सांसद महोदय को पत्र कैसे लिखे - saansad mahoday ko patr kaise likhe

मुख्यमंत्री को पत्र कैसे लिखे और शिकायत पत्र फॉर्मेट क्या है एवं Mukhyamantri Ko Patra लिखने का तरीका व शिकायत पत्र फॉर्मेट की पूरी जानकारी हिंदी में

आज का हमारा टॉपिक है पत्र जिसे हम इंग्लिश में लेटर बोलते हैं वैसे तो हमें स्कूल में ही पत्र लिखना सिखाया जाता है। पत्र लिखने के लिए बहुत सारी भाषाओं का भी प्रयोग किया जाता है जिससे कि पत्र लिखने में हमारी प्रैक्टिस और भी अच्छी हो जाती है। दुनिया में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसने अपनी लाइफ में कभी पत्र ना लिखा हो क्योंकि हमें कभी ना कभी पत्र लिखने की जरूरत पड़ ही जाती है। बहुत सारे सरकारी कार्य ऐसे होते हैं कि जिन्हें करवाने के लिए पत्र लिखना ही पड़ता है। मुख्यमंत्री को पत्र कैसे लिखें? Mukhyamantri Ko Patra लिखते समय आपको किन किन बातों का ध्यान रखना है इससे संबंधित सभी जानकारी आज हम आपको अपने इस पोस्ट के माध्यम से प्रदान करेंगे। यदि आप जानना चाहते हैं पत्र कैसे लिखें तो हमारी इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।

  • पत्र क्या होता है?
    • Mukhyamantri Ko Patra Kaise Likhe
    • शिकायत पत्र कैसे लिखें
    • मुख्यमंत्री जी को पत्र का फॉर्मेट
      • फॉर्मेट 1
      • फॉर्मेट 2  शिकायत
      • Mukhyamantri Ko Patra लिखने का उदाहरण कुछ इस प्रकार है-
      • Conclusion

पत्र क्या होता है?

किसी भी व्यक्ति से बात करने के लिए आमने सामने होना जरूरी होता है लेकिन हम जिससे बात करना चाहते हैं और वह हमारे सामने नहीं है या फिर हमसे दूर है तो अवस्था में हम अपनी बात उन तक पहुंचाने के लिए पत्र लिखते हैं। पत्र के कई प्रकार होते हैं व्यक्तिगत पत्र और व्यवहारिक पत्र। पत्र के अनुसार ही भाषा की उपयोग किया जाता हैं। और जब बात हो मुख्यमंत्री को पत्र लिखने की तो आपको बहुत सारी छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देने की जरूरत होती है। किसी भी व्यक्ति की भाषा और लेखन के द्वारा ही उस व्यक्ति के आत्मज्ञान की पहचान होती है। पत्र में हमें अपनी बात को उसी तरीके से समझाना होता है जिस प्रकार से हम आमने सामने बात करते हैं। पत्र लिखते समय अच्छे शब्दों का प्रयोग करना चाहिए जिससे कि शालीनता और विनम्रता बनी रहे।

सांसद महोदय को पत्र कैसे लिखे - saansad mahoday ko patr kaise likhe

प्रधानमंत्री को पत्र कैसे लिखे

Mukhyamantri Ko Patra Kaise Likhe

कई राज्यों में शिकायत करने के लिए कई प्रकार के पोर्टल भी लागू किए गए हैं जिसके द्वारा आप अपनी शिकायत कर सकते हैं।अपनी बात सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के लिए आपको इस तरह की भाषा का उपयोग करना है जिससे कि आपकी बात मुख्यमंत्री जी को आसानी से समझ आ सके। पत्र लिखने में अभिवादन बहुत ही महत्व होता है पत्र जिसको भी लिखा है उसकी स्पष्ट जानकारी और नाम अवश्य होना चाहिए। पत्र लिखते समय अच्छी राइटिंग का प्रयोग करना चाहिए जिससे पढ़ने वाले को स्पष्ट जानकारी मिल सके।

