTPC:-

  • यह पुसौर रायगढ़ में स्थापित है।
  • यहाँ 4000mw बिजली उत्पादन किया जा रहा है।

कम्प्यूटर एड्रेड सेंटर :-

  • यह हथकरचा फर्म से संबंधित है। (रायगढ़)
  • हथकरघा में यंत्रों का प्रयोग नहीं होता है।

पेपर ट्यूब (पुट्ठा):-

  • यह रायगढ़ में स्थापित है।

शक्कर कारखाना (प्रस्तावित):-

  • बरमकेला शक्कर कारखाना प्रस्तावित है।

13.महासमुंद:-

  • छ.ग. का दूसरा किसान माल सेन्टर स्थापित हुआ है।

14.गरियाबंद:-

  • स्टोन कटिंग पॉलिशिंग उद्योग स्थापित है।
  • कागज उद्योग हनुमान उद्योग स्थापित है।

15.धमतरी :-

  • छत्तीसगढ़ में सबसे  अधिक  राइस  मिल है ।
  • हर्रा  उद्योग धमतरी में स्थापित है ।

16.कोंडागांव :-

  • यहाँ  एक भी उद्योग नहीं है ।

17.बस्तर :-

  • हीरानार इस्पात :- हीरानार ( साईल के अधीन )
  • एस्सार इस्पात :- हीरानार 
  • टाटा स्टील :- नगरनार 
  • जय बजरंग सीमेंट :- जगदलपुर 
  • टसस रेशम उद्योग :- बस्तर 
  • रोमेल्ट तकनीक उद्योग :- बस्तर ( विश्व में प्रथम )
  • काजू सवर्धन उद्योग :- बस्तर 

18.सुकमा:-  

यहाँ एक भी उद्योग नहीं है । 

19.सरगुजा:-

  • सरगुजा वूड़प्रोडक्ट :- यहाँ लाख , लकड़ी की सबसे बड़ी कंपनी स्थापित है ।
  • अम्बिका स्टील :- यहाँ अंबिकापुर में स्थापित है ।
  • कथा उद्योग :- यह अंबिकापुर में स्थापित हिअ ।
  • रेशम उद्योग :- मलबरी व इरी रेशम उद्योग सरगुजा में है ।

20.कोरबा:-

NTPC :-(नेशनल सुपर थर्मल पॉवर कार्पोरेशन)

  • यह कोरबा में स्थापित है।
  • यह 1978 में स्थापित है। (पांचवी पंचवर्षीय )
  • यहाँ 2600mw बिजली उत्पादन किया जा रहा है।
  • यह भारत का सबसे बड़ा ताप विद्युत संयंत्र है।
  • यहाँ कोयला कुसमुंडा, गेवरा माइंस से आता है।
  • यहाँ पानी हसदेव बांगो जलाशय से आता है।
  • यह 20 सूत्री कार्यक्रम के तहत् स्थापित हुआ था।

BALCO:-(भारत एल्यूमीनियम कम्पनी)

  • यह कोरबा में स्थापित है।
  • यह 1965 में स्थापित हुआ था। (तीसरी पंचवर्षीय)
  • यह हंगरी व रूस के सहयोग से बना है।
  • इसे स्टार लाईट कम्पनी के मालिक अनिल अग्रवाल ने 551 करोड़ रू. में खरीदा है। (51% शेयर)
  • पृथ्वी व अग्नि मिसाईल यही निर्माण हुआ है।
  • बॉक्साइड मेनपाट से आता है।
  • पानी हसदेव बांगो जलाशय से आता है।
  • बिजली NTPC कोरबा से आता है।

