हेल्थ आर्गेनाइजेशन के अनुसार आयोडीन का सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ सकती है जबकि रिसर्च की माने तो ऐसा केवल उन्ही लोगों में होता है जो नमक के प्रति संवेदनशील होते हैं। Show
और पढ़ें : Quiz: हाई बीपी (हाई ब्लड प्रेशर) चेक कराने से पहले किन बातों का जानना आपके लिए हो सकता है जरूरी? श्रिम्प (झींगा) है आयोडीन की कमी का घरेलू उपचारझींगा एक कम कैलोरी वाला आहार होता है जिसे आयोडीन का बेहतर स्रोत माना जाता है। इसके अलावा झींगा में कई अन्य महत्वपूर्ण तत्व जैसे विटामिन बी 12, सेलेनियम और फॉस्फोरस मौजूद होते हैं। श्रिम्प और अन्य समुद्री आहार आयोडीन से भरपूर होते हैं क्योंकि यह पानी में मौजूद आयोडीन को सोख लेते हैं। आपको 60 ग्राम श्रिम्प से 70 एमसीजी आयोडीन प्राप्त हो सकता है। और पढ़ें : शंखपुष्पी के फायदे एवं नुकसान – Health Benefits of Shankhpushpi (Convolvulus Pluricaulis Choisy) आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए खाएं अंडेअंडे भी आयोडीन का अच्छा स्रोत होते हैं। 100 से भी कम कैलोरी के साथ एक पूरा अंडा लीन प्रोटीन, हेल्थी फैट और कई प्रकर के विटामिन और मिनरल से युक्त होता है। हालांकि, इन सभी न्यूट्रिएंट्स में से आयोडीन की अधिक मात्रा अंडे की जर्दी में पाई जाती है। एक सामान्य अंडे में 24 एमसीजी तक आयोडीन पाया जा सकता है। सूखा आलूबुखारा होता है आयोडीन से भरपूरसूखा आलूबुखारा बेर की तरह होता है जिसे सूखा दिया जाता है। सूखे आलूबुखारा को एक अच्छा शाकाहारी और वेगेन आहार माना जाता है। 5 आलूबुखारा में आपको 13 एमसीजी आयोडीन की मात्रा प्राप्त हो सकती है। और पढ़ें : आलूबुखारा के फायदे एवं नुकसान – Health Benefits of Aloo Bukhara (Plum) कॉड से करें आयोडीन की कमी को दूरकॉड एक सफेद रंग की मछली होती है जिसमें वसा और कैलोरी की मात्रा कम पाई जाती है। हालांकि, इसमें अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व भरी मात्रा में मौजूद होते हैं जैसे की आयोडीन। आइसलैंडिक फूड कंटेंट डेटाबेस के अनुसार कम वसा वाली मछलियों में आयोडीन की मात्रा अधिक होती है। 85 ग्राम कॉड का सेवन करने से आपके दिन 50 फीसदी आयोडीन की कमी को पूरा किया जा सकता है। और पढ़ें : आयोडीन की कमी से हो सकती हैं कई स्वास्थ्य समस्याएं क्या अधिक आयोडीन मेरे लिए खराब हो सकता है?किसी भी चीज को अधिक मात्रा मे लेना हानिकारक होता है फिर चाहे वह पोषक तत्व ही क्यों न हो। वयस्कों में आयोडीन की अधिकतम मात्रा को 1.1 एमजी तक रखा गया है। इससे अधिक मात्रा में आयोडीन का सेवन करने से हाइपरथयरॉइडिस्म और गॉइटर होने का खतरा बढ़ जाता है। बेहद गंभीर मामलों में आयोडीन पोइजनिंग के कारण मुंह, गले और पेट में जलन व बुखार, पेट में दर्द, मतली, डायरिया और कोमा जैसी स्थिति उतपन्न हो सकती है। ऐसे में आयोडीन का सेवन केवल बताई गई मात्रा में ही करना चाहिए। अपनी सेहत के अनुसार आयोडीन की मात्रा के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। और पढ़ें : क्या आप लॉकडाउन के दौरान नमक का अधिक सेवन करने लगे हैं? तो हो जाएं सावधान निष्कर्षआयोडीन एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो कि कम ही आहार में पाया जाता है। यही कारण है कि विश्व भर में आधे से ज्यादा लोग आयोडीन की कमी के अधीन हैं। आयोडीन की मात्रा मुख्य रूप से समुद्री आहार में पाई जाती है जैसे की श्रिम्प, टूना और कॉड। इसके अलावा अंडे, दूध से बने उत्पाद और सूखा आलूबुखारा आयोडीन का एक अच्छा स्रोत होते हैं। मुख्य रूप से आयोडीन की कमी को खत्म करने के लिए मार्केट में आयोडाइज्ड साल्ट मिलता है व टेबल साल्ट में भी आयोडीन की मात्रा मिलाई जाती है। इसके अलावा अगर आप काफी