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हर साल किडनी स्टोन के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। किडनी हमारे शरीर में होने वाले उपापचय (Metabolism) की प्रक्रिया के कारण बनने वाले अपशिष्ट पदार्थों (Waste Materials) को बाहर निकालने का काम करती है। लेकिन शरीर में पानी की कमी और खान पान में विशेष ध्यान न देने की वजह से किडनी स्टोन की समस्या सामने आती है। किडनी स्टोन होने पर हमें अपने खान पान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। अपने आहार में बदलाव करके हम कई बड़ी बीमारियों से बच सकते हैं। पथरी होने पर ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। रोजाना 7-8 गिलास पानी का सेवन पथरी को बढ़ने से रोकता है। इसके अलावा, आप अन्य फायदेमंद तरल पदार्थों (Liquid Materials) का भी सेवन कर सकते हैं।
किडनी स्टोन के प्रकार
आपको जिस प्रकार का स्टोन है, उस हिसाब से नीचे दिए गए आहार को सेलेक्ट कर सकते हैं। अलग प्रकार की पथरी में अलग आहार अपनाएंPristyn Care से किडनी स्टोन का लेजर ट्रीटमेंट करवाने के बाद रमेश डॉक्टर से पूछते हैं, “सर, मुझे खान पान पर कैसे ध्यान देना होगा।” तब डॉक्टर ने रमेश को बताया, “किडनी स्टोन कई प्रकार के हो सकते हैं। क्या खाना है, क्या नहीं खाना है, यह बात स्टोन के प्रकार पर निर्भर करती है। अलग अलग प्रकार के स्टोन के लिए अलग तरह का आहार अपनाना चाहिए।” रमेश सिस्टीन स्टोन से पीड़ित थे। इसलिए डॉक्टर ने उन्हें सिस्टीन स्टोन के दौरान खाए जाने वाले आहार का सेवन करने की सलाह दी। इसके साथ डॉक्टर ने उन्हें हर प्रकार के किडनी स्टोन के दौरान खाए जाने वाले हर तरह के आहार के बारे में भी बताया। किडनी स्टोन के दौरान आपको अपने आहार में सोडियम, कैल्शियम, ऑक्सलेट और एनिमल प्रोटीन की कितनी मात्रा लेनी चाहिए, इसका सही अंदाजा नहीं होता है। किडनी स्टोन के क्या कारण हैं, इसमें क्या सावधानी बरतनी चाहिए, किस चीज का सेवन और किससे परहेज करना चाहिए, आदि चीजों के बारे में जानने के लिए आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। कैल्शियम फॉस्फेट स्टोन में क्या खाएं और क्या नहीं खाएंसोडियम का सेवन कम करेंसोडियम का अधिक मात्रा में सेवन कैल्शियम फॉस्फेट स्टोन को बढ़ावा दे सकता है। नमक का सेवन कम करें। इसके अलावा पैक की गई चीजों (Packed food) में भी नमक की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसलिए इनके सेवन पर भी ध्यान दें। अधिक मसालेदार आहार और मांस का सेवन बंद कर देना चाइए। दरअसल, मांस में सोडियम अधिक मात्रा में पाया जाता है जो आपकी परेशानियों को बढ़ा सकता है। एनिमल प्रोटीन न खाएंकिडनी की पथरी में एनिमल मीट का सेवन नहीं करना चाहिए।
ऊपर बताए गए सभी एनिमल प्रोटीन (Animal Protein) का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। लेकिन शरीर को अच्छी तरह से चलाने के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है। इसलिए आप शाकाहारी प्रोटीन का सेवन कर सकते हैं लेकिन दूध से बनी चीजें का सेवन करने से बचें।
कैल्शियम का पर्याप्त मात्रा में सेवन करेंजहां एक तरफ कैल्शियम के ऑक्सलेट, फॉस्फेट और मेलियेट की वजह से किडनी स्टोन होने की चिंता बनी रहती है। वहीं दूसरी तरफ भोजन में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा किडनी स्टोन से बचाने का भी काम करती है। कैल्शियम भोजन से मिलने वाले फास्फोरिक एसिड, ऑक्जेलिक एसिड और मेलिक एसिड से रिएक्शन करके अवशोषण (Absorption) के पहले ही शरीर से बाहर निकल जाता है। इस प्रकार किडनी स्टोन से बचाव किया जा सकता है। कैल्शियम की भरपूर मात्रा किडनी स्टोन में मददगार हो सकती है लेकिन सावधानी रखना भी जरूरी है। कैल्शियम की जरूरत जितनी आवश्यकता है उतनी ही मात्रा में इसे लेना चाहिए। कैल्शियम के अच्छे सोर्स का सेवन करने के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। ऐसे आहार का सेवन करने से बचना