कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?
PDF डाउनलोड करें।

PDF डाउनलोड करें।

कविता लिखने का मतलब, अपने अंदर झाँकना और अपने चारों ओर मौजूद दुनिया को ध्यान से देखना। एक कविता प्यार लेकर कुछ खोने तक या किसी पुराने खलिहान के जंग लगे दरवाजे तक, किसी भी बारे में हो सकती है। कविता लिखने के बारे में सोचना, आपके लिए जरा सा डरावना जरूर लग सकता है, खासतौर पर तब, जबकि आपको लगता हो, कि आप उतने ज्यादा क्रिएटिव नहीं हैं या आपके अंदर कविता लिखने लायक विचार ही नहीं हैं। एक सही प्रेरणा और नजरिया अपनाकर, आप एक ऐसी कविता लिख सकते हैं, जिसे आप खुशी-खुशी अपनी क्लास में मौजूद सारे लोगों के साथ या अपने फ्रेंड के साथ शेयर कर सकेंगे।

  1. कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

    1

    लिखने का अभ्यास करें: एक कविता की शुरुआत किसी छोटे से छंद मात्र से, कहीं से भी आ रही कुछ एक या दो लाइन से, या आपके मन से दूर जाने का नाम ही नहीं ले रही किसी एक तस्वीर से भी हो सकती है। आप बस लिखने का अभ्यास करके और अपने चारों तरफ मौजूद दुनिया का इस्तेमाल करते हुए भी अपने लिए एक प्रेरणा की तलाश कर सकते हैं। जब आपको अपने लिए एक प्रेरणा मिल जाए, फिर आप आपके विचारों को एक कविता का आकार दे सकते हैं।[१]

    विचारों के लिए चिंतन करना
    एक बार बस ऐसे ही कुछ भी लिखकर देखें। एक नोटबुक उठा लें, या फिर अपने कंप्यूटर पर ही, अपने पूरे दिन के बारे में, अपनी भावनाओं के बारे में या कैसे आपको मालूम ही नहीं है, कि आखिर लिखना क्या है, के बारे में लिखना शुरू करें। अपने मन को 5-10 मिनट के लिए भटकने दें और देखें आपको क्या मिलता है।
    एक प्रॉम्प्ट लिखें। कविता के लिए ऑनलाइन प्रॉम्प्ट की तलाश करें या फिर अपना खुद का विचार इस्तेमाल करें, जैसे कि, “पानी को कैसा महसूस होता है” या “बुरी खबर सुनकर कैसा अहसास होता है।” आपके मन में जो भी कुछ आता है, उसे लिख लें और देखें कि ये आपको कहाँ लेकर जाता है।
    तस्वीरों की एक लिस्ट या अपने मन में एक याद तैयार कर लें। ऐसी किसी परिस्थिति के बारे में सोचिए, जो आपके लिए एकदम भावनाओं से भरी हुई है और फिर इससे जुड़े हुए विचारों की या तस्वीरों की एक लिस्ट बना लें। आप अगर चाहें, तो आपके सामने मौजूद किसी चीज़ के ऊपर भी कुछ लिख सकते हैं या फिर कुछ दूर चलकर जाएँ, और आपके सामने आने वाली किसी भी चीज़ पर कुछ लिख सकते हैं।

  2. कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

    2

    अपने माहौल से, या अपने करीबियों से प्रेरणा पाएँ: आपके चारों तरफ एक अच्छी कविता लिखने के लिए प्रेरणा भरी हुई है, फिर चाहे आपने अभी तक इसे देखा न हो। अपनी सारी यादों, परिस्थितियों और पलों को अपने लिए मौजूद कविता के विषय के रूप में देखें, और आप भी अपने चारों तरफ मौजूद हर एक चीज़ में, कविता को देखना शुरू कर देंगे!

