कवि ने बादलों को कवि की संज्ञा क्यों दी है? - kavi ne baadalon ko kavi kee sangya kyon dee hai?

विषयसूची

  • 1 कवि ने बादल की तुलना किससे की और क्यों?
  • 2 क्वार के बादलों की क्या विशेषता है?
  • 3 बादलों के बरसने से क्या क्या हो गया है?
  • 4 रहीम जी ने क्वार के बादलों को क्या कहा है?
  • 5 यहाँ पेड़ की क्या विशेषता बताई गई है *?
  • 6 बादलों से पर्वत के छिप जाने पर कवि ने क्या कल्पना की है अपने शब्दों में लिखिए?

कवि ने बादल की तुलना किससे की और क्यों?

इसे सुनेंरोकें3. बादलों की तुलना बाल कल्पना से इसलिए की गई है क्योंकि बच्चों की कल्पनाएँ मधुर होती हैं तथा बदलती रहती हैं। बादल भी बार-बार अपना रूप बदलते रहते हैं।

क्वार के बादलों की क्या विशेषता है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: क्वार के मास में जो बादल आसमान में होते हैं वे सक्रिय नहीं होते अर्थात्‌ केवल गरज कर ही रह जाते हैं बरसते नहीं हैं। उसी प्रकार जो निर्धन हो गए हैं वे केवल बड़बड़ा कर रह जाते हैं, कुछ कर नहीं पाते हैं।

बादलों के बरसने से क्या क्या हो गया है?

इसे सुनेंरोकें(ख) बादल के बरसने से भूमि को जल मिलेगा। इससे किसानों द्वारा लगाए खेतों को पानी मिलता है और उसकी मेहनत खेतों के रूप में लहलहा जाती है, जिसमें उसके प्राण बसे होते हैं। इसलिए कवि ने बादल द्वारा लाए जल से किसान के प्राणों में नया राग भरने की बात कही है।

कवि ने बादलों को कवि की संज्ञा क्यों दी है?

इसे सुनेंरोकेंबिजली के प्रकाश से हमारे अंदर पुरुषार्थ भर दो और इस तरह हमारे भीतर एक नये जीवन का संचार करो बादल में वर्षा की सहायता से धरती पर नया जीवन उत्पन्न करने की शक्ति होती है इसलिए कवि बादल को एक कवि की संज्ञा देते हुए उसे एक नई कविता की रचना करने को कहते हैं।

रहीम जी ने क्वार महीने के बादलों को कैसा बताया है क्वार महीने के बादलों की तुलना किसके साथ की गई है और क्यों?

इसे सुनेंरोकेंरहीम ने क्वार के मास में गरजनेवाले बादलों की तुलना ऐसे निर्धन व्यक्तियों से की है जो पहले कभी धनी थे और अपनी बीती बातें बताकर दूसरों को प्रभावित करना चाहते हैं। ऐसा कवि ने इसलिए किया क्योंकि क्वार मास के बादल बरसने वाले न होकर खोखले होते हैं ठीक वैसे ही जैसे धनी से निर्धन हो जाने वाले लोग धनहीन होते हैं।

रहीम जी ने क्वार के बादलों को क्या कहा है?

इसे सुनेंरोकें(घ) रहीम ने क्वार मास के बादलों को कैसा बताया है? रहीम ने क्वार महीने के बादलों को थोथा यानी बेकार गरजने वाला बताया है।

यहाँ पेड़ की क्या विशेषता बताई गई है *?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: पेड़ और तालाब अपने द्वारा संचित वस्तु का स्वयं उपयोग नहीं करते। पेड़ न तो अपना फल खाता है और तालाब न तो कभी अपना जल पीता है।

बादलों से पर्वत के छिप जाने पर कवि ने क्या कल्पना की है अपने शब्दों में लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंमित्र! कवि कल्पना करता है कि पहाड़ बादलों रूपी पंख लगाकर कहीं उड़ गए हैं।

बादल कहाँ से आकर आकाश में छा जाते है?

इसे सुनेंरोकेंप्रस्तुत पंक्ति में कवि ने बादल की प्राकृतिक रूप से छा जाने वाली स्थिति का वर्णन किया है कि बादल किसी अनंत अज्ञात स्थल से आकर यकायक आसमान में छा जाते हैं। कवि ने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि गर्मी से तपती धरती को राहत प्रदान करने के लिए बादल अनजानी दिशा से आकर आकाश में छा गये थे।

कवि ने बादलों का आह्वान क्यों किया है?;?

इसे सुनेंरोकेंकवि ने बादल का ही आह्वान किया है क्योंकि बादल क्रांति के प्रतीक हैं। बादलों की गर्जना क्रांति का आह्वान के समान लगती है क्रांति आम व्यक्ति को प्रभावित करती है।

विप्लव-रव से छोटे ही हैं शोभा पाते पंक्ति विप्लव-रव से् क्या तात्पर्य है? छोटे ही हैं शोभा पाते ऐसा क्यों कहा गया है?


