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चरम सीमा के वक्त क्या स्त्रियां भी स्खलित होती हैं?| Updated: Jun 23, 2012, 7:42 PM 'जी-स्पॉट' या ग्राफेनबर्ग-स्पॉट महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में एक ऐसी जगह होती है, जहां कहते हैं कि सेंसिटिविटी ज्यादा...जवाब: 'जी-स्पॉट' या ग्राफेनबर्ग-स्पॉट महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में एक ऐसी जगह होती है, जहां कहते हैं कि सेंसिटिविटी ज्यादा होती है। यह स्पॉट प्राइवेट पार्ट की दीवार के ऊपरी हिस्से में करीब डेढ़ या दो इंच की गहराई पर होता है। वहां आगे-पीछे या दाएं-बाएं अंगुली घुमाने पर 'जी-स्पॉट' का पता चल जाता है, क्योंकि उस जगह अंगुली के स्पर्श से कुछ स्त्रियों को ज्यादा ही उत्तेजना का अहसास होता है। उत्तेजना बढ़ने पर यह 'जी-स्पॉट' एक छोटी-सी गांठ
की तरह फूल कर थोड़ा-बहुत कठोर भी हो जाता है। इससे उत्तेजना में इजाफा होता है। लेकिन साथ-ही-साथ क्लायटोरिस को भी सहलाया जाए तो स्त्री को ज्यादा आनंद और उत्तेजना का अहसास होता है। चरम-सीमा के वक्त स्त्रियां पुरुषों की तरह स्खलित नहीं होतीं। चरम-सीमा के वक्त उनको यह अहसास होता है कि 'बस अब और नहीं'। साथ-ही-साथ ज्यादातर स्त्रियों को प्राइवेट पार्ट में लयात्मक सिकुड़न (rhythmiccontraction) का भी अहसास होता है। नोट: मेरे 50 साल के डॉक्टरी अनुभव में सिर्फ 5 स्त्रियां ऐसी मिलीं, जिनको
चरम-सीमा के दरम्यान स्खलन का अहसास होता है, लेकिन यह बहुत कम मामलों में होता है। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें रेकमेंडेड खबरें
देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं?धन्यवादचरम सीमा का क्या मतलब होता है?चरम मौसम और चरम जलवायु घटनाएं अप्रत्याशित, असामान्य, गंभीर, या बेमौसम मौसम; ऐतिहासिक वितरण के चरम पर मौसम- वह सीमा जो अतीत में देखी गई है. अक्सर, चरम घटनाएं किसी स्थान के रिकॉर्ड किए गए मौसम इतिहास पर आधारित होती हैं और सबसे असामान्य दस प्रतिशत में झूठ बोलने के रूप में परिभाषित की जाती हैं.
चरम का सही अर्थ क्या होगा?त्वचा शरीर का सबसे विस्तृत अंग है साथ ही यह वह अंग है जो बाह्य जगत् के संपर्क (contact) में रहता है। यही कारण है कि इसे अनेक वस्तुओं से हानि पहुँचती है।
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