    एक विषय तलाशना
    वॉक पर निकल जाएँ। सिटी में आपके पसंदीदा पार्क या किसी मनपसंद जगह की ओर निकल जाएँ, या फिर अपने पड़ोस में ही घूमना शुरू कर दें। अपनी कविता की प्रेरणा के लिए, आपको मिलने वाले हर एक इंसान, और प्रकृति और साथ ही गुजरने वाली हर एक बिल्डिंग का इस्तेमाल करें।
    किसी ऐसे के बारे में कुछ लिखें, जिसकी आपको परवाह है। किसी ऐसे इंसान के बारे में सोचें, जो आपके लिए काफी महत्व रखता है, जैसे कि, आपके पेरेंट या आपका बेस्ट फ्रेंड। उनके साथ में बिताए हुए किसी खास पल को याद करें, और इसके जरिए एक ऐसी कविता लिखें, जिससे उन तक ये बात पहुँचे, कि आपको उनकी परवाह है।
    एक ऐसी याद को चुनें, जिसके लिए आपके अंदर बहुत ज्यादा दृढ़ भावनाएँ हैं। अपनी आँखें बंद करें, अपने मन को साफ करें, और फिर आपके मन के सामने आने वाले यादगार लम्हे की ओर ध्यान लगाएँ। ध्यान दें, कि ये आपके मन में पॉज़िटिव या नेगेटिव, कौन से इमोशन्स ला रही हैं, और इसकी जाँच करें। स्ट्रॉंग इमोशनल मूमेंट से अक्सर ही खूबसूरत और मजेदार कविता निकलकर आती हैं।

  3. कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

    3

    एक खास थीम या विचार चुनें: आप किसी ऐसे खास थीम या विचार पर ध्यान देकर आपकी कविता लिखना शुरू कर सकते हैं, जो आपको रोचक या मजेदार लगती हो। कविता लिखने के लिए, ध्यान देने योग्य एक खास थीम या विचार चुनने से आपकी कविता को एक स्पष्ट लक्ष्य या उद्देश्य मिल जाता है।

    इसकी वजह से, आपको आपकी कविता में किस तरह की छवियाँ और वर्णन का इस्तेमाल करना है, समझने में आसानी हो जाती है।

    [२]

    • उदाहरण के लिए, आप चाहें तो अपनी कविता को लिखने के लिए “प्यार और दोस्ती” थीम का चयन कर सकते हैं। आपको फिर अपनी ज़िंदगी के कुछ ऐसे पलों पर विचार करना होगा, जब आपने प्यार और दोस्ती का अनुभव किया, इसके साथ ही आप दूसरों के साथ अपने रिश्ते के आधार पर किस तरह से प्यार और दोस्ती को परिभाषित करते हैं।
    • थीम या विचार चुनते वक़्त कुछ एकदम खास बनकर सोचने की कोशिश करें, क्योंकि इसकी वजह से आपकी कविता को कम अस्पष्ट या कम उलझी हुई बनाने में मदद मिलेगी। उदाहरण के लिए, “हानि/क्षति” जैसी एक आम थीम चुनने के बजाय जरा ज्यादा स्पष्ट थीम, जैसे कि “बच्चे का खोना” या “बेस्ट फ्रेंड का खोना” चुनने की कोशिश करें।

  4. कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

    4

    एक काव्य रूप चुनें: अपनी कविता के लिए, एक काव्य रूप चुनकर, अपनी रचनात्मकता को उभरने दें।

    यहाँ पर ऐसे बहुत सारे अलग-अलग काव्य रूप मौजूद हैं, जिन्हें आप इस्तेमाल कर सकते हैं, जिनमें मुक्त छंद से लेकर लघुकाव्य तक के प्रकार मौजूद हैं।

    आप चाहें तो अपने लिए मुक्त छंद जैसे आसान काव्य रूप को चुन सकते हैं या फिर एक ऐसे रूप को भी चुन सकते हैं, जो कि जरा सा चैलेंजिंग हो, जैसे कि लघुकथा। एक काव्य रूप चुनें और बस उसी के स्ट्रक्चर से जुड़े रहें, ताकि आपकी कविता, इसे पढ़ने वाले को एक-जैसी लगे।[३]

