माताओं में आम धारणा यह होती है कि यदि शिशु को ज्यादा खिलाएंगी तो वे मोटे हो जाएंगे। ऐसा कदापि न करें, साथ ही बच्चे के मोटापे से भी चिंतित न हों, बच्चे का मोटापा व्यायाम, हिलाने-डुलाने व सक्रियता के जरिये भी कम किया जा सकता है। बच्चे को खेलने के ऐसे खिलौने दें, जिनसे खेलते हुए उसका व्यायाम हो जाए, वह ज्यादा दौड़-भाग करे। Show बच्चे के मोटापे को देखकर उसके खाने-पीने में कमी न करें, इससे उसको मिलने वाले पोषक तत्वों में कमी हो जाएगी। इससे उसके मानसिक व शारीरिक विकास में बाधा आएगी। बढ़ते बच्चे की भूख का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि उसमें पाचन क्षमता कमजोर होती है, इसलिए उन्हें एक बार अधिक से अधिक नहीं खिलाना चाहिए, बल्कि दिन में दो-तीन बार भोजन कराना चाहिए। * जो बच्चे स्तनपान करते हैं, उन्हें बचपन से लेकर बाद तक कम बीमारियां होती हैं, यानी शुरू से लेकर आखिर तक स्तनपान करने वाले शिशु स्वस्थ रहते हैं। * स्तनपान छोड़ने पर बच्चे के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, तब उसे संतुलित व पौष्टिक आहार की जरूरत होती है, अतः स्तनपान छोड़ने पर बच्चे को फल, हरी सब्जियां, मछली पर्याप्त मात्रा में दें। * बच्चों में दांत साफ करने की आदत डालें, मुलायम ब्रश से ही दांत साफ कराएं, बच्चे में व्यायाम करने की भी आदत डालें। * बच्चे को ताजी हवा में जरूर घुमाएं, खांसी सर्दी, जुकाम या एलर्जी की शिकायत हो तो तुरंत डॉक्टर को संपर्क करें, बच्चे को प्रातः सूर्य की कोमल किरणों का सेवन जरूर कराएं। आज कल सही खाना पीना नहीं होने की वजह से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास ठीक से नहीं हो पाता है। अगर नियमित रूप से Baccho ke liye postik aahar मिले तो उनका वजन संतुलित रहता है और शारीरिक और मानसिक विकास भी बेहतरीन होता है। बच्चों को नियमित विटामिन, फैट और प्रोटीन संतुलित मात्रा में सेवन करना चाहिए। बच्चों को सुबह नाश्ता जरूर करवाएं। निरोगी हेल्थ के इस आर्टिकल में जानते हैं बच्चों को ताकतवर कैसे बनाएं | Baccho ke liye postik aahar | in hindi Contents
बच्चों को स्वस्थ और मजबूत, मोटा व ताकतवर बनाने के लिए दिनभर कुछ न कुछ खिलाते रहना चाहिए क्योंकि थोड़े-थोड़े अंतराल से बच्चों को कुछ खिलाते रहने से खाने को पचाना आसान हो जाता है। क्योंकि एक बार में ज्यादा खाने से बच्चों के पेट संबंधी समस्याएं होने का खतरा बना रहता है। और अन्य बीमारियों का भी खतरा बना रहता है। बच्चों को संपूर्ण पोषण मिलना बेहद जरूरी होता है। इसलिए बच्चों को कुछ न कुछ खाने के लिए देते रहना चाहिए रात को भी बच्चों को 6 घंटे से ज्यादा भूखा नहीं रहना चाहिए। बच्चों को ताकतवर बनाने के लिए पौष्टिक आहार (Child weight gain food in hindi)घी व मक्खन का सेवनयह बच्चो के लिए ज़रूरी पौष्टिक आहार होता है। घी और मक्खन फैट और प्रोटीन से भरपूर होते हैं। बच्चों को नियमित रूप से इसका सेवन करना चाहिए। दाल अथवा रोटी के साथ घी मक्खन का उपयोग स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होने के साथ साथ इसका नियमित सेवन इम्यून सिस्टम भी मजबूत करता है। यह पढ़ें ~ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय ओट्स का सेवनबच्चों को मोटा करने के लिए नियमित आहार में ओट्स को शामिल करना आवश्यक होता है क्योंकि ओट्स में सेंचुरेट्स फैट कोलेस्ट्रोल की मात्रा कम होती है। लेकिन इनमें मैग्नीज, प्रोटीन, मैग्नीशियम, विटामिन, फास्फोरस उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए बच्चों को ओट्स का सेवन करवाने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास अच्छे से होता है एवं बच्चों का शरीर ताकतवर और मजबूत बनता है। पनीर का सेवनपनीर में उच्च मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है यह कैल्शियम का भी अच्छा स्रोत होता है बच्चों को पनीर खिलाने से हड्डियां और दांत मजबूत होते हैं। इसमें मौजूद Vitamin-B की उच्च मात्रा बोन कार्टिलेज को बनाने में सुधार करती है। इसमें डायट्री फाइबर और प्रोटीन होते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं। और शारीरिक और मानसिक विकास भी