ताप विद्युत संयंत्र :-

  • यह हसदेव बांगो में स्थापित है।

जल विद्युत संयंत्र :-

  • यह हसदेव बांगो में स्थापित है।

कोरबा ईस्ट ताप विद्युत संयंत्र :-

  • यह कोरबा में स्थापित है।

लैंको पावर :-

  • यह पताढ़ी कोरवा में स्थापित है।
  • यह छ.ग. की प्रथम इकाई है।

श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत संयंत्र :-

  • यह कोरबा के पश्चिम में स्थापित है।

21.जांजगीर चांपा:-

ब्रुक बांड पेपर मिल :-

  • यह चांपा में स्थापित है।

मध्य भारत पेपर मिल :-

  • यह बिरगहनी (चांपा) में स्थापित है।

प्रकाश स्टील :-

  • यह चांपा में स्थापित है।

लफार्ज सीमेंट :-

  • यह अकलतरा में स्थापित है।

मड़वा ताप विद्युत संयंत्र :-

  • यह चांपा में स्थापित है।
  • यहाँ 1000mw बिजली उत्पादन किया जा रहा है।

नेशनल हथकरथा प्रौद्योगिकी सेन्टर :-

  • यह चांपा में स्थापित है।

22.बलौदाबाजार:-

सर्वाधिक सीमेंट कारखाना बलौदाबाजार में है।

  • लाफार्ज सीमेंट द्वितीय > सोनाडीह (1993)
  • अम्बुजा सीमेंट>रावणभाटा (1995)
  • अल्ट्राटेक सीमेंट>हिरमी (1994)
  • ग्रासीन सीमेंट>रावणभाटा।
  • मोदी सीमेंट>रावणभाटा

23.रायपुर:-

अभनपुर शक्कर कारखाना प्रस्तावित है। छ.ग. का प्रथम आर्थिक प्रक्षेत्र रायपुर में स्थापित किया गया है।

  1. बिड़ला सेंचुरी सीमेंट > बैकुण्ठपुर (1997)
  2. ग्राशिम सीमेंट> रायपुर
  3. रेलवे वैगन रिपेयर वर्कशॉप >रायपुर (1966)
  4. रायपुर दुग्ध महासंघ >उरला (1981)
  5. टिन प्रगलन संयंत्र > रायपुर
  6. निको आयरन > सिलतरा ।
  7. जिंदल स्टील व पॉवर > मंदिर हसौद।
  8. मोनेट स्टील > मंदिर हसौद।
  9. श्री लक्ष्मी सीमेंट > तिल्दा |
  10. अल्ट्राटेक> रायपुर ।
  11. मैदा मील> रायपुर ।
  12. शुष्क बंदरगाह> रायपुर ।
  13. पनामा सिगरेट> रायपुर ।
  14. व्यापार परिसर > डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी तूता रायपुर में स्थापित किया जहाँ व्यापार मेले लगते है।

24.बेमेतरा:-

  • यहाँ एक भी उद्योग नहीं है।

25.दुर्ग:-

BSP 🙁 भिलाई इस्पात संयंत्र ):-

  • यह दूसरी पंचवर्षीय योजना 1955 में बना है।
  • यह रूस के सहयोग से बना है।
  • इसका उद्घाटन राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद ने किया था।
  • मित्रता के लिए मैत्रीबाघ चिड़िया घर बनाया गया।
  • यह एशिया का सबसे बड़ा लोहा कारखाना है।
  • भारत के कुल स्टील उत्पादन का 15% छ.ग. में होता है।

कच्चे माल की आपूर्ति

1. लौह अयस्क > दल्ली राजहरा, रावघाट ।

2. कोयला > गेवरा माइंस (कोरबा)

3. कोकिंग कोयला > झरिया (झारखण्ड)

4. डोलामाइट > हिर्री माइंस ( बिलासपुर )

5. मैग्नीज > मलाजखंड ( मध्यप्रदेश )

6. बिजली > NTPC  ( कोरबा )

7. पानी > गंगरेल बांध ( धमतरी )

8. चूना > नंदनी खुदनी ( दुर्ग )