    • आप चाहें तो कविता लिखने के लिए, हाइकू, सिंक्विन (Cinquain) या शेप कविताओं (Shape Poems) जैसे छोटे प्रकार को भी चुन सकते हैं। आप चाहें तो अपनी कविता को जरा मजेदार बनाने के लिए और कविता हर एक रूप की चुनौतियों का सामना करने के लिए, अलग-अलग तरह के प्रकारों को भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
    • आप अगर एक मजेदार कविता लिख रहे हैं, तो इसके लिए एक ऐसे प्रकार का चयन कर सकते हैं, जो अधिक मजाकिया और चंचल हो, जैसे कि लिमेरिक (limerick) फॉर्म। या फिर आप अगर एक नाटकीय या रोमांटिक कविता लिख रहे हैं, तो इसके लिए छंद गाथा, कथागीत या तुकबंदी जैसे गीत वाले प्रकार का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

  5. कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

    5

    कविताओं के उदाहरण पढ़ें: दूसरे कवि क्या लिखते हैं, इसके बारे में ज्यादा अच्छी समझ पाने के लिए, जरूरी है, कि आप कविताओं के उदाहरणों को देखें। आपको ठीक उसी तरह के काव्य रूप को पढ़ना है, जिसके ऊपर आप भी कविता लिखना चाहते हैं या थीम से जुड़ी कविताएं या फिर ऐसे विचार, जो आपको प्रेरित करते हैं, को पढ़ें। आप चाहें तो शैली के बारे में ज्यादा बेहतर जानकारी पाने के लिए, ऐसी कविताएं भी चुन सकते हैं, जो काफी जानी-पहचानी हैं और जिन्हें “क्लासिक” श्रेणी में रखा जाता है। उदाहरण के लिए, आप इन्हें पढ़ सकते हैं:

    • अमीर खुसरो की लिखी “ऐ री सखी मोरे पिया घर आए”[४]
    • जयशंकर प्रसाद की “आँसू”[५]
    • गुलजार की “कुछ और नज़्में”[६]
    • कबीर द्वारा लिखी “क्षमा कौ अंग”[७]
    • जावेद अख्तर की “तरकश”[८]
    • हरिवंशराय बच्चन की “मधुशाला”[९]
    • मैथलीशरण गुप्त की “साकेत”[१०]

  1. कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

    1

    ठोस कल्पनाओं का इस्तेमाल करें: अमूर्त कल्पनाओं से बचें और अपनी कविता में लोगों की, जगह की और चीजों की ठोस विवरण पर ध्यान दें। आपको हमेशा किसी भी चीज़ का विवरण

    अपनी पाँच इंद्रियों: महक, स्वाद, स्पर्श, दृष्टि और ध्वनि का इस्तेमाल करके ही करना चाहिए।

    ऐसे ठोस कल्पनाओं का इस्तेमाल करने से आपकी कविता को पढ़ने वाले लोग, आपकी कविता की दुनिया में डूब जाएँगे और

    उनके लिए, ये कल्पनाएँ

    जीवंत होती जाएँगी।[११]

    • उदाहरण के लिए, अपनी भावनाओं या तस्वीरों का संक्षिप्त शब्दों में विवरण देने के बजाय, इनके लिए ठोस शब्दों का इस्तेमाल करने की कोशिश करें। “मैं बहुत खुश हूँ,” लिखने की बजाय, अपनी तरफ से ठोस कल्पनाओं को तैयार करने के लिए “मेरी एक मुस्कुराहट से पूरा कमरा जगमगा उठा” जैसे ठोस शब्दों का इस्तेमाल करें।

