प्लवन (Flotation), उत्प्लावक बल (Buoyant force), घनत्व (Density) और मित केंद्र (Meta Center) क्या है? इनकी परिभाषा क्या है. जीवन में इनका क्या महत्व है. चलिए जानते है इन सबके बारे में. Show
उत्प्लावक बल (Buoyant force): द्रव का वह गुण जिसके कारण वह वस्तुओं पर ऊपर की ओर एक बल लगाता है, उसे उत्क्षेप या उत्प्लावक बल कहते हैं. यह बल वस्तुओं द्वारा हटाए गए द्रव के गुरुत्व-केंद्र पर कार्य करता है, जिसे उत्प्लावक केंद्र (center of buoyancy) कहते हैं. इसका अध्ययन सर्वप्रथम आर्कमिडीज ने किया था. आर्कमिडीज का सिद्धांत: जब कोई वस्तु किसी द्रव में पूरी अथवा आंशिक रूप से डुबोई जाती है, तो उसके भार में कमी का आभार होता है. भार में यह आभासी कमी वस्तु द्वारा हटाए गए द्रव के भार के बराबर होती है. घनत्व (density):
द्रव्यमान/आयतन इसका S.I. मात्रक किलोग्राम मीटर^-3 होता है. तैरने वाली वस्तु के स्थायी संतुलन के लिए शर्तें: Haryana State Board HBSE 9th Class Science Solutions Chapter 10 गुरुत्वाकर्षण Textbook Exercise Questions and Answers. HBSE 9th Class Science गुरुत्वाकर्षण Intext
Questions and Answers प्रश्न 1. प्रश्न 2. (पृष्ठ संख्या -152) प्रश्न 1. प्रश्न 2. (पृष्ठ संख्या-153) प्रश्न 1.
प्रश्न 2. (पृष्ठ संख्या-157) प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. (पृष्ठ संख्या-158) प्रश्न 1. प्रश्न 2. HBSE 9th Class Science गुरुत्वाकर्षण Textbook Questions and Answers प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. (ii) यदि वस्तुओं के बीच की दूरी दुगुनी कर दी जाए तो गुरुत्वाकर्षण बल \(\frac { 1 }{ 4 } \) गुना हो जाएगा तथा यदि वस्तुओं के बीच की दूरी तीन गुनी कर दी जाए तो गुरुत्वाकर्षण बल \(\frac { 1 }{ 9 } \) गुना हो जाएगा क्योंकि गुरुत्वाकर्षण बल दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है। (iii) यदि दोनों वस्तुओं के द्रव्यमान दुगुने कर दिए जाएँ तो उनके बीच लगने वाला गुरुत्वाकर्षण बल चार गुना हो जाएगा क्योंकि गुरुत्वाकर्षण बल द्रव्यमानों से समानुपाती होता है। प्रश्न 7.
प्रश्न 8. प्रश्न 9. प्रश्न 10. प्रश्न 11. प्रश्न 12. प्रश्न 13. (i) हम जानते हैं कि (ii) जाने में लगा समय (t) = \(\frac { v-u }{ g } \) प्रश्न 14. प्रश्न 15. प्रश्न 16. प्रश्न 17. प्रश्न 18. (b) हम जानते हैं कि (c) इस अवस्था के लिए ऊपर से नीचे की दूरी ज्ञात करेंगे। प्रश्न 19. प्रश्न 20. प्रश्न 21. द्रव्यमान आयतन = \(\frac { 50 }{ 20 } \) g cm-3 = 2.5 g cm-3 क्योंकि पदार्थ का घनत्व, पानी के घनत्व से अधिक है। इसलिए पदार्थ पानी में डूबेगा। उत्तर प्रश्न 22. = \(\frac { 500 }{ 350 } \) g cm-3 = 1.43 g cm-3 क्योंकि पैकेट का घनत्व पानी के घनत्व (1 g cm-3) से अधिक है। इसलिए पैकेट पानी में डूबेगा। इस प्रकार पैकेट द्वारा विस्थापित पानी का द्रव्यमान = आयतन – घनत्व = 350 x 1 g = 350 g उत्तर उत्प्लावकता से आप क्या समझते हैं पानी की सतह पर रखने वाले कोई वस्तु क्यों तैरती या डूबती है?उत्तर : पानी की सतह पर रखने पर कोई वस्तु तैरती या डूबती है ये इनके घनत्वों में अंतर के कारण होता है। (1)यदि पानी की सतह पर रखी गई वस्तु का घनत्व पानी के घनत्व से कम होगा तो वह वस्तु तैरती रहेगी। (2)यदि पानी की सतह पर रखी गई वस्तु का घनत्व पानी के घनत्व से अधिक होगा तो वस्तु डूब जाएगी।
पानी की सतह पर रखने पर कोई वस्तु क्यों डूबती?Solution : पानी के घनत्व से कम घनत्व वाली वस्तुएँ पानी की सतह पर तैरेगी जबकि, पानी के घनत्व से अधिक घनत्व वाली वस्तुएँ पानी में डूब जायेंगी।
कुछ चीजें पानी पर तैरती हैं जबकि कुछ डूब जाती हैं ऐसा क्यों होता है?घनत्व या वजन हटाना
इसे धनत्व के लिहाज से कहेंगे तो अगर वस्तु का घनत्व पानी से कम है तो वह तैरती रहेगी और अगर उसका घतनत्व पानी के घनत्व से ज्यादा होगा तो वह डूब जाएगी. वहीं बिना घनत्व शब्द के कहना चाहें तो इसे ऐसे कहेंगे कि अगर वह वस्तु अपने से ज्यादा वजन के पानी को हटा पाती है तो ही वह डूब पाएगी नहीं तो वह तैरने लगेगी.
कौन सी वस्तु पानी पर तैरती है?Solution : जल में तैरने वाली वस्तुएँ-सूखा घास, सूखे पत्ते, सूखी लकड़ी, गेंद, सरसों का तेल इत्यादि। जल में डूब जाने वाली वस्तुएँ-कंकड़, लोहे की कील, कंचा, पत्थर का टुकड़ा, स्टील का चम्मच इत्यादि।
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