धरमजी मोरारजी केमिकल :-

  • यह कुम्हारी में स्थापित है।
  • इसका नया नाम चिदम्बरा रखा गया है।

ACC जामुल सीमेंट :-

  • यह जामुल में स्थापित है।
  • यह छ.ग. का प्रथम सीमेंट कारखाना है।

रिफेक्ट्रीज प्लांट :-

  • यह भिलाई में स्थापित है।

फैरो स्क्रैप :-

  • यह भिलाई में स्थित है।
  • यह BSP के अपशिष्टों के पुनः उपयोग हेतु ।

केड़िया उद्योग :-

  • यह कुम्हारी में स्थापित है।

तेल उद्योग :-

  • यह दुर्ग में स्थापित है।

ब्रिस्टल सिगरेट उद्योग :-

  • यह भिलाई में स्थापित है।

उर्वरक उद्योग :-

  • धरमजी मोरारजी (कुम्हारी)
  • छ.ग. का रोजगार प्रशिक्षण मुख्यालय दुर्ग में है।
  • उद्योगों का प्रांतीय मुख्यालय दुर्ग में स्थापित किया गया है।
  • सर्वाधिक विकसित जिला दुर्ग है।

26.बालोद:-

शक्कर कारखाना :-

  • दंतेश्वरी सहकारी शक्कर कारखाना करकाभाटा 
  • यह छ.ग. का दूसरा शक्कर कारखाना है।
  • इसकी क्षमता 12500 मीट्रिक टन प्रतिदिन है।
  • यहाँ 14 mw बिजली उत्पादन किया जा रहा है।

27.दंतेवाड़ा :-

  • लाख उद्योग :- दंतेवाड़ा
  • NMDC :- बैलाडीला

विविध

  • कुकिंग कोयला का राष्ट्रीयकरण 1971 में किया गया था।
  • गैर कुकिंग कोयला का राष्ट्रीयकरण 1973 में किया गया था।
  • प्रथम इस्पात फैक्ट्री के संस्थापक कांजीमाई मोरारजी राठौर है।
  • कन्टेनर फ्रेट स्टेशन की स्थापना उरला में किया गया है।
  • हेण्डलुम सोसाइटी की स्थापना 1960-61 में किया गया था।

औद्योगिक पार्क

1. बायोटेक्नोलॉजी पार्क सरगुजा ।
2. एल्यूमीनियम पार्क कोरबा।
3. ट्रैफिक पार्क बिलासपुर।
4. एपरेल पार्क भनपुरी रायपुर।
5. मेटल पार्क रावणभाटा रायपुर
6. आई टी पार्क नया रायपुर।
7. जेम्स एण्ड ज्वेलरी पार्क नया रायपुर।
8. प्लास्टिक पार्क तिल्दा रायपुर, खैरझीटी राजनांदगाँव।
9. हर्बल पार्क/मेडिसिनल पार्क  बागोद धमतरी।
10. फूड पार्क बोरई, बालोद, टेडेसरा, इन्दवानी राजनांदगाँव।
11. मेगा फूट प्रोसेसिंग पार्क बागोद धमतरी, सरोरा व बेमेतरा रायपुर।
12. सॉफ्टवेयर टेक्नालॉजी पार्क भिलाई।
13. साइंस पार्क सुकमा।
14. एग्रो पार्क बस्तर ।
15. इंजीनियरिंग पार्क भिलाई।
16. जैव प्रौद्योगिकी पार्क मुनगी रायपुर ।
17. सांप पार्क तपकरा जशपुर।
18. डियर पार्क कोटमसर बस्तर ।
19.इलेक्ट्रॉनिक मेनू पार्क  अटल नगर 
20.लॉजिस्टिक हब  अटल नगर 
21.इनलैंड कंटेनर डिपो  रावांभाठा ( रायपुर )
22.साइकिल काम्प्लेक्स  सिलतरा ( रायपुर )
23.एग्रो एक्सपोर्ट जोन सिलतरा रायपुर 
24.आपरेल पार्क  रायपुर भिलाई राजनांदगाव 
25.ड्राई पोर्ट  उरला रायपुर 
26.पाली पार्क ( पॉलिथीन ) तिल्दा , रायपुर 
27.राइस मिल काम्प्लेक्स  तिल्दा – नेवरा क्षेत्र ( रायपुर ) , धमतरी 
28.कोसा तसर सिल्क काम्प्लेक्स  जांजगीर चंपा , एवं रायगढ़ 
29.अपेरल डिजाइनिंग एंड ट्रेनिंग सेंटर  रायपुर , भिलाई , राजनांदगाव 
30.स्टोन कटिंग बसीन, गरियाबंद 

