Skip to content Show भौतिक कारक
सामजिक कारक
फल पकने क्या है पकने को प्रभावित करने वाले कारक की व्याख्या करेंफलों का पकना एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके कारण वे अधिक स्वादिष्ट बन जाते हैं । सामान्य तौर पर, फल पकने पर मीठा, कम हरा और नरम हो जाता है। भले ही फल पकने के साथ-साथ उसकी अम्लता बढ़ जाती है, लेकिन उच्च अम्लता का स्तर फल को तीखा नहीं लगता। यह प्रभाव ब्रिक्स-एसिड अनुपात के लिए जिम्मेदार है।
फल के पकने का क्या कारण है?एथिलीन: पौधों द्वारा उत्पादित एक गैस (C2H4), और इसे "पकने वाला हार्मोन" के रूप में जाना जाता है, जो फलों के पकने को उत्तेजित करता है ।
फल पकना क्या है?पक्वन या पकना (Ripening), फलों में होने वाली वह प्रक्रिया है जो उन्हें अधिक स्वादिष्ट बनाती है। सामान्यतः, जैसे-जैसे फल पकता है, वह अधिक मीठा, कम हरा, और अधिक मृदु होता जाता है। यद्यपि पकने पर फल की अम्लता बढ़ जाती है, किन्तु यह अम्लता इतनी अधिक नहीं होती कि फल खट्टा (tarter) लगने लगे।
पकने को क्या प्रभावित करता है?एथिलीन एक महत्वपूर्ण हार्मोन है जो पकने से संबंधित है । एथिलीन की अनुपस्थिति में फल नहीं पकते। यह दिखाया गया है कि एथिलीन संभवतः चरमोत्कर्ष लाता है। इसी तरह, गैर-जलवायु फल एक बार एथिलीन से उपचारित करने पर भी श्वसन में वृद्धि दिखाई देती है।
|