फूलों को अनंत तक ववकलसत करने के लिए कवि कौन-कौन सय प्र्यस करतय है - phoolon ko anant tak vavakalasat karane ke lie kavi kaun-kaun say pryas karatay hai

फूलों को अनंत तक विकसित करने के लिए कवि कौन-कौन-सा प्रयास करता है?

फूलों को विकसित करने के लिए कवि उन कोमल कलियों को जो इस संसार से अनभिज्ञ हैं और सुप्त अवस्था में पड़ी हुई हैं, अपने कोमल स्पर्श से जागृत करने का प्रयास करता है ताकि वो निंद्रावस्था से जागकर एक मनोहारी सुबह के दर्शन कर सके। अर्थात्‌ उस युवा-पीढ़ी को निंद्रा से जगाने का प्रयास करता है जो अपने जीवन के प्रति सचेत न रहकर अपना मूल्यवान समय व्यर्थ कर रही है और वो ये सब अपनी कविता के माध्यम से करना चाहता है।

Concept: पद्य (Poetry) (Class 8)

  Is there an error in this question or solution?

फूलों का अंत तक विकसित करने के लिए कवि कौन कौन सा प्रयास करता है?

फूलों को अनंत तक विकसित करने के लिए कवि कौन-कौन-सा प्रयास करता है? उत्तर:- फूलों को अनंत तक विकसित करने के लिए कवि उन्हें कलियों की स्थिति से निकालकर खिले फूल बनाना चाहता है। कवि का मानना है कि उसके जीवन में वसंत आया हुआ है। इसलिए वह कलियों को हाथों के वासंती स्पर्श से खिला देगा।

प्रश्न 4 पुष्पों को हमेशा विकसित रखने के लिए कवि कौन कौन से प्रयास करना चाहता है?

आइए, प्रकृति की सैर करें और पौधों से मित्रता कर उनके विषय में अधिक जानकारी प्राप्त करें (चित्र 7.2 ) ।

फूल को कवि से क्या शिकायत है?

फूल को कवि से क्या शिकायत है? इसे सुनेंरोकेंAnswer: इस कविता में कवि कहता है कि हमे कड़ी मेहनत और तपस्या का फल अवश्य मिलता है। हमें परिश्रम करते रहना चाहिए। पौधों पर खिले हुए फूल उनकी कष्ट सहकार की हुई तपस्या के फल को दर्शाता है जिन्होंने क्यारी की शोभा बढ़ायी और अपनी सुगंध से सबको आकर्षित किया।

कवि ने वसंत ऋतु को धन्य क्यों माना है?

प्रश्न- कवि ने वसंत ऋतु को धन्य क्यों माना? उत्तर- कवि ने वसंत ऋतु को धन्य माना क्योंकि उनके अनुसार फूलों को खिलाने और महकाने का सारा श्रेय वसंत ऋतु को ही जाता है।