औद्योगिक कॉम्पलेक्स

काम्प्लेक्स जिला 
हस्तशिल्प  जगदलपुर 
स्टोन कटाई  घोररी महासमुंद , बेसिन धमतरी 
ड्राई पोर्ट  उरला रायपुर 
प्लास्टिक  तिल्दा रायपुर 
साइकिल  सिलतरा रायपुर 
राइस मील तिल्दा रायपुर , धमतरी 
कोसा शिल्प  जजगरी चंपा , रायगढ़ 

केन्द्रीय सरकार के औद्योगिक प्रतिष्ठान

केन्द्रीय सरकार के निम्न उपक्रम अथवा उनकी इकाइयाँ यहाँ स्थित है:-

  • भिलाई स्टील प्लांट–सेल के अधीन है.
  • एन.टी.पी.सी. के विद्युत संयंत्र- सुपर थर्मल पॉवर कार्पोरेशन कोरबा एवं बिलासपुर में है
  • साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड (बिलासपुर)— कोल इंडिया लिमि. के अधीन है.
  • राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) का बैलाडीला खदान
  • वैगन रिपेयर शॉप, रायपुर
  • भारत रिफैक्ट्रीज लिमिटेड का भिलाई संयंत्र – 1978, यहां फायर क्ले ईंट का निर्माण होता है.
  • फेरो स्क्रेप कार्पोरेशन लिमिटेड— भिलाई
  • थर्मल पॉवर प्लांट बाल्को, कोरबा
  • हिन्दुस्तान स्टील कंस्ट्रक्शन लिमि
  • पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन,
  • भारत एल्यूमिनियम कं. लिमि (बाल्को) )– अब वेदांता समूह के साथ संयुक्त क्षेत्र का उपक्रम है,

प्रदेश के प्रमुख उद्योग

लौह इस्पात उद्योग

भिलाई इस्पात संयंत्र (BSP- Bhilai Steel Plant)- लौह-इस्पात एक आधारभूत उद्योग है. भिलाई इस्पात संयंत्र रूस की से 1955 में स्थापित किया गया. जिसमें 1959 से उत्पादन प्रारंभ हुआ. क्रूड स्टील, डोलोमाईट, वायर राइस, का उत्पादन, रेलपांत व स्ट्रक्चरल, हाईटेनसाईल प्लेट, फिनिस्ड इस्पात आदि का उत्पादन किया जाता है.

इसके अतिरिक्त निजी क्षेत्र में प्रकाश स्पंज आयरन (चाँपा), जिंदल स्ट्रिप्स (रायगढ़), नोवा स्पंज आयरन (दगोरी, बिलासपुर), राजेन्द्रा स्टील्स (सिलतरा, रायपुर) कार्यरत हैं.

