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द लखनऊ ट्रिब्यून
लखनऊ: जिस भी व्यक्ति को बवासीर हो जाती है तो वह शर्म से इस बिमारी का नाम तक नहीं लेता है. बवासीर के कारण मलाशय नसों में सूजन, जलन, दर्द और खून आने की समस्या रहती है. बवासीर दो तरह की होती हैं एक तो होती है अंदरूनी मस्से जिसमें आपको खून नहीं आता है और मस्से अन्दर ही रहते है. दूसरा है बाहरी मस्से जिसमें मस्से बाहर लटकने लगते हैं और सुबह के समय शौच करते समय दर्द और ब्लीडिंग होती है, यह बीमारी जिसे भी होती है उसके अंदर खून की कमी हो जाती है जिसके कारण इंसान को कमजोरी होनी लगती है, आज हम आपको बवासीर के कुछ लक्षण और बवासीर से छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलु नुस्खे. बवासीर के लक्षण और बवासीर से छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलु नुस्खे- अगर आपको बवासीर की बीमारी है तो हमेशा उस जगह की साफ़ सफाई रखें. By उस्मान | Published: January 21, 2019 12:17 PM2019-01-21T12:17:25+5:302019-01-21T12:17:25+5:30 खराब खानपान के कारण आजकल बहुत से लोग बवासीर की बीमारी से पीड़ित हैं। इसका प्रमुख कारण है लम्बे समय तक कठोर कब्ज बना रहना। आजकल खराब खानपान और कई बार आनुवंशिक तौर पर लोग बवासीर जैसी खतरनाक बीमारी की चपेट में आ जाते हैं।फोटो- पिक्साबेबवासीर एक गंभीर समस्या है। बवासीर होने पर गुदा के मुख में छोटे-छोटे मस्से होते हैं जिस वजह से मल त्याग के दौरान दर्द के साथ खून आने लगता है। इतना ही नहीं मलाशय के आस-पास नसों में सूजन, जलन, असहनीय दर्द और यूरिन से खून आने की समस्या रहती है। बवासीर रोग में यदि खून भी गिरे तो इसे खूनी बवासीर कहते हैं। यह बहुत भयानक रोग है, क्योंकि इसमें पीड़ा तो होती ही है साथ में शरीर का खून भी व्यर्थ नष्ट होता है। खराब खानपान के कारण आजकल बहुत से लोग बवासीर की बीमारी से पीड़ित हैं। इसका प्रमुख कारण है लम्बे समय तक कठोर कब्ज बना रहना। आजकल खराब खानपान और कई बार आनुवंशिक तौर पर लोग बवासीर जैसी खतरनाक बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। बवासीर एक ऐसी बीमारी है जो किसी किसी व्यक्ति के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक हो जाती है। यह अंदर वाली बवासीर और बाहरी बवासीर दो प्रकार की होती हैं। बाहरी बवासीर में मस्सा हो जाता है इसमें दर्द कम होता है। खुजली अधिक होती है। खुजली के कारण इस में खून आने लगता है और इंसान परेशान हो जाते हैं। पहले यहां पर केवल खून का रिसाव होता है और बाद में पिचकारी की तरह खून फेंकने लगता है। बवासीर के प्रमुख कारण बवासीर के लिए घरेलू उपाय मेडिकल भाषा में इसे सिट्ज़ बाथ कहते हैं और इससे इन्फेक्शन और पेन से राहत मिलती है। इसके सिट्ज़ बाथ से बेचैनी, जलन और सूजन से भी राहत मिल सकती है। ध्यान रहे कि आपको बीटाडीन लिक्विड डॉक्टर की सलाह पर लेनी चाहिए। मेथी भी है बवासीर का घरेलू उपाय बवासीर के लिए ऐसे करें मेथी का इस्तेमाल Web Title: home remedies for piles or hemorrhoids : try sitz bath for piles, constipation and anal fissureस्वास्थ्य से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करेसंबंधित खबरेंगर्म पानी से बवासीर का इलाज कैसे करें?खुजली, जलन और बवासीर के दर्द में : खुजली, जलन और बवासीर के दर्द से बचने के लिए गर्म पानी की सिकाई बेहतर उपाय है। गर्म पानी में थोड़ी फिटकरी डालकर सिकाई करें। इससे गुदा क्षेत्र में जलन, सूजन और दर्द कम करने में मदद मिलती है और गुदा परिसंचरण में सुधार होता है। इसके लिए मेडिकल स्टोर पर सिज बाथ टब भी मिल जाता है।
बवासीर में गर्म पानी पीने से क्या होता है?बवासीर में गर्म पानी पीने के अन्य लाभ
गुनगुना पानी पीने से रक्त वाहिकाएं फ़ैल जाती हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन अच्छी तरह होता है, इससे माँसपेशियाँ रिलैक्स हो जाती हैं और दर्द भी कम हो जाता है। गुनगुना पानी पीने से पेट भरा मालूम होता है, साथ ही इससे मेटाबोलिज्म रेट भी बढ़ जाता है और वजन कम करने में मदद मिलती है।
बवासीर में कैसे बैठना चाहिए?टॉयलेट सीट में हमेशा स्क्वैट पोजीशन (squat position) में बैठना चाहिए। इस पोजीशन में बैठकर मल त्याग करने से मल आसानी से निकल जाता है। यह बवासीर के खतरे को भी कम करता है। स्क्वैट पोजीशन में बैठने के साथ टॉयलेट के नीचे एक स्टूल रखें और इसी स्टूल में पैरों को रखें।
बवासीर के मस्सों को जड़ से खत्म कैसे करें?बवासीर के मस्सों को हटाने के उपाय में आक के पत्ते और सहजन के पत्ते का मलहम बना कर लगाने से मस्सों से छुटकारा मिलता है। नीम का तेल और हल्दी कड़वी तोरई के रस में मिला कर मस्सों पर लगाये। नियमित रूप से इश रामबाण उपाय को करने पर मलद्वार के मस्से जड़ से खत्म हो जाते है।
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