भगत सिंह का नारा कौन सा है? - bhagat sinh ka naara kaun sa hai?

इंक़लाब ज़िन्दाबाद (नस्तालीक़: اِنقلاب زِنده باد ‎, पंजाबी: ਇਨਕਲਾਬ ਜ਼ਿੰਦਾਬਾਦ) हिन्दुस्तानी भाषा का नारा है, जिसका अर्थ है 'क्रांति की जय हो'। इस नारे को भगत सिंह और उनके क्रांतिकारी साथियों ने दिल्ली की असेंबली में 8 अप्रेल 1929 को एक आवाज़ी बम फोड़ते वक़्त बुलंद किया था। यह नारा मशहूर शायर हसरत मोहानी ने एक जलसे में, आज़ादी-ए-कामिल (पूर्ण आज़ादी) की बात करते हुए दिया था।[1] और इस नारे ने हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन की गतिविधियों को और विशेष रूप से अशफ़ाक़ुल्लाह ख़ाँ, भगत सिंह और चंद्रशेखर आज़ाद को प्रेरित किया। स्वतंत्रता आंदोलन के तारीख़वार भारतीय राजनीतिक उपन्यासों में, स्वतंत्रता समर्थक भावना अक्सर इस नारे को लगाने वाले पात्रों की विशेषता है।[2]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Bhattacherje, S. B. (2009). Encyclopaedia of Indian Events & Dates. Sterling Publishers. पृ॰ A172. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788120740747.
  2. Bhatnagar, O.P. (2007). Indian Political Novel in English. Delhi: Saruk and Sons. पृ॰ 42. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788176257992.

भगत सिंह को लिखने-पढ़ने का भी शौक था, वे जेल में भी पढ़ते रहते थे। उनकी जेल डायरी बेहद चर्चित है

Bhagat Singh Quotes: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे प्रभावशाली क्रांतिकारियों में से एक, भगत सिंह। उनका जन्म 28 सितंबर, 1907 को हुआ था और महज 23 वर्ष की आयु में देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिये थे। आपको बता दें भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को ब्रिटिश पुलिस अधिकारी जॉन पी सॉन्डर्स को मारने की साजिश के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी। इसी पुलिस अधिकारी ने स्वतंत्रता आंदोलन के नेता लाला लाजपत राय पर क्रूर पुलिस कार्रवाई का आदेश दिया था।

भगत सिंह हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर चढ़ गए थे। वह अपने आखिरी वक्त में भी बेहद इत्मिनान थे। जेल में रहते हुए भी भगत सिंह लगातार पढ़ते-लिखते रहते थे। उनकी जेल डायरी बेहद चर्चित है, जिसमें उन्होंने तमाम क्रांतिकारी विचार साझा किये हैं। भगत सिंह को जब फांसी होनी थी उस वक्त वो लेनिन की जीवनी पढ़ रहे थे।

भगत सिंह चाहते थे कि उनके जेल में रहते हुए भी आजादी की लड़ाई तनिक भी कुंद नहीं होनी चाहिए। वे अपने दोस्तों को ख़त लिखा करते थे। दोस्तों से अक्सर जेल में किताबें मंगवाते थे। जेल में रहने के दौरान भगत सिंह किताबों को पढ़कर नोट्स बनाते थे जिन्हें ऐतिहासिक दस्तावेजों में शामिल किया गया।

भगत सिंह के ये कोट्स आज भी जोश भर देते हैं।

1. सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है ज़ोर कितना बाजु-ए-कातिल में है।।
– भगत सिंह

2. राख का हर एक कण,
मेरी गर्मी से गतिमान है।
मैं एक ऐसा पागल हूं,
जो जेल में भी आजाद है।।
– भगत सिंह

3. जो भी व्यक्ति विकास के लिए खड़ा है,
उसे हर एक रुढ़िवादी चीज की आलोचना करनी होगी,
उसमें अविश्वास करना होगा, तथा उसे चुनौती देनी होगी।।
– भगत सिंह

4. “बम और पिस्तौल क्रांति नहीं करते। क्रांति की तलवार विचारों के पत्थर पर तेज होती है।”  – भगत सिंह

5. “वे मुझे मार सकते हैं, लेकिन वे मेरे विचारों को नहीं मार सकते। वे मेरे शरीर को कुचल सकते हैं, लेकिन वे मेरी आत्मा को कुचलने में सक्षम नहीं होंगे।” 

– भगत सिंह

Live Blog

which slogan is given by Bhagat Singh in hindi भगत सिंह ने कौन सा नारा दिया था ?

उत्तर : “भगत सिंह” ने प्रसिद्ध नारा “साम्राज्यवाद का नैश हो” दिया था |

question : please write slogan given by “Bhagat Singh” in hindi ?

answer : Bhagat Singh ji given slogan is “Samrajyavad Ka Nash Ho”.

प्रश्न : भगत सिंह के द्वारा कौनसा प्रसिद्ध नारा कहा गया था ?

उत्तर : भगत सिंह ने कहा था कि “साम्राज्यवाद का नैश हो” अर्थात प्रसिद्ध नारा “साम्राज्यवाद का नैश हो” , भगत सिंह जी के द्वारा कहा गया था |

question : what does “Samrajyavad Ka Nash Ho” said , means what is phrase is given by “Bhagat Singh”.

answer : Bhagat Singh said his famous slogan “Samrajyavad Ka Nash Ho”.

which slogan is given by Shaheed Bhagat Singh in hindi शहीद भगत सिंह ने कौन सा नारा दिया था ?

उत्तर : “शहीद भगत सिंह” ने प्रसिद्ध नारा “इंकलाब जिंदाबाद (क्रांति जिंदाबाद)” दिया था |

question : please write slogan given by “Shaheed Bhagat Singh” in hindi ?

answer : Shaheed Bhagat Singh ji given slogan is “Inqlaab Zindabad (Long Live the Revolution)”.

प्रश्न : शहीद भगत सिंह के द्वारा कौनसा प्रसिद्ध नारा कहा गया था ?

उत्तर : शहीद भगत सिंह ने कहा था कि “इंकलाब जिंदाबाद (क्रांति जिंदाबाद)” अर्थात प्रसिद्ध नारा “इंकलाब जिंदाबाद (क्रांति जिंदाबाद)” , शहीद भगत सिंह जी के द्वारा कहा गया था |

question : what does “Inqlaab Zindabad (Long Live the Revolution)” said , means what is phrase is given by “Shaheed Bhagat Singh”.

answer : Shaheed Bhagat Singh said his famous slogan “Inqlaab Zindabad (Long Live the Revolution)”.

भगत सिंह ने कौन सा नारा दिया है?

शहीद-ए-आजम के पूरे परिवार के खून में देशभक्ति दौड़ती थी और इसी वजह से भगत सिंह के अंदर भी देशभक्ति का जुनून सवार था। जब 23 मार्च 1931 को उन्हें लाहौर की जेल में उन्हें फांसी दी जा रही थी तो उस दौरान भगत सिंह ने नारा दिया 'इंकलाब जिंदाबाद' और इसके बाद वो मुस्कुराते रहे और देश के शहीद हो गए।

भगत सिंह का डायलॉग क्या है?

मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।। मैंने अपने दिल और आत्मा के साथ देश की सेवा करने के लिए एक प्रतिज्ञा ली है। ~ पिस्तौल और बम इंकलाब नहीं लाते, बल्कि इंकलाब की तलवार विचारों की सान पर तेज होती है और यही चीज थी, जिसे हम प्रकट करना चाहते थे। ~ किसी भी इंसान को मारना आसान है, परन्तु उसके विचारों को नहीं।