सीमेंट उद्योग

प्रदेश में 9 वृहत् एवं 12 छोटे सीमेंट संयंत्र हैं. इनमें प्रमुख हैं

  • एसोसिएटेड सीमेंट कं. ACC- 1965, जामुल, दुर्ग (छत्तीसगढ़ का प्रथम सीमेन्ट
  • अंबुजा सीमेंट लि., रवान, जि. बलौदाबाजार
  • ग्रासिम अल्ट्राटेक, रावन, जि. बलौदाबाजार
  • अल्ट्राटेक, हिरमी, जि. बलौदाबाजार
  • नुवोको विस्टास कार्पो. लिमि., सोनाडीह, बलौदाबाजार यह प्लांट पहले लाफार्ज क. द्वारा संचालित थी.
  • नुवोको विस्टास कार्यों, लिमि, अरसमेटा, जि. जांजगीर, यह प्लांट पहले रेमण्ड्स, बाद में लाफार्ज क. द्वारा संचालित थी.
  • सेंचुरी सीमेंट, बैकुंठ, जि. रायपुर.
  • सीमेंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लि. अकलतरा, जि. जांजगीर, वर्तमान में उत्पादन बंद
  • सीमेंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लि. (सी.सी.आई.) मांढर, जि. रायपुर. वर्तमान में बंद,

एल्यूमीनियम उद्योग

भारत एल्यूमीनियम कंपनी लिमिटेड, कोरवा : छत्तीसगढ़ में बाक्साइट के भंडार है. यहाँ कोरबा में भारत एल्यूमीनियम कंपनी (BALCO), हंगरी एवं रूस की सहायता से 1965 में स्थापित किया गया था. जिससे उत्पादन 1973-73 से प्रारंभ हुआ. छत्तीसगढ़ राज्य में एल्यूमिनियम का उत्पादन करने वाला यह एकमात्र संयंत्र है. मार्च, 2001 से इस कम्पनी का स्वरूप संयुक्त उद्यम का हो गया है, जिसमें निर्णायक हिस्सेदारी स्टरलाइट इन्डस्ट्रीज (वेदान्ता समूह) की है.

चीनी उद्योग

  • भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना, भोरमदेव (कवर्धा)
  • माँ दंतेश्वरी सहकारी शक्कर मिल, करकाभाट (बालोद)
  • महामाया सहकारी शक्कर कारखाना, करता (सरगुजा)
  • सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना, बिसेसर (कवर्धा)

जूट उद्योग

  • रायगढ़ मोहन जूट मिल रायगढ़ में स्थित है. यह बंद था जिसे पुनः शुरू कराया गया

वस्त्र उद्योग

  • आधुनिक सूत्री वस्त्र निर्माण का राज्य में पहला कारखाना बंगाल-नागपुर कॉटन (बी.एन. सी.) मिल्स राजनांदगांव में स्थापित
  • रेशमी वस्त्र कोसा के लिए चांपा, रायगढ़ और कोरबा क्षेत्र देश भर में विख्यात है.

कागज उद्योग

  • कनोई पेपर मिल बिलासपुर, मध्यभारत पेपर मिल चांपा, हनुमान एग्रो जि. गरियाबंद

खाद उद्योग

  • बी.ई.सी. फर्टिलाइजर्स, बिलासपुर व धरमसी मोरारजी केमिकल्स लिमिटेड, दुर्ग

स्मरणीय

  • भिलाई स्टील प्लांट: सार्वजनिक क्षेत्र का सर्वाधिक लाभ वाला इस्पात संयंत्र
  • कोरबा : छत्तीसगढ़ की ऊर्जा राजधानी ,छत्तीसगढ़ की कोयला राजधानी,छत्तीसगढ का एल्युमीनियम पार्क
  • एस.ई.सी.एल.: मुख्यालय बिलासपुर , कोल इंडिया की सर्वाधिक मुनाफा कमाने वाली कंपनी
  • नगरनार इस्पात संयंत्र- बस्तर में प्रस्तावित

