पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश क्यों नहीं दे सकता है? - patr jaisa santosh phon ya esemes ka sandesh kyon nahin de sakata hai?

विषयसूची

  • 1 पत्र जैसा संतोष फोन या एस एम एस का संदेश क्यों नहीं दे सकता कोई तीन कारण बताइए *?
  • 2 गाँव के लोगों के लिए पत्र आज भी महत्त्वपूर्ण संचार साधन क्यों हैं?
  • 3 चिट्ठियों के लेखन को बढ़ावा देने के लिए क्या क्या किया गया?
  • 4 कवव ने अपने आने को उल्लास और जाने को आँसूबनकर बह जाना क्यों कहा है?
  • 5 पत्र क्या है इसका महत्व लिखिए?
  • 6 पत्र लेखन कैसे लिखे?

पत्र जैसा संतोष फोन या एस एम एस का संदेश क्यों नहीं दे सकता कोई तीन कारण बताइए *?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर:- पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश नहीं दे सकता क्योंकि फोन, एसएमएस द्वारा केवल कामकाजी बातों को संक्षिप्त रूप से व्यक्त कर सकते हैं। पत्रों द्वारा हम अपने मनोभावों को खुलकर व्यक्त कर सकते हैं। पत्रों से आत्मीयता झलकती है। यह क्षमता फोन या एसएमएस द्वारा दिए गए संदेश में नहीं।

गाँव के लोगों के लिए पत्र आज भी महत्त्वपूर्ण संचार साधन क्यों हैं?

इसे सुनेंरोकेंसंचार के तमाम उन्नत साधनों के बाद भी चिट्ठी-पत्री की हैसियत बरकरार है। पत्र लेखन का कला और पत्र एक दूसरे को भेजना लोगों को जोड़ता है । आज के समय में भी चिट्ठी पत्रों ने अपनी महत्वता को खोया नहीं है, अपनी हैसियत को बरकरार रखा है । आज भी लोगों को चिट्ठियों, पत्रों का इंतजार रहता है।

पत्र क्या शुरू करते हैं?

इसे सुनेंरोकेंपत्र कई प्रकार से शुरू किये जाते हैंय जैसे-‘आपने लिखा है कि . . . .’, ‘आज ही आपका पत्र मिला है . . . .’, ‘आपका पत्र मिला’, ‘कई महीनों से तुम्हारे समाचार नहीं मिले आदि ।

चिट्ठियों की अनूठी दुनिया पाठ के आधार पर बताईये की महात्मा गाँधी के पत्रों पर कहाँ का पता लिखा होता था *?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: (b) विश्व डाक संघ। Answer: (a) पत्र-लेखन पर।

चिट्ठियों के लेखन को बढ़ावा देने के लिए क्या क्या किया गया?

डाक व्यवस्था के सुधार के साथ पत्रों को सही दिशा देने के लिए विशेष प्रयास किए गए। पत्र संस्कृति विकसित करने के लिए स्कूली पाठ्यक्रमों पत्र लेखन का विषय भी शामिल किया गया।…

  • ये सुंदर रूप में लिखे जाते हैं।
  • इनमें संदेश भेजने के साथ-साथ मन की भावनाएँ भी जुड़ी होती हैं।
  • इनमें साहित्य झलकता है।
  • यह संचार का सस्ता साधन है।

कवव ने अपने आने को उल्लास और जाने को आँसूबनकर बह जाना क्यों कहा है?

इसे सुनेंरोकें’आँसू बनकर बह जाना’ क्यों कहा है? उत्तर:- कवि ने अपने आने को उल्लास इसलिए कहता है क्योंकि जहाँ भी वह जाता है मस्ती का आलम लेकर जाता है। वहाँ लोगों के मन प्रसन्न हो जाते हैं। पर जब वह उस स्थान को छोड़ कर आगे जाता है तब उसे तथा वहाँ के लोगों को दुःख होता है।

संचार साधनों में भारी बदलाव कैसे आया *?

इसे सुनेंरोकेंतक संचार का साधन केवल हरकारे (रनर्स) या फिर तेज़ घोड़े रहे हैं। उसके बाद पहिए आए। पर रेलवे और तार से भारी बदलाव आया। तार ने रेलों से भी तेज़ गति से संवाद पहुँचाने का सिलसिला शुरू किया।

ग्रामीण क्षेत्रों में पत्र परस्पर जुड़े हैं क्यों *?

