गणित को पाठ्यपुस्तकों की महत्वपूर्ण विशेषता(एँ) है/हैं :This question was previously asked in Show
REET 2021 Level 2 (Maths & Science) (Hindi/English/Sanskrit) Official Paper View all REET Papers >
Answer (Detailed Solution Below)Option 4 : इनमें से सभी Free CT 1: Growth and Development - 1 10 Questions 10 Marks 10 Mins गणित एक विज्ञान है जिसमें संख्याओं, विभिन्न प्रकार की गणनाओं, आकृतियों और संरचनाओं का मापन, डेटा का संगठन और व्याख्या, और चर के बीच संबंध स्थापित करना आदि शामिल है। शिक्षण सामग्री प्रदान करने में शिक्षकों द्वारा गणित की पाठ्यपुस्तकों का उपयोग मुख्य स्रोत के रूप में किया जाता है। किताबें भी पाठ्यक्रम का प्रतिनिधित्व करती हैं और सीखने की गतिविधियों को प्रभावित करने वाले कारकों में से एक हैं
1. भौतिक विशेषताएं ( पाठ्यपुस्तक का रूप) -
2. लेखक-
3. विषय वस्तु-
4. भाषा-
तो, गणित की पाठ्यपुस्तक के लक्षण एक पाठ्यपुस्तक, विषय वस्तु और भाषा का एक रूप है। Last updated on Sep 21, 2022 The NCTE (National Council for Teacher Education) has revised the TET eligibility criteria recently and has issued a notification stating that a candidate who has been admitted or undergoing any of the Teacher Training Courses (TTC) is eligible for appearing in the TET Examination. Candidates appearing for the CTET (Central Teacher Eligibility Test) are exempted from any age limit. They have to just satisfy the required educational qualification. Candidates are qualified for the CTET exam based on their results in the written exam. The written exam will consist of Paper 1 and Paper 2 in which candidates have to score a minimum of 60% marks to qualify. Check out the CTET Selection Process here.
गणित को माध्यमिक स्तर तक अनिवार्य विषय न बनाए जाने के लिए विरोधी पक्ष द्वारा निम्न कारण स्पष्ट किए गए-
गणित की अनिवार्यता के सम्बन्ध में तर्क Arguments Related to Exigency of Mathematics
इस प्रकार गणित को अनिवार्य विषय बनाने के सम्बन्ध में हम कुछ तर्क दे सकते निम्नलिखित हैं
गणित को पाठ्यक्रम में विशेष स्थान देने के कारणCauses for Special Place of Mathematics in Curriculumयह विज्ञान विषयों का आधार है
गणित का मानव जीवन से घनिष्ठ सम्बन्ध है
गणित बच्चों में तार्किक दृष्टिकोण पैदा करता है
गणित एक विशेष प्रकार से सोचने का दृष्टिकोण प्रदान करता है
गणित एक यथार्थ विज्ञान है
गणित की आधारभूत संरचना (Basic Structure of Mathematics)गणित में आधारभूत तीन संरचनाएँ होती हैं
विद्यालय पाठ्यक्रम में गणित का महत्त्वImportance of Mathematics in School Curriculum
किसी विषय को पाठ्यक्रम में विशेष महत्त्व देने के लिए उस विषय को सामान्यतः तीन दृष्टिकोणों से देखा जाता है। 1. अमुक ( उस) विषय की बच्चों के दैनिक जीवन में उपादेयता (Utility) 2. अमुक विषय से बच्चों को मानसिक अनुशासन (Mental Discipline) में सहायता मिलती है अथवा नहीं। 3. अमुक विषय का सामाजिक एवं सांस्कृतिक महत्त्व (Social and Cultural Importance)]
कोठारी आयोग के गणित पर विचार
सामान्यतः यह अपेक्षा की जाती है कि विद्यालय में बच्चा निम्नलिखित लक्ष्यों को प्राप्त करने में समर्थ हो सकेगा-
गणित शिक्षण के मूल्यValues of Teaching of Mathematics
गणित की विशेषता क्या है?गणित प्रकृति की सबसे बड़ी विशेषता परिवर्तन एवं विचरण है। गणित एक कलन है जो कि विचरण का अध्ययन करती है। इसी कारण कलन को प्रकृति का गणित कहा जाता है। प्राकृतिक घटनाओं जैसे सूर्य, चंद्रमा, तारों के निकलने तथा छिपने का समय, उसकी स्थिति एवं दिशा आदि के ज्ञान में गणित विशेष उपयोगी सिद्ध होता है।
गणित की कौन सी विशेषता उसे एक वैश्विक विषय बनाती है?इस प्रकार, गणित व्यक्तियों को सीखने और संवाद करने में सहायता करता है, यदि अन्य संचार बाधाएं अवस्थित हों। इसलिए, भाषा की एकरूपता गणित की एक विशेषता है जो इसे एक वैश्विक विषय बनाती है।
गणित क्या है दैनिक जीवन में गणित की क्या विशेषता है?गणित सीखने में अंतिम उत्पाद पर ज़ोर देने से, तथ्यों को याद करने और बिना समझ के एल्गोरिद्म के उपयोग को बढ़ावा मिलता है। इसके साथ ही यह बच्चों में गणितीय विचारों तथा अवधारणाओं का दैनिक जीवन में उपयोग करने में अड़चन पैदा करता है। इन बातों का ध्यान रखते हुए गणित को पर्यावरण के घटकों के साथ एकीकृत किया गया है।
गणित का महत्व क्या होता है?गणित, विज्ञान और प्रौद्योगिकी का एक महत्वपूर्ण उपकरण (टूल) है। भौतिकी, रसायन विज्ञान, खगोल विज्ञान आदि गणित के बिना नहीं समझे जा सकते। ऐतिहासिक रूप से देखा जाय तो वास्तव में गणित की अनेक शाखाओं का विकास ही इसलिये किया गया कि प्राकृतिक विज्ञान में इसकी आवश्यकता आ पड़ी थी।
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