खाना कम खाने से क्या नुकसान होता है? - khaana kam khaane se kya nukasaan hota hai?

कई लोग जल्‍दी वजन घटाने के लिए दिन में सिर्फ एक बार खाना खाते हैं। ऐसा करके कैलोरी का सेवन कम होता है लेकिन भोजन में पोषक तत्‍वों की मात्रा उतनी ही रखी जाती है जितनी की शरीर को जरूरत होती है।जब आप दिन में दो बार भोजन और बीच-बीच में स्‍नैक्‍स लेते हैं तो आपका शरीर उस कैलोरी को सामान्‍य दर से एनर्जी में बदलता है। वहीं एक समय खाना खाने पर शरीर को बाकी जगहों से एनर्जी बनानी पड़ती है, जैसे कि शरीर में पहले से जमा फैट। अगर आप भी वजन घटाने के लिए एक समय खाना खाते हैं या ऐसा करना शुरू करने वाले हैं तो इससे पहले इस तरह की डायट के फायदे और नुकसान जान लीजिए।

कैसे काम करता है ये तरीका

दिन में एक बार खाना खाने के लिए कई लोग डिनर को चुनते हैं ताकि पूरा दिन व्रत रखा जाए और दिनभर उस खाने की कैलोरी ही इस्‍तेमाल हो। इस एक बार के खाने में आपको उतनी कैलोरी शामिल करनी चाहिए जितनी की आपके दिनभर काम करने के लिए जरूरी है और इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन एवं वसा का संतुलन होना चाहिए।

कैलोरी को लेकर ज्‍यादा परेशान न हों बल्कि मैक्रोन्‍यूट्रिएंट्स पर ध्‍यान दें। पेट भर के खाना खाएं और अपने आहार में हर तरह के खाद्य पदार्थ को शामिल करें।

खाना कम खाने से क्या नुकसान होता है? - khaana kam khaane se kya nukasaan hota hai?


एक बार खाना खाने के फायदे

व्रत रखने पर लंबे समय तक कई अध्‍ययन किए गए हैं। इनमें से कई अध्‍ययन पुरुषों द्वारा व्रत रखने पर केंद्रित थे। हो सकता है कि महिलाएं शरीर की विभिन्‍न प्रक्रियाओं से प्रभावित हों, जैसे कि मासिक धर्म, प्रेग्‍नेंसी और स्‍तनपान।

व्रत को लेकर किए गए अध्‍ययनों में सामने आया है कि रोज 20 से 25 फीसदी कैलोरी का सेवन कम करने से ह्रदय स्‍वस्‍थ रहता है और ग्‍लूकोज लेवल घटकर ब्‍लड शुगर भी संतुलित हो जाता है।

वहीं एक अन्‍य अध्‍ययन की मानें तो टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में 6 हफ्ते तक इंटरमिटेंट फास्टिंग से ब्‍लड शुगर लेवल में महत्‍वपूर्ण सुधार आता है और वजन भी कम होता है। अध्‍ययनों की मानें तो प्रीडायबिटीज या इंसुलिन रेसिस्‍टेंड के मरीजों में इं‍टरमिटेंड फास्टिंग मददगार साबित हो सकती है।

वहीं दिन में एक बार खाना खाने वाले लोगों ने बताया कि इससे उन्‍हें एनर्जी बढ़ाने में मदद मिलती है और लंबे समय तक पेट भरा रहता है।

खाना कम खाने से क्या नुकसान होता है? - khaana kam khaane se kya nukasaan hota hai?


एक बार खाना खाने के नुकसान

जो लोग दिन में सिर्फ एक बार खाना खाते हैं उनमें कुछ तरह के दुष्‍प्रभाव भी देखे जाते हैं जैसे कि बहुत ज्‍यादा भूख लगना, थकान, कंपकपी, कमजोरी, ध्‍यान न लगा पाना और बिंज ईटिंग।

वहीं, अगर आप डायबिटीज या हाइपोग्‍लाइसेमिया जैसी किसी स्‍वास्‍थ्‍स स्थिति से ग्रस्‍त हैं तो व्रत रखना आपके लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। कुछ लोगों का शरीर बड़ी जल्‍दी एक बार खाने की आदत को अपना लेता है जबकि कुछ लागों को लंबे समय तक बिना कैलोरी के रहने में बहुत दिक्‍कत होती है।

