शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए | बेलपत्र चढ़ाने का सही तरीका, विधि, मंत्र – बेलपत्र शिवजी का अतिप्रिय माना जाता है. इसलिए शिवजी के भक्त शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ा कर उनको प्रसन्न करते हैं. बेलपत्र से शिवजी की पूजा करने से भोलेनाथ जल्दी ही भक्त की मनोकामना पूर्ण करते हैं. लेकिन काफी लोग बेलपत्र चढाने में कुछ गलतियां करते है. बेलपत्र भी मंत्र और विधि सहित चढाने से फायदा होता हैं. Show
अगर आप भी शिवलिंग पर बेलपत्र चढाते है. तो आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होना वाला हैं. इसलिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े. दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए. इसके अलावा शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने की विधि तथा बेलपत्र चढ़ाने का मंत्र भी बताने वाले हैं. तथा इस टॉपिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगे. तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिएशिवलिंग पर आप अपनी इच्छा अनुसार 11 या 21 बेलपत्र चढ़ा सकते हैं. नर्मदेश्वर शिवलिंग की पहचान / नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा कैसे करें बेलपत्र चढ़ाने की विधि / बेलपत्र चढ़ाने का सही तरीकाबेलपत्र चढ़ाने की विधि और सही तरीका हमने नीचे बताया हैं.
गुलाब कितने प्रकार के होते हैं | गुलाब में ज्यादा फूल कैसे लाएं बेलपत्र चढ़ाने का मंत्रबेलपत्र चढ़ाते समय आप नीचे दिया गया मंत्र उच्चारण करे. तुलसी के पास कौन सी पांच चीजें नहीं रखनी चाहिए | तुलसी का पौधा छत पर लगा सकते हैं बेलपत्र चढ़ाने का मंत्र
पांच पत्ती वाला बेलपत्र का महत्वधार्मिक शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है. की पांच पत्ती वाला बेलपत्र हमारे पांच प्रमुख देवता ब्रह्मा, विष्णु, महेश, गणेश और माता भगवती से संबंधित है. इसलिए पांच पत्ती वाले बेलपत्र को अधिक महत्व दिया जाता हैं. विमला तुलसी की पहचान / विमला तुलसी का पौधा कैसा होता है भोलेनाथ को चढाने वाले बेलपत्र में चक्र और वज्र किस प्रकार ध्यान रखेअगर बेलपत्र पर अधिक धारियां है. तथा बेलपत्र पर अधिक चक्र दिखाई दे रहे है. तो ऐसे बेलपत्र खंडित माने जाते हैं. और इसको शिवलिंग पर चढ़ाना वर्जित माना जाता हैं. अगर आपको बेलपत्र पर अधिक धारियां दिखाई दे. तो समझ ले की वह चक्र और वज्र वाला बेलपत्र हैं. बेलपत्र पर क्या लिखना चाहिएआप बेलपत्र पर चंदन से ओम, ओम नम: शिवाय या फिर राम लिख सकते है. कई बार शिवलिंग की पूजा अर्चना करने के बाद तथा शिवजी पर श्रद्धा रखने के पश्चात भी हमारी मनोकामना पूर्ण नहीं होती हैं. शाम को शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए या नहीं / शिवलिंग को घर में रखना चाहिए या नहीं अगर आपके साथ भी ऐसा होता है. तो बेलपत्र पर चंदन से राम, ओम नम: शिवाय या फिर ओम लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाने से जल्दी ही मनोकामना पूर्ण होती हैं. जिनकी शादी नहीं हो रही है. उन्हें यह उपाय अचूक करना चाहिए. इससे जल्दी ही शादी के योग बनते हैं. निष्कर्षदोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया की शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए. इसके अलावा शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने की विधि तथा बेलपत्र चढ़ाने का मंत्र भी बताया है. हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ है तो आगे जरुर शेयर करे. दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए / बेलपत्र चढ़ाने का सही तरीका, विधि, मंत्र आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद शिवरात्रि का व्रत कब खोला जाता है / महाशिवरात्रि व्रत नियम एकादशी व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं / एकादशी के दिन सिर धोना चाहिए या नहीं भगवान विष्णु का अंतिम अवतार कौन सा है / कल्कि अवतार की पहचान शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए?शिवलिंग पर चढ़ाएं ऐसी बेलपत्र
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए 5 पत्तों वाला बेलपत्र चढ़ाना शुभ होता है।
5 पत्ते वाले बेलपत्र का क्या महत्व है?भट्ट ने बताया धर्म शास्त्रों में 5 पत्तों के बेलपत्र का मतलब पांच प्रमुख देवताओं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, गणेश और मां भगवती से होता है। 4 पत्तों से चार वेदों का होता है। ऐसा ही 9 पत्तों का महत्व नव दुर्गा से है।
108 बेलपत्र चढ़ाने से क्या होता है?1 हजार कनेर के पुष्प को चढ़ाने का फल एक बिल्व पत्र के चढ़ाने से मिल जाता है।
चार पत्ती वाला बेलपत्र का क्या करें?कुछ पत्रों पर चक्र के निशान होते हैं ऐसे निशान वाले बेलपत्र शिवजी को नहीं चढ़ाने चाहिए। या फिर किसी अन्य प्रकार के दाग धब्बे पत्ते पर हों तो ऐसे बेलपत्र चढ़ाना दोषपूर्ण माना गया है। मान्यता है कि चक्र और वज्र वाले बेलपत्र खंडित माने जाते हैं। पूजा में इनका फल नहीं प्राप्त होता है।
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