भाषा प्रयुक्ति से आप क्या समझते हैं? - bhaasha prayukti se aap kya samajhate hain?

भाषाविज्ञान में भाषा प्रयुक्ति (register) किसी भाषा की वह भाषिका (variety, lect) होती है जो किसी विशेष सामाजिक परिस्थिति, सामाजिक वर्ग या लक्ष्य के लिए प्रयोग हो। मसलन औपचारिक स्थितियों में हिन्दी में "आप कल आइये" या "तू कल आना" के प्रयोग को ही सही व्याकरण समझा जाता है, जबकि दो किशोर मित्रों के बीच "तू कल आइयो" का प्रयोग भी एक भिन्न भाषा प्रयुक्ति के रूप में अक्सर होता है। इसी तरह अमेरिकी अंग्रेज़ी में "आए ऐम गोइंग टू टॉक टू माए फ़ादर" (I am going to talk to my father, अर्थ: मैं अपने पिता से बात करूँगा) सभ्य समाज में प्रयोग होने वाली औपचारिक भाषा प्रयुक्ति है जबकि "आएम गोन्ना टॉक टू माए ओल्ड मैन" (I'm gonna talk to my old man) ठीक वहीं अर्थ रखने वाली अनौपचारिक प्रयुक्ति है।[1][2]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • भाषिका
  • उपभाषा

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Gregory, M. (1967), "Aspects of Varieties Differentiation", Journal of Linguistics 3: 177–197.
  2. Halliday, M. A. K. and R. Hasan (1976), Cohesion in English, London: Longman.

भाषा प्रयुक्ति का क्या अर्थ है स्पष्ट कीजिए?

भाषाविज्ञान में भाषा प्रयुक्ति (register) किसी भाषा की वह भाषिका (variety, lect) होती है जो किसी विशेष सामाजिक परिस्थिति, सामाजिक वर्ग या लक्ष्य के लिए प्रयोग हो।

भाषा प्रयुक्ति के कितने प्रकार हैं?

दूसरे शब्दों में भाषा - प्रयुक्ति के तीन निर्धारक तत्त्व होते हैं : 1. शब्दावली 2. वाक्य - विन्यास और 2. शैली ।

भाषा से आप क्या समझते हैं?

भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य बोलकर, सुनकर, लिखकर व पढ़कर अपने मन के भावों या विचारों का आदान-प्रदान करता है। दूसरे शब्दों में- जिसके द्वारा हम अपने भावों को लिखित अथवा कथित रूप से दूसरों को समझा सके और दूसरों के भावो को समझ सके उसे भाषा कहते है। सार्थक शब्दों के समूह या संकेत को भाषा कहते है।

प्रयुक्ति के चार आधार कौन से हैं?

उत्तर:क) साहित्यिक प्रयुक्ति। (ख) वाणिज्यिक प्रयुक्ति। (ग) कार्यालयी प्रयुक्ति। (घ) राजभाषा प्रयुक्ति