Solution : अल्पकाल सीमान्त लागत वक्र, औसत परिवर्तनशील लागत वक्र तथा औसत लागत वक्र का आकार अंग्रेजी के अक्षर U जैसा होता है। इन वक्रों के आकार साधन के वर्धमान प्रतिफल, समान प्रतिफल और ह्रासमान प्रतिफल का उत्पादन प्रक्रिया में क्रमशः लागू होना है। <br> औसत लागत (AC) तथा सीमान्त लागत (MC) में संबंध (Relationship between AC and MC) <br> <img src="https://d10lpgp6xz60nq.cloudfront.net/physics_images/UNQ_HIN_10Y_QB_ECO_XII_QP_E04_013_S01.png" width="80%"> <br> (i) यदि औसत लागत (AC) गिर रही है तब `ACgtMC.` <br> (ii) यदि औसत लागत (AC) समान है तब AC = MC. <br> (iii) यदि औसत लागत (AC) बढ़ रही है तब `ACltMC` <br> (iv) जब AC गिरती है, तो MC तेजी से गिरती रही है। (v) जब AC ऊपर की ओर बढ़ती है, तो MC और तेजी से बहती है। <br> सीमांत लागत (Marginal Cost)-एक इकाई द्वारा अधिक उत्पादन करने पर लगने वाले अतिरिक्त लागत को सीमान्त लागत कहते हैं। <br> `MC=TC_(n)-TC_(n-1)` चूंकि अतिरिक्त लागत परिभाषा से ही परिवर्ती होती है। इसका अनुमान निम्न प्रकार से लगाया जा सकता है। <br> `MC =TVC_(n-1)r rArr MC=(DeltaTC)/(DeltaQ)` <br> औसत लागत (AC) परिवर्ती अनुपात के नियम के अनुरूप आकार की होती है। Show विषयसूची इसे सुनेंरोकेंउत्पादन तथा लागत अल्पकालीन सीमांत लागत (MC) वक्र ‘U’ आकार का इसलिए होता है क्योंकि अल्पकाल में परिवर्ती अनुपातों का नियम लागू होता है। यह दर्शाता है कि प्रारम्भिक अवस्था में सीमांत लागत गिरती है और बाद में उठती है। इसे हम संलग्न रेखाचित्र द्वारा दिखा सकते हैं। पैमाने के प्रतिफल से आप क्या समझते है पैमाने की विभिन्न प्रतिफल दशाओं को स्पष्ट कीजिए?इसे सुनेंरोकेंपैमाने के प्रतिफल की परिभाषा (Introduction to Returns to Scale): पैमाने के प्रतिफल उत्पादन फलन की दीर्घकालीन प्रवृत्ति को सूचित करते हैं । दीर्घकाल में कोई उत्पत्ति का साधन स्थिर नहीं रहता । सभी उत्पत्ति के साधन परिवर्तनशील हो जाते हैं तथा उन्हें आवश्यकतानुसार परिवर्तित भी किया जा सकता है । प्र 21 सीमांत लागत वक्र कैसा दिखाई देता है यह ऐसा क्यों दिखता है स्पष्ट कीजिये? इसे सुनेंरोकेंयह ऐसा परिवर्ती अनुपातों के नियम के कारण दिखता हैं। जब परिवर्ती अनुपातों के नियम के अनुसार प्रथम अवस्था में औसत उत्पाद बढ़ता है, तो औसत लागत कम होती है। तदुपरान्त जब औसत उत्पाद घटने लगता है, तो औसत लागत बढ़ने लगती है। AC वक्र AP वक्र का आइना चित्र जैसा होता है। लागत वक्र से क्या आशय है? इसे सुनेंरोकेंमें अर्थशास्त्र , एक लागत वक्र का ग्राफ है उत्पादन की लागत कुल मात्रा का उत्पादन के एक समारोह के रूप में। एक मुक्त बाजार अर्थव्यवस्था में , उत्पादक रूप से कुशल फर्म उत्पादन के प्रत्येक संभावित स्तर के अनुरूप लागत को कम करके अपनी उत्पादन प्रक्रिया का अनुकूलन करती हैं, और परिणाम एक लागत वक्र है। औसत लागत वक्र का आकार क्या होता है?