शिकायत पत्र कैसे लिखें

  • पत्र में सबसे ऊपर दिनांक का उल्लेख करे।
  • उसके नीचे आपको मुख्यमंत्री का नाम व पता डाले।
  • अब आपको विषय डालना है, यहाँ पर आपको एक लाइन में पत्र का शीर्षक डालना है।
  • अब आपको ‘माननीय मुख्यमंत्री जी’ से सम्बोधित करना है।
  • सम्बोधन के बाद आपको नीचे अपनी समस्या या शिकायत को संक्षिप्त, स्पष्ट व क्रमशः जानकारी लिखनी है, यहाँ पर आपको लिखते समय अच्छे शब्दों का प्रयोग करना चाहिए।
  • पूरी जानकारी देने के बाद आपको नीचे धन्यवाद लिखना है।
  • अब आपको भवदीय लिखना है, इसके बाद आपको अपना नाम, पद, पता, मोबाइल नंबर की जानकारी देनी है और हस्ताक्षर करना है। इस प्रकार से आप मुख्यमंत्री को पत्र लिख सकते है

सांसद महोदय को पत्र कैसे लिखे - saansad mahoday ko patr kaise likhe

मुख्यमंत्री जी को पत्र का फॉर्मेट

फॉर्मेट 1

  • ( दिनांक) जैसे के 22 December 2020
  •  श्री योगी आदित्यनाथ जी
  •  माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश
  •  सूचना भवन, पार्क रोड
  •  डिपार्टमेंट ऑफ इनफॉरमेशन एंड पब्लिक रिलेशंस
  • लखनऊ 226001
  • विषय: (  जहां आप को पत्र में जिस बारे में बात लिखनी है वह संबोधित करते हुए लिखना है)
  •  माननीय मुख्यमंत्री जी,(  जहां आपको अपनी कठिनाइ यां शिकायत को विस्तार में बताना है और उस कार्यवाही करने का अनुरोध करना है।)
  • धन्यवाद!
  • भवदीय
  • नाम( जो पत्र लिखा है उसे यहां पर अपना नाम लिखना है)
  •  संगठन का नाम( अगर आप किसी संगठन से जुड़े हैं तो यहां उसका नाम लिखें)
  • संगठन का पता(  उस संगठन का पता है आपको लिखना है)
  • मोबाइल नंबर(  यहां आपको अपना मोबाइल नंबर डालना है)
  • हस्ताक्षर(  यहां आपको अपने हस्ताक्षर करने हैं)
  • स्थान(  यहां आपको अपने निवास स्थान की जानकारी देनी है)
  •  यह था फॉर्मेट मुख्यमंत्री को पत्र लिखने का इसी तरह से आप पत्र लिखें और अपनी समस्या को हल करवाएं।

फॉर्मेट 2  शिकायत

  • यदि आप किसी समस्या से परेशान है, तो आप इसकी शिकायत उससे सम्बंधित विभाग के प्रमुख से कर सकते है | यदि किसी प्रकार का हल नहीं प्राप्त हो तो आप कार्यालय प्रमुख या उच्च अधिकारियों से संपर्क कर सकते है |
  • अगर यह सब भी आपकी समस्या का निवारण न कर सके तो आप इसकी शिकायत उस विभाग के मंत्री या फिर सीधे मुख्यमंत्री से कर सकते है |
  • मुख्यमंत्री से शिकायत आप दो प्रकार से कर सकते है, पहला कागज और कलम की सहायता से पत्र लिखना दूसरा ईमेल या फैक्स के माध्यम से पत्र लिखना | आप दोनों प्रकार से अपनी शिकायत मुख्यमंत्री से कर सकते है।

सांसद महोदय को पत्र कैसे लिखे - saansad mahoday ko patr kaise likhe

Mukhyamantri Ko Patra लिखने का उदाहरण कुछ इस प्रकार है-

२० मार्च २०१७,

श्री योगी आदिनाथ जी

माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश

सुचना भवन, पार्क रोड

डिपार्टमेंट ऑफ़ इनफार्मेशन & पब्लिक रिलेशन्स

लखनऊ – २२६००१

विषय – यहाँ आपको विषय लिखना है, जैसे *नक़ल रोकथाम के लिए सुझाव* जो भी समस्या है उससे सम्बंधित विषय

