what is samas in hindi : समास क्या है ( samas in hindi ) ( vvi objective ) समास के कितने भेद हैं समास कितने प्रकार के होते हैं और समाज से पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर यहां पर दिया गया है जो बोर्ड परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है तो अगर आप लोग समास की पूरी जानकारी पढ़ना चाहते हैं तो यहां पर दिया गया है। what is samas in hindi Show
समास क्या है ?परिभाषा — दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मिलने पर जो एक नया स्वतंत्र पद बनता है, उसे समस्तपद तथा इस प्रक्रिया को समास कहते हैं। समास होने पर बीच की विभक्तियों, शब्दों तथा ‘और’ आदि अव्ययों का लोप हो जाता है। समास की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं –1. समास में दो पदों
का योग होता है। समास तथा संधि में अन्तरसमास तथा संधि में अन्तर —समास में दो पदों का योग होता है और संधि में दो वर्णों का। ये दोनों वर्ण भिन्न-भिन्न पदों के होते हैं। अतः, संधि होने पर दो वर्गों के संयोग से दोनों पद भी मिल जाते हैं । इस प्रकार समास वाले पदों में संधि और संधि वाले पदों में समास हो सकता है। जैसे—’पीताम्बर’ में दो पद हैं ‘पीत’ और ‘अम्बर’। संधि करने पर ‘पीत + अम्बर = पीताम्बर’ और समास करने पर ‘पीत है जो . अम्बर’ = ‘पीताम्बर’ होगा। विशेष — संधि केवल तत्सम शब्दों में होती है, परन्तु समास हिन्दी शब्दों में भी होता है। अतः हिन्दी शब्दों में समासः करते समय संधि की आवश्यकता नहीं पड़ती। समस्तपद —दो या दो से अधिक मिले हुए पदों को समस्तपद कहते हैं। समासविग्रह –दो या दो से अधिक मिले हुए पदों को पृथक् करना समास-विग्रह कहा जाता है।
समास के कितने भेद हैं ?समास निम्नलिखित छः प्रकार के होते हैं –
द्वंद्व समास किसे कहते है उदाहरण सहित लिखेंजिस समास के दोनों पद प्रधान होते हैं, उसे द्वंद्व समास कहते हैं। इस समास के विग्रह में बीच में और, तथा; अथवा, या आदि योजक शब्दों का प्रयोग किया जाता है। यथा – समस्तपद – माता-पिता, विग्रह-माता और पिता आदि।
द्विगु समास किसे कहते हैं?जिस समस्तपद में पहला पद संख्यावाचक विशेषण हो अथवा जो किसी समुदाय की सूचना देता हो, वह द्विगु समास कहलाता है। जैसे –
कर्मधारय समास किसे कहते हैं ?जिस समस्तपद के खण्ड विशेष्य-विशेषण अथवा उपमान उपमेय होते हैं, उसे कर्मधारय समास कहते हैं। यथा –
तत्पुरुष समास किसे कहते हैं उदाहरणजिस समस्तपद में दूसरा पद प्रधान हो और प्रथम पद के कारक-चिह्न का लोप हो उसे तत्पुरुष समास कहते हैं। यथा –
विभक्तियों के अनुसार तत्पुरुष समास के निम्नलिखित छः भेद हैं(क) कर्म तत्पुरुष (क) कर्म तत्पुरुष –इसमें कर्म कारक के विभक्ति-चिह्न ‘को’ का लोप होता है। यथा – (ख) करण तत्पुरुष – इसमें करण कारक के विभक्ति-चिह्न ‘से’ अथवा ‘द्वारा’ का लोप होता है। यथा – (ग) सम्प्रदान तत्पुरुष – इसमें सम्प्रदान कारक की विभक्ति ‘के लिए’ का लोप होता है। यथा – (घ) अपादान तत्पुरुष – इसमें अपादान कारक के विभक्ति-चिह्न ‘से’ लोप होता है । यथा – (ङ) संबंध तत्पुरुष – इसमें संबंध कारक के विभक्ति-चिह्न ‘का’, ‘की’ ‘के’ का लोप होता है। यथा – (च) अधिकरण तत्पुरुष – इसमें अधिकरण कारक के विभक्ति-चिह्न ‘में’ तथा ‘पर’ का लोप होता है। यथा – तत्पुरुष समास के कुछ अन्य भेद –
(संस्कृत के शब्दों के अतिरिक्त हिन्दी एवं उर्दू में भी निषेधार्थ में शब्द से पूर्व ‘अ’, ‘अन’, ‘अन्’ तथा ‘ना’, ‘गैर’ लगाकर बनाए गए शब्द (पद) नञ् तत्पुरुष
(ख) अलुक् तत्पुरुष समास –जिस तत्पुरुष समास में प्रथम पद का विभक्ति का लाप नहीं होता, उसे अलुक् तत्पुरुष समास कहा जाता है। यथा –
(ग) उपपद तत्परुष –जिस समास में कोई उपपद हो तथा बाद म कृदन्त पद हो, उसे ‘उपपद तत्पुरुष’ कहते हैं।
