Jhoom Kheti Ka Doosra NaamGkExams on 12-05-2019 Show
झूम खेती का दूसरा नाम -आदिम प्रकार की कृषि है सम्बन्धित प्रश्नComments शाह on 27-07-2022 दरोगा मोतीदेना Jhoom kheti ka dusra Naam on 22-01-2022 joom Kheti ka dusra naam kya hai मनदीप on 29-10-2021 झूम खेती का अन्य नाम Wh on 14-07-2021 What is another name of jhooming farming done by bhils in mountains regions Sandip kumar on 06-03-2021 Jhum kheti ka dusra naam kya hi Hardik on 02-10-2020 Jhoom kheti ka dusra Naam Ramamurthy on 10-07-2020 12 Abhishek Tiwari on 09-09-2019 Madhyapradesh me jhum kheti ko bewar kahte hai Beauti on 12-05-2019 Madhya pradesh mein jhoom krishi ka doosra naam dahiya hai. Monu kumar on 12-05-2019 Mp me jhoom ki khety ko kis name se jante hai shubh on 12-05-2019 jhumu krishi ka dusara naam Kartikey on 12-05-2019 In mp jhum cultivation is known as BEWAR Kartikey on 12-05-2019 It is also known as PENDA Hemlata on 12-05-2019 Madhya pradesh me jhum kheti ko kya kahtey h deepak kumar on 12-05-2019 MP MEJHOOM KRASHI KO KYA KAHATE HAI Jum kheti ka dusranam on 12-05-2019 Jum kheti ka dusranam Monu on 12-05-2019 Madhya pradesh me jhum keti ko kya kahate hai Kuntu on 12-05-2019 Sale jab jawab bahi hai to. Website kyo banaya Anil on 12-05-2019 Sawal mp me jhoom kheti ka dusra naam Kya hai? LEKHRAJ on 12-05-2019 The slash and Burn agriculturel from method of farming also known as in Madhya Pradesh Vijay kumar on 12-05-2019 झूम मे आने वाली फसलें कोन कोन सी है Aakash on 12-05-2019 मध्य प्रदेश में ‘ झूम कृषि’ को क्या कहते है । mohammad irfan on 11-12-2018 jhoom keti Jhum kheti kya hai on 22-11-2018 Jhum kheti kya hai Raj on 16-10-2018 Jhoom kheti Karne Wale Ko ajay on 07-10-2018 ajay Jahnavi on 30-09-2018 Vod kya hota hai Narendra Kumar patel on 08-09-2018 Aastha 9 tarikh it Priya on 27-08-2018 Another name of jhum cultivation Prîyá on 27-08-2018 Please tell me the another name of Jhum cultivation फिनलैण्ड में झूम खेती के लिये वन जलाया जा रहा है।(१८९३ में ) झूम कृषि (slash-and-burn farming) एक आदिम प्रकार की कृषि है जिसमें पहले वृक्षों तथा वनस्पतियों को काटकर उन्हें जला दिया जाता है और साफ की गई भूमि को पुराने उपकरणों (लकड़ी के हलों आदि) से जुताई करके बीज बो दिये जाते हैं। कुछ वर्षों तक (प्रायः दो या तीन वर्ष तक) जब तक मिट्टी में उर्वरता विद्यमान रहती है इस भूमि पर खेती की जाती है। इसके पश्चात् इस भूमि को छोड़ दिया जाता है जिस पर पुनः पेड़-पौधें उग आते हैं। अब अन्यत्र जंगली भूमि को साफ करके कृषि के लिए नई भूमि प्राप्त की जाती है और उस पर भी कुछ ही वर्ष तक खेती की जाती है। इस प्रकार यह एक स्थानानंतरणशील कृषि (shifting cultivation) है जिसमें थोड़े-थोड़े समय के अंतर पर खेत बदलते रहते हैं। भारत की पूर्वोत्तर पहाड़ियों में आदिम जातियों द्वारा की जाने वाली इस प्रकार की कृषि को झूम कृषि कहते हैं। इस प्रकार की स्थानांतरणशील कृषि को श्रीलंका में चेना, हिन्देसिया में लदांग और रोडेशिया में मिल्पा कहते हैं।अक्सर यह दावा किया जाता रहा है कि झूम के कारण क्षेत्र के बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधनों का नुकसान हुआ है।[1] यह खेती मुख्यतः उष्णकटिबंधीय वन प्रदेशों में की जाती है। सन्दर्भ[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
