मुरैना जिले में कितनी ग्राम पंचायत है? - muraina jile mein kitanee graam panchaayat hai?

कैबिनेट मंत्री दर्जा ऐंदल सिंह कंषाना ने अपने गृह क्षेत्र की दोनों पंचायतों में महिला प्रतिनिधि निर्विरोध चुनवाए, एक पंचायत सबलगढ़ जनपद की

MP Panchayat Election 2022 :हरिओम गौड़, मुरैना। नईदुनिया। मुरैना जिले की तीन ग्राम पंचायतों ने इतिहास रच दिया है। यह तीनों ग्राम पंचायतें महिला सम्मान व महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनकर उभरी हैं। यहां सरपंच व पंच पदों पर महिलाओं को निर्विरोध चुना गया है। संभवत: पूरे प्रदेश में मुरैना जिला पहला है, जहां तीन ग्राम पंचायतों में महिला जनप्रतिनिधि निर्विरोध चुनावी रण में उतारी गई है। इनमें केबिनेट मंत्री दर्जा व एमपी एग्रो के चेयरमैन ऐंदल सिंह कंषाना का नाम सबसे अव्वल है, जिन्होंने अपने गृह गांव नायकपुरा और पड़ोसी हुसैनपुर ग्राम पंचायत में सरपंच व 12-12 पंच पदों पर महिलाओं को निर्विरोध चुनवाया है।

नायकपुरा से ऐंदल सिंह कंषाना की भावी कैलादेवी तो हुसैनपुर से जनकश्री निर्विरोध सरपंच बनेंगी। तीसरी ग्राम पंचायत सबलगढ़ जनपद की सिमरौदा किरार है, जहां ओमवती धाकड़ को निर्विरोध सरपंच चुनी गई हैं। पंचायत के सभी 12 वार्ड में भी महिलाओं को निर्विरोध पंच प्रत्याशी चुना गया है।

69 लाख खर्च कर कराए काम, तब हुई निर्विरोध

सबलगढ़ जनपद की सिमरौदा किरार ग्राम पंचायत में दो गांव सिमरौदा व झारेला गांव आते हैं। पिछली बार हुए चुनाव में यहां आधा दर्जन से ज्यादा प्रत्याशी मैदान में थे और दामोदर धाकड़ ने चुनाव जीता था, जो कैंसर रोग से ग्रसित हो गए। पंचायत में उतना काम नहीं हुआ जितनी उम्मीद थी। ऐसे मंे आेमवती धाकड़ के पति रामप्रकाश धाकड़ ने करीब चार साल पहले ही सरपंची के लिए दावा कर दिया था, लेकिन चुनाव समय पर नहीं हुए। इस बीच प्रकाश धाकड़ ने बिना किसी सरकारी बजट के अपने खर्च से 69 लाख रुपये खर्च करके 20 फीट गहरा गुमा नाले के अलावा कई काम करवाए। इसके लिए रामप्रकाश धाकड़ ने कुछ लोगों की समिति बनाई, जिसने काम की मानीटरिंग व खर्च का हिसाब रखा। इसी काम की दम पर रामप्रकाश की पत्नी ओमवती को पूरे गांव में बिना विरोध के सरपंच चुन लिया है।

मुरैना जिले में कितनी ग्राम पंचायत है? - muraina jile mein kitanee graam panchaayat hai?

Morena News: बिजली पोल के लिए खोदे गए 10 फीट गहरे गड्ढे में गिरा डेढ़ साल का बच्चा, एक घंटे बाद सुरक्षित निकाला

यह भी पढ़ें

तीनों पंचायतों को नकद मिलेंगे 12-12 लाख, 15 लाख विकास कार्यों को

पंचायत चुनाव में निर्विरोध जीत हासिल करने वाले प्रत्याशियों और उनके क्षेत्र को सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। जिस पंचायत में केवल सरपंच निर्विरोध चुना जाएगा उसे पांच लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच तथा सभी पंच निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं, उन्हें सात लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी और जिन पंचायतांे में सरपंच व पंच पदों पर महिलाएं निर्विरोध चुनी जाएंगी, उस ग्राम पंचायत को सरकार नकद 12 लाख रुपये और 15 लाख रुपये विकास कार्याें के लिए अलग से दिए जाएंगे।

मुरैना जनपद पंचायत की पहले राउंड की काउंटिंग खत्म हो गई है। सिलगला पंचायत से केदार सिंह 26 वोट से जीते हैं। गौसपुर पंचायत से नर्वदा बाई अपनी प्रतिद्वंदी मीना परमार से 86 वोट से जीत गई हैं। नर्वदा बाई अशिक्षित है। लेकिन अब गांव के बच्चों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी उठाएंगी।

विजयी सरपंच

मुंगावली ग्राम पंचायत से प्रत्याशी राजवती अपने प्रतिद्वंदी दीपा से जीत गई हैं। राजवती के 679 दीपा को 671 वोट मिले हैं। इसी प्रकार ग्राम पंचायत खवरौली से सम्पतिबाई 126 वोट से जीत गई। इनको कुल 256 वोट मिले है। वहीं इनके प्रतिद्वंदी राजेंद्र सिंह को कुल 426 वोट मिले हैं।

