प्रश्न 14. गाँवों में और अधिक गैर-कृषि कार्य प्रारंभ करने के लिए क्या किया जा सकता है? - prashn 14. gaanvon mein aur adhik gair-krshi kaary praarambh karane ke lie kya kiya ja sakata hai?

गाँवों में और अधिक गैर-कृषि कार्य प्रारंभ करने के लिए क्या किया जा सकता है? 


गाँवों में अधिकांश लोग कृषि कार्य करते है। केवल 1/4 लोग ही गैर-कृषि की अपेक्षा कम भूमि की आवश्यकता होती है। गाँवों में और अधिक गैर-कृषि कार्य प्रारंभ करने के लिए निम्लिखित कदम उठाये जा सकते है: 
(i) गाँव में गैर कृषि क्रियाएं बढ़ाने की कई संभावनाएं हैं। इस कार्य के लिए कृषि की अपेक्षा कम भूमि की आवश्यकता होती है।
(ii) अधिकांश लोग बैंक से ऋण लेते हैं। इसके लिए यह जरूरी है कि ग्रामीणों को ब्याज कम दर पर आसानी से उपलब्ध कराया जाए।
(iii) गैर-कृषि कार्यों के लिए प्रसार के लिए यह भी आवश्यक है कि ऐसे बज़ार हो जहां वस्तुएँ व सेवाएँ बेची जा सके इसके विभिन्न उत्पादकों, दुकानदारों और ग्राहकों में सकरात्मक प्रतियोगिता सिद्ध होगी।
(vi) छोटे थोक बाजार पालमपुर जैसे कुछ गाँवों में खोले जा सकते हैं। इससे छोटे-छोटे स्टोर चलाने वाले लोगों के समय और पैसे दोनों की बचत होगी। गाँवों के लोगो को छोटी-छोटी वस्तुएँ खरीदने के लिए शहर में नहीं जाना पड़ेगा।
(vii) गाँवों में सस्ती परिवहन व्यवस्था उपलब्ध करनी चाहिएl पालमपुर में रिक्शेवाले, तांगेवाले आदि जैसे अनेक परिवहन साधन उपलब्ध है। इस प्रकार के अनेक परिवहन के साधन भी विकसित किए जा सकते हैं।

1561 Views


भारत में जनगणना के दौरान दस वर्ष में एक बार प्रत्येक गाँव का सर्वेक्षण किया जाता है। पालमपुर से संबंधित सूचनाओं के आधार पर निम्न तालिका भरिए।
अवस्थिति क्षेत्र


अवस्थिति क्षेत्र- रायगंज से 3 किलोमीटर की दूरी पर, शाहपुर के नजदीक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश।

3731 Views


भारत में जनगणना के दौरान दस वर्ष में एक बार प्रत्येक गांव का सर्वेक्षण किया जाता हैl पालमपुर से संबंधित सूचनाओं के आधार पर निम्न तालिका भरिएl

शैक्षिक  
चिकित्सा   
बाजार  
बिजली पूर्ति  
संचार  
निकटतम कस्बा   


सुविधाएँ

शैक्षिक 2 प्राथमिक विद्यालय और उच्च विद्यालय
चिकित्सा एक सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और एक निजी औषद्यालय
बाजार रायगंज (पालमपुर से किलोमीटर की दूरी पर)
बिजली पूर्ति हाँ, अधिकांश घरो में बिजली पूर्ति
संचार -
निकटतम कस्बा शाहपुर

623 Views


खेती की आधुनिक  विधियों के लिए ऐसी अधिक आगतों की आवश्यकता होती है जिन्हें उद्योग में विनिर्मित किया जाता है, क्या आप सहमत है?


हाँ, मैं इस कथन से पूरी तरह सहमत हूँ कि खेती की आधुनिक विधियों के लिए ऐसी अधिक आगतों अथवा साधनों की आवश्यकता होती है जिन्हें उद्योग में विनिर्मित किया जाता है। उदाहरण के लिए कटाई के लिए हार्वेस्टर, जुदाई के लिए ट्रैक्टर, गहराई के लिए थ्रेशर, खेती की मशीनों के ईंधन के लिए डीजल, अधिक उपज के लिए रासायनिक खाद,फसलों की बीमारियों के लिए कीटनाशक, सिंचाई के लिए पंपिंग सेट के साथ-साथ डैम, नहरों आदि के लिए इलेक्ट्रिक उपकरण एवं मशीनरी औजार आदि ये सभी उद्योगों में ही में निर्मित किए जाते हैं।

943 Views


भारत में जनगणना के दौरान दस वर्ष में एक बार प्रत्येक गांव का सर्वेक्षण किया जाता है। पालमपुर से संबंधित सूचनाओं के आधार पर निम्न तालिका भरिए।
भूमि का उपयोग( हेक्टेयर में )

कृषि भूमि भूमि जो कृषि के लिए उपलब्ध नहीं है (निवास स्थानों,सड़कों, तालाबों, चरगाहों आदि के क्षेत्र)
सिंचित असिंचित
    26 हेक्टेयर


भूमि का उपयोग (हेक्टेयर में) :200 हेक्टेयर

कृषि भूमि भूमि जो कृषि के लिए उपलब्ध नहीं है (निवास स्थानों, सड़कों, तालाबों, चरगाहों आदि के क्षेत्र)
सिंचित असिंचित
200  - 26 हेक्टेयर

622 Views


भारत में जनगणना के दौरान दस वर्ष में एक बार प्रत्येक गांव का सर्वेक्षण किया जाता है। पालमपुर से संबंधित सूचनाओं के आधार पर निम्न तालिका भरिए।
गाँव का कुल क्षेत्र:

744 Views