What is Hemophilia Disease, its types and symptoms? हीमोफीलिया एक आनुवांशिक बीमारी है यानी यह बीमारी माता-पिता से बच्चे में भी हो सकती है. आमतौर पर यह बीमारी पुरुषों में अधिक पाई जाती है. गुणसूत्र (क्रोमोसोम) इस बीमारी के वाहक यानी बीमारी को आगे भेजने वाले होते हैं. इस बीमारी से ग्रसित लोगों में रक्त का थक्का नहीं बनता है. इन मरीजों के रक्त में प्रोटीन की कमी होती है जिसे क्लौटिंग फैक्टर (clotting factor) भी कहते है. यह प्रोटीन फैक्टर रक्त में थक्का जमा कर उसका बहना रोक देता है.रक्तस्राव अधिक हो तो जानलेवा हो सकता है. आइये इस लेख के माध्यम से अध्ययन करते हैं कि हीमोफीलिया कैसी बीमारी है, कितने प्रकार की होती है और
इसे नियंत्रित किया जा सकता है या नहीं. हीमोफीलिया बी में फैक्टर 9 की कमी होती है.यानी रक्त का थक्का या क्लॉट जमाने के लिए आवश्यक तत्व को फैक्टर कहा जाता है जो कि एक थक्केदार प्रोटीन है. और यदि वो हीमोफीलिया से ग्रसित हो लेकिन पिता से आने वाला X क्रोमोसोम हीमोफीलिया से ग्रसित नहीं हो तो बेटी में यह बिमारी नहीं होगी. पिता से बच्चों में हीमोफीलिया अधिकतर नहीं होती है.हीमोफीलिया ए और बी वाले लोगों में अक्सर, अन्य लोगों की तुलना में लंबे समय तक रक्तस्राव होता है. रक्तस्राव या ब्लीड आंतरिक रूप से जोड़ों और मांसपेशियों में या मामूली कट लगने से, दंत चिकित्सा प्रक्रियाओं या आघात हो जाने से हो सकता है. कितनी बार एक व्यक्ति को रक्तस्राव होता है और रक्तस्रावों की गंभीरता प्लाज्मा में कितना फैक्टर 8 या 9 के होने पर निर्भर करती है. जानें किस ब्लड ग्रुप के व्यक्ति का स्वभाव कैसा होता है की कमी एक आटोसॉमल अप्रभावी अनुवांशिक पैटर्न (autosomal recessive pattern) से होती है, जिसका अर्थ है कि माता-पिता दोनों में ऐसा जीन होगा जो बच्चे में इस बिमारी को पैदा करेगा जो कि हीमोफीलिया ए और बी के विपरीत है. हीमोफीलिया बीमारी के लक्षण
वर्ष 2018 में विश्व हीमोफीलिया दिवस का विषय “सबका उपचार : सबका लक्ष्य” है. हीमोफीलिया खून के थक्के बनने की क्षमता को प्रभावित करने वाला एक आनुवंशिक रोग है. यह खून बहने वाले विकारों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है. अर्थात हीमोफीलिया खून के थक्के बनने की क्षमता को प्रभावित करने वाला एक आनुवंशिक रोग है और प्रति वर्ष 17 अप्रैल को विश्व हीमोफीलिया दिवस मनाया जाता है. बॉम्बे ब्लड ग्रुप क्या होता है और इसकी खोज किसने की थी? हीमोफीलिया रोग किसकी कमी के कारण होता है?विशेषज्ञों के अनुसार इस रोग का कारण एक रक्त प्रोटीन की कमी होती है, जिसे 'क्लॉटिंग फैक्टर' कहा जाता है। इस फैक्टर की विशेषता यह है कि यह बहते हुए रक्त के थक्के जमाकर उसका बहना रोकता है।
हीमोफीलिया रोग कितने प्रकार के होते हैं?मुख्यतौर पर हीमोफीलिया रोग दो प्रकार का होता है. हीमोफीलिया ए और हीमोफीलिया बी. हीमोफीलिया ए में फैक्टर 8 की कमी होती है. जो कि एक थक्केदार प्रोटीन है.
हीमोफीलिया का दूसरा नाम क्या है?इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 17... हीमोफीलिया को ब्रिटिश रॉयल डिजीज के नाम से भी जाना जाता है। यह एक आनुवांशिक बीमारी है, जिसमें खून का थक्का बनने की प्रक्रिया बाधित होती है।
हीमोफीलिया रोग स्त्रियों में क्यों नहीं होता?जौनपुर महिलाओं में हीमोफीलिया रोग का खतरा कम होता है क्योंकि वह इस बीमारी के लिए जिम्मेदार आनुवांशिक इकाइयों के वाहक की भूमिका निभाती हैं। उक्त बातें गुरुवार को ईशा हास्पिटल में विश्व हीमोफीलिया दिवस पर आयोजित जागरुकता संगोष्ठी में चिकित्सकों ने कही। वरिष्ठ सर्जन डा.
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