दाल भारत में खाए जाने वाले मुख्य खाद्य पदार्थों में से एक है। लोग दिन में कम से कम एक बार के आहार में दाल का सेवन जरूर करते हैं। दालें कई प्रकार की होती हैं, ऐसे में शुगर में कौन सी दाल खानी चाहिए यह एक महत्वपूर्ण सवाल है। दरअसल, दाल सबसे सामान्य खाद्य पदार्थों में से एक है। ऐसे में लोग कई बार इसे सामान्य आहार सोचकर अनदेखा कर सकते हैं। जबकि, यह जरूरी है कि डायबिटीज के लिए कौन सी दाल अच्छी है, इस बारे में लोग जागरूक रहें। तो शुगर में कौन सी दाल खानी चाहिए, इससे जुड़ी हर जानकारी यहां पढ़ें। Show
इससे पहले कि आप लेख में आगे बढ़ें, घर में आराम से बैठकर हमारा Phable Care ऐप डाउनलोड करें, ताकि आपको अपने शुगर लेवल और डायबिटीज को मैनेज करने में मदद मिल सके। कौन सी दाल डायबिटीज के लिए अच्छी है?
बता दें कि दालें बीन्स, सोयाबीन, मटर, ल्यूपिन, मूंगफली, लेनटिल्स सहित 12 फसलों का समूह है। ये आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकते हैं। वहीं, मधुमेह में दाल को अपनी डाइट में शामिल कर ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं। ऐसे में शुगर में कौन सी दाल खाएं यह काफी उत्सुकता भरा सवाल है। तो आइये जानते हैं शुगर में कौन सी दाल खानी चाहिए।
चना दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 8 होता है, और यह प्रोटीन और फोलिक एसिड से भरपूर होता है। यह रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद कर सकता है। बता दें लाल रक्त कोशिकाएं फेफड़ों से पूरे शरीर में ऑक्सीजन कैरी करने का काम करती हैं। वहीं कभी-कभी मधुमेह की कुछ दवाइयों की वजह से रेड ब्लड सेल्स प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि लाल रक्त कोशिकाओं को स्वस्थ रखने के लिए मधुमेह मरीज चना दाल को अपनी डाइट में शामिल करें।
डायबिटीज में मूंग दाल खा सकते हैं। मूंग दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 38 होता है। साथ ही इसमें फाइबर, प्रोटीन और फोलेट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह दाल शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत है, जिसका सकारत्मक असर ह्रदय स्वास्थ्य पर भी देखने को मिल सकता है। बता दें कि डायबिटीज के मरीजों में ह्रदय रोग का भी जोखिम बना रहता है। ऐसे में इससे बचाव के लिए मूंग दाल लाभकारी हो सकता है।
उड़द दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 43 होता है। इसमें हाई फाइबर और प्रोटीन कंटेट ब्लड शुगर को मैनेज करने में मदद कर सकता है। आप उड़द दाल से बनी इडली और डोसा को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
डायबिटीज के रोगी वजन घटाने के लिए और डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए मसूर की दाल का सेवन कर सकते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 25 होता है और यह प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होती है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट (फ्लेवोनोइड्स) भी होते हैं जो अग्नाशय की कोशिकाओं (pancreatic cells) को नुकसान से बचाते हैं और ब्लड ग्लूकोज के स्तर को मैनेज करने में मदद कर सकते हैं। डायबिटीज के लिए दाल के फायदेदालों में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो डायबिटिक के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। आइये जानते हैं दाल खाने से डायबिटीज के मरीज को क्या फायदे हो सकते हैं।
दालें प्रोटीन का अच्छा स्रोत होती हैं। ये मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाती है। यदि आप शाकाहारी हो तो यह प्रोटीन लेने का सबसे अच्छा स्रोत है। जो नॉन वेजिटेरियन हैं वो बहुत अधिक मीट इन्टेक को कम करने के लिए भी दालों का सेवन कर सकते हैं। प्रोटीन ग्लूकोज को कंट्रोल कर रक्त में शुगर को नियंत्रित कर सकता है। साथ ही यह डायबिटीज में वजन बढ़ने के जोखिम को भी कम कर सकता है। डायबिटीज का असर मांसपेशियों व हड्डियों पर भी पड़ सकता है। ऐसे में प्रोटीन युक्त दाल के सेवन से मांसपेशियां व हड्डियां भी स्वस्थ हो सकती हैं।