इसे सुनेंरोकेंऔसत स्थिर लागत वक्र एक आयताकार अतिपरवलय(Rectangular Hyperbola) होता है। सीमांत लागत से क्या तात्पर्य है?इसे सुनेंरोकेंसीमांत लागत से आशय परिवर्तनशील लागतों अर्थात्, मूल लागत तथा परिवर्तनशील उपरिव्ययों के योग से है। प्रति इकाई सीमांत लागत उत्पादन के किसी भी स्तर पर राशि में हुए परिवर्तन से है जिससे कुल लागत में परिवर्तन होता है, यदि उत्पादन मात्रा एक इकाई से बढ़ायी या घटाई जाती है। ह्रासमान सीमांत उत्पाद का नियम क्या है? इसे सुनेंरोकेंह्रासमान सीमांत उत्पाद का नियम क्या है? हासमान सीमांत उत्पाद के नियम के अनुसार “यदि हम किसी आगत के प्रयोग में वृद्धि करते हैं, जब अन्य आगत स्थिर हों, तो एक समय के बाद ऐसी स्थिति आयेगी कि प्राप्त होने वाला अतिरिक्त आगत (जैसे-आगत का सीमांत उत्पाद) में गिरावट आने लगेगी।” सीमांत उत्पाद क्या है? इसे सुनेंरोकेंअर्थशास्त्र में और विशेष रूप से नवशास्त्रीय अर्थशास्त्र में, एक इनपुट (उत्पादन का कारक) के सीमांत उत्पाद या सीमांत भौतिक उत्पादकता एक विशेष इनपुट की एक और इकाई को नियोजित करने के परिणामस्वरूप आउटपुट में परिवर्तन है (उदाहरण के लिए, एक फर्म के श्रम पर उत्पादन में परिवर्तन पाँच से छह इकाइयों तक बढ़ जाती है), यह मानते हुए … सीमांत लागत की मान्यता क्या है?अल्पकालीन सीमांत लागत वक्र 'U' आकार का क्यों होता है? अल्पकालीन सीमांत लागत (MC) वक्र 'U' आकार का इसलिए होता है क्योंकि अल्पकाल में परिवर्ती अनुपातों का नियम लागू होता है। एक आगत का कुल उत्पाद क्या होता है? कुल उत्पाद (TP) को एक निश्चित समयावधि में दिए गए आगतों से एक फर्म द्वारा उत्पादित की गई वस्तुओं अथवा सेवाओं की कुल मात्रा के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। एक परिवर्ती कारक की सभी इकाइयों के सीमांत उत्पाद (MP) को जोड़कर हम कुल उत्पाद प्राप्त कर सकते हैं। उत्पादन फलन की संकल्पना को समझाइए। उत्पादन फलन: एक फर्म का उत्पादन फलन उपयोग में लाए गए आगतों तथा फर्म द्वारा उत्पादित निर्गतों के
मध्य का संबंध है।
एक आगत का सीमांत उत्पाद क्या होता है? एक आगत का
सीमांत उत्पाद उस आगत की अतिरिक्त इकाई में परिवर्तन करने से कुल उत्पाद में होने वाला परिवर्तन होता है। इस प्रकार, अल्पकाल तथा दीर्घकाल की संकल्पनाओं को समझाइए। अल्पकाल समय की वह अवधि हैं जिसमें उत्पादन के कुछ कारक स्थिर होते हैं तथा कुछ परिवर्ती होते हैं। इस अवधि में, एक फर्म
केवल परिवर्तनशील साधनों में परिवर्तन कर सकती हैं, न कि स्थिर साधनों में। एक आगत का औसत उत्पाद क्या होता है? एक आगत का औसत उत्पाद उस आगत के कुल उत्पादों के परिवर्ती आगत की इकाइयों से विभाजित करने से प्राप्त उत्पाद हैं। इस प्रकार |