परीक्षाओं में पूछे गए महत्वपूर्ण तथ्य : उद्योग

  • छत्तीसगढ़ में राम्हेपुर, करकाभाट, केरता में शक्कर कारखाना स्थापित किया गया है.
  • सुमेलित है- 1. मेटल पार्क- रायपुर, 2. इंजीनियरिंग पार्क- हथखोज (भिलाई), 3.फूड पार्क- बगोद (धमतरी), 4. इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर- नया रायपुर
  • छत्तीसगढ़ की नवीनतम औद्योगिक नीति का काल 2019-24 तक है।
  • राज्य के प्रथम इथेनॉल प्लांट की स्थापना कवर्धा जिले में की जायेगी।
  • छत्तीसगढ़ की नवीन औद्योगिक नीति की अवधि 2019 से 2024 तक की है।
  • वर्तमान में बलौदाबाजार जिले में 4 सीमेंट उद्योग स्थापित किये गये हैं।
  • छत्तीसगढ़ मिनरल डेव्लपमेंट कार्पोरेशन का गठन 7 जून 2001 को किया गया।
  • धमतरी जिले में फूड पार्क की स्थापना की गई है।
  • भारतमाला परियोजना के अंतर्गत लॉजिस्टिक्स पार्क की स्थापना रायपुर जिले में की जाएगी।
  • रायपुर जिले का सिलतरा औद्योगिक विकास केंद्र क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा है।
  • बिलासपुर के निकट सिरगिट्टी औद्योगिक विकास केंद्र स्थापित किया गया है। यह एक वृहद औद्योगिक क्षेत्र है।
  • बैलाडीला रेल मार्ग के द्वारा विशाखापट्टनम बंदरगाह से जुड़ा हुआ है।
  • वर्तमान में छत्तीसगढ़ में औद्योगिक नीति 2019-24 लागू है जिसकी घोषणा 1 नवंबर 2019 को की गई थी।
  • प्रश्नगत विकल्पों में से औद्योगिक विकास केंद्र, चांपा अस्तित्व में नहीं है।
  • छत्तीसगढ़ की पहली सीमेंट फैक्ट्री दुर्ग जिले के जामुल में स्थापित की गई थी, इसकी स्थापना 1965 में हुई थी।
  • केशल गांव एक बड़े सिलाई केन्द्र के रूप में उभर रहा है।
  • एशिया का सबसे बड़ा स्पंज आयरन संयंत्र जिंदल स्टील प्लांट रायगढ़ जिले में स्थित है
  • भिलाई स्टील प्लांट की स्थापना हेतु द्वितीय पंचवर्षीय योजना काल में भारत और रूस के मध्य अनुबंध हुआ था, इस संयंत्र में 1959 में उत्पादन प्रारंभ किया था ।
  • राजनांदगांव जिले में विशेष आर्थिक क्षेत्र (एस.ई.जेड.) के अंतर्गत सोलर एस.ई.जेड. की स्थापना का कार्य आरंभ हो चुका है। इसका विकास लैंको सोलर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।
  • जेम्स एंड ज्वेलरी एस. ई. जेड. की स्थापना नवा रायपुर में की जा रही है। यह पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम तथा रामकी इंफ्रास्ट्रक्टर हैदराबाद द्वारा निर्मित किया जा रहा है ।
  • छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध मोहन जूट मिल रायगढ़ जिले में स्थित है, इसकी स्थापना 1935 में हुई थी। यह राज्य का एकमात्र जूट संयंत्र है।
  • राजनांदगांव जिले में विशेष आर्थिक क्षेत्र (एस.ई.जेड.) के अंतर्गत अधिसूचित सोलर एस.ई.जेड. की स्थापना का कार्य आरंभ हो चुका है। इसका विकास लैंको सोलर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है ।
  • भिलाई इस्पात संयंत्र को लौह अयस्क की आपूर्ति दल्लीराजहरा की खदानों से की जा रही है। यहां का लौह अयस्क भंडार समाप्ति की कगार पर है। अत: भविष्य में कांकेर जिले की रावघाट खदान से लौह अयस्क की आपूर्ति किया जाना प्रस्तावित है।
  • छत्तीसगढ़ में रेलवे वैगन रिपेयर वर्कशॉप रायपुर में स्थित है। इसकी स्थापना 1966 में हुई थी तथा इसने 1968 में कार्य प्रारंभ किया था।
  • छतीसगढ़ में रेलवे वैगन रिपेयर वर्कशॉप रायपुर में स्थित है। इसकी स्थापना 1966 में हुई थी तथा इसने 1968 में कार्य प्रारंभ किया था।
  • साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड का मुख्यालय बिलासपुर में स्थित है।
  • छत्तीसगढ़ की पहली सीमेंट फैक्ट्री दुर्ग जिले के जामुल में स्थापित की गई थी, इसकी स्थापना 1965 में हुई थी।
  • छत्तीसगढ़ राज्य के सबसे पुराने उद्योग बंगाल-नागपुर कॉटन मिल की स्थापना 1892 में राजनांदगांव के तत्कालीन शासक द्वारा की गई थी।
  • रायगढ़ जिले में छत्तीसगढ़ का एकमात्र जूट संयंत्र मोहन जूट मिल स्थित है, इसकी स्थापना 1935 में हुई थी।
  • भिलाई, बोकारो, दुर्गापुर तथा राउरकेला इस्पात संयंत्र की स्थापना द्वितीय पंचवर्षीय योजना के दौरान हुई थी। इनमें से भिलाई तथा बोकारो संयंत्र रूस की सहयोग से, दुर्गापुर संयंत्र ब्रिटेन के सहयोग से तथा राउरकेला संयंत्र जर्मनी के सहयोग से स्थापित किया गया था।