अलग-अलग दालों में अलग-अलग ग्लाइसेमिक इंडेक्स का स्तर होता है । दालों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स आमतौर पर कम होता है, यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रख सकता है।
दालें फाइबर का अच्छा स्रोत होती हैं। इसमें फाइबर पाया जाता है और फाइबर युक्त भोजन डायबिटीज के मरीज के पाचन को बेहतर कर सकता है। बता दें मधुमेह में पेट व पाचन संबंधी समस्याएं भी हो सकती है। ऐसे में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ पेट के लिए लाभकारी हो सकते हैं। यह पाचन प्रक्रिया को बेहतर करने के साथ-साथ डायबिटीज में पेट से जुड़ी परेशानियों से राहत दिला सकता है। इसके अलावा, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से आपका पेट काफी देर तक भरा रहता है, जिससे यह आपके वजन को बढ़ने से रोकता है। यही कारण है कि दालों में पाया जाने वाला फाइबर आपको डायबिटीज में होने वाली जटिलताओं से बचा सकता है। साथ ही ये आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम कर सकता है।
दालों में पोषक तत्व अधिक होते हैं और फैट की मात्रा कम होती है, इसके सेवन से वेट मेन्टेन रहता है और डायबिटीज होने का जोखिम कम हो सकता है। वहीं, अगर डायबिटीज में वजन अधिक रहेगा तो यह जटिलताओं को बढ़ा सकता है। डायबिटिक्स के लिए दाल का सेवन करने का सबसे अच्छा समयआहार विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि डायबिटीज के रोगी को दोपहर के भोजन के दौरान अन्य सब्जियों या एनिमल प्रोटीन के साथ प्रतिदिन आधा से एक छोटी कटोरी दाल का सेवन करना चाहिए। डायबिटीज में दाल को डाइट में कैसे शामिल करें?दालों में प्रोटीन,फाइबर, विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं जो, डायबिटीज वाले लोगों के लिए लाभदायक होते हैं। आइये जानते हैं डायबिटीज के मरीज अपनी डाइट में दाल को किस प्रकार से शामिल कर सकते हैं।
डायबिटीज में दाल के अधिक सेवन से जोखिमबहुत अधिक दाल खाने से शरीर में गैस्ट्राइटिस और ऐंठन हो सकती है, क्योंकि बहुत ज्यादा फाइबर के कारण इसे तोड़ना और डाइजेस्ट करना मुश्किल हो सकता है। नीचे हमने कुछ महत्वपूर्ण दालों के अधिक सेवन से होने वाले जोखिम के बारे में बताया है।
इस लेख से हमें यह ज्ञात हुआ कि शुगर में कौन सी दाल खानी चाहिए, दाल शुगर पेशेंट के लिए बहुत उपयोगी होती है। रिसर्च से पता चला है कि शुगर पेशेंट ऊपर दी दालों के साथ छोले यानी काबुली चना और राजमा भी खा सकते हैं। इनमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकते हैं। हालांकि, ध्यान रहे शुगर में खाने वाली दाल का सीमित मात्रा में ही सेवन करें। सारांश पढ़ें
अक्सर पूछे जाने वाले सवालआइये शुगर में कौन सी दाल खानी चाहिए, इससे जुड़े कुछ अक्सर पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण सवालों के जवाब जानते हैं। शुगर में कौन सी दाल नहीं खानी चाहिए ? ऐसे तो डायबिटीज के मरीजों के लिए लगभग सभी दालें सीमित मात्रा में लेना फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, उड़द व मसूर की दाल का अधिक सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे में बेहतर है, इनके सेवन से पहले एक बार डॉक्टर से इसकी मात्रा के बारे में जरूर जानकारी ले लें। अरहर की दाल में शुगर होता है? मधुमेह में अरहर की दाल खा सकते हैं। अरहर की दाल खाने से शुगर नहीं होता है, बल्कि इस दाल को खाने से शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है, क्योंकि इसका जीआई कम होता है। यह प्रोटीन, फाइबर आयरन, जिंक, फोलेट और मैग्नीशियम आदि विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होती है। शुगर में उड़द की दाल खा सकते हैं? जी हाँ, शुगर में उड़द की दाल खा सकते हैं। इसमें हाई फाइबर और प्रोटीन कंटेट ब्लड शुगर को मैनेज करने में मदद कर सकता है। हालांकि, बेहतर है इसके सेवन से डॉक्टर से सलाह जरूर लें। क्या मधुमेह रोगियों के लिए दाल अच्छी नहीं है? मधुमेह रोगियों के लिए दाल बहुत अच्छी होती है, इसमें प्रोटीन, फाइबर आयरन, जिंक, फोलेट और मैग्नीशियम, आदि विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। इनका जीआई भी कम होता है। ये सभी चीजें ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। क्या डायबिटीज के मरीज मूंग दाल खा सकते हैं? हाँ, डायबिटीज के मरीज मूंग दाल खा सकते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसमें फाइबर, प्रोटीन और फोलेट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इस कारण यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। क्या मधुमेह रोगी मसूर दाल खा सकते हैं? हाँ, मधुमेह रोगी मसूर दाल खा सकते हैं। यह दाल वजन कम करने में मदद करती है और प्रोटीन तथा फाइबर इसमें भरपूर मात्रा में होता है। जिससे यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। शुगर में कौन सी दाल खानी चाहिए? अगर दालों की बात करें तो डायबिटीज के मरीज के मन में सबसे पहला सवाल यही आता है कि शुगर में कौन सी दाल खानी चाहिए? तो आपको बता दें शुगर में आप चना, मूंग, उड़द, मसूर , अरहर दाल खा सकते हैं। इसके अलावा आप राजमा और काबुली चना भी खा सकते हैं। हालांकि, ध्यान रहे किसी भी दाल का सेवन सीमित मात्रा में ही करें। वहीं, अगर डायबिटीज के अलावा कोई और स्वास्थ्य समस्या है तो बेहतर है शुगर में खाने वाली दाल को लेकर पहले अपने डॉक्टर से एक बार जरूर सलाह लें कि आपके लिए कौन सी दाल अच्छी है। (जनरल फिजिशियन, 6+ वर्ष के अनुभव के साथ) डॉ. पाखी शर्मा, गायनोकोलॉजी और आब्सटेट्रिक्स, फैमिली मेडिसिन और मेडिकल इमरजेंसी विशेषज्ञ हैं। उनके पास प्रसिद्ध अस्पतालों और क्लीनिकों में 6+ वर्षों का कार्य अनुभव है। वे श्री देवराज Urs यूनिवर्सिटी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर की पूर्व छात्रा रह चुकी हैं। वर्तमान में डॉ. पाखी शर्मा, जनरल फिजिशियन के तौर पर Phablecare से जुड़ी हुई हैं। शुगर के पेशेंट कौन कौन सी दाल खा सकते हैं?तो आपको बता दें शुगर में आप चना, मूंग, उड़द, मसूर , अरहर दाल खा सकते हैं। इसके अलावा आप राजमा और काबुली चना भी खा सकते हैं। हालांकि, ध्यान रहे किसी भी दाल का सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
डायबिटीज में कौन सी दाल नहीं खानी चाहिए?गाऊट : मूंग, अरहर, मसूर या चने की दाल का उपयोग करें। कुलथी और उड़द की दाल के सेवन से बचें। खांसी और दम फूलना : ऐसे रोगियों के लिए विशेष रूप से कुलथी की दाल खानी चाहिए। उड़द की दाल का सेवन नहीं करें।
शुगर के मरीज को सुबह नाश्ते में क्या खाना चाहिए?मधुमेह रोगियों को नाश्ते में क्या खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए?. एक प्रकार का अनाजकुट्टू. मेथी, पालक, पुदीना, धनिया. शुगर में मसूर की दाल खा सकते हैं क्या?डायबिटीज में रामबाण है मसूर की दाल
मसूर दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स केवल 25 है। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है और फाइबर की मात्रा अधिक होती है। साथ ही यह प्रोटीन का भंडार है। यह दाल ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में सहायक है।
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