‘विप्लव-रव’ से तात्पर्य क्रांति के स्वर से है। जब क्रांति आती है तो उसका सबसे अधिक लाभ छोटे लोगों (किसान-मजदूरों-शोषित वर्ग) को ही मिलता है। शोषक वर्ग तो ‘विप्लव-रव’ अर्थात् क्रांति आने की संभावना से ही बुरी तरह घबरा जाता है। शोषित वर्ग जब क्रांति आने की आवाज (आहट) सुनता है तो उसके चेहरे पर प्रसन्नता की लहर दौड़ जाती है। क्रांति में यह वर्ग शोभा प्राप्त करता है।

838 Views


इस कविता में बादल के लिए ऐ विप्लव के वीर!, ऐ जीवन के पारावार! जैसे संबोधनों का इस्तेमाल किया गया है। बादल राग कविता के शेष पाँच खंडों में भी कई संबोधनों का इस्तेमाल किया गया है। जैसे- अरे वर्ष के हर्ष!, मेरे पागल बादल!, ऐ निर्बंध!, ऐ स्वच्छंद!, ऐ उद्दाम!, ऐ सम्राट!, ऐ विप्लव के प्लावन!, ऐ अनंत के चंचल शिशु सुकुमार! उपर्युक्त संबोधनों की व्याख्या करें तथा बतायें बादल के लिए इन संबोधनों का क्या औचित्य है?


अरे वर्ष के हर्ष: बादल वर्ष भर के बाद वर्षा ऋतु में आते हैं अत: हर्ष के कारण होते हैं। यह संबोधन उचित ही है।

मेरे पागल बादल: कवि का बादल को पागल कहना सही है। बादल पागलपन की हद तक मस्त होते हैं।

ऐ निर्बंध: बादल सर्वथा स्वच्छंद होते हैं, किसी बंधन में नहीं बँधते अत: यह संबोधन भी उचित है।

ऐ उद्दाम: बादल उच्छृंखल और निरंकुश होते हैं। वे अपनी मर्जी के मालिक होते है अत: यह संबोधन सही है।

ऐ सम्राट.: बादल बादशाह के समान होते हैं। वे शासन करते है, मानते नहीं।

ऐ विप्लव के प्लावन: बादल विप्लव को लाते हैं अत: यह संबोधन सटीक है।

ऐ अनंत के चंचल शिशु सुकुमार: बादल चंचल शिशु के समान सुकुमार भी होते हैं अत: यह संबोधन उचित है।

1060 Views


कविता को प्रभावी बनाने के लिए कवि विशेषणों का सायास प्रयोग करता है जैसे-अस्थिर सुखसुख के साथ अस्थिर विशेषण के प्रयोग ने सुख के अर्थ में प्रभाव पैदा कर दिया है। ऐसे अन्य विशेषणों को कविता से छाँटकर लिखें तथा बताएँ कि ऐसे शब्द-पदों के प्रयोग से कविता के अर्थ में क्या विशेष प्रभाव पैदा हुआ है?


दग्ध हृदय (दग्ध दुःख की अधिकता बताता है।)

निर्दय विप्लव (निर्दय-विशेषण विप्लव की हृदय हीनता को दर्शाता है।)

ऊँचा सिर (ऊँचा-विशेषण गर्व भावना को दर्शा रहा है।)

घोर वज्र-हुंकार (वज्र हुंकार की सघनता को दर्शाने के लिए ‘घोर’ विशेषण का प्रयोग)।

अचल शरीर (शरीर ‘अचल’ बताकर उसे निश्चल बताया गया है।)

आतंक भवन (भवन को आतंक का केंद्र बताने के लिए ‘आतंक’ विशेषण)।

सुकुमार शरीर (शरीर की कोमलता दर्शाने के लिए बच्चे के शरीर को सुकोमल बताया गया है।)

जीर्ण बाहु

शीर्ण शरीर (शरीर की दुर्बल अवस्था के लिए जीर्ण-शीर्ण-विशेषण।)

301 Views


कवि ने बादलों को कवि की संज्ञा क्यों दी?

आगे कवि बादल की गर्जन में क्रान्ति का संदेश सुनाते हुए कहते हैं कि हे बादल तुम अपनी चमकती बिजली के प्रकाश से हमारे अंदर पुरुषार्थ भर दो और इस तरह हमारे भीतर एक नये जीवन का संचार करो बादल में वर्षा की सहायता से धरती पर नया जीवन उत्पन्न करने की शक्ति होती है इसलिए कवि बादल को एक कवि की संज्ञा देते हुए उसे एक नई कविता की ...

बादलों के भीतर बिजली की कड़क को कवि क्या संज्ञा देता है?

उत्तर (क) कवि बादल का आह्वान करता है क्योंकि वह उसे क्रांति का प्रतीक मानता है। बादल बरसने से आम जनता की राहत मिलती है तथा बिजली गिरने से विशिष्ट वर्ग खत्म होता है। होते हैं तथा दुख स्थायी होते हैं। (घ) पृथ्वी में सोए हुए अंकुरों पर बादलों की गर्जना का प्रभाव पड़ता है।

कवि ने बादलों को क्या कहकर पुकारा है?

कवि ने बादलों को अज्ञात दिशा से आने वाला कहकर पुकारा है। कवि बादलों से आग्रह करता है कि बादल अज्ञात दिशा से आकर लोगों की बेचैनी को दूर कर दो एवं दुःख से पीड़ित धरती पर वर्षा कर सुख प्रदान कर दो। III. कवि बादलों से आकाश को घेरकर गरजने को कहता है।

कवि ने बादल का आह्वान क्यों किया है ?;?

Solution : बादलों की गर्जना से तात्पर्य क्रांतिकारी स्वर भरना है। कविता के माध्यम से कवि क्रांति की आवश्यकता को चिन्हित करता है। बादल क्रांति के प्रतीक हैं। यह क्रांति रूपी बादल पीड़ित प्यासे जन की आकांक्षाओं को पूरी करेगा और दूसरी तरफ वहीं बादल नई कल्पना और नए अंकुर उगाएगा।