समय से आयोडीन की कमी से ग्रस्त हैं तो इस विषय में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हेल्थ केयर प्रोवाइडर से संपर्क करें। करौंदा सी फ़ूड फिश कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसके रोजाना सेवन से दिमाग को तेजी से काम करने की क्षमता मिलती है। फिश में मौजूद फैटी एसिड्स स्मरण शक्ति को मौजूद बनाती है। वहीं साथ ही साथ इसके सेवन से आयोडीन की कमी भी शरीर से पूरी हो जाती है। आप हफ्ते में दो दिन कम से कम सी फ़ूड का सेवन जरूर करें। इससे आयोडीन की कमी भी पूरी होने में मदद मिलेगी वहीं आपके सेहत के साथ-साथ आंखों की हेल्थ भी अच्छी रहेगी।रोस्टेड आलू रोस्टेड आलू का सेवन भी आपको फायदा पहुँचाने का काम कर सकते हैं। इसमें अनेकों प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे कि आयोडीन, विटामिन, मिनरल्स, पोटैशियम आदि। आपको बताते चलें एक आलू में लगभग 40 प्रतिसत आयोडीन की मात्रा होती है। इसलिए इसे डाइट में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। इसलिए कोशिश करें कि अपनी डाइट में आप एक आलू को जरूर शामिल करें। ये आपको अनेकों फायदे पहुँचाएगा।अंडा अंडा सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है। इसमें अनेकों प्रकार के पाए जाते हैं। वहीं साथ ही साथ अंडे के पीले भाग यानी योल्क की बात करें तो इसमें कैलोरी की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो सेहत को स्वस्थ रखने में मददगार होती है। एक अंडे में लगभग 24 माइक्रोग्राम आयोडीन होता है। इसलिए अंडे को आपको अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। अंडे में कैलोरी की मात्रा भी प्रचुर होती है। इसलिए इसका सेवन सेहत को बहुत ही ज्यादा लाभ पहुँचाने का काम करता है।दही दही को सेहत के लिया बहुत ही ज्यादा लाभदायक माना जाता है। दही में विटामिन सी के साथ-साथ आयोडीन भी पाया जाता है। जो आयोडीन की कमी को तो पूरा करता है साथ ही साथ पाचन को भी दुरुस्त रखने में मददगार होता है। दही का सेवन आपको अनेकों फायदे पहुँचाने करता है। इसलिए दही का सेवन आपको जरूर करना चाहिए। कौन से फल में आयोडीन पाया जाता है?करौंदा कई गुणों से युक्त एंटीबॉयटिक का अच्छा स्रोत माना जाता है, साथ ही इसमें आयोडीन की भरपूर मात्रा भी होती है। डाइटिशियन कविता कहती है कि इसके केवल 4 औंस में 400 माइक्रोग्राम आयोडीन होता है। अपनी नियमित आयोडीन की जरूरत को पूरी करने के लिए आप इसके ताजे फलों का सेवन कर सकती हैं।
आयोडीन का सबसे अच्छा स्रोत क्या है?लक्ष्मीदत्ता शुक्ला का कहना है कि आयोडीन के अच्छे स्त्रोत में अनाज, दालें, दूध, मछली और सी फूड हैं. मांस और अंडों में भी कुछ मात्रा में आयोडीन होता है. इसके अलावा आलू, दूध, मुनक्का, दही, ब्राउन राइस, लहसुन, मशरूम, पालक और आयोडीन नमक भी अच्छे स्रोत हैं.
आयोडीन बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?आयोडीन की कमी है तो नमक के अलावा ये 7 चीजें भी खाएं.... रोस्टेड आलू: भुने हुए आलू रोज़ खाने चाहिए इससे आपको आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त मिलते हैं और आलू के छिलके में आयोडीन, पोटेशियम और विटामिन पाया जाता है. ... . दूध: ... . मुनक्का: ... . दही: ... . ब्राउन राइस: ... . 6. सी फूड: ... . लहसुन:. आयोडीन की कमी क्यों होती है?आयोडीन की कमी के कारण शरीर का आयोडीन स्तर कम हो जाता है और थायरॉयड ग्रंथि थायरॉयड हार्मोन का उत्पादन करने में असमर्थ हो जाती है। इसकी वजह से आयोडीन की कमी से जुड़ी समस्याएं पैदा होती हैं। अगर शिशु या फिर छोटे बच्चों को पर्याप्त आयोडीन न मिले, तो इसका असर उनके विकास पर पड़ता है।
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