एथेनोइक अम्ल की एथेनॉल से अभिक्रिया - ethenoik aml kee ethenol se abhikriya

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एथेनॉल से एथेनॉइक अम्ल में परिवर्तन को ऑक्सीकरण अभिक्रिया क्यों कहते हैं ?

एथेनॉल से एथेनॉइक अम्ल में परिवर्तन को ऑक्सीकरण अभिक्रिया क्यों कहते हैं ?

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एथेनॉल से एथेनॉइक अम्ल में परिवर्तन को ऑक्सीकरण अभिक्रिया कहते हैं क्योंकि: दहन करने से कार्बन यौगिकों को सरलता से ऑक्सीकृत किया जा सकता है। रासायनिक क्रिया से ऑक्सीकरण करके यह कार्य किया जा सकता है। एल्कोहल को कार्बोज़ाइलिक अम्ल में बदला जा सकता है।

CH3CH2OH + (क्षारीय KMnO4) → CH3COOH

  • एथेनॉल के गुणधर्म (Properties of Ethanol)
  • एथेनोइक अम्ल के गुणधर्म (Properties of Ethanoic Acid)

इस पोस्ट में विज्ञान के महत्वपूर्ण टॉपिक एथेनॉल व एथेनोइक अम्ल के गुणधर्म | Properties of Ethanol and Ethanoic Acidके बारे में जानकारी दी गयी है | एथेनॉल के गुणधर्म,एथेनॉल की अभिक्रिया, एथेनोइक अम्ल के गुणधर्म, एथेनोइक अम्ल की अभिक्रिया व एस्टरीकरण अभिक्रिया आदि कक्षा 10 वी की परीक्षा में आने वाले महत्वपूर्ण टॉपिक है | यह टॉपिक कक्षा 10 वी साइंस का chapter – 4कार्बन एंव उसके यौगिक से लिया गया है |

  • एथेनॉल कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में होता है |
  • एथेनॉल को एल्कोहल भी कहा जाता है |
  • एथेनॉल सभी एल्कोहलो पेय पदार्थों का महत्वपूर्ण अवयव होता है |
  • एथेनॉल एक अच्छा विलायक है |
  • एथेनॉल का उपयोग टिंचर, आयोडीन, कफ सिरप, टॉनिक आदि औषधि में किया जाता है |
  • एथेनॉल को किसी भी अनुपात में जल में मिलाया जा सकता है |
  • तनु एथेनॉल की थोड़ी सी मात्रा लेने पर नशा आ जाता है |
  • शुद्ध एल्कोहल की मात्रा घातक सिद्ध हो सकती है |
  • एथेनॉल का गलनांक 156 केल्विन होता है |
  • एथेनॉल का क्वथनांक 351 केल्विन होता है |

एथेनॉल की अभिक्रिया (Ethanol Reaction)

एथेनॉल की सोडियम के साथ अभिक्रिया

CH3-CH2-OH + Na CH3-CH2-O-Na + H2

एथेनॉल की असंतृप्त हाइड्रोकार्बन बनाने की अभिक्रिया

CH3-CH2-OH (सान्द्र H2So4 Δ) CH2=CH2 + H2O

एथेनोइक अम्ल के गुणधर्म (Properties of Ethanoic Acid)

  • एथेनोइक अम्ल को एसिटिक अम्ल भी कहा जाता है |
  • एसिटिक अम्ल की 3- 4% विलयन को सिरका कहा जाता है |
  • सिरका को आचार में परिरक्षक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है |
  • शुद्ध एथेनोइक अम्ल का गलनांक 290 केल्विन होता है |
  • एथेनोइक अम्ल का क्वथनांक 391 केल्विन होता है |
  • एथेनोइक अम्ल शीत ऋतु के समय जम जाता है |
  • एथेनोइक अम्ल को ग्लेशल एसिटिक अम्ल कहा जाता है |

एथेनोइक अम्ल की अभिक्रिया –

1. एस्टरीकरण अभिक्रिया

एथेनोइक अम्ल किसी अम्ल उत्प्रेरक की उपस्थिति में परिशुद्ध एथेनॉल से अभिक्रिया करके एस्टर बनाते हैं |

CH3-COOH + C2H5-OH CH3-COOC2H5 + H2O

  • एस्टर की गंध मृदु होती है
  • एस्टर का उपयोग इत्र बनाने में एवं स्वाद उत्पन्न करने वाले कारक के रूप में किया जाता है |
  • एस्टर पुनः एलकॉहल एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल का सोडियम लवण बनाता है, इस अभिक्रिया को साबुनीकरण कहा जाता है |