  2. कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

    2

    साहित्यिक युक्तियों (अलंकारों) को शामिल करें: साहित्यिक युक्तियाँ, जैसे कि रूपक और उपमा, आपकी कविता में विविधता लाते हैं और इसमें एक गहराई भी लाते हैं। इस तरह की युक्तियों का इस्तेमाल करने से आपकी कविता एकदम हटके बन जाएगी और साथ ही इसे पढ़ने वालों के सामने इसकी एक विस्तृत तस्वीर भी उभरकर आएगी। अपनी कविता में इन साहित्यिक युक्तियों का इस्तेमाल करने की कोशिश करें, इनमें बदलाव करते रहें, इसलिए आपको लिखते समय सिर्फ उपमा या रूपक का ही बस नहीं इस्तेमाल करना है।[१२]

    कुछ नयी साहित्यिक युक्तियाँ इस्तेमाल करके देखें
    रूपक: इस युक्ति में एकदम हटके अंदाज़ में, किसी एक चीज़ की तुलना दूसरी चीज़ से की जाती है। ये रूपक, अपनी कविता में एक अद्भुत कल्पना शामिल करने और इसमें एक मजेदार स्वर शामिल करने का बहुत अच्छा तरीका है। उदाहरण: “मैं उस तार पर एक पंछी की तरह बन गया था, जो नीचे न देखने की कोशिश कर रहा था।”
    उपमा: उपमा में “जैसे” या “समान” का इस्तेमाल करके, किन्हीं दो चीजों की तुलना की जाती है। ये आपको रूपक की तरह ही लग सकते हैं, लेकिन दोनों ही अलग तरह के स्वर और लय का निर्माण करते हैं, जिन्हें आप अपनाकर देख सकते हैं। उदाहरण: “वो उस मैदान में एक अकेले कौए के समान थी,” या “मेरा दिल तो मानो सागर से गंभीर हो गया था।”
    अवतार या मानवीकरण: आप अगर किसी वस्तु या विचार को आदर्श रूप दे रहे हैं, तो आप उसे मानव के गुण या लक्षणों का इस्तेमाल करके बखान कर रहे हैं। ये उन मूर्त विचारों या तस्वीरों को भी जीवंत कर देता है, जिन्हें महसूस कर पाना कठिन हो। उदाहरण: “उस रात को हवा भी साँस ले रही थी।”
    अनुप्रास: अनुप्रास में बार-बार एक ही तरह के वर्ण को दोहराया जाता है या वर्णों की आवृत्ति को अनुप्रास कहते हैं। आप अगर अपनी कविता के स्वर के साथ में कुछ प्रयोग करना चाहते हैं, तो इसके लिए ये युक्ति आपकी काफी मदद कर सकती है। उदाहरण: “चारु चन्द्र की चंचल किरणें, खेल रहीं थीं जल-थल में।”

  3. कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

    3

    सुनने वालों के लिए लिखें: कविताओं को ज़ोर-ज़ोर से बोलकर पढ़ने के हिसाब से ही बनाया जाता है और आपकी कविता लोगों के कानों तक किस तरह से पहुँचने वाली है, कुछ ऐसा ही ध्यान में रखकर आपको लिखना चाहिए। लोगों के कानों तक इसे पहुंचाने की बात को ध्यान में रखकर लिखने से आपको इसके स्ट्रक्चर और अपने शब्दों के चयन के साथ खेलने का मौका मिल जाएगा।

    ध्यान दें कि आपकी कविता की प्रत्येक पंक्ति एक-दूसरे के साथ में कैसे बह रही है और कैसे इसमें एक दूसरे के आगे एक शब्द आते जा रहा है, जिससे एक निश्चित ध्वनि बन रही है।

    [१३]

    • उदाहरण के लिए, आप “लौ” और “ललक” के स्वर के बीच में तुलना कर सकते हैं। “लौ” में एक “औ” स्वर आता है, जिससे इसे सुनने वाले के मन में कोमलता और गर्माहट की छवि बन जाती है। “ललक” में दो अक्षर समान हैं, और इसमें ज्यादा “ल” स्वर है। इस शब्द से सुनने वाले के लिए एक ज्यादा स्पष्ट और लयबद्ध स्वर का निर्माण होता है।

