त्रिभुज, चतुर्भुज, अष्टभुज आदि सभी 'बहुभुज' कहलाते हैं। बहुभुज (Polygon) एक समतल सतह पर बनी ज्यामितीय आकृतियों का सामान्य नाम है। बहुभुज कई सरल रेखाओं से बंद होता है। इन सरल रेखाओं को बहुभुज की 'भुजा' कहते हैं। जहां दो भुजाएँ मिलती हैं वह कोण कहलाता है। बहुभुज अंग्रेजी शब्द 'पोलीगोन' का हिंदी रूपांतरण है। अंग्रेजी में पोलीगोन शब्द ग्रीक भाषा के दो शब्दों को मिलने से बना है। इसमें पहला शब्द पोली यानी बहुत और गोनिया यानी कोण. इस तरह पोलीगोन का अर्थ बहुकोण है। इसी तरह बहुभुज संस्कृत के दो शब्दो के मेल से बनाया गया है। जिसमें बहु यानी अनेक और भुज यानी भुजा अर्थ देता है। हिंदी में अंग्रेजी के कोण की जगह भुजा को स्वीकार किया गया है। और इस तरह बहुभुज का जन्म हुआ है। आमतौर पर दो सरल रेखाओं के मिलने से कोण बनता है। लेकिन इसका मान 180 डिग्री नहीं होता है, क्योंकि ऐसा होने से ये कोण सरल रेखा बन जाएगा. बहुभुज का नामकरण[संपादित करें]बहुभुज का अर्थ अनेक भुजाओं वाली आकृति। वैसी आकृति जिसमें जो तीन या तीन से अधिक रेखाओं से मिलकर बनी हो बहुभुज कहलाती है। भुज में संस्कृत मूल से बने गिनती के उपसर्गों को जोड़कर बहुभुज का नामकरण किया जाता है। बहुभुज में भुजाओं की संख्या के आधार पर उनका नामकरण किया जाता है। इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]टिप्पणियाँ[संपादित करें]बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
एक बहुभुज में कितनी भुजाएँ होती हैं?अत: बहुभुज की 8 भुजाएँ हैं।
किसी बहुभुज की 5 भुजाएँ होती है उसे क्या कहते हैं?पंचभुज (pentagon ) 5 सरल रेखाओं से बनी बन्द आकृति को पंचभुज कहते हैं।
सम बहुभुज की भुजाओं की संख्या क्या होगी?यदि A का अर्थ है "पासो पर योगफल 11 प्राप्त करना" तथा B का अर्थ है " प्रत्येक पासे पर एक सम संख्या, एक विषम संख्या है।" एक आयत की भुजाओं की लम्बाईयाँ a और b है। यदि उसके एक शीर्ष को मुलबिन्दु तथा x- अक्ष को भुजा a के अनुदिश ले तो आयत की भुजाओं के समीकरण ज्ञात कीजिए। एक वृत्त का केंद्र `(2x-1,3x+1)` है।
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