गैस के लिए कौन सा एक्सरसाइज करें? - gais ke lie kaun sa eksarasaij karen?

हिंदी न्यूज़ लाइफस्टाइलएसिडिटी हो या गैस की समस्या जल्द राहत पाने के लिए रोजाना करें ये 4 योगासन

Yoga For Acidity and Gas Problem: खराब लाइफस्टाइल और असंतुलित खान-पान पेट संबंधित परेशानियों जैसे एसिडिटी और गैस की समस्या का कारण बन जाता है। आज ज्यादातर लोग इस समस्या से परेशान हैं। जिससे राहत पाने के लिए उन्हें कई बार दवाओं का सहारा भी लेना पड़ जाता है। पर क्या आप जानते हैं योग में इन दोनों ही समस्याओं का हल छिपा हुआ है। जी हां, एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च में साफ तौर से बताया गया है कि ध्यान और योग करने से पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं जैसे एसिडिटी और गैस को कम किया जा सकता है। तो आइए जान लेते हैं आखिर कौन से योग करने से व्यक्ति को मिल सकती है एसिडिटी और गैस से राहत। 

एसिडिटी और गैस के लिए योग (Yoga For Acidity and Gas)-
हलासन-

एसिडिटी और गैस से राहत पाने के लिए हलासन मदद कर सकता है। इस आसन को करते हुए शरीर हल की तरह दिखाई देता है, यही वजह है कि इस आसन को हलासन के नाम से जाना जाता है। हलासन कब्ज, अपच व अन्य पाचन संबंधित परेशानियों को दूर करने में काफी मददगार है। 

हलासन करते समय बरतें ये सावधानियां-
-पीरियड्स के दौरान महिलाओं को ये आसान नहीं करना चाहिए। 
-गर्दन में किसी तरह की कोई चोट लगने पर भी हलासन करने से बचें।
-गर्भवती महिलाएं इस आसन से परहेज करें।
-सर्वाइकल या रीढ़ से जुड़ी समस्या होने पर भी हलासन का अभ्यास न करें।

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वज्रासन-
वज्रासन को अंग्रेजी में डायमंड पोज कहा जाता है। गैस और एसिडिटी की समस्या को दूर करने में वज्रासन लाभकारी हो सकता है। शोध में बताया गया है कि यह शरीर में ब्लड के फ्लो को बढ़ाकर कब्ज, एसिडिटी, पाइल्स, आंतों की गैस आदि में आराम दिलाने में मदद करता है। 

वज्रासन करते समय बरतें ये सावधानियां-
-घुटनों और पैरों में दर्द होने पर यह आसन नहीं करना चाहिए।
-हाइपोटेंशन यानी निम्न रक्तचाप वाले लोग वज्रासन नहीं करें।
-अगर आपके घुटनों की सर्जरी हुई है, तो भी इस आसन को करने से परहेज करें।
-गर्भवती महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए।
-रीढ़ की हड्डी में समस्या होने पर इस आसन को न करें।

उष्ट्रासन-
उष्ट्रासन को अंग्रेजी में केमल पोज के नाम से जाना जाता है। उष्ट्रासन को एसिडिटी और गैस की समस्या के लिए कारगर इलाज माना जा सकता है। इस आसन को करने से पेट संबंधी कई समस्याओं में राहत मिल सकती है। 

उष्ट्रासन करते समय बरतें ये सावधानियां-
-हर्निया और उच्च रक्तचाप के मरीजों को इस आसन को करने से बचना चाहिए।
-किसी भी तरह का दर्द हो, तो भी इस आसन को नहीं करें।

पवनमुक्तासन-
पवनमुक्तासन करने से भी एसिडिटी और गैस की समस्या से राहत मिल सकती है।  इस आसन को नियमित तौर पर करने से मल त्याग की प्रक्रिया में सुधार के साथ कब्ज की समस्या भी दूर होती है। 

पवनमुक्तासन करते समय बरतें ये सावधानियां-
-पीठ और कमर में दर्द या चोट हो, तो इस योग को करने से बचें।
-इस योगासन को भोजन के बाद बिल्कुल न करें।

