कारागृह ने कवि का वजन कितना और कैसे हुआ है? - kaaraagrh ne kavi ka vajan kitana aur kaise hua hai?

विषयसूची

  • 1 कराग्रे में कवि का वजन कितना और कैसे हुआ है?
  • 2 किव कहाँ बैठकर किवता लिख रहा है Class 11?
  • 3 सोने पर सुहागा पांचवा पुत्र कौन है?
  • 4 मायके आई बहन के लिए कवि ने घर को परित आपका घर क्यों कहा है?
  • 5 कवि ने अपनी मां से क्या प्रश्न किया?
  • 6 कवि ने रतन को क्या कहा है?

कराग्रे में कवि का वजन कितना और कैसे हुआ है?

इसे सुनेंरोकेंमेरा वजन सत्तर सेर है।

किव कहाँ बैठकर किवता लिख रहा है Class 11?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: कवि जेल में है।

कवि को किसकी आंखों में बेबसी झलकती याद आती है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: रतन की माँ जब अन्य बच्चों को बोलते देखती होगीं, तो उन्हें रतन के न बोलने पर बहुत दुख होता होगा। यही बेबसी उनकी आँखों में झलकती होगी।

सोने पर सुहागा पांचवा पुत्र कौन है?

इसे सुनेंरोकेंव्याख्या-कवि घर में अपने पिता की भावुक स्थिति की कल्पना करते हुए कहता है कि यद्यपि घर में चार बेटे और हैं, पर वे अपने पाँचवें बेटे (भवानी प्रसाद) को याद करके अवश्य दुखी होते होंगे। मैं पाँचवी बेटा ही अभागा हूँ जो उनसे दूर हूँ। मुझे वे ‘सोने पर सुहागा, कहते रहे हैं अर्थात् उन चारों बेटों में अधिक अच्छा कहते रहे हैं।

मायके आई बहन के लिए कवि ने घर को परित आपका घर क्यों कहा है?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न 2:मायके आई बहन के लिए कवि ने घर को परिताप का घर क्यों कहा है? उत्तर : भाई की अनुपस्थिति बहन को अच्छी नहीं लगती होगी। वह भाई से रहित घर को देखकर दुख की अग्नि में जल उठती होगी इसलिए कवि ने इसे परिताप का घर कहा है।

वर्सोवा में अब क्या बदलाव आ गए हैं?

इसे सुनेंरोकेंवर्सावा में जैसे-जैसे जनसंख्या का दबाव बढ़ता गया वैसे-वैसे उन वनों को काट दिया गया। इससे पशु-पक्षियों का प्राकृतिक आवास नष्ट हो गया और वे इधर-उधर भागने पर विवश हो गए। वर्सावा में ही समुद्र के किनारे मनुष्य की लंबी-चौड़ी बस्तियाँ बसा दी गईं। इससे समुद्र के किनारे गायब हो गए।

कवि ने अपनी मां से क्या प्रश्न किया?

इसे सुनेंरोकेंकवि ने बचपन में माँ से यमराज के घर का पता पूछा था क्योंकि कवि को माँ ने बता दिया था कि दक्षिण की ओर पैर करके मत सोना। इसी दिशा में मृत्यु के देवता यमराज का घर है। प्रश्न 5.

कवि ने रतन को क्या कहा है?

इसे सुनेंरोकेंप्रसंग-पूर्ववत् इन पंक्तियों में कवि ने एक गूंगे बालक की बेबसी को दिखाया है। अर्थ-रतन नाम का एक बच्चा है जो बोलने में असमर्थ है। वह हम बच्चों के साथ रोज खेलने आया करता है। हम उससे थोड़ा घबराते थे, क्योंकि न तो हम उसकी घबराहटों को समझ पाते थे न ही उसके इशारों को।

कारागृह में कवी का वजन कितना और कैसे हुआ?

ढेर सारा भोजन खाता हूँ, मेरा वजन सत्तर सेर है। यहाँ खूब कूद-फाँद करता हूँ।

जेल में कवि का वजन कितने किलोग्राम हो गया था?

उसका वज़न लगभग 16000 किलोग्राम है।

कारागार में कवि का संसार कितना बड़ा है *?

कवि ने जेल के माहौल का बड़ा सटीक वर्णन किया है। जेल डाकू, चोरों जैसे खतरनाक अपराधियों का बसेरा होता है। जेल में भर पेट भोजन भी नसीब नहीं होता है। वहाँ ना जीने दिया जाता है और ना ही मरने दिया जाता है।