पीठ के राइट साइड में दर्द क्यों होता है? - peeth ke rait said mein dard kyon hota hai?

पीठ के राइट साइड में दर्द क्यों होता है? - peeth ke rait said mein dard kyon hota hai?

पीठ दर्द वयस्कों और किशोरों में चिंता के सबसे आम कारणों में से एक है।

  • यह खराब मुद्रा से लेकर सीधे चोट लगने तक कई कारणों से हो सकता है।
  • यह एक बीमारी भी है जो उम्र बढ़ने के साथ पीठ या डिजेंरेटिव डिस्‍कों के कमजोर होने के कारण होता है।
  • पीठ दर्द खुद ही किसी समस्या या किसी अन्य बीमारी का लक्षण हो सकता है और इसके इलाज हेतु दर्द की पहचान करना महत्वपूर्ण है।

पीठ दर्द क्‍या है?

पीठ दर्द आमतौर पर पीठ के निचले हिस्से में महसूस होने वाले दर्द को दर्शाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है। हालाँकि, यह आपको अपनी रीढ़ की हड्डी में कहीं भी महसूस हो सकता है। पीठ दर्द आपकी गतिविधि और शारीरिक क्षमताओं को प्रभावित कर सकता है, जिससे आपके शानदार जीवन में रोजमर्रा के कामकाज के विभिन्न क्षेत्रों पर असर पड़ सकता है।

कमर दर्द के संकेत और लक्षण क्या-क्‍या हैं?

पीठ दर्द के लक्षण हल्‍के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं:

  • पीठ के निचले हिस्‍से में हल्‍का-हल्‍का दर्द महसूस होना है जो समय के साथ नितंबों या पीठ के बीच के या ऊपरी हिस्‍से तक जा सकता है।
  • आपके नितंबो से पैर की ओर तीक्ष्‍ण या तेज दर्द होना।
  • सीधा खड़ा नहीं हो पाना
  • पीठ का कम मुड़ पाना और मुड़ने पर दर्द होना

अगर मांसपेशी में तनाव या खिंचाव के कारण पीठ दर्द है तो आमतौर पर यह थोड़े समय तक रहेगा और खुद ही खत्‍म हो जाएगा। मूव स्‍ट्रोंग जैसे प्रभावी दर्द निवारक जेल लगाने से दर्द धीरे-धीरे खत्‍म हो सकता है। यदि पीठ दर्द के ऊपर बताएं लक्षणों में से कोई भी समय के साथ खत्‍म नहीं होता है तो किसी डॉक्‍टर से सलाह लें।‍

अगर पीठ दर्द के साथ निम्‍नलिखित लक्षण हों तो इसका मतलब है कि लक्षण गंभीर हैं

  • वजन घटना
  • बुखार
  • पीठ में सूजन
  • घुटनों के नीचे दर्द जाना
  • पेशाब करते समय दर्द होना
  • शौच पर नियंत्रण समाप्‍त हो जाना
  • गुप्‍तागों या नितंबों के आसपास सुन्‍न हो जाना

पीठ दर्द के क्‍या-क्‍या कारण हैं?

विशेषज्ञों के अनुसार, पीठ दर्द के सबसे सामान्य कारण हैं::

  • पीठ या इसके किसी हिस्‍से पर तनाव
  • स्पाइनल डिस्क का टूटना या उभार होना
  • साइटिका (हर्नियेटेड डिस्‍क या उभरे हुए डिस्‍क पर दबाव पड़ने के कारण)
  • गठिया
  • असमान्‍य रूप से रीढ़ की हड्डी का टेढ़ापन
  • ऑस्टियोपोरोसिस
  • किडनी की समस्‍याएं
  • खराब मुद्रा या अचानक हरकत

 पीठ दर्द का इलाज कैसे करें?

कारण का पता लगाने के बाद पीठ दर्द का इलाज किया जा सकता है। दर्द कितना गंभीर है, इसके आधार पर निम्नलिखित उपचार विकल्पों का सुझाव दिया जा सकता है:

  • चिकित्‍सा उपचार
  • दवा (बिना पर्ची वाली दवाएं जैसे कि मूव स्‍ट्रोंग जेल)
  • शारीरिक चिकित्‍सा
  • कॉग्‍नेटिव बिहेवेरियल थेरेपी (संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्‍सा)

पीठ दर्द से बचने के तरीके सीखते हुए जल्‍दी उपचार मददगार हो सकता है

मूव स्‍ट्रोंग पीठ दर्द से छुटकारा पाने में कैसे मदद कर सकता है?

मूव स्‍ट्रोंग में डिक्लोफेनाक होता है, जोकि तेज दर्द से राहत हेतु डॉक्‍टरों द्वारा सलाह दी गई नंबर 1 सक्रिय सामग्री है। इसमें 3 सक्रिय सामग्रियां हैं - डिक्लोफेनाक डाइटाइलमाइन, मिथाइल सैलिसिलेट और मेन्थॉल सामयिक जेल जो कारगर तरीके से आपकी मांसपेशियों को आराम पहुंचाने में मदद करता है।

पीठ दर्द के लिए आपको चिकित्सा सहायता कब लेनी चाहिए?

यदि आपको निम्न अनुभव हो तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए:

  • बहुत तेज दर्द
  • लगातार पीठ दर्द
  • नितंबों, टांगों या पैरों का सुन्‍न हो जाना या दर्द होना

यदि आपको अपने ब्‍लैडर या शौच पर नियंत्रण नहीं रह जाता है तो आपको आपताकालीन चिकित्‍सा सहायता लेनी चाहिए।

पीठ दर्द: कारण और निवारक उपाय

पीठ के राइट साइड में दर्द क्यों होता है? - peeth ke rait said mein dard kyon hota hai?