माननीय मुख्यमंत्री जी,

आपको यहाँ पर कारन बताने है की आपने लेटर क्यों लिखा, लेटर में साफ सुथरी भाषा का इस्तेमाल करे, लेटर पर अपनी समस्या की पूरा वर्णन करे, साथ में बताये की आपने ये लेटर क्यों लिखा है, सरल भाषा में लेख लिखे, जैसे अगर आपको नक़ल रोकने हेतु लेटर लिखना है, तो आप बताये कोन से कॉलेज का वाकया है, प्रशाशन क्या कर रहा है, सरकार से आपको क्या सहायता चाहिए, लेटर को साफ सुथरे सब्दो में लिखे, और अच्छी राइटिंग में लिखे. वैसे तो मैं आपको हिंदी लेटर लिखने का तरीका बता रहा हु, लेकिन अगर आपको अंग्रेजी में लिखना है तो आप वो भी कर सकते है.

आपके प्रदेश का साधारण वाशी

राहुल

मोबाइल नंबर – 852584489

ईमेल –

पता – गली नंबर, गावँ, सहर, जिला आदि .

लेटर को इस पता पर भेज दें – २० मार्च २०१७,श्री योगी आदिनाथ जी, माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, सुचना भवन, पार्क रोड, डिपार्टमेंट ऑफ़ इनफार्मेशन & पब्लिक रिलेशन्स, लखनऊ – २२६००१

Conclusion

प्रिय दोस्तों उम्मीद करती हूं कि आपको मेरा आर्टिकल के माध्यम से समझ आ गया होगा कि मुख्यमंत्री को पत्र कैसे लिखा जाता है। आगे भी इसी तरह आपको और चीजों के बारे में जानकारी प्रदान करती रहूंगी। अगर आपको कोई भी कठिनाई आए तो आप हमसे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं आपका कमेंट हमारे लिए महत्वपूर्ण होगा।

एक आवेदन पत्र कैसे लिखें?

आवेदन पत्र के आरंभ में स्थान (जहां से आप पत्र लिख रहे हैं), दिनांक, संबोधन, पदनाम, संस्था का नाम एवं पता और विषय लिखा जाता है। अंतिम भाग – आज्ञाकारी, नाम एवं पता, मोबाइल नंबर, ईमेल एड्रेस. हाशिये की पर्याप्त मात्रा छोड़ने के साथ-साथ आवेदन पत्र में विषय को मोटे अक्षरों में लिखना चाहिए।

पत्र कैसे लिखा जाता है?

पत्र लेखन कैसे लिखते हैं? सरलता से पत्र लिखें – पत्र लेखन हमेशा सरल, सीधा और स्पष्ट भाषा में होना चाहिए । पत्र लेखन में कठिन शब्दों का प्रयोग नहीं होना चाहिए। पत्र लेखन में अपना उद्देश्य अच्छे से लिखें – पत्र में अपना उद्देश्य को अच्छे से समझाएं, उसमें किसी भी प्रकार की शंका या जिज्ञासा नहीं होनी चाहिए।

विधायक जी को पत्र कैसे लिखा जाता है?

महोदय, सविनय निवेदन है कि मेरा नाम XXXX कुमार (यहां पर अपना नाम लिखें) है। मैं मोहनपुर गांव विधानसभा (यह अपना गांव का पता लिखे) का निवासी हूं।

अधिकारी को पत्र कैसे लिखें?

जिलाधिकारी को एप्लीकेशन/ प्रार्थना पत्र लिखते समय ध्यान रखने योग्य बातें – (1) अपना पूरा नाम पता और मोबाइल नंबर अवश्य लिखें । (2) प्रार्थना पत्र में विषय जरूर लिखें ताकि जिलाधिकारी तुरंत आपकी समस्या को समझ सके । (3) जिस विभाग या व्यक्ति के बारे में आप शिकायत कर रहे हैं उसकी पूरी जानकारी प्रार्थना पत्र में अवश्य लिखें ।