Class 8 Hindi Grammar Chapter 11 क्रिया (Kriya). We will study here about class 8 Hindi Vyakaran Kriya aur uske bhed with examples and explanation updated for academic session 2022-2023. Students of CBSE Board and State Boards can use these contents for their school exams and terminal tests. Examples related to क्रिया are given here in simplified format so that students can understand easily.
क्रिया से आप क्या समझते हो?वाक्य के जिस शब्द से हमें किसी कार्य को करने या होने का बोध हो, उसे क्रिया कहते हैं। प्रत्येक वाक्य में क्रिया अवश्य होनी चाहिए। क्रिया के बिना वाक्य नहीं बनता। क्रिया वाक्य की अनिवार्यता है।
इन वाक्यों में “नाच रहा है”, “पत्र लिखना”, “निकलना”, “गया”, आदि शब्दों में कार्य होने का बोध होता है। ऐसे शब्द क्रिया कहलाते हैं। हिंदी भाषा में क्रिया वाक्य के अंत में आती है। कई वाक्यों में एक से अधिक क्रियाएँ होती हैं। कुछ वाक्यों में क्रिया लुप्त होती है। धातुक्रिया के मूल रूप को धातु कहते हैं; जैसे-पढ़ लिख, पी, सो, उठ, बैठ, दौड़, हँस, जाग आदि। क्रिया का सामान्य रूप मूल धातु में “ना” प्रत्यय जोड़कर क्रिया के सामान्य रूप बनाए जाते हैं। जैसे-
क्रिया के मूल रूपों से अनेक क्रियाएँ बनती हैं। जैसे–“पढ” से-पढ़ा, पढ़ता, पढ़ते, पढ़ती, पढूँ, पदूंगा, पढेंगे, पढ़ी आदि। क्रिया के भेदक्रिया के भेद दो प्रकार से होते हैं:
कर्म के आधार पर क्रिया के भेदकर्म के आधार पर क्रिया के दो भेद होते हैं:
परिभाषा: जिन क्रियाओं के कार्य का फल कर्ता को छोड़कर कर्म पर पड़ता है, वे सकर्मक क्रिया कहलाती है। विशेष सकर्मक क्रिया की पहचान के लिए क्रिया के साथ ‘क्या’ या “किसको” शब्द लगाकर प्रश्न करना चाहिए। सकर्मक का अर्थ है, “कर्म के साथ” जिन क्रियाओं में कर्म की अपेक्षा रहती है, उन्हें सकर्मक क्रिया कहते हैं। जैसे:
सकर्मक क्रियाओं में कभी एक कर्म रहता है और कभी दो कर्म। अतः सकर्मक क्रियाएँ दो प्रकार की होती हैं:
जिन क्रियाओं का एक कर्म होता है, वे क्रियाएँ एककर्मक क्रियाएँ कहलाती हैं; जैसे:
जिन क्रियाओं के दो कर्म होते हैं, वे क्रियाएँ द्विकर्मक क्रियाएँ कहलाती हैं।
जैसे- जिन क्रियाओं का कर्म नहीं होता तथा क्रिया का फल कर्ता पर पड़ता है, वे क्रियाएँ अकर्मक क्रिया कहलाती हैं।
विशेषक्रिया एक विकारी शब्द है। क्योंकि उसके रूप में कर्ता या कर्म के अनुसार परिवर्तन होता है। जैसे:
प्रयोग और संरचना के आधार पर क्रिया के भेदप्रयोग और संरचना के आधार पर क्रिया के छह भेद हैं:
सामान्य क्रियाकिसी वाक्य में एक ही क्रिया हो तो उसे सामान्य क्रिया कहते हैं। जैसे:
संयुक्त क्रियाजब दो या अधिक क्रियाएँ एक ही कार्य का बोध कराती हैं तो उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं। संयुक्त क्रियाओं में एक मुख्य क्रिया होती है तथा दूसरी उसकी सहायक। जैसे:
रंजक क्रियारंजक क्रिया मुख्य क्रिया का अंग बन जाती है। वह उसके प्रभाव को बढ़ा देती है। जैसे:
नामधातु क्रियाकुछ क्रियाएँ संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण आदि से बनाई जाती हैं। जैसे- हाथ से हथियाना, अपना से अपनाना इत्यादि। संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण या अनुकरणवाची शब्दों से बनने वाली क्रियाओं को नामिक या नामधातु क्रियाएँ कहते हैं। जैसे:
इन वाक्यों में दोहराने, अपनाना नामधातु क्रियाएँ हैं। ये क्रियाएँ दोहरा (विशेषण) अपना (सर्वनाम) और बड़े कुछ नामधातु क्रियाएँ निम्नलिखित हैं। (क) संज्ञा शब्दों से
सर्वनाम शब्दों से
विशेषण शब्दों से
अनुकरणीय शब्दों से
प्रेरणार्थक क्रियाजिस क्रिया को कर्ता स्वयं न करके, दूसरे को करने के लिए प्रेरित करता है, उस क्रिया को प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं। जैसे- पूर्वकालिक क्रियाकिसी वाक्य में मुख्य क्रिया से पहले होने वाली क्रिया पूर्वकालिक क्रिया कहलाती है। जैसे- कृदंत क्रियाकुछ क्रियाएँ ऐसी हैं जिसका निर्माण शब्दों के अंत में प्रत्यय या शब्दांश जोड़कर किया जाता है। जब शब्दों के अंत में प्रत्यय या शब्दांश जोड़कर क्रियाओं का निर्माण किया जाता है तो इस प्रकार बनी क्रियाओं को कृदंत क्रियाएँ कहते हैं। जैसे-
क्रिया के कितने भेद हैं class 8?प्रयोग और संरचना के आधार पर क्रिया के छह भेद हैं:. सामान्य क्रिया. संयुक्त क्रिया. नामधातु क्रिया. प्रेरणार्थक क्रिया. पूर्वकालिक क्रिया. कृदन्त क्रिया. क्रिया के कितने भेद होते हैं?Solution : क्रिया के मुख्य दो भेद होते हैं—(1) सकर्मक क्रिया और (2) अकर्मक क्रिया।
क्रिया के कितने भेद होते हैं कक्षा 7?संरचना की दृष्टि से क्रिया के पाँच भेद हैं: संयुक्त क्रिया, प्रेरणार्थक क्रिया, नामधातु क्रिया, कृदंत क्रिया और सामान्य क्रिया।
क्रिया क्या है और उसके भेद?कुछ क्रियाएँ स्वघटित होते हैं और कुछ की जाती हैं। क्रियाएँ एक या अधिक शब्दों से मिलकर हो सकते हैं। क्रिया के रूप लिंग, वचन, कारक तथा काल से प्रभावित होकर परिवर्तित हो सकते हैं। इसलिए वह विकारी शब्द होते हैं।
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