14 जनवरी को क्या त्यौहार है? - 14 janavaree ko kya tyauhaar hai?

मकर संक्रांति की क्या है अहमियत? इस बार इस पर्व के मौके पर कौन सा महासंयोग बन रहा है, जानें

14 जनवरी को मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाएगा. शास्त्र कहते हैं कि इसी दिन भगवान सूर्य देव दक्षिण से उत्तर की ओर रुख करते हैं. सूर्य का उत्तरायण होता है, जो संकेत देता है कि शीत ऋतु जाने को है और वसंत ऋतु का आगमन होने वाला है. सदियों से ये त्योहार देश के अलग अलग राज्यों में अलग अलग परंपराओं और नामों से मनाया जाता है. हर जगह मकर संक्रांति के इस पर्व को काफी जोश और उल्लास के साथ मनाते हैं.क्या है इस पर्व की अहमियत और इस बार इस पर्व के मौके पर बन रहा है कौन सा महासंयोग.

The festival of Makar Sankranti will be celebrated on 14 January. This festival is celebrated in different states of the country with different traditions and names. Watch the video to know more.

14 जनवरी को कौन सा पर्व मनाया जाता है?

उत्‍तर प्रदेश में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) को 'दान का पर्व' कहा जाता है। इसे 14 जनवरी को मनाया जाता है। मान्‍यता है कि इसी दिन से यानी कि 14 जनवरी से पृथ्‍वी पर अच्‍छे दिनों की शुरुआत होती है और शुभ कार्य किए जा सकते हैं। संक्रांति के दिन स्‍नान के बाद दान देने की परंपरा है।

14 जनवरी 2022 में कौन सा त्यौहार है?

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14 तारीख को क्या त्यौहार है?

तृतीया तिथि रात्रि 10 बजकर 36 मिनट तक उपरांत चतुर्थी तिथि का आरंभ। पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र रात्रि 09 बजकर 56 मिनट तक उपरांत उत्तराभाद्रपद नक्षत्र का आरंभ। सुकर्मा योग अर्धरात्रोत्तर 01 बजकर 37 मिनट तक उपरांत धृतिमान योग का आरंभ। वणिज करण पूर्वाह्न 11 बजकर 45 मिनट तक उपरांत बव करण का आरंभ।

मकर संक्रांति 14 जनवरी को ही क्यों आती है?

मकर संक्रांति का त्‍योहार उत्तर भारत में हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन से धरती पर अच्‍छे दिनों की शुरुआत मानी जाती है इसकी वजह यह है कि सूर्य इस दिन से दक्षिण से उत्तरी गोलार्ध में गमन करने लगते हैं। इससे देवताओं के दिन का आरंभ होता है।