पेट की तमाम समस्याओं के पीछे हमारी जीवनशैली का दोष माना जा सकता है. पूरे दिन कुर्सी पर बैठकर काम करना, तनाव, अस्वस्थ खानपान आदि के कारण पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है. जैसे ही पाचन कमजोर होता है, वैसे ही पेट में गैस की शिकायत होने लगती है. वहीं, सुबह के समय पेट साफ होने में भी कठिनाई होती है. जिस व्यक्ति का पेट साफ नहीं होता, वो पूरे दिन ढंग से काम नहीं कर पाता. लेकिन इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए आप योगा की मदद (Yoga for stomach problems) ले सकते हैं.

रात का खाना खाने के बाद दो योगासनों को करने से आपका पाचन तंत्र मजबूत होगा और पेट में गैस या कब्ज की समस्या (Yoga for gas problem) से राहत मिलेगी. यही नहीं, बल्कि ये दोनों योगासन आप खाना खाने के बाद बिस्तर पर ही कर सकते हैं. आइए इन्हें करने का तरीका जानते हैं.

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डिनर करने के बाद करें ये योगासन - Yoga after dinner
गैस की समस्या और कब्ज से राहत पाने के लिए निम्नलिखित योगासनों को रात का खाना यानी डिनर करने के कम से कम 15 मिनट बाद करना चाहिए.

वज्रासन - Vajrasana

गैस के लिए कौन सा एक्सरसाइज करें? - gais ke lie kaun sa eksarasaij karen?

  1. सबसे पहले बिस्तर पर घुटने मोड़कर बैठ जाएं.
  2. अपने पंजों को बाहर की तरफ रखें और कूल्हों को एड़ियों पर टिकाएं.
  3. ध्यान रखें कि दोनों एड़ी एक-दूसरे के साथ रखी हों.
  4. अब दोनों हथेलियों को छत की तरफ करके घुटनों पर रख लें.
  5. कमर को सीधा करके और आंखों को सामने की तरफ रखें.
  6. इस आसन में आराम से लंबी और गहरी सांस लेते रहें.
  7. ध्यान रखें कि घुटने या टखनों की चोट से परेशान मरीज इस योगासन को ना करें.

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सुखासन - Sukhasana

गैस के लिए कौन सा एक्सरसाइज करें? - gais ke lie kaun sa eksarasaij karen?

  1. इस आसन को करने के लिए बिस्तर पर बैठ जाएं.
  2. दोनों पैरों को क्रॉस करके बैठ जाएं.
  3. दोनों हथेलियों को छत की तरफ करके घुटनों के ऊपर रख लें.
  4. पीठ और कमर को सीधा रखें और सामने की तरफ मुंह रखें.
  5. आंखों को आराम से बंद कर करके गहरी व लंबी सांस लें.

यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.

पेट में गैस बनती है तो कौन सा व्यायाम करना चाहिए?

वज्रासन और पवनमुक्तासन जैसे आसन पाचन को मजबूत बेहतर बनाने में मदद करते हैं। योग गैस, सूजन और गैस्ट्रिक समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है। आपको इस समस्या से बचने के लिए पवनमुक्तासन करना चाहिए

गैस के लिए कौन सा पॉइंट दबाए?

​​ST36​ इसे जुसानलि भी कहा जाता है। यह प्वाइंट घुटने से 3 इंच नीच स्थित होता है। इस दबाने से पेट में गैस जैसी परेशानी से राहत मिल सकता है।

पेट में गैस बनती है तो क्या नहीं खाना चाहिए?

जिन लोगों को अक्सर गैस बनती है, उन्हें कटहल (Gas Banane Wali Sabji) का सेवन बिल्कुन नहीं करना चाहिए। कटहल बादी प्रकृति का माना जाता है। कटहल शरीर में गैस बनने की प्रक्रिया को तेज करता है। कमजोर पाचन तंत्र में कटहल (Jackfruit in Hindi) के सेवन से बचना चाहिए