मुरैना में दूसरे चरण के मतदान के बाद अब पहले राउंड की वोट की गिनती खत्म हो चुकी है। गिनती सुबह 7 बजे से शुरु हुई थी। मतगणना दो जगह हुई। मुरैना जनपद की मतगणना शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज बड़ोखर के प्रथम तल पर हुई वहीं जौरा जनपद की मतगणना शासकीय कॉलेज पगारा रोड पर हुई।

मुरैना जनपद पंचायत रिजल्ट

नाऊपुरा गांव से राम रहीस जीत गए हैं। इसी प्रकार ग्राम पंचायत खबरौली से संपतबाई 126 वोट से जीत गई हैं, उन्हें 256 वोट मिले हैं। उनके प्रतिद्वंदी राजेंद्र कोरी को 426 वोट मिले हैं। सिरमती ग्राम पंचायत से पूरन सिंह 584 वोट से जीत गए हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी अशोक शुक्ला को हराया है। अशोक शुक्ला 237 वोट मिले हैं। ग्राम पंचायत मदन बसई से मुन्नी बाई पत्नी पंजाब सिंह जीत गई है। मुन्नी बाई को 539 वोट मिले हैं। मुन्नी बाई ने मीरा पत्नी रुस्तम सिंह को हराया है। मीरा को 327 वोट मिले हैं। गिरगौनी ग्राम पंचायत से भूरी सिंह घुरैया 53 वोट से जीत गई है। उन्हें 460 वोट मिले हैं। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी आरती पत्नी हरेंद्र को हराया है, आरती को 407 वोट मिले हैं।

अजनौधा ग्राम पंचायत से कोमेश पति देवेंद्र सिंह कंसाना जीत गई हैं, इनको 994 वोट मिले हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के भतीजे राहुल दंडोतिया की मां निर्मला दंडोतिया सुरजनपुर ग्राम पंचायत से जीत गई हैं। उन्हें 518 वोट मिले हैं। इन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कॉमेश पत्नी सत्यवीर को हराया है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत दशहरा सरपंच पद के प्रत्याशी श्यामा तोमर पत्नी उदयवीर सिंह हवेली जीत गई है। इन्हें 510 वोट मिले हैं। इन्होंने अंजू चौहान को 86 वोट से हराया है। अंजू चौहान को कुल 420 वोट मिले हैं।

मुरैना जिले के पोरसा जनपद में मतगणना जारी है। फिलहाल शुरूआती नतीजे सामने आए हैं। रैपुरा ग्राम पंचायत से मुन्नी देवी सरपंच बनने जा रही हैं। वहीं विजयगढ़ से श्रीराम रखवार ने जीत हासिल की है और तरसमा पंचायत से सत्‍यभान सिंह ने अपने नाम जीत दर्ज कर ली है। पोरसा जनपद पंचायत के 53 ग्राम पंचायतों, 25 जनपद सदस्य और 3 जिला पंचायत सदस्य के लिए आज मतगणना जारी है। फिलहाल मतगणना के लिए पोरसा में प्रत्‍याशियों को पहुंचना शुरू हो गया है और थोड़ी ही देर आंतरिक नतीज भी आना शुरू हो जाएंगे।

7 साल बाद हो रहे हैं जनपद पंचायत चुनाव

करीब 7 साल के अंतराल के बाद मप्र में पंचायत चुनाव हुए हैं। मुरैना जिले के 2 ब्लॉक में प्रथम चरण में पंचायत चुनाव का मतदान 25 जून को संपन्न हो गया । पोरसा ब्लॉक की 53 ग्राम पंचायतों में करीब 259 प्रत्याशी सरपंच पद के लिए मैदान में उतरे थे , जिनकी मतगणना आज सुबह 08 बजे से मतदान शुरू हो चुकी है, जिसके लिए सुबह 06 बजे से ही लोग शिवम कॉलेज पोरसा पर पहुंचने लगे हैं, वहीं मतगणना दो पाली में संपन्न कराई जाएगी।

मुरैना में कितनी ग्राम पंचायत है?

तहसीलवार गांवों की संख्या, अंबाह (75), पोरसा (75), मोरेना (17 9), जौरा (247), कैलारास (105) और सबलगढ़ (134) हैं। ग्राम पंचायतों की संख्या 489 है।

मुरैना जिले में कितने ब्लॉक हैं?

मुरैना जिले में कुल 6 ब्लॉक हैं

मुरैना का पुराना नाम क्या है?

मुरैना का प्राचीन नाम मयूरवन है जो की महाभारत काल के समय बहुत प्रसिद्ध था।

मध्य प्रदेश में कुल कितने ग्राम पंचायत है?

आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की मध्यप्रदेश में कुल ग्राम पंचायतों की संख्या 23012 है।