विश्व भर में स्थानांतरण कृषि के स्थानीय नामों की सूचीस्थानांतरण कृषि एक आदिम प्रकार की कृषि है जिसमें पहले वृक्षों तथा वनस्पतियों को काटकर उन्हें जला दिया जाता है और साफ की गई भूमि को पुराने उपकरणों से जुताई करके बीज बो दिये जाते हैं। जब तक मिट्टी में उर्वरता विद्यमान रहती है इस भूमि पर खेती की जाती है। इसके पश्चात् इस भूमि को छोड़ दिया जाता है जिस पर पुनः पेड़-पौधें उग आते हैं। इस लेख में हमने विश्व भर में स्थानांतरण कृषि के स्थानीय नामों की सूची दिया है जो UPSC, SSC, State Services, NDA, CDS और Railways जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी है।
List of local names of shifting cultivation around the world in Hindi स्थानांतरण कृषि या झूम कृषि (slash and burn farming) एक आदिम प्रकार की कृषि है जिसमें पहले वृक्षों तथा वनस्पतियों को काटकर उन्हें जला दिया जाता है और साफ की गई भूमि को पुराने उपकरणों (लकड़ी के हलों आदि) से जुताई करके बीज बो दिये जाते हैं। जब तक मिट्टी में उर्वरता विद्यमान रहती है इस भूमि पर खेती की जाती है। इसके पश्चात् इस भूमि को छोड़ दिया जाता है जिस पर पुनः पेड़-पौधें उग आते हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व में 250 मिलियन से अधिक आबादी अपनी जीवन निर्वाह के लिए स्थानांतरित कृषि पर निर्भर है। यह विविध रूप से उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में बहुत प्रचलित प्रथा है क्युकी जहां जंगली वनस्पतियां तेजी से उगती हैं। विश्व भर में स्थानांतरण कृषि के स्थानीय नामों की सूची
वैसे तो इस प्रकार की कृषि ज्यादा उत्पादक नहीं होती है लेकिन उन लोगो को जीवन प्रदान करती है जो उर्वरक या कृषि के मशीन खरीदने में सक्षम नहीं होते हैं। कोंक्लिन के अनुसार, स्थानांतरण कृषि खानाबदोश जीवन यापन करने वाले लोगो का अनियोजित और उद्देश्यहीन प्रथा है। कृषि मानव जाति का एक मुख्य विकास था, जो सभ्यताओं के उदय का कारण बना। इसलिए बदलते दुनिया के अनुसार कृषि पद्धतियों में अमूल-चुक परिवर्तन होना बहुत जरुरी है नहीं तो मिट्टी अपनी उर्वरता खो देगी हैं और मनुष्य खाने के अभाव में दुसरे मनुष्य को कही अपना भोजन ना बना ले। पर्यावरण और पारिस्थितिकीय: समग्र अध्ययन सामग्री खेलें हर किस्म के रोमांच से भरपूर गेम्स सिर्फ़ जागरण प्ले पर झूम खेती का दूसरा नाम क्या है?स्थानांतरण कृषि या झूम कृषि (slash and burn farming) एक आदिम प्रकार की कृषि है जिसमें पहले वृक्षों तथा वनस्पतियों को काटकर उन्हें जला दिया जाता है और साफ की गई भूमि को पुराने उपकरणों (लकड़ी के हलों आदि) से जुताई करके बीज बो दिये जाते हैं। जब तक मिट्टी में उर्वरता विद्यमान रहती है इस भूमि पर खेती की जाती है।
भारत में झूम की खेती को क्या कहते हैं?इस प्रकार यह एक स्थानानंतरणशील कृषि (shifting cultivation) है जिसमें थोड़े-थोड़े समय के अंतर पर खेत बदलते रहते हैं। भारत की पूर्वोत्तर पहाड़ियों में आदिम जातियों द्वारा की जाने वाली इस प्रकार की कृषि को झूम कृषि कहते हैं।
राजस्थान में झूम खेती को क्या कहा जाता है?सही उत्तर वालरा है। झूम खेती को वालरा भी कहा जाता है और बर्न कृषि फसल उगाने वाली कृषि गतिविधि का एक रूप है।
महाराष्ट्र में झूम खेती को क्या कहते हैं?सही उत्तर स्थानांतरण है। झूम कृषि को स्थानांतरण के रूप में भी जाना जाता है।
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