चाहिए जिनमें ऑक्जेलिक एसिड या कैल्शियम ऑक्सलेट पाए जाते हैं। कैल्शियम और प्रोटीन के लिए दाल और बींस का सेवन करें। इनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है लेकिन ऑक्सलेट नहीं होता है। कैल्शियम ऑक्सलेट वाली पथरी में क्या खाएं और क्या न खाएंपालक, टमाटर, अरबी और सूरन में ऑक्जेलिक एसिड (Oxalic Acid) अधिक मात्रा में पाया जाता है। अरबी और सूरन से गले में चुभन होने की वजह कैल्शियम ऑक्सलेट ही है। जब ऑक्जेलिक एसिड वाली सब्जियों (जैसे पालक, टमाटर, अरबी और सूरन) का इस्तेमाल ज्यादा मात्रा में किया जाता है तो कैल्शियम ऑक्सलेट वाली पथरी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए उन खाद्य पदार्थों का चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जिनके खाने की वजह से यूरिन यानी पेशाब में ऑक्जेलिक एसिड की मात्रा बढ़ती है। ऑक्जेलिक एसिड का मुख्य सोर्स पालक, टमाटर, अरबी, सूरन, मूंगफली, स्ट्रॉबेरी और नट्स हैं। सोडियम का सेवन अधिक मात्रा में न करेंकैल्शियम ऑक्सलेट की पथरी में भी सोडियम का सेवन बहुत कम करना चाहिए। प्रोसेस्ड फूड्स (Processed Foods) और मांस में सोडियम की मात्रा अधिक होती है। इसलिए इन खाद्य पदार्थों को खाने से पहले डॉक्टर से जरूर परामर्श करना चाहिए। एनिमल प्रोटीन न खाएंकुछ एनिमल प्रोटीन ऐसे हैं जिनमें कैल्शियम ऑक्सलेट आसानी से मिल जाता है। नीचे बताए गए एनिमल प्रोटीन को बिल्कुल भी ना खाएं या फिर इनका सेवन बहुत कम मात्रा में करें।
शाकाहारी प्रोटीन का सेवन करें। अधिक से अधिक दाल और सभी तरह की फलियां खाएं (मूंगफली और नट्स छोड़कर)। जरूरत से ज्यादा प्रोटीन का सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है। डॉक्टर से अपनी प्रोटीन क्षमता पूछ कर ही प्रोटीन का सेवन करें। कैल्शियम का भरपूर सेवन करेंकैल्शियम ऑक्सलेट से बनी पथरी में कैल्शियम का सेवन करना चाहिए। लेकिन आपके शरीर को जितने कैल्शियम की जरूरत है उतना ही कैल्शियम लेना चाहिए । इसके लिए आप अपने डॉक्टर से सवाल कर सकते हैं कि आपको कितना कैल्शियम खाना चाहिए? सही मात्रा में कैल्शियम का सेवन करने से यह आपके पाचन मार्ग (Digestive Track) में पथरी बनाने वाले अपशिष्ट पदार्थों को जाने से रोकता है। कैल्शियम का भरपूर सेवन करें लेकिन ऐसे पदार्थों को न खाएं जिनमें ऑक्सलेट की मात्रा भी उपस्थित होती है। हरी सब्जियों और अनाज का सेवन करें। यूरिक एसिड स्टोन में क्या खाएं और क्या नहींयूरिक एसिड स्टोन में एनिमल प्रोटीन का सेवन नहीं करना चाहिए। लाल मांस और मछली का सेवन बिल्कुल भी न करें। अंडे का सेवन भी कम से कम करें। जानवरों से मिलने वाले प्रोटीन की जगह आप पौधों से मिलने वाले प्रोटीन का सेवन कर सकते हैं।
वजन बहुत ज्यादा होने पर यूरिक एसिड स्टोन का खतरा बढ़ जाता है। यूरिक एसिड स्टोन स्थिति में अपने वजन को संतुलित रखने कि कोश्शि करें। सुबह शाम हल्का फूलका व्यायाम और कार्डियो एक्सरसाइज (Cardio Exercise) करें। ऐसे जटिल व्यायाम न करें जिनके कारण पथरी की वजह से दर्द होने कि संभावना होती है। सिस्टीन स्टोन में क्या खाएं और क्या नहींसोडियम का सेवन कम करेंसिस्टीन स्टोन से बचने के लिए सोडियम का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। एक बूढ़े व्यक्ति को 2 ग्राम से अधिक सोडियम नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा, ऑक्सलेट और फॉस्फेट के सेवन से भी बचना चाहिए। भरपूर पानी पिएंसिस्टीन स्टोन को ठीक करने के लिए तरल पदार्थों का सेवन अधिक करें। तरल पदार्थ जैसे नारियल का पानी और गेंहू के जवारे का रस। इसके अलावा, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी फायदेमंद है। दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीने कि कोशिश करें। कैल्शियम ऑक्सलेट या कैल्शियम फॉस्फेट होने पर इन सावधानियों को बरतेंकैल्शियम ऑक्सलेट और कैल्शियम फॉस्फेट के इलाज के लिए अगर किसी प्रकार की थेरेपी (Therapy) या सामान्य दवाइयों का सेवन कर रहे हैं तो कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है। नीचे बताई गई सावधानियों पर ध्यान दें।
