वर्णों के सार्थक और व्यवस्थित समूह को क्या कहते हैं * 1 Point? - varnon ke saarthak aur vyavasthit samooh ko kya kahate hain * 1 point?

हेलो फ्रेंड्स फ्रेंड्स देखो मेरे पास से क्वेश्चन दिया गया है इससे हमको पूछा गया कि साक्षर बनाने के लिए प्रत्येक समूह के अक्षरों को व्यवस्थित कीजिए तथा विषम साथन को इसमें ज्ञात करना है कि हमारे पास इसके लिए 4 ऑप्शन दिए गए 1234 सबसे पहले देख लेते हैं यह शब्द कौन कौन से दिया देखो फ्रेंड यदि हम यह वाला सब देखें तो यह दिया है सात seven7 ओके फ्रेंड यदि सेकंड सब देखे तो क्या बन जाएगा डिवाइड डी आई वि आई डी डिवाइड यदि यह सब देखे क्या बन रहा है वह ur44 यह वाला बन रहा है ई आई जी एच टी ओके फ्रेंड्स तो हम क्या देख रहे हैं कि इस पूरे सदमे से अनेक संख्या होती है ओके फ्रेंड्स डिवाइड मत रहो गया बांटना ठीक है मैं तो इसको बांट देना और भी एक संख्या होती है फ्रेंड्स और यह भी

संख्या होती है यह क्या दिया केक संख्या यह भी कह दिया एक संख्या ओके फ्रेंड के सब के सब कह दिया की संख्या दी गई हैं तो और यह भी कह दी गई है एक संख्या सभी के सभी संख्या देगी लेकिन इसमें डिवाइडेड संख्या नहीं है तो इस आधार पर यह विषम शब्द हो गया तो हमारे इस तरह से राइट आंसर कौन सा बनता है फ्रेंड पार्टनर ओके फ्रेंड तो हमारा इसका सेकंड ऑप्शन बिल्कुल करेक्ट आंसर ओके फ्रेंड थैंक यू

वाक्य विचार

हिंदी व्याकरण के तीन भाग होते हैं: वर्ण, शब्द एवं वाक्य विचार। वाक्य विचार हिन्दी व्याकरण का तीसरा भाग है। शब्दों का ऐसा सार्थक समूह जिससे वक्ता को पूरी बात समझ में आ जाए, वाक्य कहलाता है अथवा सार्थक शब्दों का व्यवस्थित समूह जिससे अपेक्षित अर्थ प्रकट हो, वाक्य कहलाता है।

उदाहरण: शीला, रमेश की बहन है।

वाक्य के भाग:

वाक्य के दो भेद होते है- उद्देश्य (Subject) और विद्येय (Predicate)

1. उद्देश्य (Subject): वाक्य में जिसके विषय में कुछ कहा जाए, उसे उद्देश्य कहते हैं।

उदाहरण: गगन खेलता है। राम दौड़ता है।

इन वाक्यों में गगन और राम के बारे में बताया गया है, अतः ये उद्देश्य हैं।

2. विद्येय (Predicate): उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाता है, उसे विद्येय कहते हैं। उदाहरण: पूनम किताब पढ़ती है।

इस वाक्य में 'किताब पढ़ती' है विधेय है क्योंकि पूनम (उद्देश्य) के विषय में कहा गया है।

 वाक्य के प्रकार (Kinds of Sentence):

1. रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं:

(i) सरल या साधारण वाक्य (Simple Sentence):

जिन वाक्यों में एक ही उद्देश्य और एक ही विधेय होता है, साधारण वाक्य कहलाता है।

उदाहरण:

(i) बिजली चमकती है।

(ii) पानी बरसा।

इन वाक्यों में एक-एक उद्देश्य अर्थात कर्ता और विधेय अर्थात क्रिया है। अतः, ये साधारण या सरल वाक्य हैं।

(ii) मिश्रित वाक्य (Complex Sentence):

जिस वाक्य में एक से अधिक वाक्य मिले हों किन्तु एक प्रधान उपवाक्य तथा शेष आश्रित उपवाक्य हों, मिश्रित वाक्य कहलाता है।

उदाहरण:

(i) मेरा दृढ़ विश्वास है कि भारत जीतेगा।

(ii) सफल वही होता है जो परिश्रम करता है।

उपर्युक्त वाक्यों में 'मेरा दृढ़ विश्वास है कि' तथा 'सफल वही होता है' मुख्य उपवाक्य हैं और 'भारत जीतेगा' तथा 'जो परिश्रम करता है' गौण उपवाक्य। इसलिए ये मिश्र वाक्य हैं।

