वीर कुंवर सिंह के व्यक्तित्व की निम्नलिखित विशेषताओं ने मुझे प्रभावित किया- Show (1) वीर कुंवर सिंह में देशभक्ति और प्रेम की भावना कूट-कूटकर भरी थी। (2) मातृभूमि को अंग्रेजों से आजाद कराने की प्रबल इच्छा थी। (3) वीर कुंवर सिंह बहादुर, कुशल सैनिक, सेनापति और वीर योद्धा थे| (4) वह साहसी होने अलावा छापामार युद्धकला में भी निपुण थे। (5) वह निर्धनों की सहायता के लिए हमेशा आगे रहते थे। वीर कुँवर सिंह के व्यक्तित्व की क्या क्या विशेषताएं थी?वीर कुंवर सिंह के व्यक्तित्व की निम्नलिखित विशेषताओं ने हमें प्रभावित किया है:. वीर कुंवर सिंह एक कुशल और दृढ़ निश्चयी योद्धा थे।. वे अत्यंत साहसी एवं वीर थे।. वे उदार एवं संवेदनशील व्यक्ति थे।. वे बहुत निडर थे।. वे सामाजिक कार्यकर्ता भी थे।. वे अत्यंत स्वाभिमानी भी थे।. वीर कुंवर सिंह साहसी उदार एवं स्वाभिमानी व्यक्ति थे कैसे?उत्तर:- साहसी व्यक्ति – कुँवरसिंह का पूरा जीवन ही उनके साहसपूर्ण घटनाओं से भरा पड़ा है। परन्तु उनका अपनी घायल भुजा को स्वयं काटकर गंगा में समर्पित कर देना साहस का सबसे अद्वितीय उदहारण है। उदार व्यक्ति – कुँवरसिंह का व्यक्तित्व बड़ा ही उदार था। उनकी माली हालत अच्छी न होने के बावजूद वे निर्धनों की हमेशा सहायता करते थे।
वीर कुंवर सिंह ने कौन कौन से सामाजिक कार्य किए थे?उन्होंने बनारस, मथुरा, कानपुर, लखनऊ आदि स्थानों पर जाकर विद्रोह की सक्रिय योजनाएँ बनाईं। वे 1845 से 1846 तक काफ़ी सक्रिय रहे और गुप्त ढंग से ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ़ विद्रोह की योजना बनाते रहे। उन्होंने बिहार के प्रसिद्ध सोनपुर मेले को अपनी गुप्त बैठकों की योजना के लिए चुना।
वीर कुंवर सिंह पाठ का संदेश क्या है?वीर कुंवर सिंह. पाठ का उद्देश्य भारत के लोगों में राष्ट्रीय भावना जगाना है। कुंवर सिंह की देशभक्ति और वीरता का उल्लेख कर यह सन्देश दिया गया है कि यदि मनुष्य के मन में किसी कार्य को करने की दृढ़ इच्छा हो, तो उसके मार्ग में आने वाली कोई बाधा उसे विचलित नहीं कर सकती।
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