बेहतरीन होता है। बच्चों को ताकतवर Healthy child बनाने और शारीरिक विकास के लिए पनीर बहुत जरूरी है। इसलिए बच्चो को नियमित पनीर का सेवन करना चाहिए। दूध में केसर का सेवनदूध प्राकृतिक रूप से प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का मुख्य स्रोत होता है। दूध में कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के साथ-साथ मजबूत बनाने में मददगार है। बच्चों को नियमित दो से तीन गिलास दूध का सेवन अवश्य करवाएं बच्चों को दूध आप किसी भी रूप में पिला सकते हैं। जैसे मिल्क शेक, गर्म दूध, ड्राई फ्रूट वाला दूध, banana शेक, केसर वाला दूध आदि। केसर वाला दूध खाली पेट पीना बहुत अच्छा होता है। केसर बच्चों के पाचन में सुधार करता है क्यूंकि केसर श्वसन मार्ग को साफ रखता है। केसर में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो हड्डियां मजबूत रखने में सहायक है। आँवला का सेवनआप अपने बच्चों को सुबह नाश्ते में आंवले का मुरब्बा जरूर खिलाएं अगर मुरब्बा न खाएं तो चार-पांच आंवला कैंडी खिला दें इससे बच्चों में कब्ज नहीं होगी और इसमें मौजूद Vitamin-C और आयरन हिमोग्लोबिन के स्तर में सुधार करता है और आंवला बच्चों की भूख बढ़ाता है जिससे वजन बढ़ाने में सहायता मिलती है। यह पढ़ें ~ हीमोग्लोबिन क्या है इसे कैसे बढ़ाएं केला शेक का सेवनकेला एनर्जी का बेहतरीन स्रोत है कमजोर बच्चों के लिए यह बहुत फायदेमंद होता है दूध में केला या केला शेक बच्चों को नियमित रूप से खिलाए और पिलाए जिससे वजन बढ़ता है और हड्डियां मजबूत होती है। शकरकंद का सेवनशकरकंद में विटामिन A, विटामिन B, विटामिन C, पोटेशियम, फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है। जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के साथ-साथ वजन बढ़ाने में भी काफी सहायक होता है। कमजोर बच्चों को इसका सेवन जरूर करवाना चाहिए। इसको उबालकर या कोयलो में सेक कर दूध के साथ सेवन करना लाभदायक होता है। इसके अलावा बच्चों को शकरकंद को उबालकर सीधा भी खाने को दे सकते हैं। अंजीर का सेवनअंजीर में विटामिन A, विटामिन C, विटामिन K, विटामिन B के साथ-साथ मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक, कॉपर, मैग्नीज, आयरन, फाइबर और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह बेहद ही मीठा फल होता है। अंजीर एंटीऑक्सीडेंट का बेहतरीन स्रोत होता है। इन्हीं कारणों से यह बच्चों को सेहतमंद रखने में मदद करता है। अंजीर के फल अत्यंत पौष्टिक होते हैं। इसलिए बच्चों को एक या दो अंजीर रात को दूध के साथ उबालकर खिलाएं और दूध पिलाएं इससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास तेजी से होगा और शरीर मजबूत बनेगा। यह पढ़ें ~ अंजीर के फायदे ड्राईफ्रूट्स व हलवा का सेवनबच्चों को सुबह नाश्ते में ड्राई फ्रूट जरूर खिलाएं ड्राई फ्रूट की मात्रा आपके बच्चे के हाथ की एक मुट्ठी होनी चाहिए वैसे तो चबाकर खाना अच्छा है पर अगर बच्चा ना खाए तो आप उसे दूध में फैट कर पिला सकते हैं इसके अलावा आप बच्चों को नियमित थोड़ा हलवा जरूर खिलाएं क्योंकि हलवा पोषक तत्वों का खजाना है इसके साथ ही यह स्किन के लिए बहुत ही लाभदायक है और इम्यूनिटी भी बहुत मजबूत करता है। यह पढ़ें ~ ड्राईफ्रूटस के फायदे दाल के पानी का सेवनआप अपने बच्चों को दाल का पानी जरूर पिलाएं क्योंकि दाल का पानी प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। कमजोर बच्चों के लिए दाल का पानी वरदान के समान है इससे बच्चों का वजन तेजी से बढ़ता है ओर ये शरीर के लिए सभी जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति करता है। विटामिन C का प्रयोगबच्चों को Vitamin C से भरपूर फल व सब्जियों का प्रयोग करवाए इसके लिए संतरा, किन्नू , नींबू ,आंवला जैसे खट्टे फलों का उपयोग बच्चों की डाइट में अवश्य शामिल करें। यह बच्चों में स्टेमिना बढ़ाने और इम्युनिटी बढ़ाने में भी कारगर होते हैं। यह फल बॉडी को डिटेक्ट करने के लिए भी कारगर होते हैं। तो रोजाना इन फलों का जूस या फल नियमित सेवन करवाए। बच्चों को ताकतवर बनाने के लिए आयुर्वेदिक उपचार