अध्‍ययनों के भी मुताबिक, एक बार खाना सेहत के लिए सही है। लेकिन आपको अपने इस एक आहार में शरीर के लिए जरूरी सभी पोषक तत्‍वों को शामिल करना होगा। वहीं, ऐसा जरूरी नहीं है कि वजन घटाने का ये तरीका सब लोगों के लिए कारगर साबित हो। हर किसी का शरीर अलग होता है इसलिए ऐसा जरूरी नहीं है कि जो एक चीज किसी एक व्‍यक्‍ति के लिए कारगर साबित हो रही हो, वो दूसरे को भी फायदा पहुंचाए।

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अब तक आपने सुना होगा कि ज्यादा नमक खाना सेहत कि लिए हानिकारक होता है और खाने में ऊपर से नमक डालकर नहीं खाना चाहिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कम नमक भी नुकसानदायक है? जी हां, नमक की कमी भी आपकी सेहत को खराब कर सकती है। जानिए कम नमक खाने के यह 5 नुकसान -

1 कोलेस्ट्रॉल - साल 2012 में अमेरिकन जर्नल ऑफ हाइपरटेंश में प्रकाशित एक शोध के अनुसार कम नमक खाने वाले लोगों में रेनिन, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर सामान्य लोगों की तुलना में अधिक होता है।

2 डायबिटीज - कम नमक खाने पर आप सोडियम की पर्याप्त मात्रा नहीं ले सकेंगे जिसके परिणामस्वरूप आप टाइप 2 डाइबिटीज के शिकार हो सकते हैं। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में साल 2010 में हुए शोध के अनुसार नमक की कमी का सीधा संबंध इंसुलिन संवेदनशीलता से है। यह इंसुलिन संवेदनशीलता को घटाता है जबकि कार्य क्षमता बढ़ाता है। इंसुलिन संवेदनशीलता की कमी डायबिटीज से पहले का चरण है।

3 ब्लडप्रेशर - एक शोध के अनुसार आवश्यकता से कम नमक खाने पर हाइपरटेंशन, सिस्टोलिक प्रेशर में खासा फर्क नहीं पड़ता। ऐसा नहीं कहा जा सकता कि नमक कम खाने से इसकी संभावना कम हो जाती है।

4 इसके अलावा नमक कम खाने की स्थिति में आपको सुस्ती, उल्टी जैसा मन होना व मन कच्चा होने जैसी समस्याएं हो सकती है जो दिमाग व हृदय की सूजन की ओर इशारा करती है। अगर आप शारीरिक परिश्रम अधिक करते हैं तो आपको नमक की भी उतनी ही आवश्यकता होती है।

5 अगर आप इस डर से नमक कम खाते हैं कि ज्यादा नमक खाने से आपको हाई ब्लडप्रेशर की समस्या हो सकती है, तो हम आपको बता दें कि बिना कारण नमक कम खाना आपको लो ब्लडप्रशर का मरीज जरूर बना सकता है।

कम खाने से वजन घटता है क्या?

डाइटिंग करना अधिक इफेक्टिव नहीं अगर आप भूख लगने पर ही खाना खाएंगे तो शरीर को अच्छा लगेगा और आपको वजन कम करने में भी मदद मिलेगी. यह रिसर्च इस बात का सबूत है कि डाइटिंग करना वजन घटाने और शरीर की संतुष्टि दोनों के लिए इफेक्टिव नहीं है बल्कि इससे उल्टा असर हो सकता है.

1 दिन में कितनी बार भोजन करना चाहिए?

दिन में 3 बार भोजन करना यदि आप स्वस्थ हैं, तो दिन में 3 भोजन करें। यह एक संतुलित जीवनशैली भाग होता है जहां आप 14-16 घंटे रुक-रुक कर उपवास के साथ सूर्यास्त से पहले हल्का नाश्ता, दोपहर में पर पेट भोजन और रात में हल्का डिनर खा सकते हैं।

एक इंसान को कितना खाना खाना चाहिए?

सबकी कैपेसिटी अलग होती है। एवरेज इंसान को दिन की 2000 कैलरी चाहिए होती है। तो लगभग दो या पोन दो किलोग्राम जितना खाना चाहिए

कम भोजन करने से क्या होता है?

यह मेंटल हेल्थ को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है, साथ ही नाश्ता भी स्किप हो सकता है. जो लोग नाश्ता भी नहीं खाते हैं, उनमें डिप्रेशन, स्ट्रेस लेवल के लक्षण नजर आ सकते हैं. इससे स्ट्रेस हार्मोन्स रिलीज हो सकता है, जो नींद में बाधा डालने का काम कर सकते हैं.