गुप्त काल में चांदी के सिक्के को क्या कहा जाता था?What was the name of the silver coins issued by Guptas? Show (A) दीनार Question Asked : SSC Combined Graduate Level (Tier-I) Exam 2006 Explanation : गुप्त काल में चांदी के सिक्के को रूप्यक/रूपक कहा जाता था। जबकि सोने के सिक्कों को दीनार तथा सुवर्ण कहा जाता था। गुप्त शासकों द्वारा सोने, चाँदी एवं ताँबे तीनों प्रकार के ही सिक्के जारी किए गए थे, जिसमें सर्वाधिक स्वर्ण सिक्के जारी किए गए थे। प्रारंभ में गुप्त कालीन सिक्कों का भार 120 से 121 ग्रेन होता था। जो कि कुषाण सिक्कों के भार के अनुरूप था। वही स्कंद गुप्त के समय में भारतीय मानक को अपनाते हुए 144 ग्रेन के सिक्के चलाए गए। गुप्त सिक्कों की एक प्रमुख विशेषता यह होती कि इसके अग्र भाग पर राजाओं की आकृति तथा पृष्ठभाग पर देव प्रतिमाओं का अंकन मिलता है।....अगला सवाल पढ़े Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams Latest Questionsगुप्तकालीन चांदी के सिक्के को क्या कहते थे?सही उत्तर है → रूपका। गुप्तों द्वारा जारी किए गए चांदी के सिक्कों को रूपक कहा जाता था।
गुप्त काल में सिक्कों को क्या कहते थे?गुप्त काल के चांदी के सिक्कों को क्या कहते थे? गुप्तकालीन सोने के सिक्कों को दीनार एवं चांदी के सिक्कों को रूप्यक कहा जाता था ।
प्राचीन काल में चांदी को क्या कहते थे?ये सभी तत्व क़ीमती होते हैं. इन सभी में रोडियम और प्लेडियम को मुद्रा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता था लेकिन इनकी खोज उन्नीसवीं शताब्दी में की गई थी, जिसकी वजह से प्राचीन काल में इनका इस्तेमाल नहीं किया गया था. तब प्लैटिनम का इस्तेमाल किया जाता था पर लेकिन इसे गलाने में तापमान को 1768 डिग्री तक ले जाना होता है.
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