2. एथेनोइक अम्ल की क्षारक के साथ अभिक्रिया

एथेनॉल की भांति एथेनोइक अम्ल सोडियम हाइड्रोक्साइड जैसे क्षारक के साथ अभिक्रिया करके सोडियम एथेनाेएट या सोडियम एसीटेट तथा जल बनाता है |

CH3-COOH+ NaOH CH3COONa + H2O

3. एथेनोइक अम्ल की कार्बोनेट तथा हाइड्रोजनकार्बोनेट के साथ अभिक्रिया

एथेनोइक अम्ल कार्बोनेट तथा हाइड्रोजनकार्बोनेट के साथ अभिक्रिया करके लवण व कार्बनडाइऑक्साइड गैस एवं जल बनाता है | इस अभिक्रिया में उत्पन्न लवण को सोडियम एसीटेट कहते हैं |

एथेनोइक अम्ल की सोडियम कार्बोनेट के साथ अभिक्रिया

CH3-COOH + NaCo3 CH3COONa + Co2 + H2O

एथेनोइक अम्ल की सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट के साथ अभिक्रिया

CH3-COOH + NaHCo3 CH3COONa + Co2 + H2O

Important FAQs

Question 1. एथेनॉल का गलनांक कितना होता है ?

Answer – 156 केल्विन

Question 2. एथेनॉल का क्वथनांक कितना होता है ?

Answer – 351 केल्विन

Question 3. शुद्ध एथेनोइक अम्ल का गलनांक कितना होता है ?

Answer – 290 केल्विन

Question 4. एथेनोइक अम्ल का क्वथनांक कितना होता है ?

Answer – 391 केल्विन

Question 5. एथेनोइक अम्ल को अन्य किस नाम से जाना जाता है ?

Answer – ग्लेशल एसिटिक अम्ल

Question 6. साबुनीकरण किसे कहते है ?

Answer – एस्टर पुनः एलकॉहल एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल का सोडियम लवण बनाता है, इस अभिक्रिया को साबुनीकरण कहा जाता है |

Question 7. आचार में परिरक्षक के रूप में किसका इस्तेमाल किया जाता है ?

Answer – सिरका

Question 8. एथेनॉल का उपयोग किसमें किया जाता है ?

Answer – टिंचर, आयोडीन, कफ सिरप, टॉनिक आदि औषधि में

उपरोक्त पोस्ट में एथेनॉल व एथेनोइक अम्ल के गुणधर्म | Properties of Ethanol and Ethanoic Acid के बारे में विस्तृत जानकारी दी हुई है | इसके अतिरिक्त अगर आप विज्ञान के और भी अध्यायों का अध्यन करना चाहे तो आप हमारी वेबसाइट पर कर सकते है | कुछ महत्वपूर्ण लिंक निचे दिए है |

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एथनॉल से एथेनॉइक अम्ल में परिवर्तन को ऑक्सीकरण अभिक्रिया क्यों कहते?

एथेनॉल से एथेनॉइक अम्ल में परिवर्तन को ऑक्सीकरण अभिक्रिया कहते हैं क्योंकि: दहन करने से कार्बन यौगिकों को सरलता से ऑक्सीकृत किया जा सकता है। रासायनिक क्रिया से ऑक्सीकरण करके यह कार्य किया जा सकता है। एल्कोहल को कार्बोज़ाइलिक अम्ल में बदला जा सकता है।

कौन एथेनॉल को एथेनोइक अम्ल में बदलने के लिए ऑक्सीकरण एजेंट के रूप में कार्य करता है?

ऑक्सीकरण का कार्य - क्षारीय KMnO4 या अम्लीकृत K2Cr2O7 के द्वारा किया जा सकता है। एथेनॉल से एथेनॉइक अम्ल के परिवर्तन की क्रिया में ऑक्सीजन का संयोग तथा हाइड्रोजन का ह्रास होता है। अतः इस अभिक्रिया ऑक्सीकरण कहा जाना उचित है।

इनमें से कौन एथेनॉल को एथेनोइक अम्ल?

Detailed Solution इथेनॉल को पहले एथनाल (एसिटाल्डीहाइड) बनाने के लिए ऑक्सीकरण किया जाता है, और आगे ऑक्सीकरण, एथेनोइक अम्ल (एसिटिक अम्ल) के साथ।

एथेनॉल अम्ल का गलनांक कितना होता है?

इथेनॉल का गलनांक – 114° C होता है और क्वथनांक 78.37°C या 351 K होता है, जो जल की तुलना में काफी कम है।