9 मई 2022, दिन सोमवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन बगलामुखी जयंती का पर्व मनाया जाएगा। देवी बगलामुखी 10 महाविद्याओं में से एक हैं। Show उज्जैन. पंचांग या शाब्दिक अर्थ है पंच + अंग = पांच अंग यानि पंचांग। यही हिन्दू काल-गणना की रीति से निर्मित पारम्परिक कैलेण्डर या कालदर्शक को कहते हैं। पंचांग वैदिक काल से ही सनातन धर्म में काल गणना का एक प्रमुख अंग रहा है। वैसे तो हमारे देश में कई तरह के पंचांग प्रचलित है जैसे शक, युधिष्ठिर आदि, लेकिन उन सभी में विक्रम पंचांग प्रमुख है। ज्योतिष शास्त्र के आधार पर ही पंचांग का निर्माण किया जाता है। हर साल का नया पंचांग बनाया जाता है, जिसमें हर दिन के शुभ मुहूर्त, राहुकाल आदि की संपूर्ण जानकारी दी जाती है। ज्योतिष और पंडित आदि सभी शुभ कामों के लिए मुहूर्त देखने के लिए पंचांग का ही उपयोग करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पंचांग मुख्य रूप से 5 अंगों से मिलकर बनता है ये हैं करण, तिथि, नक्षत्र, वार और योग। इन सभी के योग से एक सटीक पंचांग तैयार किया जाता है जो बहुत उपयोगी होता है। आगे जानिए पंचांग से जुड़ी खास बातें… ये हैं पंचांग के 5 प्रमुख अंग… कितने होते हैं नक्षत्र? कितने होते हैं करण? ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी... 9 मई के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें... 9 मई का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें) एक साल में कितने महीने होते हैं? Last Updated May 9, 2022, 5:30 AM IST 9 मई 2022 को कौन सा त्यौहार है?आज का व्रत त्योहार – श्री दुर्गाष्टमी, श्री बगलामुखी जयंती (अर्धरात्रि व्यापिनी)। सूर्योदय का समय 9 मई 2022 : सुबह 05 बजकर 34 मिनट पर।
10 मई को कौन सी जयंती है?10 मई, मंगलवार: जानकी जयंती (सीता नवमी)
यह दिन वैशाख के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है.
10 मई 2022 को क्या है?Panchang 10 May 2022 Tuesday: 10 मई 2022, दिन मंगलवार , वैशाख मास, शुक्ल पक्ष, नवमी तिथि 19.24 बजे तक फिर दशमी तिथि लग जाएगी. मघा नक्षत्र 18.40 तक फिर पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र की शुरुआत होगी. चंद्रमा सिंह राशि में और भगवान सूर्य मेष राशि में विराजमान हैं. अभिजित मुहूर्त का समय होगा दोपहर 11.51 से 12.45 बजे तक.
14 मई 2022 को कौन सा त्यौहार है?नरसिंह जयंती 2022 शुभ मुहूर्त-
वैशाख शुक्ल चतुर्दशी तिथि 14 मई को दोपहर 03 बजकर 22 मिनट पर शुरू होगी, जिसका समापन 15 मई 2022 को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। पूजन का शुभ मुहूर्त 14 मई को शाम 04 बजकर 22 मिनट से शाम 07 बजकर 04 मिनट तक है।
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