इसे सुनेंरोकेंग्रामीण क्षेत्रों में पत्र परस्पर जुड़े हैं क्यों? पत्रों को तो आप सहेजकर रख लेते हैं पर एसएमएस संदेशों को आप जल्दी ही भूल जाते हैं।

पत्र क्या है इसका महत्व लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंपत्र, चिट्ठी या खत किसी कागज या अन्य माध्यम पर लिखे सन्देश को कहते हैं। पत्र संचार का एक सुगम साधन है। इसका उपयोग करना बहुत सरल है। कोई भी व्यक्ति अपनी बात पत्र में आसानी से लिख कर अपना सन्देश दूसरे व्यक्ति को भेज सकता है।

पत्र लेखन कैसे लिखे?

इसे सुनेंरोकेंपत्र में लिखी गई भाषा बेहद सरल, और स्पष्ट होनी चाहिए ताकि पाठक को आसानी से समझ में आ सके। पत्र में मुख्य विषय के बारे में ही लिखना चाहिए, अनावश्यक बातों को पत्र में नहीं लिखना ही बेहतर है। पत्र लिखने के बाद उसे दोबारा जरूर पढ़ना चाहिए, ताकि उसमें की गई गलती को सुधारा जा सके।

संचार का स्थाई साधन कौन सा है class 8?

इसे सुनेंरोकेंसंचार का स्थायी साधन टेलीफोन है !

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पत्र जैसा संतोष फोन या एस.एम.एस. का संदेश क्यों नहीं दे सकता?

पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश इसलिए नहीं दे सकता क्योंकी फोन में हम अपनी रोजमर्रा की बातों को ज्यादा महत्व देते हैं। वहीं, पत्र में हमें अपने मन के भावों को अच्छे से व्यक्त करने की स्वतंत्रता होती है। पत्र में व्यक्ति का प्रेम और गहरा लगाव समाया होता है। इसके साथ ही पत्र को हम भविष्य के लिए संजोकर भी रख सकते हैं। कई लोग पत्रों को इकट्ठा कर उनकी किताब बनाकर तैयार करते हैं। पत्र पाने वाले को किसी तरह के साधन की जरूरत नहीं होती, लेकिन एसएमएस पाने के लिए फोन होना जरूरी होता है।


पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश क्यों नहीं दे सकता है? - patr jaisa santosh phon ya esemes ka sandesh kyon nahin de sakata hai?

सवाल: पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश क्यों नहीं दे सकता?

हमें पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश इसलिए नहीं दे सकते। क्योंकि फोन और एसएमएस  केवल कामकाज की बातों की वर्णन के रूप में व्यक्त कर सकता है, ना कि अपने मनोभावों को व्यक्त कर सकता है। पत्र व्यक्ति के मनोभाव व व उनके प्यार को पूर्ण रूप से दर्शाता है, पत्रों के द्वारा हम अपने भाव को खुलकर व्यक्त कर सकते हैं। इन्हें अनुसंधान का विषय भी बनाया जा सकता है। पत्र ही अनेक किताबों का आधार है। जिससे कि अनेक किताब  लिखी गई है। पत्र राजनीतिक और साहित्य कला प्रगतिशील आंदोलन के कारण भी बन चुके हैं। जबकि फोन और एसएमएस  द्वारा दिए गए संदेश में अपने मनोभाव को व्यक्त नहीं कर सकते।

पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश क्यों नहीं दे सकता है? - patr jaisa santosh phon ya esemes ka sandesh kyon nahin de sakata hai?

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पत्र जैसा संतोष भवन या SMS का संदेश क्यों नहीं दे सकता?

पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का सन्देश क्यों नहीं दे सकता? Solution : पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का सन्देश नहीं दे सकता, क्योंकि पत्रों का स्थायी अस्तित्व होता है। उन्हें पढ़ने के बाद सहेज कर रखा जा सकता है, जबकि फोन या एसएमएस का सन्देश केवल सुना जा सकता है।

पत्र तथा फोन से मिले संदेश में क्या अंतर है?

अनुस्‍मारक जारी करके तीन माह का और समय दिया जाए।

पत्र धरोहर हो सकते हैं लेकिन एसएमएस क्यों नहीं तर्क सहित अपना विचार लिखिए class 8?

उतर – पत्र धरोहर हो सकते है क्योंकि उनको लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते है, लेकिन एसएमएस नहीं क्योंकि एसएमएस लंबे समय तक याद भी नहीं रहते और न ही इसको हम संभाल कर रख सकते है, लंबे समय तक।