जबकि 80% लोग अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार पीठ दर्द का अनुभव करते हैं, अच्छी बात यह है कि उनमें से 95% लोगों में यह ठीक हो जाता है। हालांकि पीठ के दर्द को दूर रखने के लिए अच्छे स्वास्थ्य, उचित वजन, सही मुद्रा और पर्याप्त व्यायाम की आवश्यकता होती है। दवा और फिजियोथेरेपी पीठ दर्द के अधिकांश मामलों में राहत दे सकती है।

कब पीठ और गर्दन के दर्द को गंभीरता से लेना है और विशेषज्ञ की राय लेनी है:

  1. दर्द 3 सप्ताह से अधिक समय तक रहता है या हर दूसरे महीने हो जाता है
  2. प्रारंभ में गंभीर पीठ दर्द/गर्दन में दर्द और अकड़न जिससे गतिशीलता में रुकावट
  3. हाथों या पैरों में सुन्नता या उत्तेजना में कमी
  4. हाथ और पैर की कमजोरी -हाथ से सामना का गिरना/चप्पल फिसलना
  5. मल-मूत्र त्यागने या रोकने में कोई कठिनाई
  6. याद रखने के लिए महत्वपूर्ण: पीठ दर्द रीढ़ की हड्डी के कारणों के अलावा भी हो सकता है। हमेशा एक अनुभवी रीढ़ की हड्डी विशेषज्ञ से मिलें यदि लक्षण बने रहते हैं

यदि किसी में पीठ दर्द होने की ज्यादा संभावना है तो वे क्या करें और क्या ना करें:

जबकि रीढ़ की समस्याओं के लिए विशेषज्ञ की राय लेना आवश्यक है, कुछ उपाय पीठ दर्द को रोक सकते हैं या राहत दे सकते हैं.

  1. कभी भी वजन या वस्तुओं को लेने के लिए आगे न झुकें। अपने घुटनों पर झुकें और रीढ़ को सीधा रखते हुए उठाएँ
  2. लंबे समय तक नहीं बैठें। हर घंटे छोटे ब्रेक लें और कुछ मिनटों के लिए चलें
  3. बैठने के दौरान अपनी पीठ को सहारा दे और अगर जरूरत हो तो गद्दा रखें
  4. लंबे समय तक सोफे पर झुक कर बैठने से बचें
  5. गाड़ी चलाते समय स्टीयरिंग के करीब रहें ताकि आप अपने घुटनों से क्लच या ब्रेक दबाएं और अपनी पीठ को तनाव न दें
  6. यदि आप लंबे समय तक पढते-लिखते रहते हैं तो 30-डिग्री डेस्कटॉप स्लांट का इस्तेमाल करें
  7. कार्यालय में लैपटॉप के बदले डेस्कटॉप का उपयोग करें और इसे सामने रखें
  8. यदि लंबे समय तक लैपटॉप का उपयोग करते हैं, तो स्लेंटेड स्टैंड का उपयोग करें। आपके लैपटॉप का उपरी भाग आपके सिर के समांतर होना चाहिए

डॉ अनुराग सक्सेना, वरिष्ठ सलाहकार – न्यूरोसर्जरी और स्पाइन सर्जरी, नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, गुरुग्राम

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किडनी का दर्द कहाँ कहाँ होता है?

किडनी का दर्द पीठ के निचले हिस्से में महसूस हो सकता है. यदि यूरिन जाते वक्त दर्द महसूस हो तो यह किडनी में इन्फेक्शन के लक्षण हो सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि किडनी यूटी यानि यूरिनरी ट्रैक का जरूरी हिस्सा होता है इसलिए किडनी में कोई इंफेक्शन होने पर पेशाब करने में दर्द महसूस हो सकता है.

किडनी के दर्द को कैसे पहचाने?

किडनी में दर्द होने के लक्षण (Symptoms of Kidney pain in hindi).
पेट में दोनों तरफ और कमर में दर्द रहना.
पेशाब में खून आना.
बार-बार पेशान जाना.
पेशाब करते समय दर्द होना.
झागदार पेशाब आना.
ब्लैडर इंफेक्शन.
उल्टी और जी मिचलाना.
बुखार आना, ठंड लगना.

पीठ के पीछे दर्द होना क्या कारण है?

आज कल ज़्यादातर पीठ दर्द के कारण खराब आसन, अचानक झटके आना, लंबे समय तक खड़े रहना या बैठना, बिना ब्रेक के लंबे समय तक गाड़ी चलाना आदि कारणों से होता है। ये मूवमेंट्स और मुद्रा संबंधी पीठ दर्द के कुछ उदाहरणों में से कुछ हैं। इस तरह के पीठ दर्द के लिए फिजियोथेरेपी को सुरक्षित रूप से उपचार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

पीठ में दर्द होने का मुख्य कारण क्या है?

जब दर्द पेट की वजह से पीठ तक पहुंचता है तो यह लिवर (यकृत) या गुर्दे (किडनी) जैसे अंगों की समस्या का संकेत देता है। गैस्ट्रोएंटेराइटिस संक्रमण पेट में दर्द और सूजन का कारण बनता है। कई अलग-अलग तरह के संक्रमण गैस्ट्रोएंटेराइटिस का कारण बन सकते हैं, जिसमें नोरोवायरस और खाने से होने वाली बीमारियां जैसे साल्मोनेला शामिल हैं।