इन्हे भी जरूर पढ़े :-

👉Chhattisgarh Dolomite Tin Heera Sona Diamond Gold

👉छत्तीसगढ़ में बॉक्साइट ऐलुमिनियम 

👉छत्तीसगढ़ के चुना पत्थर

👉छत्तीसगढ़ में लौह अयस्क कहा कहा पाया जाता है | 

👉Coronavirus Live Update Chhattisgarh | Covid-19 Live Cases Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र कौन कौन से हैं?

खनिज आधारित उद्योग: खनिज आधारित उद्योगों में लौह-इस्पात, सीमेंट, एल्युमिनियम आदि प्रमुख प्रमुख है। लौह-इस्पात, छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख उद्योग है। लौह-इस्पात कारखाना दुर्ग जिले में भिलाई में स्थित है। ... .
वन आधारित उद्योग: कागज उद्योग, मध्य भारत पेपर मिल - चाँम्पा बीड़ी-सिगरेट उद्योग, ... .
कृषि आधारित उद्योग:.

छत्तीसगढ़ राज्य का प्रथम उद्योग का क्या नाम है?

एक संसाधन संपन्न राज्य, यह देश के लिए बिजली और इस्पात का एक स्रोत है, जिसका उत्पादन कुल स्टील का 15% है। छत्तीसगढ़ भारत में सबसे तेजी से विकसित राज्यों में से एक है।

कौन औद्योगिक केंद्र छत्तीसगढ़ में स्थित है?

राज्य में इस उद्योग के प्रमुख केंद्र जगदलपुर, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, खैरागढ़ तथा बिलासपुर है। राज्य में एम.पी. टोबैको लिमिटेड तथा पनामा सिगरेट तथा भिलाई में औधोगिक नगर का लक्ष्मी टोबैको ब्रिस्टल सिगरेट का उत्पादन करता है। हर्रा निकलने का कारखाना राज्य में रायपुर तथा धमतरी जिले में स्थित है।

औद्योगिक क्षेत्र कौन से हैं?

औद्योगिक क्षेत्र में होने वाले कुल उत्पादन का 60 प्रतिशत भाग बड़े उद्योगो तथा 40 प्रतिशत भाग लघु व कुटीर उद्योगों से प्राप्त होता है । (v) निर्यात (Export ) :- इन उद्योगों का देश के निर्यात व्यापारों में काफी महत्त्व है। 1996-97 में देश के कुल निर्यातों में लघु क्षेत्र का योगदान 34 प्रतिशत था ।