शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाए जाते हैं? - shivaling par kitane belapatr chadhae jaate hain?

शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए | बेलपत्र चढ़ाने का सही तरीका, विधि, मंत्र – बेलपत्र शिवजी का अतिप्रिय माना जाता है. इसलिए शिवजी के भक्त शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ा कर उनको प्रसन्न करते हैं. बेलपत्र से शिवजी की पूजा करने से भोलेनाथ जल्दी ही भक्त की मनोकामना पूर्ण करते हैं. लेकिन काफी लोग बेलपत्र चढाने में कुछ गलतियां करते है. बेलपत्र भी मंत्र और विधि सहित चढाने से फायदा होता हैं.

शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाए जाते हैं? - shivaling par kitane belapatr chadhae jaate hain?

अगर आप भी शिवलिंग पर बेलपत्र चढाते है. तो आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होना वाला हैं. इसलिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए. इसके अलावा शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने की विधि तथा बेलपत्र चढ़ाने का मंत्र भी बताने वाले हैं. तथा इस टॉपिक से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगे.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

  • शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए
  • बेलपत्र चढ़ाने की विधि / बेलपत्र चढ़ाने का सही तरीका
  • बेलपत्र चढ़ाने का मंत्र
    • बेलपत्र चढ़ाने का मंत्र
  • पांच पत्ती वाला बेलपत्र का महत्व
  • भोलेनाथ को चढाने वाले बेलपत्र में चक्र और वज्र किस प्रकार ध्यान रखे  
  • बेलपत्र पर क्या लिखना चाहिए
  • निष्कर्ष

शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए

शिवलिंग पर आप अपनी इच्छा अनुसार 11 या 21 बेलपत्र चढ़ा सकते हैं.

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बेलपत्र चढ़ाने की विधि / बेलपत्र चढ़ाने का सही तरीका

बेलपत्र चढ़ाने की विधि और सही तरीका हमने नीचे बताया हैं.

  • सबसे पहले तो आपने जितने बेलपत्र चढ़ाने की इच्छा रखी है. उतने बेलपत्र ले ले. सभी लोग अपनी इच्छा अनुसार 11 या 21 बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ाते हैं.
  • अब बेलपत्र लेने के बाद साफ पानी से धो ले.
  • अब पानी से धोए हुए बेलपत्र को एक दूध से भरे कटोरे में डाल दीजिए.
  • अब दूध में से बेलपत्र को निकालकर एक बार गंगाजल से धो लीजिए.
  • अब आपने जितने भी बेलपत्र स्वच्छ किए है. सभी बेलपत्र पर चंदन से “ॐ” बना लीजिए.
  • अब “ओम नम: शिवाय” मंत्र का जाप करते हुए तथा थोडा सा शिवलिंग पर इत्र छिडककर एक एक करके बेलपत्र चढ़ाए.
  • लेकिन बेलपत्र चढ़ाते समय यह ध्यान रखे. की बेलपत्र का चिकना हिस्सा शिवलिंग के ऊपर वाले भाग में होना चाहिए.
  • बेलपत्र चढ़ाते समय इस बात का भी ध्यान रखे की बेलपत्र में चक्र और वज्र नहीं होना चाहिए. चक्र और वज्र वाले बेलपत्र खंडित माने जाते है.
  • शिवलिंग पर बीना जल के बेलपत्र नहीं चढ़ाना चाहिए. इसलिए जब भी आप शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाए जल अर्पित करते हुए ही चढ़ाए.
  • बेलपत्र की पत्तिया कटी या फटी नही होनी चाहिए. इस बात का भी विशेष ध्यान रखे.

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बेलपत्र चढ़ाने का मंत्र

बेलपत्र चढ़ाते समय आप नीचे दिया गया मंत्र उच्चारण करे.

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बेलपत्र चढ़ाने का मंत्र

त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रिधायुतम् त्रिजन्मपापसंहारं बिल्वपत्रं शिवार्पणम्

पांच पत्ती वाला बेलपत्र का महत्व

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है. की पांच पत्ती वाला बेलपत्र हमारे पांच प्रमुख देवता ब्रह्मा, विष्णु, महेश, गणेश और माता भगवती से संबंधित है. इसलिए पांच पत्ती वाले बेलपत्र को अधिक महत्व दिया जाता हैं.

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भोलेनाथ को चढाने वाले बेलपत्र में चक्र और वज्र किस प्रकार ध्यान रखे  

अगर बेलपत्र पर अधिक धारियां है. तथा बेलपत्र पर अधिक चक्र दिखाई दे रहे है. तो ऐसे बेलपत्र खंडित माने जाते हैं. और इसको शिवलिंग पर चढ़ाना वर्जित माना जाता हैं. अगर आपको बेलपत्र पर अधिक धारियां दिखाई दे. तो समझ ले की वह चक्र और वज्र वाला बेलपत्र हैं.

बेलपत्र पर क्या लिखना चाहिए

आप बेलपत्र पर चंदन से ओम, ओम नम: शिवाय या फिर राम लिख सकते है. कई बार शिवलिंग की पूजा अर्चना करने के बाद तथा शिवजी पर श्रद्धा रखने के पश्चात भी हमारी मनोकामना पूर्ण नहीं होती हैं.

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अगर आपके साथ भी ऐसा होता है. तो बेलपत्र पर चंदन से राम, ओम नम: शिवाय या फिर ओम लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाने से जल्दी ही मनोकामना पूर्ण होती हैं. जिनकी शादी नहीं हो रही है. उन्हें यह उपाय अचूक करना चाहिए. इससे जल्दी ही शादी के योग बनते हैं.

शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाए जाते हैं? - shivaling par kitane belapatr chadhae jaate hain?

निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया की शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए. इसके अलावा शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने की विधि तथा बेलपत्र चढ़ाने का मंत्र भी बताया है. हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ है तो आगे जरुर शेयर करे.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए / बेलपत्र चढ़ाने का सही तरीका, विधि, मंत्र आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

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शिवलिंग पर कितने बेलपत्र चढ़ाने चाहिए?

शिवलिंग पर चढ़ाएं ऐसी बेलपत्र भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए 5 पत्तों वाला बेलपत्र चढ़ाना शुभ होता है।

5 पत्ते वाले बेलपत्र का क्या महत्व है?

भट्ट ने बताया धर्म शास्त्रों में 5 पत्तों के बेलपत्र का मतलब पांच प्रमुख देवताओं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, गणेश और मां भगवती से होता है। 4 पत्तों से चार वेदों का होता है। ऐसा ही 9 पत्तों का महत्व नव दुर्गा से है।

108 बेलपत्र चढ़ाने से क्या होता है?

1 हजार कनेर के पुष्प को चढ़ाने का फल एक बिल्व पत्र के चढ़ाने से मिल जाता है।

चार पत्ती वाला बेलपत्र का क्या करें?

कुछ पत्रों पर चक्र के निशान होते हैं ऐसे निशान वाले बेलपत्र शिवजी को नहीं चढ़ाने चाहिए। या फिर किसी अन्‍य प्रकार के दाग धब्‍बे पत्‍ते पर हों तो ऐसे बेलपत्र चढ़ाना दोषपूर्ण माना गया है। मान्‍यता है कि चक्र और वज्र वाले बेलपत्र खंडित माने जाते हैं। पूजा में इनका फल नहीं प्राप्‍त होता है।