सूर्य को सात रथ पर सवार रहने वाला देवता किस ग्रंथ में माना गया है? - soory ko saat rath par savaar rahane vaala devata kis granth mein maana gaya hai?

सूर्य देव हर सुबह अपने रथ पर सवार होकर पूर्व दिशा से दिन का प्रकाश लेकर आते हैं। पुराणों में बताया गया है कि सूर्य देव के रथ के सारथी अरुण हैं। अरुण भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ के भाई हैं।

ऋग्वेद में कहा गया है कि 'सप्तयुज्जंति रथमेकचक्रमेको अश्वोवहति सप्तनामा' यानी सूर्य चक्र वाले रथ पर सवार होते हैं जिसे सात नामों वाले घोड़े खींचते हैं।

पुराणों में उल्लेख मिलता है कि सूर्य के रथ में जुते हुए घोड़े के नाम हैं 'गायत्री, वृहति, उष्णिक, जगती, त्रिष्टुप, अनुष्टुप और पंक्ति।' यह सात नाम सात छंद हैं। यानी सात छंत हैं जो अश्व रुप में सूर्य के रथ को खींचते हैं।

सूर्यदेव के रथ के सारथी का नाम क्या है?

पुराणों में बताया गया है कि सूर्य देव के रथ के सारथी अरुण हैं। अरुण भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ के भाई हैं।

ऋग्वेद में सूर्य देवता को किसका पुत्र माना गया है?

भगवान सूर्य पहली बार 'ऋग्वेद' में साहित्य में दिखाई देते हैं। कुछ पुराणों के अनुसार, भगवान सूर्य ऋषि कश्यप और अदिति के पुत्र हैं। वेदों में सूर्या को भौतिक जगत का निर्माता कहा गया है।

भगवान श्री कृष्ण के रथ में कितने घोड़े जूते होते थे?

उनके सारथि का नाम दारुक था और उनके रथ में चार घोड़े जुते होते थे

सूर्य का गुरु कौन है?

सबसे अधिक बली होने पर यह राजा का कारक माना जाता है। सूर्य के मित्र चन्द्र मंगल और गुरु हैं। शत्रु शनि और शुक्र हैं।