विटामिन बी कॉम्प्लेक्स कितने प्रकार का होता है? - vitaamin bee kompleks kitane prakaar ka hota hai?

शरीर के सभी फंक्शन्स को ठीक रखने के लिए सही मात्रा में सभी पोषक तत्वों की जरूरत होती है। विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, कार्ब्स और गुड फैट्स आदि शरीर को उर्जा देने और शरीर के अंगों के लिए ईंधन के तौर पर काम करते हैं। अगर शरीर को पोषक तत्वों की आपूर्ति ना हो तो कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

बैलेंस डाइट में सबसे आवश्यक चीजों में से एक विटामिन होते हैं। इनमें विटामिन B एक जरूरी विटामिन है जो आपके शरीर में कई महत्वपूर्ण फंक्शन में जरूरी भूमिका निभाता है। आपको बता दें, कि विटामिन B कई प्रकार के होते हैं और हमारे शरीर में इनके अलग-अलग काम होते हैं। विटामिन बी आठ प्रकार के होते हैं जो आपको अपने आहार में शामिल करने चाहिए। आइए जानते हैं इनके बारे में-

Table of Contents

विटामिन बी कॉम्प्लेक्स कितने प्रकार का होता है? - vitaamin bee kompleks kitane prakaar ka hota hai?

  • थायमिन या विटामिन B1
  • रिबोफ्लेविन या विटामिन B
  • नायसिन या विटामिन B3
  • पैन्टोथेनिक एसिड या विटामिन B5
  • पाइरिडॉक्सिन या विटामिन B6
  • बायोटिन या विटामिन B7
  • फोलेट या विटामिन B9
  • कोबालामिन या विटामिन B12

1. थायमिन या विटामिन B1

विटामिन बी कॉम्प्लेक्स कितने प्रकार का होता है? - vitaamin bee kompleks kitane prakaar ka hota hai?
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थायमिन शरीर में शुगर को तोड़ता है, फैटी एसिड का उत्पादन करता है और हार्मोन्स को संश्लेषित करता है। यह ब्रेन के स्वास्थ्य के लिए जरूरी विटामिन है। इसकी मदद से न्यूरोट्रांसमीटर सही शेप में रहते हैं। विटामिन बी1 का वैज्ञानिक नाम थायमिन हाइड्रोक्लोराइड है। किसी भी वयस्क व्यक्ति को हर रोज़ एक मिलीग्राम विटामिन बी1 की आवश्यकता होती है। यह साबुत अनाज, दालों, नट्स और बीज में पाया जाता है।

2. रिबोफ्लेविन या विटामिन B

विटामिन B2 शरीर के अंदर आवश्यक एंजाइम बनाने के लिए महत्वपूर्ण है और यह शरीर में ऊर्जा स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, यह आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। विटामिन B2 या रािबोफ्लेविन की कमी तंत्रिका संबंधी बीमारियों, एनीमिया और हृदय रोगों से जुड़ी है। यह डेयरी (दूध, दही, पनीर), अंडे, पत्तेदार हरी सब्जियों में पाया जाता है।

3. नायसिन या विटामिन B3

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यह विटामिन शरीर के अंदर कार्ब्स, प्रोटीन और वसा को सही तरीके से तोड़ने में मदद करता है ताकि शरीर की सेलुलर हेल्थ को बेहतर रखा जा सके। यह एक सबसे पावरफुल एंटी-एजिंग एजेंट भी माना जाता है। इसे निकोटिनिक एसिड भी कहा जाता है। यह विटामिन पाचन तंत्र, त्वचा और नर्वस सिस्टम के फंक्शन के लिए आवश्यक है। इसे गेहूं, अंडे, मछली और मांस में पाया जाता है।

4. पैन्टोथेनिक एसिड या विटामिन B5

पैन्टोथेनिक एसिड, जिसे विटामिन B5 भी कहा जाता है, एक वॉटर सॉल्यूबल विटामिन है। यह विटामिन शरीर में एंजाइम्स, आवश्यक प्रोटीन, कार्ब्स और फैट्स के संश्लेषण और इन्हें मेटाबॉलाइज़ करने में मदद करता है। यह मशरूम, रेड मीट, एवोकैडो, मूंगफली आदि में पाया जाता है।