FAQQ 1. बच्चों को ताकत के लिए क्या खिलाना चाहिए?Ans छोटे बच्चों को एनर्जी की अधिक आवश्यकता होती है और घी एनर्जी का प्रमुख स्रोत होता है। इसमें सैचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है जो बच्चे को एनर्जी और ताकत देने के लिए उपयोगी है। इसके अलावा घी में ओमेगा 3 फैटी एसिड भी होता है। इसलिए 5 साल से अधिक उम्र के बच्चे को घी का सेवन अवश्य करवाना चाहिए। Q 2. दुबले पतले बच्चों को मोटा कैसे बनाएं?Ans दुबले पतले बच्चों को मोटा करने के लिए केले और दूध का सेवन करवाना चाहिए। क्योंकि केला पोटेशियम, विटामिन सी, विटामिन बी6 और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है। इसके अलावा बच्चों को पनीर, शकरकंद और दाल का सेवन व दालों के सूप का सेवन अवश्य कराना चाहिए क्योंकि दालों में प्रोटीन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, फाइबर और पोटेशियम पाए जाता है जो बच्चों के विकास के लिए आवश्यक होते है। Q 3. बच्चा कमजोर कैसे होता है?Ans गर्भ के समय महिलाओं द्वारा उचित मात्रा में पोस्टिक आहार का सेवन ना करने के कारण शरीर मे पोषक तत्वों की कमी, खून की कमी, कमजोरी या किसी संक्रमण के भी कमजोर बच्चा पैदा हो सकता है। Q 4. बच्चों को दिन में कितनी बार खाना देना चाहिए?Ans स्वस्थ ताकतवर बनाने के लिए बच्चों को दिन में 4 से 5 बार खाने के लिए भोजन देना चाहिए। इसके अलावा बच्चों को जूस स्नैक्स आदि का भी सेवन करवाना चाहिए। बच्चों को दूध से बने पदार्थ अधिक मात्रा में सेवन करवाना चाहिए क्योंकि इन में प्रोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता है और दूध में कैल्शियम की मात्रा भी भरपूर होती है जो बच्चों के विकास के लिए बहुत ही आवश्यक है। निष्कर्ष इस आर्टिकल में हमने जाना बच्चो को ताकतवर कैसे बनायें और बच्चो को हष्ट पुष्ट बनाने के लिए पौष्टिक आहार तथा किन घरेलू उपायों से बच्चो को स्वस्थ हैल्दी और ताकतवर बना सकते है।इस आर्टिकल बच्चों को ताकतवर कैसे बनाएं | Baccho ke liye postik aahar | in hindi के बारे में आपके कोई भी सुझाव या सवाल हो तो कमेंट में जरूर लिखें तथा यह लेख आपको कैसा लगा Comment करके जरूर बताएं और Share करें। इस आर्टिकल में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है किसी भी सुझाव को आजमाने से पहले चिकित्सक से परामर्श अवश्य लेवे। दुबले पतले बच्चों को मोटा कैसे बनाएं?आप खिचड़ी, दाल, चावल और कई डिशेज में देसी घी डालकर बच्चों को खिला सकते हैं। घी में विटामिन ए, डी, कैल्शियम, फॉस्फोरस, मिनरल्स और पोटैशियम जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। दालों में प्रोटीन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, फाइबर और पोटैशियम होता है। आप बच्चों को अरहर, मूंग दाल खिला सकते हैं।
कमजोर बच्चों को क्या खिलाना चाहिए?मक्खन और घी का सेवन दाल या रोटी पर लगाकर किया जा सकता है. मलाई वाले दूध में पर्याप्त मात्रा में वसा पाया जाता है, जो बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. अगर आपका बच्चा दूध पीने में नखरे करता है तो शेक या फिर चॉकलेट पाउडर मिक्स करके उसे पिलाने की कोशिश करें.
पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए क्या करना चाहिए?कमजोर बच्चों को पढ़ाने के 5 तरीके-How to improve weak students in studies in hindi. कहानियों के जरिए पढाएं हिस्ट्री हर बच्चा अलग-अलग तरीके से पढ़ाई में कमजोर हो सकता है। ... . खाने-पीने के दौरान पढ़ाएं बायोलॉजी और साइंस ... . मैप से पढ़ाएं जियोग्राफी ... . बोलते समय सिखाएं नए शब्द और वाक्य ... . क्रिएटिव तरीकों से याद करवाएं मैथ्स के फॉर्मूले. बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए क्या खिलाना चाहिए?बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए दूध, दही, पनीर, बटर, घी आदि देना चाहिए. सब्जियों में सभी ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो एक बच्चे के शारीरिक विकास के लिए बेहद जरूरी होते हैं. आप अपने बच्चे को आलू, शकरकंद, गोभी, पालक, हरी पत्तेदार सब्जियां खिला सकते हैं. आप बच्चों को फलों की स्मूदी बनाकर पिला सकते हैं.
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