अव्ययीभाव समास किसे कहते हैं उदाहरण सहितजिस समास में प्रथम (पूर्व) पद अव्यय हो और जो उत्तरपद के साथ जुड़कर पूरे पद को अव्यय बना दे, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। यथा-
bahuvrihi samas examples in hindiजिस समास में कोई भी पद प्रधान नहीं होता है, वरन् दोनों ही पद किसी अन्य संज्ञा-शब्द के विशेषण होते हैं, उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं। यथा –
समास के सम्बन्ध में जानने योग्य बातें कुछ समासों में समानता प्रतीत होती है, किन्तु फिर भी उनमें अन्तर होता है। (ख)
कर्मधारय और बहुव्रीहि में अन्तर –कर्मधारय समास में समस्त पद में एक पद दूसरे पद का विशेषण या उपमान होता है। जैसे—’नीलांबर’ (नीला है जो आकाश) अर्थात् नीले रंग का अथवा ‘देहलता’ (देहरूपी लता) में ‘लता’ पद ‘देह’ पद का उपमान है। (ग) द्विगु और कर्मधारय में अन्तर —दोनों ही समासों के पदों में परस्पर विशेषण-विशेष्य भाव का संबंध पाया जाता है, किन्तु फिर भी अन्तर है – * समास-विग्रह कीजिए और समास का नाम भी बताइए :
* समस्त पद बताइए और समास का नाम भी दीजिए :
* समास किसे कहते हैं ? * समास के भेदों को उदाहरण सहित
लिखें। (ii) कर्मधारय समास –जिस सामासिक शब्द में विशेष्य-विशेषण और – उपमा-उपमेय का मेल हो, उसे कर्मधारय समास कहते हैं।जैसे-चन्द्र के समान मुख = चन्द्रमुख, पीत है जो अम्बर = पीताम्बर आदि। (iii) द्विगु समास – जिस सामासिक शब्द का प्रथम खंड संख्याबोधक हो, उसे द्विगु समास कहते हैं। (iv) द्वन्द्व समास – जिस सामासिक शब्द के सभी खंड प्रधान हों, उसे द्वन्द्व समास कहा जाता है। ‘द्वन्द्व’ सामासिक शब्द में दो पदों के बीच योजक चिह्न (-) भी रह सकता है। जैसे-गौरी और शंकर = गौरीशंकर। भात और दाल = भात-दाल। सीता और राम = सीता-राम। माता और पिता = माता-पिता इत्यादि। (v) बहुव्रीहि समास – जो समस्त पद अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर विशेष अर्थ बतलावे, उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं। (vi) अव्ययीभाव समास – जिस सामासिक शब्द का रूप कभी नहीं बदलता हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। बहुवैकल्पिक प्रश्नोतर 1. ‘यथाशक्ति’ में कौन समास है ? (A)
कर्मधारय 2. ‘देवकन्या’ में कौन-सा समास है ? (A) कर्मधारय 3. “विद्यानुराग’ कौन समास है ? (A) द्विगु समास 4. दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मिलने पर जो एक नया स्वतंत्र पद – बनता है, उसे समस्तपद तथा इस प्रक्रिया को कहते हैं (A) समास 5. समास के कितने भेद हैं ? (A) दो 6. जिस समास के दोनों पद प्रधान होते हैं, उसे कहते हैं (A) द्वन्द्व समास 7. जिस समस्तंपद में पहला पद संख्यावाचक विशेषण हो अथवा जो समस्तपद किसी समुदाय की सूचना देता हो, वह कहलाता है (A) द्वन्द्व समास 8. जिस समस्तपद के खण्ड विशेष्य-विशेषण अथवा उपमान-उपमेय होते हैं; उसे कहते हैं (A) द्वन्द्व समास 9.जिस समस्तपद में दूसरा पद प्रधान हो और प्रथम पद के कास्क-चिह्न का लोप हो उसे कहते हैं (A) द्वन्द्व समास 10. जिस समास में प्रथम (पूर्व) पद अव्यय हो और जो उत्तरपद के साथ जुड़कर पूरे पद को अव्यय बना दे, उसे कहते हैं (A) द्वन्द्व समास 11. जिस समास में कोई भी पद प्रधान नहीं होता है, वरन् दोनों ही पद किसी अन्य संज्ञा-शब्द के विशेषण होते हैं, उसे कहते हैं (A) द्वन्द्व समास 12. ‘आजीवन’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 13. ‘उत्तरोत्तर’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 14.‘पदचिह्न’ में कौन-सा समास है ? (A) द्वन्द्व समास 15. ‘निडरं’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 16. “जन्मांध में कौन-सा समास है ? (A) संबूध तत्पुरुष 17. ‘अटूट’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 18. “पुरुषोत्तम’ में कौन-सा समास है ? (A)