5. पाइरिडॉक्सिन या विटामिन B6

पाइरिडोक्सिन या विटामिन बी6 ब्लड हेल्थ के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लाल रक्त कोशिकाओं की क्वालिटी में सुधार करता है। यह आपकी इम्यूनिटी को भी मजबूत करता है और ब्रेन को एक्टिव और चुस्त रखता है। यह मस्तिष्क में केमिकल सेरोटोनिन और ब्लड में हीमोग्लोबिन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शरीर के हर एक रासायनिक अणु के निर्माण में इसकी जरूरत होती है। इसे अनाज, सोयाबीन, आलू आदि में पाया जाता है।

6. बायोटिन या विटामिन B7

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बायोटिन को विटामिन H, विटामिन बी7 या विटामिन बी8 भी कहा जाता है। यह मानव और अन्य जीवों के शरीर में  एक से अधिक मेटाबॉलिज्म प्रोसेस के लिए काम करता है। अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो बायोटिन आपकी मदद कर सकता है। बायोटिन की पर्याप्त आपूर्ति शरीर में फैट को प्रभावी ढंग से तोड़ने में मदद करती है। यह विटामिन बी7 मशरूम, अंडे की जर्दी और सैल्मन मछली में होता है।

7. फोलेट या विटामिन B9

इसे फोलिक एसिड या फोलेसिन भी कहा जाता है। गर्भावस्था के दौरान फोलेट या फोलिक एसिड महत्वपूर्ण है ताकि भ्रूण स्वस्थ रहे और जन्म के दौरान किसी भी तरह के जोखिम को रोका जा सके। यह अमीनो एसिड को मेटाबॉलाइज़ करने में भी मदद करता है। यह अंडे, पालक, केला आदि में पाया जाता है।

8. कोबालामिन या विटामिन B12

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यह सर्कुलेटरी सिस्टम और नर्वस सिस्टम दोनों को हेल्दी रखने में मदद करता है। यह शरीर के हर सेल के मेटाबॉलिज्म में मदद करता है। विटामिन बी 12 शरीर की सभी कोशिकाओं की सक्रियता में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पनीर, दूध और मीट में विटामिन बी12 पाया जाता है।

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विटामिन बी कांपलेक्स की कमी से उत्पन्न रोगविटामिन बी कॉन्प्लेक्स की कमी से अन्य विकार उत्पन्न होते हैं। जिसमें कुछ प्रमुख लक्षण हाथ-पैर में सनसनाहट , मांस पेशियों को कमजोर होना, शरीर का वजन घटना, नींद कम आना, शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना, शरीर में सूजन आना, नजर कमजोर होना, पाचन की क्रिया खराबी , अन्य हृदय संबंधी बीमारियां तथा मस्तिष्क के विकास में कमी होना है।

विटामिन बी कॉन्प्लेक्स के मुख्य स्रोतविटामिन बी कांपलेक्स सभी प्रकार के हरी पत्तेदार सब्जियों , टमाटर, गेहूं के आटे, अखरोट, चावल, सुपारी, नारंगी, अंगूर ,दूध , ताजा मटर, दाल, वनस्पतिक साग सब्जी, आलू , मेवा, खमीर, मक्का, चना , नारियल, पत्ता गोभी , पालक, मछली , अंडे की सफेदी , माल्ट , चावल की भूसी , फल आदि प्रकार के कुछ मुख्य स्रोत है।

विटामिन बी कॉन्प्लेक्स के फायदे1- आंखों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए - विटामिन बी कॉम्प्लेक्स आंखों के लिए भी फायदेमंद है. विटामिन बी 12 की कमी होने पर ऑप्टिक न्यूरोपैथी का खतरा भी बढ़ जाता है. आंखों की रोशनी को अच्छा रखने के लिए डाइट में विटामिन बी से भरपूर फूड्स शामिल करें.