पथरी के इलाज के लिए कुछ खास प्रकार के जूसकुछ खास प्रकार के जूस का सेवन करना पथरी में बहुत फायदेमंद होता है। नीचे बताए गए जूस का सेवन करके आप पथरी को आसानी से ठीक कर सकते हैं। सेब, संतरा और नींबू का जूससेब का सिरका पथरी में बहुत फायदेमंद होता है। खाली सेब का सेवन भी पथरी के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा, संतरे और नींबू का रोजाना सेवन किडनी की पथरी से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। अजवाइन और नींबू की मदद से पथरी को घोला जा सकता है। इन सभी पदार्थों को एक साथ मिलाकर जूस बनाकर सेवन करने से बहुत फायदा होता है। जरूरी सामग्री2 सेब, अजवाइन की आठ डंठल, एक संतरा और एक नींबू कैसे बनाएंसभी सामग्रियों को अच्छी तरह से धो लें फिर सेब, अजवाइन और संतरे को मिक्सर में डालकर जूस बनाएं। जूस तैयार होने के बाद इसे छान कर गिलास में निकाले और आधा कटा हुआ नींबू का रस मिलाकर पी लें। संतरा, आड़ू और कच्चे नारियल का जूसआड़ू का सेवन भी पथरी में फायदेमंद होता है। इसमे पोटैशियम (Potassium) पाया जाता है जो किडनी को मजबूत बनाता है। ‘आड़ू’ यूरिनरी ब्लैडर (Urinary Bladder) के लिए क्लीजिंग एजेंट (Cleansing Agent) के रूप में कार्य करता है जिससे पथरी से बचा जा सकता है। इसके अलावा कच्चे नारियल का सेवन भी पथरी को घोलने में मददगार होता है। जरूरी सामग्रीदो संतरे, एक कच्चा नारियल और दो आड़ू। ध्यान रहे कि जूस बनाने के लिए नारियल के पानी का उपयोग न करें। बनाने की विधिनारियल, संतरे और आड़ू को मिक्सर में पीसकर इनका जूस निकालें। फिर जूस तैयार होने के बाद इसका सेवन करें। रोजाना नियमित रूप से इसका सेवन पथरी से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। नींबू का जूसइस जूस को बनाना बहुत आसान है। सबसे पहले नींबू का जूस निकालें (तकरीबन 100 ग्राम)। अब इस जूस को एक लीटर पानी में मिलाएं और 50 ग्राम चीनी घोल दें। आपका जूस तैयार है। अब इसे दिन में 2 बार पिएं। पथरी के दौरान दर्द उठने पर इस जूस का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से कुछ ही दिनों में पथरी घुल कर खत्म हो जाती है। और पढ़े :
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें| किडनी स्टोन में कौन सी सब्जी खानी चाहिए?कैल्शियम वाली सब्जियों को करें डाइट में शामिल
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि किडनी स्टोन के मरीजों को कैल्शियम वाली सब्जियां खानी चाहिए.
किडनी की पथरी में क्या क्या खा सकते हैं?कैल्शियम फॉस्फेट स्टोन्स में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं - Calcium phosphate stones what to eat and what not in Hindi. सोडियम अधिक मात्रा में खाने से गुर्दे की पथरी की संभवना बढ़ जाती है क्योंकि सोडियम नमक का ही रूप है। सोडियम डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ, फास्ट फूड, मीट और मसालों में अधिक मात्रा में मौजूद होता है।
पथरी होने पर क्या परहेज करना चाहिए?पथरी के मरीज हैं तो आप भोजन में ऐसी चीजें बिल्कुल न शामिल करें जिन्हें पचने में अधिक समय लगता है. मांस, मछली, कोल्ड ड्रिंक्स आदि का सेवन न करें. फलों में स्ट्रॉबेरी और बेर के साथ ही अंजीर और किशमिश जैसे ड्राई फ्रूट्स के सेवन से परहेज करना चाहिए. दूध और दूध से बने पदार्थ दही, पनीर और मक्खन आदि का सेवन न के बराबर करें.
किडनी में स्टोन होने पर क्या खाएं और क्या ना खाएं?किडनी स्टोन होने पर मूंगफली, नट्स से बने उत्पाद मांस, पालक, टोफू, सूरजमुखी के बीज, अंडा, मछली, दूध, मक्खन, दही, सोया मिल्क, सोया बटर, सोया फूड, मूली, प्याज, गाजर, लहसुन, सोडियम युक्त आहार आदि का सेवन नहीं करना चाहिए. इनके सेवन से पथरी की समस्या और बढ़ सकती है.
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