  4. कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

    4

    रूढ़िवादी धारणाओं के इस्तेमाल से बचें: आपकी कविता काफी स्ट्रॉंग बनेगी, अगर आप इसमें किसी भी तरह की रूढ़िबादी धारणाओं का इस्तेमाल नहीं करेंगे, जो कि कुछ ऐसे वाक्य होते हैं, जो इतना ज्यादा प्रचलित हो चुके हैं, कि अब वो अपना अर्थ ही खो बैठे हैं। अपनी कविता में कुछ रचनात्मक विवरण और छवियों का इस्तेमाल करें, ताकि इसे पढ़ने वाले लोग, आपके लेखन से आश्चर्यचकित और चिंतित भी हो। अगर आपको ऐसा लगता है, कि कोई छवि या कोई वाक्य, इसे पढ़ने वालों के लिए काफी जाना-माना है, तो इसकी जगह पर कोई बहुत अलग सा वाक्य डाल दें।[१४]

    • उदाहरण के लिए, आपको ऐसा अहसास हुआ कि आपने कहीं पर “वो तो एक मधुमक्खी जितना व्यस्त हो चुकी है” लिखकर, किसी इंसान का वर्णन करने के लिए, रूढ़िवादी वाक्य इस्तेमाल कर दिया है। आप ऐसे वाक्यों को “उसके हाँथ कभी खाली ही नहीं रहते” या “वो तो एकदम घड़ी की सुई की तरह चलती रहती है” जैसे कुछ ज्यादा अलग वाक्य लिखकर बदल सकते हैं।

  1. कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

    1

    अपनी कविता को ज़ोर-ज़ोर से पढ़ें: आप जब अपनी कविता की रफ कॉपी तैयार कर लें, फिर आपको इसे ज़ोर-ज़ोर से पढ़ना है। अपने पेज के स्वर पर ध्यान लगाएँ। ध्यान दें, कि किस तरह से आपकी कविता की एक पंक्ति, उसकी दूसरी पंक्ति के साथ लयबद्ध है।

    अपने पास में एक पेन रखें, ताकि अगर आपको ऐसा कोई भी वाक्य या लाइन नजर आए, जो ज्यादा स्पष्ट नहीं है, या जो सुनने में अजीब लग रही है, तो उसे मार्क कर सकें।

    [१५]

    • आपको अपनी कविता को दूसरे लोगों के सामने भी ज़ोर-ज़ोर से पढ़ना चाहिए, जिनमें आपके फ्रेंड्स, फैमिली या आपका पार्टनर शामिल है। उनके द्वारा पहली बार में कविता सुनने के बाद उनसे प्रतिक्रिया मांगें और ध्यान दें, अगर आपको समझ आए, कि उन्हें किसी भी पंक्ति या वाक्य में कोई भी कन्फ़्यूजन है, या वो समझ नहीं पा रहे हैं।

  2. कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

    2

    दूसरों से प्रतिक्रिया मांगें: आप अगर चाहें या संभव हो, तो अपनी कविता में सुधार करने के हिसाब से कुछ प्रतिक्रिया पाने के लिए, कुछ दूसरे कवियों के सामने भी अपनी कविता को सुना सकते हैं। आप चाहें तो कवियों के ग्रुप से भी जुड़ सकते हैं, जहां पर आप आपकी कविता को दूसरे कवियों के साथ तैयार कर सकते हैं और दूसरे कवियों के साथ मिलकर अपनी कविता बना सकते हैं। या आप चाहें तो कविता लिखने की एक क्लास भी कर सकते हैं, जहां आपको एक निर्देशक मिलेगा और साथ ही आपके लेखन में सुधार करने के लिए और भी आकांक्षी कवि मिल जाएँगे। फिर आप आपके साथी कवियों से, आपकी कविता पर प्रतिक्रिया ले सकते हैं और उसे अपनी कविता तैयार करने में इस्तेमाल भी कर सकते हैं।[१६]

  3. कविता क्या है और यह कैसे बनती है? - kavita kya hai aur yah kaise banatee hai?