2- मजबूत प्रतिरक्षा तंत्र - विटामिन बी आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करता है. विटामिन बी12 और फोलेट से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. फोलेट शरीर में डीएनए के उत्पादन और मरम्मत में अहम भूमिका निभाता है, जिसका आपकी इम्यूनिटी पर भी असर पड़ता है।

3- स्वस्थ हृदय के लिए - विटामिन बी आपकी हार्ट हेल्थ के लिए भी बहुत जरूरी है. विटामिन बी की कमी से एनर्जी में कमी आती है जो हार्ट के रोगियों में मायोकार्डियल डिसफंक्शन से जुड़ा है. हार्ट को स्वस्थ रखने और कई बीमारियों से बचाने के लिए विटामिन बी फायदेमंद है. ब्रेन हेल्थ के लिए फायदेमंद- विटामिन बी 12 और फोलिक एसिड आपके दिमाग को कई बीमारियों से दूर रखता है. डिप्रेशन और तनाव के उपचार में भी ये मदद करता है. विटामिन-बी आपको बुढ़ापे में भूलने की बीमारी से भी दूर रखता है।

4 - मजबूत पाचन तंत्र के लिए- विटामिन बी आपके पाचनतंत्र को भी मजबूत बनाता है. इससे कब्ज की समस्या को भी कम किया जा सकता है. डाइजेशन के लिए भी बी विटामिन को फायदेमंद माना जाता है. सिरोसिस, हेपेटाइटिस और लीवर से संबंधित बीमारियों को दूर करने में विटामिन बी 12 मदद करता है. इसके सेवन से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर का खतरा कम होता है।

5- रक्ताल्पता का इलाज- विटामिन बी के सेवन से एनीमिया जैसी बीमारियों को भी दूर किया जा सकता है. विटामिन बी 12 की मदद से शरीर में रेड ब्लड सेल्स का निर्माण बढ़ता है. जिससे खून की कमी दूर हो जाती है. विटामिन बी12 की मदद से शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन का प्रवाह अच्छी तरह से होता है।

विटामिन बी कॉम्प्लेक्स में कितने विटामिन होते हैं?

Vtamins B complex विटामिन बी कांपलेक्स हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक विटामिन का समूह है जो मुख्यत: आठ प्रकार के होते हैं जिनके नाम क्रमश: विटामिन B1(थायमीन), विटामिन B2 (राइबोफ्लेविन), विटामिन , B3 (नियासिन), विटामिन B5 (पैंटोथेनिक अम्ल) , विटामिन बी6 (पाइरिडोक्सिन) , विटामिन बी7 (बायोटीन), विटामिन बी9( ...

विटामिन बी कितने टाइप के होते हैं?

Types of Vitamin B: विटामिन-बी के कितने प्रकार होते हैं?.
विटामिन बी1 (थियामिन).
विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन).
विटामिन बी3 (नियासिन).
विटामिन बी5 (पैंटोथेनिक एसिड).
विटामिन बी6..
विटामिन बी7 (बायोटीन).
विटामिन बी9 (फोलेट या फोलिक एसिड).
विटामिन बी12..

विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का सबसे अच्छा स्रोत क्या है?

विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के स्रोतों में टमाटर, भूसी दार गेहु का आटा, अण्डे की जर्दी, हरी पत्तियो के साग, बादाम, अखरोट, बिना पालिश किया चावल, पौधो के बीज, सुपारी, नारंगी, अंगूर, दूध, ताजे सेम, ताजे मटर, दाल, जिगर, वनस्पति साग सब्जी, आलू, मेवा, खमीर, मक्की, चना, नारियल, पिस्ता, ताजे मेवे , पत्ता गोभी, दही, पालक, बन्दगोभी, ...

विटामिन B12 की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

एमईसीओ 12 टैबलेट, विटामिन B12. विटामिन B12 का सप्लीमेंट है, जो मस्तिष्क और तंत्रिकाओं और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण हैं. इस दवा का इस्तेमाल विटमिन बी12 की कमी के इलाज के लिए किया जाता है.. इसका इस्तेमाल कभी-कभी खतरनाक एनीमिया और अन्य बीमारियों वाले लोगों में भी किया जाता है.