(iii) संयुक्त वाक्य (Compound Sentence):

जिन वाक्यों में दो या दो से अधिक सरल वाक्य योजको (और, एवं, तथा, या, इसलिए, फिर भी, किंतु, परंतु, लेकिन, अतः) आदि से जुड़े हो, उन्हें संयुक्त वाक्य कहते हैं।

उदाहरण:

(i) जैसे-मैंने उसे समझाया था, फिर भी वह नहीं माना।

(ii) हम लोग आने वाले थे, लेकिन तभी वर्षा हो गई|

2. अर्थ के आधार पर: अर्थ के आधार पर हिन्दी में वाक्य के 8 प्रकार होते हैं-

(i) सरल वाक्य: वे वाक्य जिनमे कोई बात साधरण ढंग से कही जाती है, सरल वाक्य कहलाते हैं।

उदाहरण:

(i) राम ने बाली को मारा।

(ii) राधा खाना बना रही है।

(ii) निषेधवाचक वाक्य (Negative Sentence): जिन वाक्यों से कार्य न होने का भाव प्रकट होता है, उन्हें निषेधवाचक वाक्य कहते हैं।

उदाहरण:

(i) आज वर्षा नहीं होगी।

(ii) मैं आज घर जाऊॅंगा।

(iii) आज्ञा वाचक (Imperative Sentence): जिन वाक्यों से आज्ञा प्रार्थना आदि का बोध होता है, उन्हें आज्ञा वाचक वाक्य कहते हैं।

उदाहरण:

(i) वर्षा होने पर ही फसल होगी।

(ii) परिश्रम करोगे तो फल मिलेगा ही।

(iv) प्रश्नवाचक वाक्य (Interrogative Sentence): जिन वाक्यों से किसी प्रकार का प्रश्न पूछने का बोध होता है, उन्हें प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं।

उदाहरण:

(i) तुम कहाँ गए थे?

(ii) राम क्या करता है?

(v) इच्छावाचक वाक्य (Sentence): जिन वाक्यों से इच्छा, आशीष एवं शुभकामना आदि का बोध हो, उन्हें इच्छावाचक वाक्य कहते हैं।

उदाहरण:

(i) भगवान आपको लंबी उम्र दें।

(ii) आज मैं जमकर खाऊँगा।

(vi) संदेह वाचक वाक्य (Sentence indicating Doubt): जिन वाक्यों से संदेह या संभावना व्यक्त होती है, उन्हें संदेह वाचक वाक्य कहते हैं।

उदाहरण:

(i) आज वर्षा होगी हो सकती है।

(ii) हो सकता है कि वह आज स्कूल आए।

(vii) संकेतवाचक वाक्य (Conditional Sentence): जिन वाक्यों में एक क्रिया का होना दूसरी क्रिया पर निर्भर होता है, उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहते हैं।

उदाहरण:

(i) यदि परिश्रम करोगे तो अवश्य सफल होंगे।

(viii) विस्मयवाचक वाक्य (Exclamatory Sentence): जिन वाक्यों से आश्चर्य, घृणा, क्रोध, शोक आदि का भाव प्रकट हो, उन्हें विस्मयवाचक वाक्य कहते हैं। इसे ‘!’ चिह्न के साथ लिखा जाता है।

उदाहरण:

(i) वाह! तुम आ गए।

(ii) हाय! मैं लूट गया।

वर्णों के व्यवस्थित तथा सार्थक समूह को क्या कहते है?

वर्णों को व्यवस्थित करने के समूह को वर्णमाला कहते हैं। हिन्दी में उच्चारण के आधार पर ५२ वर्ण होते हैं। इनमें ११ स्वर और ४१ व्यञ्जन होते हैं। लेखन के आधार पर ५६ वर्ण होते हैं इसमें ११ स्वर , ४१ व्यञ्जन तथा ४ संयुक्त व्यञ्जन होते हैं।

वर्णों के सार्थक समूह को क्या कहते हैं उत्तर?

वर्णों के सार्थक समूह से बनने वाली सार्थक इकाई शब्द कहलाती है। दूसरे शब्दों में दो या दो से अधिक वर्णो से बने समूह को 'शब्द' कहते है जिसका कोई न कोई अर्थ निकलता हो। जैसे - किताब, मेज, कमल आदि।

वर्णों के सार्थक समूह को क्या कहते हैं * 1 Point?

Answer: वर्णों के सार्थक समूह को शब्द कहते हैं