    3

    अपनी कविता को दोहराएँ: आप जब अपनी कविता पर प्रतिक्रिया पा लेते हैं, फिर आपको इसे कुछ इतनी बार दोहराना है, जब तक कि ये आपको सही न लगने लग जाए। अगर आपकी कविता में ऐसी कोई पंक्ति है, जो बहुत ज्यादा स्पष्ट नहीं है या जिससे कन्फ़्यूजन हो रहा है, तो उसे हटाने के लिए, दूसरे लोगों की तरफ से आई प्रतिक्रिया स्वीकार करें। अपनी कविता में बस कुछ अच्छी लाइन जोड़े रखने के एवज में अपनी कविता को न बिगड़ने दें, आपको अपनी इन कुछ अच्छी लाइन्स को “मिटाने के लिए” तैयार रहना होगा।

    ध्यान रहे, कि कविता में लिखी हर एक लाइन, कविता के असल लक्ष्य, थीम या विचार के साथ मेल खानी चाहिए।

    [१७]

    • आपको अपनी कविता को बहुत पैनी नजर से देखना है और अगर आपको कहीं भी कोई रूढ़िवादी विचार या जाना-पहचाना वाक्य नजर आता है, तो उसे हटाने को भी तैयार रहना है। इसके साथ ही आपको अपनी कविता में स्पेलिंग और ग्रामर के सही होने की जांच भी करना है।

रेफरेन्स

विकीहाउ के बारे में

सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो १,३८,०२१ बार पढ़ा गया है।

यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?

कविता क्या है और कैसे बनती है?

कविता दो प्रकार से लिखी जाती है पहली छंदमुक्त और दूसरी छंदयुक्त कविताएं। छंदमुक्त कविताएं- छंदमुक्त कविताएं कविता लेखन की शुरुआत करने पर लिखी जाती है। जब कोई रचनाकार कविता लिखने की शुरुआत करता है, तो वो सबसे पहले छंदमुक्त रचनाएं ही लिखता है एवं उन्हें महत्व देता है।

कविता कितने प्रकार के होते हैं?

काव्य तीन प्रकार के कहे गए हैं, ध्वनि, गुणीभूत व्यंग्य और चित्र। ध्वनि वह है जिस, में शब्दों से निकले हुए अर्थ (वाच्य) की अपेक्षा छिपा हुआ अभिप्राय (व्यंग्य) प्रधान हो। गुणीभूत ब्यंग्य वह है जिसमें गौण हो।

कैसे बनती है कविता के प्रश्न?

उत्तर: “कविता कैसे बनती है?” इस प्रश्न का उत्तर दे पाना भी अत्यंत कठिन है। कवि एक प्रतिभा-संपन्न व्यक्ति होता है।.
कविता भाषा में ही रची जाती है इसलिए कविता की रचना के लिए कवि को भाषा का सम्यक् ज्ञान होना चाहिए।.
शब्दों के समुचित संयोजन से भाषा बनती है। ... .
कविता में संकेतों का विशेष महत्त्व होता है।.

कविता क्या है सारांश?

तात्पर्य यह कि कविता मनोवेगों को उत्तेजित करने का एक उत्तम साधन है। यदि क्रोध, करुणा, दया, प्रेम आदि मनोभाव मनुष्य के अन्त:करण से निकल जाएं तो वह कुछ भी नहीं कर सकता। कविता हमारे मनोभावों को उच्छ्वसित करके हमारे जीवन में एक नया जीव डाल देती हैं। हम सृष्टि के सौन्दर्य को देखकर मोहित होने लगते हैं।