अव्ययीभाव समास 19. “राजकुमार’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 20. “राजा-रानी’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 21. “सास-सुसर’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 22. ‘दशरथ’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 23. ‘फल-फूल’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 24. “मनोविज्ञान’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 25. ‘रसोई-पानी’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 26. “पंचकौड़ी’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 27. मान-मनौती’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 28. ‘दिया-बाती’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 29. ‘बेटी-पतोहू’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 30. ‘रहस्यमय’ में कौन-सा समांस है ? (A) अव्ययीभाव समास 31. ‘तिपाई’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 32. “सजीव’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 33. ‘शोरगुल’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 34. ‘विशालकाय’ में कौन-सा समास है ? (A)
अव्ययीभाव समास 35. रेलयात्रा’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 36. रेलविश्राम’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 37. ‘अनंत’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 38. ‘सतराज’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 39. ‘अनचाहा’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 40. “मातृभाषा’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 41. ‘अनजाना’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव
समास 42. ‘आवश्यकतानुसार’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 43. भाई-भौजाई’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 44. ‘कली-कसम’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 45. कीर्तिगान’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 46. ‘अस्थिर’ में कौन-सा समास है ? (A) अव्ययीभाव समास 47. निम्नांकित में बंद संसास का उदाहरण कौन है ? (A) गुण-दोष 48. निम्नांकित में द्विग समास का उदाहरण कौन है ? (A)
गुण-दोष 49. निम्नांकित में तत्पुरुष समास का उदाहरण कौन है ? (A) गुण-दोष 50. निम्नांकित में कर्मधारय समास का उदाहरण कौन है ? (A) गुण-दोष 51. निम्नांकित में अव्ययीभाव समास का उदाहरण कौन है ? (A) गुण-दोष 52.”पंचानन में कौन-सा समास है ? (A) तत्पुरुष 53. ‘थोड़ा-बहुत’ में कौन-सा समास है ? (A) तत्पुरुष 54. ‘त्रिभुज’ में कौन-सा समास है ? (A) कर्मधारय 55. ‘देशभक्त’ शब्द में कौन-सा समास है ? (A) तत्पुरुष 56. ‘नीलकमल’ में कौन-सा समास है ? (A) तत्पुरुष 57. ‘चतुर्भुज’ में कौन-सा समास है ? (A) द्विगु समास 58. ‘गंगाजल’ पद में कौन-सा समास है ? (A) तत्पुरुष samas in hindi | bahuvrihi samas examples in hindi | tatpurush samas examples in hindi | what is samas in hindi | samas in hindi class 10 | dvigu samas examples in hindi | types of samas in hindi |samas ki paribhasha in hindi Class 10th Hindi Grammer Question Answer
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10 आसन कौन सा समास है?Dashanan Me Samas. मुखकमल में कौन सा समास है?कर्मधारय समास – मुखकमल शब्द में कर्मधारय समास है।
मुख चंद्र शब्द में कौन सा समास है?मुखचंद्र शब्द में कर्मधारय समास है।
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